1 00:00:26,240 --> 00:00:28,520 देखिए। आप सब लोग थोड़ा कॉपरेट कीजिए। 2 00:00:29,280 --> 00:00:31,160 हम आपकी सैलरी का इंतज़ाम करेंगे। 3 00:00:31,960 --> 00:00:32,760 भैया जी। 4 00:00:33,640 --> 00:00:35,760 इन दिहाड़ी वालों का तो पेमेंट क्लियर कर दीजिए। 5 00:00:36,280 --> 00:00:37,840 वर्ना ये लोग कहीं और काम पकड़ लेंगे। 6 00:00:42,520 --> 00:00:44,200 अरे दादा रे। गोलू ज़िंदा हैं। 7 00:00:48,440 --> 00:00:49,640 कोई बात नहीं, भैया जी। 8 00:00:50,640 --> 00:00:51,560 सब सही है। 9 00:00:51,920 --> 00:00:53,360 हम तो बस ऐसे ही बोल गए थे… 10 00:00:55,000 --> 00:00:58,000 -कोई बात नहीं। सब ठीक है। -ठीक है। आप जाइए। आप लोग जाइए। 11 00:00:58,800 --> 00:00:59,760 निकलो, भाई। 12 00:01:03,120 --> 00:01:04,960 -नमस्ते, दीदी। -दीदी, प्रणाम। 13 00:01:08,880 --> 00:01:09,800 मैम। 14 00:02:19,120 --> 00:02:21,440 बहुत कुछ हो गया है इस बीच। 15 00:02:22,680 --> 00:02:25,440 गुड्डू भैया भी जेल चले गए हैं। 16 00:02:27,280 --> 00:02:29,600 और आपके पापा भी नहीं रहे। 17 00:02:59,440 --> 00:03:00,320 हाँ। 18 00:03:01,200 --> 00:03:02,600 गजगामिनी बोल रहे हैं, सत्या। 19 00:03:04,760 --> 00:03:05,680 सच्ची? 20 00:03:07,320 --> 00:03:08,440 मर चुकी थी तुम तो। 21 00:03:08,760 --> 00:03:09,600 हम ज़िंदा हैं। 22 00:03:10,520 --> 00:03:11,560 काम की बात सुनिए। 23 00:03:12,320 --> 00:03:14,360 अच्छा। बोलिए। 24 00:03:14,600 --> 00:03:16,360 जेपी यादव के साथ मीटिंग फिक्स करवाओ। 25 00:03:17,600 --> 00:03:18,480 पैसा रेडी है। 26 00:03:20,840 --> 00:03:21,920 प्रूफ लगेगा। 27 00:03:22,480 --> 00:03:23,840 बोलने से थोड़ी ही मान जाएँगे। 28 00:03:25,120 --> 00:03:27,320 बिना प्रूफ के ये तो मान गए थे कि हम मर चुके हैं। 29 00:03:28,000 --> 00:03:29,320 और पैसे के लिए प्रूफ चाहिए? 30 00:03:31,440 --> 00:03:32,720 दोबारा नहीं पूछेंगे। 31 00:03:34,160 --> 00:03:35,440 चिड़ गईं आप तो। हाँ। 32 00:03:35,800 --> 00:03:38,400 चलिए ठीक है। करवाते हैं मीटिंग फिक्स। 33 00:03:39,640 --> 00:03:41,720 मिर्ज़ापुर 34 00:04:50,520 --> 00:04:51,480 ये ज़रीना है ना? 35 00:05:19,920 --> 00:05:20,720 बैठिए। 36 00:05:49,760 --> 00:05:51,040 कैसी हैं, ज़रीना जी? 37 00:05:58,000 --> 00:05:59,120 घबराइए मत। 38 00:06:01,560 --> 00:06:03,560 अब हम बहुत आध्यात्मिक हो चुके हैं। 39 00:06:04,600 --> 00:06:08,440 और यहाँ आके तो हमको शांति भी बहुत मिली है। 40 00:06:09,360 --> 00:06:13,760 सब मन-मुटाव, दांव-पेंच, इन सबसे ऊपर उठ चुके हैं हम। 41 00:06:16,600 --> 00:06:18,600 शांति इस जन्म में तो मिलने से रही। 42 00:06:25,720 --> 00:06:29,480 आप माधुरी की सरकार को जल्द से जल्द गिराना चाहते हैं। 43 00:06:31,280 --> 00:06:33,280 वर्ना हम यहाँ आपके सामने क्यों हैं? 44 00:06:37,640 --> 00:06:40,600 ज़रीना जी, आपको नहीं लगता है आप ज़रूरत से ज़्यादा फ्री हो गई हैं? 45 00:06:43,400 --> 00:06:44,280 वो क्या है ना… 46 00:06:45,880 --> 00:06:47,920 पुराने जेपी अभी भी हमारे अंदर हैं। 47 00:06:49,880 --> 00:06:53,240 और आपको देखकर बाहर निकलने के लिए कुलबुला भी रहे हैं। 48 00:06:53,680 --> 00:06:56,920 अरे आप तो बुरा मान गए, यादव जी। 49 00:06:57,080 --> 00:07:00,880 हम तो बस ये कह रहे थे कि सीधे मुद्दे पर आइए ना। 50 00:07:01,920 --> 00:07:02,800 मुद्दे पर? 51 00:07:09,760 --> 00:07:10,640 चलिए… 52 00:07:12,880 --> 00:07:13,920 कितने में बिकेंगी। 53 00:07:20,200 --> 00:07:22,160 माधुरी और उसकी सरकार खत्म चाहिए। 54 00:07:24,440 --> 00:07:26,560 आपको क्यों लगता है कि अभी भी हम बिकाऊ हैं? 55 00:07:28,480 --> 00:07:29,760 और वो भी आपके लिए? 56 00:07:32,000 --> 00:07:33,200 वो क्या है ना, ज़रीना। 57 00:07:34,840 --> 00:07:38,240 पुरानी आदत छूटती नहीं है, और फितरत बदलती नहीं। 58 00:07:39,360 --> 00:07:44,120 तुम आज भी उसी की हो जो सबसे ऊँचा दाम और दांव लगाए तुम पर। 59 00:07:48,680 --> 00:07:49,880 क्या सोच रही हैं? 60 00:07:53,960 --> 00:07:55,080 चलिए… 61 00:07:57,400 --> 00:07:59,560 आप जब इतना कह ही रहे हैं। 62 00:08:01,240 --> 00:08:03,680 तो सरकार गिराने का जिम्मा हमारा। 63 00:08:06,160 --> 00:08:10,440 पर क्या है ना, यादव जी, अब हम सिर्फ अपनी मदद करते हैं। 64 00:08:13,400 --> 00:08:15,040 तो, सीएम हम बनेंगे। 65 00:08:17,520 --> 00:08:18,600 कुशवाहा नहीं। 66 00:08:24,800 --> 00:08:30,680 गाँव बसने से पहले सबसे ऊँची इमारत में बैठने की कोशिश मत करो। 67 00:08:34,160 --> 00:08:35,120 फिलहाल तो, उतारो। 68 00:08:38,400 --> 00:08:40,240 आज की रात जो हम कहें… 69 00:08:42,400 --> 00:08:43,760 जैसा हम कहें। 70 00:08:46,640 --> 00:08:47,880 कैश की बात हुई थी ना। 71 00:08:50,200 --> 00:08:51,040 पूरा था? 72 00:08:56,200 --> 00:08:57,080 हाँ। 73 00:08:58,520 --> 00:08:59,880 कैश भी पूरा था। 74 00:09:01,040 --> 00:09:03,320 और मज़ा भी पूरा ही होना चाहिए। 75 00:10:08,000 --> 00:10:09,760 जब तक सूरज-चाँद रहेगा… 76 00:10:10,000 --> 00:10:11,880 माधुरी यादव नाम रहेगा! 77 00:10:12,000 --> 00:10:13,880 जब तक सूरज-चाँद रहेगा… 78 00:10:14,000 --> 00:10:15,880 माधुरी यादव नाम रहेगा! 79 00:10:16,040 --> 00:10:17,840 जब तक सूरज-चाँद रहेगा… 80 00:10:17,960 --> 00:10:20,400 माधुरी यादव नाम रहेगा! 81 00:10:22,440 --> 00:10:25,760 आज हम अपने परिवार को कुछ बताना चाहते हैं। 82 00:10:27,440 --> 00:10:29,040 कई साल पहले, 83 00:10:30,600 --> 00:10:33,080 प्रदेश के एक छोटे से गाँव में, 84 00:10:33,880 --> 00:10:36,520 जहाँ 90 प्रतिशत से ज़्यादा लोग 85 00:10:36,880 --> 00:10:39,040 प्राथमिक शिक्षा से वंचित थे, 86 00:10:39,960 --> 00:10:45,400 उस गाँव में एक दिहाड़ी किसान का बड़ा वाला बेटा ही था 87 00:10:46,480 --> 00:10:51,640 जो रोज़ 20 किलोमीटर दूर पढ़ने जाता था। 88 00:10:53,040 --> 00:10:54,600 देखते ही देखते… 89 00:10:56,000 --> 00:10:57,880 बीस-बाईस साल बीत गए, 90 00:10:58,480 --> 00:11:01,160 और गाँव में आम की उपज कम हो गई। 91 00:11:01,400 --> 00:11:03,480 आम के बगीचे खत्म होने लगे, 92 00:11:04,520 --> 00:11:07,160 किसी को कुछ भी समझ नहीं आ रहा था। 93 00:11:08,960 --> 00:11:13,520 एक वो दिहाड़ी किसान का बच्चा ही था, जो समझ पाया… 94 00:11:15,000 --> 00:11:18,600 कि खेती की उपज इतने सालों में कम इसीलिए हो गई। 95 00:11:19,440 --> 00:11:22,640 क्योंकि कुछ किसान अपने बगीचे में 96 00:11:22,800 --> 00:11:26,000 खराब गुणवत्ता के बीज इस्तेमाल करते थे। 97 00:11:36,640 --> 00:11:37,480 हैलो। 98 00:11:37,640 --> 00:11:39,680 क्या हुआ? काफी समय लग रहा है पहुँचने में। 99 00:11:41,600 --> 00:11:45,000 अब ऐसे खुलेआम एमएलए को लेके आने में समय तो लगेगा ना। 100 00:11:46,720 --> 00:11:50,520 और वैसे भी, यादव जी को ये सब पहले ही बता दिए थे हम। 101 00:11:50,880 --> 00:11:51,920 यादव जी को? 102 00:11:52,160 --> 00:11:54,640 तुम्हारा अपफ्रंट पेमेंट हम करवा रहे हैं जी। 103 00:11:54,920 --> 00:11:57,800 ठीक है? सरकार हमारी आने वाली है। 104 00:11:58,520 --> 00:12:00,640 तो, अपडेट भी सीधा हम ही को दिया कीजिए? 105 00:12:00,840 --> 00:12:01,760 समझी? 106 00:12:03,320 --> 00:12:04,360 अरे मंत्री जी… 107 00:12:05,360 --> 00:12:08,520 बस चार-पाँच किलोमीटर का सफर बचा है। 108 00:12:10,160 --> 00:12:11,120 पहुँच रहे हैं। 109 00:12:11,720 --> 00:12:12,680 आइए। 110 00:12:35,960 --> 00:12:37,760 इसीलिए ज़रूरी है 111 00:12:38,120 --> 00:12:43,760 कि हम खुद अकेले नहीं, सबको साथ लेके आगे बढ़ें। 112 00:12:44,280 --> 00:12:45,600 और प्रगति करें। 113 00:12:46,000 --> 00:12:49,560 ताकि कमज़ोर ना पड़ जाएँ आम के बगीचे की तरह। 114 00:12:53,320 --> 00:12:55,480 पाँच किलोमीटर अब तक खत्म नहीं हुआ तुम्हारा? 115 00:12:56,440 --> 00:12:58,600 चलिए अपडेट दीजिए, कहाँ पहुँची। 116 00:12:58,720 --> 00:13:00,800 अपडेट देने के लिए ही तो फ़ोन किए हैं। 117 00:13:01,840 --> 00:13:02,960 ध्यान से सुनिएगा। 118 00:13:07,720 --> 00:13:09,240 -कुशवाहा। -शरद शुक्ला? 119 00:13:09,360 --> 00:13:10,560 वो माधुरी के साथ हैं। 120 00:13:12,240 --> 00:13:14,040 अब यहाँ से हम टेक-ओवर कर रहे हैं। 121 00:13:14,480 --> 00:13:16,680 श… शरद शुक्ला, आप? 122 00:13:16,960 --> 00:13:17,880 पहचान लिए? 123 00:13:19,200 --> 00:13:22,560 तो अब इसी कंपकंपाती आवाज़ में एक मैसेज पहुँचाइए जेपी यादव को। 124 00:13:24,640 --> 00:13:26,800 देखिए आप लोग माधुरी के अपोजिशन में हैं। 125 00:13:28,360 --> 00:13:29,600 तो मतलब हमारे भी। 126 00:13:32,200 --> 00:13:36,800 इसलिए जेपी यादव जिस बिल में छिपे हैं, वहीं रहें तो बेहतर होगा। 127 00:13:41,080 --> 00:13:43,040 हम उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुँचाना चाहते हैं। 128 00:13:44,920 --> 00:13:46,400 रिश्ते पुराने हैं ना उनसे। 129 00:13:51,840 --> 00:13:54,960 आप लोगों के लॉयल्टी की कीमत तो लगा दिए हैं जेपी यादव। 130 00:13:58,520 --> 00:14:01,480 अब आपकी जान की कीमत हम लगाएँ? 131 00:14:02,920 --> 00:14:05,920 उस दिन वो लड़का सिर्फ अपने पिता का नहीं 132 00:14:07,000 --> 00:14:10,000 बल्कि पूरे गाँव का बेटा बन गया। 133 00:14:10,960 --> 00:14:13,480 और पूरा गाँव उसका परिवार। 134 00:14:14,280 --> 00:14:16,400 आप जानते हैं वो लड़का कौन था? 135 00:14:19,000 --> 00:14:21,720 स्वर्गीय सूर्य प्रताप यादव। 136 00:14:22,120 --> 00:14:25,840 -सूर्य प्रताप यादव… -अमर रहें! अमर रहें! 137 00:14:25,960 --> 00:14:29,320 -सूर्य प्रताप यादव… -अमर रहें! अमर रहें! 138 00:14:29,720 --> 00:14:33,400 -लोक स्वराज पार्टी… -ज़िंदाबाद! ज़िंदाबाद! 139 00:14:33,520 --> 00:14:37,040 -लोक स्वारज पार्टी… -ज़िंदाबाद! ज़िंदाबाद! 140 00:14:37,160 --> 00:14:40,720 -लोक स्वराज पार्टी… -ज़िंदाबाद! ज़िंदाबाद! 141 00:14:40,880 --> 00:14:44,840 -लोक स्वराज पार्टी… -ज़िंदाबाद! ज़िंदाबाद! 142 00:14:50,560 --> 00:14:51,920 हाँ, चौराहे पर आ गए हैं। 143 00:14:53,400 --> 00:14:54,320 लेफ्ट लें? 144 00:14:56,680 --> 00:14:57,560 हाँ, दिख गया। 145 00:15:13,120 --> 00:15:14,520 बोल दीजिए गोलू दीदी आई हैं। 146 00:15:30,400 --> 00:15:31,280 आइए। 147 00:15:35,680 --> 00:15:37,000 आप रुकिए। हम आते हैं। 148 00:15:49,520 --> 00:15:50,840 आप तो खाली हाथ आए हैं। 149 00:15:51,320 --> 00:15:52,640 यादव जी आपसे नहीं मिलेंगे। 150 00:15:53,800 --> 00:15:54,960 -आप जा सकती हो-- -सुनो। 151 00:15:56,680 --> 00:15:59,280 यादव जी से पूछो आजीवन ऐसे ही वनवास काटना है क्या? 152 00:16:00,640 --> 00:16:03,160 कुछ तो गूदा बचा ही होगा उनमें यही सोचकर आ गए हम। 153 00:16:05,160 --> 00:16:07,320 ज़्यादा देर वेट नहीं करेंगे। बाकी डिसीजन उनका। 154 00:16:13,600 --> 00:16:14,520 डील सिंपल थी। 155 00:16:17,640 --> 00:16:19,920 एडवांस लेकर आएँगी, तभी आगे बात करेंगे। 156 00:16:24,440 --> 00:16:26,120 और हमारी इतनी चिंता मत कीजिए। 157 00:16:28,560 --> 00:16:30,160 यादव जी… 158 00:16:30,720 --> 00:16:32,360 यही तो दिक्कत है आपकी। 159 00:16:35,360 --> 00:16:37,040 पैसा सिर्फ एहसास देता है। 160 00:16:37,640 --> 00:16:40,120 असली पावर बाहुबल में है। 161 00:16:41,280 --> 00:16:42,200 अच्छा। 162 00:16:44,240 --> 00:16:45,800 तो कहाँ है आपका बाहुबल? 163 00:16:51,400 --> 00:16:52,840 माधुरी बहुत स्ट्रॉंग है। 164 00:16:53,920 --> 00:16:55,720 आप अकेले उसको नहीं तोड़ पाएँगे। 165 00:16:57,640 --> 00:16:59,760 जहाँ आपकी ये पॉलिटिक्स भी फेल हो गई थी, 166 00:17:00,000 --> 00:17:03,880 वहाँ हमने त्रिपाठियों को जड़ से उखाड़कर बाहर फेंक दिया था मिर्ज़ापुर से। 167 00:17:07,480 --> 00:17:09,880 आपकी सारी प्रॉब्लम्स का सोल्यूशन एक ही है… 168 00:17:12,880 --> 00:17:15,760 गुड्डू पंडित, जो फिलहाल जेल में है। 169 00:17:29,800 --> 00:17:32,880 एक बात सुनो, भोसड़ी के, हमको पता है कि सीएम साहब को तुम ही मारे हो। 170 00:17:34,320 --> 00:17:37,200 साहब, एक कागज़ और गन मिला है इनके ट्रक से। 171 00:17:38,520 --> 00:17:39,440 जौनपुर! 172 00:17:40,320 --> 00:17:41,400 शरद शुक्ला। 173 00:17:42,920 --> 00:17:44,880 आपके पास ये एविडेंस था तो पहले क्यों नहीं लेकर आईं? 174 00:17:53,400 --> 00:17:54,440 ये मत सोचिएगा 175 00:17:54,760 --> 00:17:57,080 इससे गुड्डू पंडित के साथ कोई ढील बरती जाएगी। 176 00:17:58,320 --> 00:17:59,800 इसकी अपेक्षा भी नहीं कर रहे हैं हम। 177 00:18:00,040 --> 00:18:01,080 तो फिर किसलिए आई हैं? 178 00:18:04,960 --> 00:18:08,880 गुड्डू पंडित या उनके जैसे बाकी क्रिमिनल सबको सज़ा मिलेगी। 179 00:18:10,080 --> 00:18:14,080 और कोई बेकसूर को सज़ा ना मिले, अब से ये ही पर्पज है हमारा। 180 00:18:15,640 --> 00:18:19,080 आपका पर्पज जो भी हो, आपको आना जनता दरबार के द्वारा ही है। 181 00:18:19,560 --> 00:18:21,400 अगली बार, डायरेक्ट एक्सेस नहीं मिलेगा। 182 00:18:25,800 --> 00:18:26,800 आप पावर में हैं। 183 00:18:27,720 --> 00:18:29,160 और न्याय तो पावर से ही मिलता है। 184 00:18:30,800 --> 00:18:34,720 बस आपसे पर्सनली मिलके यही कहना चाहते थे कि क्रिमिनल, क्रिमिनल होता है। 185 00:18:35,560 --> 00:18:36,680 अपना या पराया नहीं। 186 00:18:42,520 --> 00:18:45,800 और रही बात हमारी, अगर अगली बार आपके पास आना पड़ा, 187 00:18:47,080 --> 00:18:49,320 तो आम जनता से ऊँचा ही होगा हमारा औदा। 188 00:19:21,160 --> 00:19:23,320 हमें लगता है एविडेंस एक बार वेरिफ़ाई कर लेना चाहिए। 189 00:19:31,560 --> 00:19:32,440 सॉरी। 190 00:20:10,520 --> 00:20:13,280 सारे एमएलए एक साथ एक ही रिज़ॉर्ट में हैं। 191 00:20:15,640 --> 00:20:17,320 अपोजिशन के साथ कोई नहीं जाएगा। 192 00:20:19,560 --> 00:20:23,200 तुम निश्चिंत होकर भयमुक्त प्रदेश पर ध्यान दे सकती हो। 193 00:20:26,960 --> 00:20:27,800 माधुरी। 194 00:20:30,080 --> 00:20:31,000 कहाँ खोई हो? 195 00:20:34,560 --> 00:20:35,560 देखो इतना मत सोचो। 196 00:20:37,880 --> 00:20:40,680 सोच गहरी हो तो ऐसे टेढ़े डिसीजन लेना कठिन हो जाता है। 197 00:20:47,640 --> 00:20:49,920 तुमने तो ऐसे बहुत डिसीजन लिए होंगे। 198 00:20:53,280 --> 00:20:54,080 हम समझते हैं। 199 00:20:54,240 --> 00:20:57,800 जिस तरह का काम तुम और हम करते हैं, उसमें ऐसे डिसीजन लेने पड़ते हैं। 200 00:21:02,440 --> 00:21:03,640 बता सकते हो हमें। 201 00:21:05,000 --> 00:21:06,320 छुपाने की ज़रूरत नहीं है। 202 00:21:08,680 --> 00:21:11,080 जो भी किया होगा तुमने वो तुम्हारा पास्ट था। 203 00:21:14,560 --> 00:21:17,400 तुम्हारे और हमारे बीच कुछ नहीं बदलेगा। 204 00:21:35,480 --> 00:21:37,440 माधुरी हम तुमसे कुछ छुपाना नहीं चाहते 205 00:21:40,320 --> 00:21:41,520 और अब छुपा भी नहीं सकते। 206 00:21:45,320 --> 00:21:47,680 बस आशा करते हैं कि तुम समझ पाओगी… 207 00:21:50,080 --> 00:21:51,480 हम जो किए वो क्यों किए। 208 00:22:05,800 --> 00:22:07,040 कालीन भैया ज़िंदा हैं। 209 00:22:11,080 --> 00:22:12,280 हमारे साथ हैं। 210 00:22:18,600 --> 00:22:21,960 तुम्हारा और उनका रिश्ता ऐसी जटिल परिस्थिति में खत्म हुआ… 211 00:22:24,000 --> 00:22:25,600 कि हम बिलकुल श्योर नहीं थे… 212 00:22:27,280 --> 00:22:29,000 तुम पर ट्रस्ट कर पाएँ या ना कर पाएँ। 213 00:22:32,720 --> 00:22:34,800 और जब तक तुम्हें समझ पाए, जान पाए 214 00:22:35,960 --> 00:22:37,160 तुम पर ट्रस्ट कर पाए, 215 00:22:39,200 --> 00:22:40,440 बहुत समय बीत गया था। 216 00:22:44,080 --> 00:22:46,560 उम्मीद करते हैं कि तुम इतना तो विश्वास करती हो… 217 00:22:47,960 --> 00:22:49,000 कि हम जो भी किए, 218 00:22:51,520 --> 00:22:53,600 तुम्हें चोट पहुँचाने का कभी नहीं सोच सकते। 219 00:22:56,640 --> 00:22:57,520 और? 220 00:23:00,200 --> 00:23:01,000 और… 221 00:23:03,680 --> 00:23:07,400 और बस वो सुरक्षित हैं और स्वस्थ हैं। 222 00:23:10,760 --> 00:23:12,720 और अब हमारी फैमिली का अहम हिस्सा हैं। 223 00:23:25,920 --> 00:23:28,040 हम पापा जी से मिलना चाहते हैं अकेले में। 224 00:23:31,120 --> 00:23:32,720 हमारी फैमिली पहले हैं वो। 225 00:23:34,280 --> 00:23:36,440 उन्हें हम पर ट्रस्ट करना चाहिए था। 226 00:23:42,160 --> 00:23:43,160 बहुत बदल चुके हैं। 227 00:23:47,520 --> 00:23:48,880 हम उन्हें दूसरा मौका दिए। 228 00:23:51,920 --> 00:23:53,280 तुमसे भी ये ही उम्मीद करते हैं। 229 00:24:00,720 --> 00:24:02,680 प्लीज़ उन्हें मिलने का प्रबंध करवाइए। 230 00:24:05,440 --> 00:24:07,240 और हमें थोड़ा समय अकेले चाहिए। 231 00:24:10,680 --> 00:24:12,360 तुम्हें थोड़ा सब्र रखना होगा। 232 00:24:21,600 --> 00:24:23,080 सो जाओ। 233 00:24:23,640 --> 00:24:24,680 सो जाओ। 234 00:24:25,120 --> 00:24:26,680 सो जाओ। सो जाओ। 235 00:24:28,400 --> 00:24:30,560 मम्मी जी, अंदर आ जाएँ? 236 00:24:31,200 --> 00:24:33,000 अरे आओ ना। आओ। 237 00:24:34,160 --> 00:24:36,040 आपसे कुछ ज़रूरी बात करनी थी। 238 00:24:37,800 --> 00:24:39,360 हम भी बात करना चाह रहे थे। 239 00:24:40,040 --> 00:24:42,440 एकदम अभी सोचे थे कि मैसेज भिजवाएँगे मिलने के लिए। 240 00:24:43,720 --> 00:24:44,560 बोलिए ना। 241 00:24:52,240 --> 00:24:54,600 तुम कितना बिज़ी रहती हो प्रदेश को संभालने में। 242 00:24:57,000 --> 00:25:01,280 काम में बिज़ी रहने से दूसरा सब कुछ भूलकर आगे बढ़ पाई हो। 243 00:25:02,120 --> 00:25:03,240 स्ट्रॉंग बन पाई हो। 244 00:25:09,600 --> 00:25:11,240 हम भी स्ट्रॉंग बनना चाहते हैं। 245 00:25:14,680 --> 00:25:16,400 अपने लिए, लल्ला के लिए। 246 00:25:21,080 --> 00:25:22,600 हम मिर्ज़ापुर चलाना चाहते हैं। 247 00:25:26,880 --> 00:25:28,520 लल्ला की विरासत तो वही है ना। 248 00:25:29,160 --> 00:25:30,400 और माँ का दिल है हमारा। 249 00:25:33,160 --> 00:25:34,640 बस तुम्हारा सपोर्ट चाहिए। 250 00:25:40,600 --> 00:25:42,240 और तो कोई वजह भी नहीं है अब। 251 00:25:46,400 --> 00:25:47,320 है ना, बेटा? 252 00:25:49,440 --> 00:25:51,480 हम आपको पापा जी के बारे में बताने ही-- 253 00:25:51,600 --> 00:25:53,800 अब तो कोई उम्मीद नहीं हैं कि वो ज़िंदा हैं। 254 00:25:58,040 --> 00:25:59,280 इतना समय हो गया। 255 00:26:01,720 --> 00:26:03,880 हम सोच रहे हैं हमको भी आगे बढ़ना चाहिए। 256 00:26:06,200 --> 00:26:07,680 हो सकता है कि वो ज़िंदा हों। 257 00:26:08,120 --> 00:26:09,680 कहाँ ज़िंदा होंगे। 258 00:26:13,080 --> 00:26:14,400 मुश्किल है उनका बचना। 259 00:26:16,240 --> 00:26:17,480 तीन गोली जो खाए थे। 260 00:26:21,160 --> 00:26:23,520 आपको कैसे पता कि उनको तीन गोली लगी? 261 00:26:30,440 --> 00:26:34,360 गुड्डू के बंदी थे, लेकिन कान हमेशा खुला रखते थे। 262 00:26:35,160 --> 00:26:36,960 गुड्डू गोलू को बात करते हुए सुने थे ना। 263 00:26:39,960 --> 00:26:41,720 एक रात नहीं सोए उसके बाद। 264 00:26:45,920 --> 00:26:46,760 छोड़ो। 265 00:26:49,040 --> 00:26:52,080 मिर्ज़ापुर चलाने में हमारा मदद करोगी ना? 266 00:26:55,600 --> 00:26:56,920 घर तो वही है हमारा। 267 00:26:59,800 --> 00:27:01,640 हमेशा यहाँ थोड़े ही रह सकते हैं। 268 00:27:03,640 --> 00:27:05,160 आप तैयारी कीजिए। 269 00:27:06,880 --> 00:27:10,640 आप और लल्ला वापस घर जाएँगे। 270 00:27:23,240 --> 00:27:24,800 आप ऐसी बातें कर रहे हैं। 271 00:27:26,680 --> 00:27:29,360 आपका पॉलिटिकल करियर तो खत्म हो गया है। 272 00:27:29,720 --> 00:27:31,320 अब हमारा भी करवाइएगा क्या? 273 00:27:35,880 --> 00:27:37,920 भले ही करियर हमारे पास ना हो… 274 00:27:40,480 --> 00:27:41,920 पर एम्बिशन अभी भी है। 275 00:27:49,800 --> 00:27:51,160 पुराने चावल हैं आप। 276 00:27:52,800 --> 00:27:54,240 यूज़ कीजिए हमारा एम्बिशन। 277 00:27:55,360 --> 00:27:58,920 गृह मंत्री जी कब तक आँख-मिचोली खेलते रहेंगे सीएम की कुर्सी के साथ? 278 00:28:10,040 --> 00:28:15,720 आपने ये वेषभूषा क्या बदल लिया, तो आप ज्ञानचंद हो गए हैं। 279 00:28:16,800 --> 00:28:17,680 ये बताइए। 280 00:28:18,600 --> 00:28:21,280 मेजोरिटी, पैसा, बाहुबल, 281 00:28:22,040 --> 00:28:23,400 ये सब तो माधुरी का है। 282 00:28:24,640 --> 00:28:25,760 हमारे पास क्या है? 283 00:28:26,800 --> 00:28:28,000 आपका एम्बिशन? 284 00:28:35,200 --> 00:28:36,040 चलिए… 285 00:28:37,120 --> 00:28:39,080 आपके कटाक्ष का भी मान रख लेते हैं। 286 00:28:43,960 --> 00:28:47,640 लेकिन ये मेजोरिटी, पैसा… 287 00:28:49,200 --> 00:28:51,000 ये सब हमारे कंट्रोल में आ सकता है… 288 00:28:53,000 --> 00:28:55,200 अगर बाहुबल हमारे साथ हो। 289 00:28:59,280 --> 00:29:01,120 तो सबसे पहले शुरुआत इसी से करते। 290 00:29:02,440 --> 00:29:05,640 अब ऐसा कौन सा बाहुबली बचा है जो आपके लिए काम करेगा? 291 00:29:07,120 --> 00:29:08,080 है एक। 292 00:29:09,600 --> 00:29:10,640 मिलवाते हैं आपसे। 293 00:29:11,160 --> 00:29:12,200 यहीं है बाहर। 294 00:29:14,080 --> 00:29:15,520 लेकिन उनको भी… 295 00:29:17,200 --> 00:29:18,640 बदले में आपसे कुछ चाहिए। 296 00:29:29,720 --> 00:29:30,640 ठीक है। 297 00:29:56,200 --> 00:29:58,480 आप ज़िंदा हो? 298 00:29:59,800 --> 00:30:00,720 जी। 299 00:30:02,760 --> 00:30:05,200 खैर… ये सब छोड़िए। 300 00:30:05,960 --> 00:30:09,400 ये बताइए, आप किस को अपोज कर रहे हैं? 301 00:30:09,920 --> 00:30:11,440 अपोज नहीं, मामा, प्रपोज। 302 00:30:11,920 --> 00:30:14,560 अरे पता है, चूतिये। प्रपोज़… 303 00:30:15,000 --> 00:30:18,000 यहाँ सबको पता चल गया हम क्या बोल रहे हैं। 304 00:30:18,680 --> 00:30:19,560 क्यों? 305 00:30:21,440 --> 00:30:24,760 बात ये है सोलंकी जी कि आप समझे हैं कि नहीं? 306 00:30:57,320 --> 00:30:58,960 हवा में ठंडक बढ़ गई है थोड़ी। 307 00:31:01,640 --> 00:31:04,120 दशहरे के बाद मौसम बदलना शुरू हो जाएगा। 308 00:31:11,520 --> 00:31:13,880 पूर्वांचल को लेके हम काफी कॉन्फिडेंट हैं, ताऊजी। 309 00:31:16,360 --> 00:31:18,640 जितने भी समीकरण बिठाए थे, सब काम कर गए हैं। 310 00:31:22,360 --> 00:31:25,240 बस इस सब में एक महत्वपूर्ण बात रह गई है अब तक। 311 00:31:27,680 --> 00:31:29,360 आप और हम। 312 00:31:33,800 --> 00:31:37,400 और हमारा रिश्ता इन सारे समीकरण और दांव-पेंच से ऊपर उठ चुका है। 313 00:31:40,320 --> 00:31:42,560 इसलिए हम ये नहीं चाहते हैं कि सबके अंत में 314 00:31:43,840 --> 00:31:45,720 हम दोनों ही एक-दूसरे के सामने खड़े हों। 315 00:31:56,520 --> 00:31:59,800 हम आपको कभी ये नहीं बताए कि आपकी जान क्यों बचाए उस दिन। 316 00:32:05,480 --> 00:32:10,280 जो दुश्मनी हमारे पापा शुरू किए बाऊजी पर अटैक करके, 317 00:32:11,960 --> 00:32:14,280 वो हम आपकी जान बचाके खत्म करना चाहते थे। 318 00:32:23,120 --> 00:32:26,240 और आप हमारे परिवार का हिस्सा बन जाएँगे ये हम सोचे नहीं थे। 319 00:32:28,240 --> 00:32:30,400 मिर्ज़ापुर की गद्दी आप ही की विरासत है। 320 00:32:35,760 --> 00:32:37,800 अब समय आ गया है कि आपकी विरासत… 321 00:32:39,760 --> 00:32:41,600 हम अपने वर्चस्व से आगे बढ़ाएँ। 322 00:32:47,600 --> 00:32:51,320 शरद हम वचन दे चुके हैं। 323 00:32:53,800 --> 00:32:55,600 तुम ही बैठोगे गद्दी पर। 324 00:32:57,520 --> 00:32:59,160 और हम स्वयं बिठाएँगे। 325 00:33:04,240 --> 00:33:05,400 बुलाओ बैठक। 326 00:33:14,840 --> 00:33:16,720 ताऊजी माधुरी जानती है आप यहाँ हैं। 327 00:33:22,040 --> 00:33:24,280 और बीना भाभी और लल्ला से भी मिल पाएँगे आप। 328 00:33:26,680 --> 00:33:29,120 माधुरी पर ट्रस्ट करने की गलती… 329 00:33:31,080 --> 00:33:32,960 एक बार कर चुके हैं हम। 330 00:33:37,240 --> 00:33:38,840 हम ट्रस्ट करते हैं माधुरी पर। 331 00:33:42,960 --> 00:33:45,120 एक बार अकेले में मिलना चाहती है आपसे। 332 00:33:47,240 --> 00:33:48,120 मिल लीजिए। 333 00:33:49,800 --> 00:33:50,680 हमारे लिए। 334 00:34:46,920 --> 00:34:48,600 शरद ने जो भी किया… 335 00:34:50,800 --> 00:34:51,960 वो पर्सनल था। 336 00:34:53,160 --> 00:34:55,640 तुम्हारे खिलाफ नहीं, हमारे खिलाफ। 337 00:34:58,560 --> 00:35:01,160 और हम सब भूल-भालकर आगे बढ़ चुके हैं। 338 00:35:04,120 --> 00:35:05,920 शरद को हमने वचन दिया है। 339 00:35:06,880 --> 00:35:08,360 उन्हें गद्दी पर बिठाएँगे। 340 00:35:11,640 --> 00:35:13,640 और हम अपना वचन पूरा करेंगे। 341 00:35:19,640 --> 00:35:22,200 आपने हमेशा वही किया ना जो आपको सही लगा। 342 00:35:26,080 --> 00:35:27,960 अपने बेटे की कभी नहीं सुनी। 343 00:35:31,880 --> 00:35:34,040 और हमें तो बेटी माना ही नहीं। 344 00:35:43,600 --> 00:35:46,680 अगर आपको अपनी फैमिली और गुड्डू पंडित चाहिए, 345 00:35:47,000 --> 00:35:48,480 जो हमारी हिरासत में है, 346 00:35:49,280 --> 00:35:51,480 तो वही करना पड़ेगा जो हम कहेंगे। 347 00:36:36,960 --> 00:36:38,040 अरे आइए, आइए। 348 00:36:39,160 --> 00:36:40,080 सलाम भाई। 349 00:36:40,840 --> 00:36:41,840 भाई, सलाम। 350 00:37:00,560 --> 00:37:02,600 एक बड़े तूफान से गुज़र कर, 351 00:37:03,600 --> 00:37:05,160 आप सब यहाँ मौजूद हैं। 352 00:37:06,640 --> 00:37:07,600 इसके लिए… 353 00:37:09,000 --> 00:37:10,880 पश्चिम आपका शुक्रगुज़ार है। 354 00:37:12,840 --> 00:37:14,120 आप सब तशरीफ़ रखिए। 355 00:37:16,400 --> 00:37:17,360 बैठिए। 356 00:37:25,280 --> 00:37:26,600 जैसा कि करार था, 357 00:37:28,560 --> 00:37:29,680 कि आज के पाक दिन, 358 00:37:30,200 --> 00:37:32,160 पूर्व के बाहुबली का ऐलान होगा। 359 00:37:36,040 --> 00:37:39,560 इससे पहले कि उस बाहुबली के नाम पर मौहर लगे, 360 00:37:40,840 --> 00:37:44,400 हम आप सबको एक आखिरी मौका दे रहे हैं। 361 00:37:46,160 --> 00:37:47,640 किसी को कोई ऐतराज़? 362 00:37:47,840 --> 00:37:49,480 हमें तो नहीं लगता। बाकी लोगों से पूछ लीजिए। 363 00:37:50,000 --> 00:37:51,640 सही कह रहे हैं, असलम भाई, जैसा आप कहें। 364 00:37:53,040 --> 00:37:53,920 नहीं, मुन्नवर जी, 365 00:37:55,600 --> 00:37:57,320 हमारे ख्याल से किसी को कोई ऐतराज़ नहीं है। 366 00:37:58,080 --> 00:37:59,960 और फिर हमें ऐतराज़ किस बात का? 367 00:38:00,120 --> 00:38:02,480 -हाँ, सही बात है। -सही बात है। 368 00:38:02,920 --> 00:38:03,800 तो ठीक है। 369 00:38:06,160 --> 00:38:11,800 हकीम साहब ने फैसला किया है कि वो गद्दी की रिवायत को बरकरार रखेंगे। 370 00:38:13,680 --> 00:38:14,800 लेकिन फिलहाल, 371 00:38:15,280 --> 00:38:20,480 पूर्वांचल को अपने पैरों पर खड़ा होने के लिए किसी सहारे की ज़रूरत है। 372 00:38:25,000 --> 00:38:27,640 जब तक हालात तसल्ली बक्श नहीं हो जाते, 373 00:38:29,200 --> 00:38:32,080 पूर्वांचल पश्चिम की हिफाज़त में रहेगा। 374 00:38:35,080 --> 00:38:36,480 हर फैसले पर 375 00:38:37,480 --> 00:38:40,000 पश्चिम की मौहर लगना ज़रूरी है। 376 00:38:40,400 --> 00:38:41,840 ये क्या नया है, मुन्नवर जी? 377 00:38:43,120 --> 00:38:44,440 ये नॉन-नेगोशिएबल है। 378 00:38:46,160 --> 00:38:47,200 शरद बाबू। 379 00:38:53,560 --> 00:38:54,480 मुन्नवर मियाँ, 380 00:38:57,160 --> 00:38:59,640 जिस क्षेत्र में आप मेहमान बनके आए थे। 381 00:39:01,160 --> 00:39:03,360 उसका मालिक बनने का सपना कब देख लिया? 382 00:39:06,840 --> 00:39:08,640 पूर्वांचल की जड़ें बहुत मजबूत हैं। 383 00:39:10,000 --> 00:39:11,600 किसी सहारे की ज़रूरत नहीं है। 384 00:39:13,440 --> 00:39:15,840 छत्रछाया में तो आप ही लोग रहे हैं हमेशा। 385 00:39:16,800 --> 00:39:17,680 भूल गए? 386 00:39:27,560 --> 00:39:28,560 प्रणाम, भैया जी। 387 00:39:30,800 --> 00:39:32,040 पिलपिला गया था साला। 388 00:39:32,160 --> 00:39:33,120 -हाँ? -अच्छा। अच्छा। 389 00:39:36,080 --> 00:39:36,960 प्रणाम, भैया जी। 390 00:39:37,520 --> 00:39:39,280 -भैया जी। -प्रणाम, भैया जी। 391 00:39:43,360 --> 00:39:44,200 प्रणाम, भैया जी। 392 00:39:48,360 --> 00:39:49,440 शरद शुक्ला। 393 00:39:51,960 --> 00:39:53,640 आप हमारी तौहीन कर रहे हैं! 394 00:39:53,880 --> 00:39:56,960 हम आपको इस गद्दी की तौहीन करने से रोक रहे हैं। 395 00:39:58,160 --> 00:40:00,280 सावधान रहना चाहिए हमें… 396 00:40:03,840 --> 00:40:06,360 कि किस पर भरोसा कर रहे हैं। 397 00:40:06,960 --> 00:40:07,840 सलाम। 398 00:40:08,920 --> 00:40:09,960 कभी-कभी, 399 00:40:11,000 --> 00:40:15,560 फरिश्ते के रूप में शैतान भी मिल जाते हैं। 400 00:40:23,280 --> 00:40:24,520 भूल तो नहीं गए हमें। 401 00:40:30,880 --> 00:40:35,320 अल्लाह का लाख-लाख शुक्र है कि कालीन भैया के रुतबे में कोई कमी नहीं आई। 402 00:40:37,680 --> 00:40:42,200 और सबसे बड़ी बात… कि दावेदारी का मुद्दा ही खत्म हुआ। 403 00:40:46,480 --> 00:40:49,800 कालीन भैया, गद्दी पर विराजमान हों 404 00:40:51,080 --> 00:40:54,480 और पूर्वांचल की कमान फिर से संभालें। 405 00:41:01,040 --> 00:41:02,000 ये गद्दी… 406 00:41:05,440 --> 00:41:06,760 ये परम्परा… 407 00:41:08,000 --> 00:41:09,160 ये सब कुछ… 408 00:41:10,160 --> 00:41:12,200 बाऊजी ने और हमने बनाई थी। 409 00:41:15,280 --> 00:41:17,800 अन्यथा आप सभी का कोई अस्तित्व नहीं होता। 410 00:41:20,920 --> 00:41:23,600 और बात जब दावेदारी की पहुँच चुकी है, 411 00:41:25,320 --> 00:41:28,120 तो इसे भी निभाया जाएगा। 412 00:41:29,040 --> 00:41:30,640 विराजिए। बैठिए। 413 00:41:30,920 --> 00:41:31,760 हाँ, बैठिए। 414 00:41:33,000 --> 00:41:33,960 बैठिए, बैठिए। 415 00:41:35,120 --> 00:41:36,040 विराजिए। 416 00:41:37,080 --> 00:41:41,120 इस गद्दी की गरीमा इस पर बैठने वाले से होती है। 417 00:41:45,000 --> 00:41:48,960 जो इसकी गरीमा को बरकरार रख सके, इसे बढ़ाए। 418 00:41:52,160 --> 00:41:53,760 जो कठोरता से निर्णय ले 419 00:41:55,040 --> 00:41:57,280 और संयमता से दंड दे। 420 00:42:02,320 --> 00:42:04,440 और हमारी दृष्टि में एक ही व्यक्ति है… 421 00:42:06,400 --> 00:42:07,520 हमारा प्रतिबिंब… 422 00:42:08,680 --> 00:42:09,920 शरद शुक्ला। 423 00:42:14,200 --> 00:42:15,080 शरद। 424 00:42:20,160 --> 00:42:21,120 अब से, 425 00:42:22,000 --> 00:42:23,840 ये हैं किंग ऑफ मिर्ज़ापुर। 426 00:42:34,400 --> 00:42:35,680 और हमें बेहद दुख है… 427 00:42:37,520 --> 00:42:39,920 ये आखिरी किंग ऑफ मिर्ज़ापुर होंगे। 428 00:42:50,600 --> 00:42:51,480 त्रिपाठी! 429 00:42:56,600 --> 00:42:58,320 -घेरो सभी को! -यस, सर! 430 00:42:58,440 --> 00:43:00,480 -यस, सर। -चलो जल्दी, चलो! 431 00:46:08,440 --> 00:46:10,320 घर जाके क्या करेंगे? 432 00:46:10,600 --> 00:46:12,320 कितना खिलौना छोड़के आए हैं? 433 00:46:13,280 --> 00:46:14,560 सब को खेलेंगे? 434 00:46:16,000 --> 00:46:17,480 राधिया को बोल रहे हैं? 435 00:46:21,880 --> 00:46:22,760 गाड़ी के पास रोक देना। 436 00:46:26,800 --> 00:46:27,760 कहाँ ले आए हैं? 437 00:46:29,360 --> 00:46:30,200 घबराइए मत। 438 00:46:30,400 --> 00:46:31,520 कोई आपसे मिलना चाहते हैं। 439 00:46:32,080 --> 00:46:33,040 मैडम के ही ऑर्डर हैं। 440 00:47:44,400 --> 00:47:45,280 आइए। 441 00:48:06,480 --> 00:48:07,280 गुड्डू। 442 00:48:07,680 --> 00:48:08,520 गुड्डू! 443 00:48:09,920 --> 00:48:10,760 मिश्रा! 444 00:48:11,080 --> 00:48:11,960 भीम सिंह! 445 00:48:12,360 --> 00:48:13,240 गुड्डू कहाँ है? 446 00:48:18,280 --> 00:48:20,920 अरे कोई तो भागा है! 447 00:52:24,640 --> 00:52:26,080 खान साहब, आपसे कोई मिलने आया है। 448 00:52:30,760 --> 00:52:35,120 "ताकत पहचानने के लिए, शायद टूटना होता है। 449 00:52:36,480 --> 00:52:40,480 हैसियत पहचानने के लिए, शायद रूठना होता है। 450 00:52:41,480 --> 00:52:45,560 अपनों को ढूँढने के लिए, शायद खुद को खोना होता है। 451 00:52:47,000 --> 00:52:49,360 सीख रहा हूँ पढ़ने का हुनर। 452 00:52:50,360 --> 00:52:54,560 शायद किताबों से ज़्यादा चेहरे पर लिखा होता है।" 453 00:53:04,520 --> 00:53:07,640 खान साहब, भाभी आपसे बात करना चाहती हैं।