1
00:00:22,713 --> 00:00:24,713
आरंभ में कहीं भी पाप नहीं था |
2
00:00:24,796 --> 00:00:26,630
यहाँ पर।
3
00:00:29,838 --> 00:00:33,921
और एक समय था जब दुनिया इतनी नई थी
4
00:00:34,046 --> 00:00:37,046
कि सूर्योदय भी नहीं हुआ था।
5
00:00:37,130 --> 00:00:41,421
पर फिर भी रोशनी का वास था।
6
00:01:02,963 --> 00:01:05,880
अरे, अभी तक बन पाई कि नहीं?
7
00:01:17,671 --> 00:01:21,213
तुम कैसे यकीन कर सकती हो
कि वह काग़ज़ की कश्ती तैर पाएगी?
8
00:01:22,671 --> 00:01:24,213
यह सिर्फ तैरेगी नहीं।
9
00:01:25,963 --> 00:01:29,005
यह लहरों पर सवारी करेगी।
10
00:01:48,671 --> 00:01:49,755
रुक जाओ!
11
00:01:50,338 --> 00:01:51,171
नहीं, रुको!
12
00:01:52,505 --> 00:01:54,046
रुको, तुम उसे फाड़ दोगे!
13
00:01:54,130 --> 00:01:56,088
रुक जाओ! ऐसा मत करो!
14
00:01:56,171 --> 00:01:58,505
-चलो।
-रुको, तुम उसे फाड़ रहे हो! रुको!
15
00:02:02,213 --> 00:02:04,005
कहा था ना कि यह नहीं तैरेगी।
16
00:02:07,713 --> 00:02:09,171
मुझे छोड़ो!
17
00:02:09,296 --> 00:02:11,546
फिर से संतुलन खो बैठीं, गैलाड्रिएल?
18
00:02:19,630 --> 00:02:21,838
तुमने अच्छा जहाज़ बनाया था, बहना।
19
00:02:21,921 --> 00:02:23,838
जैसे आपने सिखाया वैसे ही बनाया।
20
00:02:25,213 --> 00:02:29,796
तुम जानती हो कि जहाज़ क्यों तैरता है
और पत्थर क्यों नहीं?
21
00:02:31,046 --> 00:02:35,421
क्योंकि पत्थर केवल नीचे की ओर ही देखता है।
22
00:02:36,588 --> 00:02:40,255
समंदर का अंधेरा विशाल और लुभावना होता है।
23
00:02:41,713 --> 00:02:43,755
जहाज़ भी वह अंधेरा महसूस करता है,
24
00:02:43,838 --> 00:02:47,671
जो पल-पल उस पर काबू करके
उसे नीचे की ओर खींचने की कोशिश करता है।
25
00:02:49,463 --> 00:02:51,755
लेकिन जहाज़ का एक रहस्य होता है।
26
00:02:53,380 --> 00:02:57,296
क्योंकि पत्थर की तरह, उसकी नजर
नीचे नहीं ऊपर की ओर होती है।
27
00:02:58,671 --> 00:03:00,880
उस रोशनी पर टिकी जो रास्ता दिखाती है,
28
00:03:01,755 --> 00:03:04,838
जो ऐसे राज़ बताती है
जिन्हें अंधेरा कभी जान न पाया।
29
00:03:06,963 --> 00:03:10,505
पर कभी-कभी रोशनी
जितनी तेज़ आसमान में चमकती है
30
00:03:10,588 --> 00:03:13,255
उतनी ही तेज़ पानी में भी चमकती है।
31
00:03:13,338 --> 00:03:16,546
यह जानना मुश्किल होता है
कि नीचे कहाँ है और ऊपर कहाँ।
32
00:03:18,338 --> 00:03:20,880
कैसे पता चलेगा कि किस रोशनी के पीछे चलूँ?
33
00:03:33,380 --> 00:03:34,880
लेकिन यह तो बहुत सरल है।
34
00:03:34,963 --> 00:03:37,171
सबसे महत्वपूर्ण सच अक्सर सरल होते हैं।
35
00:03:38,046 --> 00:03:40,463
पर तुम्हें उन्हें खुद पहचानना सीखना होगा।
36
00:03:40,546 --> 00:03:43,380
मैं हमेशा तुम्हें बताने के लिए
नहीं रहूँगा।
37
00:03:43,463 --> 00:03:44,880
आप नहीं रहेंगे?
38
00:03:46,255 --> 00:03:48,755
आओ। माँ और पिताजी राह देख रहे हैं।
39
00:03:59,338 --> 00:04:01,463
हमने मौत का कोई रूप नहीं देखा था।
40
00:04:02,588 --> 00:04:05,546
लगा था ये अंतहीन जीवन खुशियों से भरा होगा।
41
00:04:20,838 --> 00:04:23,838
हमें लगा कि हमारी रोशनी
कभी मद्दिम नहीं होगी।
42
00:04:28,671 --> 00:04:31,796
तो जब हमारे महाशत्रु, मॉरगौथ ने
43
00:04:31,880 --> 00:04:34,921
हमारे ही घरौंदे की रोशनी तबाह कर दी...
44
00:04:37,963 --> 00:04:39,796
हमने उसका विरोध किया।
45
00:04:43,588 --> 00:04:47,255
और एल्व्स की सेना युद्ध लड़ने के लिए गई।
46
00:04:51,921 --> 00:04:52,921
वालिनोर
47
00:04:53,005 --> 00:04:58,713
हमने अपने राज्य, वालिनोर को छोड़कर
बहुत दूर एक महाद्वीप की यात्रा तय की।
48
00:04:58,796 --> 00:04:59,838
द संडरिंग सीज़
49
00:04:59,921 --> 00:05:05,255
ऐसा सागर जो अनगिनत और अनजाने
खतरों और विचित्र जीवों से भरा हुआ था।
50
00:05:05,880 --> 00:05:09,380
उस भूमि का नाम था मध्य धरती।
51
00:05:44,088 --> 00:05:46,505
उन्होंने कहा कि युद्ध जल्द खत्म हो जाएगा,
52
00:05:48,046 --> 00:05:52,463
पर युद्ध ने मध्य धरती का नाश कर दिया।
53
00:05:55,671 --> 00:05:59,255
और वह युद्ध सदियों तक चला।
54
00:06:20,088 --> 00:06:23,671
अब हमने मौत के कई वीभत्स रूप देख लिये थे।
55
00:06:28,921 --> 00:06:31,880
मॉरगौथ को पराजित कर दिया गया।
56
00:06:32,880 --> 00:06:35,630
लेकिन बहुतों की दुनिया उजाड़कर।
57
00:06:38,130 --> 00:06:42,838
क्योंकि उसके ऑर्क्स मध्य धरती के
कोने कोने में फैल चुके थे।
58
00:06:44,130 --> 00:06:46,588
उनकी तादाद दिन पर दिन बढ़ रही थी।
59
00:06:46,671 --> 00:06:50,171
जिनकी कमान संभाली थी
मॉरगौथ के सबसे समर्पित सेवक,
60
00:06:50,255 --> 00:06:54,088
एक क्रूर और मायावी जादूगर ने।
61
00:06:54,171 --> 00:06:57,005
वे उसे सौरॉन बुलाते थे।
62
00:06:58,713 --> 00:07:02,296
मेरे भाई ने प्रतिज्ञा ली थी
कि उसे ढूँढ़कर उसका विनाश करेंगे।
63
00:07:05,005 --> 00:07:07,213
पर सौरॉन पहले उन तक पहुँच गया
64
00:07:09,296 --> 00:07:11,630
और उनके शरीर पर एक निशान दाग़ दिया।
65
00:07:14,421 --> 00:07:17,880
ऐसा निशान जिसका अर्थ
हमारे विद्वान भी न बूझ सके।
66
00:07:22,380 --> 00:07:25,213
और वहाँ, उस अंधकार में,
67
00:07:25,880 --> 00:07:29,046
उनकी प्रतिज्ञा मेरी प्रतिज्ञा बन गई।
68
00:07:31,088 --> 00:07:33,630
और इसलिए, हमने खोज शुरू की।
69
00:07:35,880 --> 00:07:38,755
हमने पृथ्वी के चप्पे-चप्पे तक
सौरॉन की खोज की।
70
00:07:41,296 --> 00:07:43,838
पर उसका नामोनिशान कहीं नहीं मिला।
71
00:07:46,421 --> 00:07:48,213
साल बीतते गए।
72
00:07:48,963 --> 00:07:51,171
सदियाँ बीतती गईं।
73
00:07:51,713 --> 00:07:55,380
और कई एल्व्स के लिए,
उन दिनों का दर्द और दुख
74
00:07:55,463 --> 00:07:58,463
दिमाग़ और ज़हन से निकल गया।
75
00:07:59,505 --> 00:08:02,005
हमारी जाति के ज़्यादातर लोग
76
00:08:02,088 --> 00:08:05,130
यह मानने लगे कि सौरॉन
एक बीती याद बन कर रह गया है।
77
00:08:05,213 --> 00:08:06,671
फ़ोरोडवैथ
सुदूर उत्तरी ऊसर भूमि
78
00:08:06,755 --> 00:08:10,755
उनके लिए वो खतरा खत्म हो गया था।
79
00:08:14,005 --> 00:08:16,338
काश मेरे दिल को भी ये यकीन हो पाता।
80
00:09:13,338 --> 00:09:14,838
कमांडर गैलाड्रिएल।
81
00:09:16,921 --> 00:09:20,005
यह दल आपके पीछे-पीछे
दुनिया के छोर तक आ गया है।
82
00:09:20,088 --> 00:09:22,880
पर इस अंतिम गढ़ तक आने की
हिम्मत करने वाले के हाथ
83
00:09:22,963 --> 00:09:24,380
आज तक कुछ नहीं लग पाया।
84
00:09:25,921 --> 00:09:28,921
कई वर्षों से कोई ऑर्क नहीं देखा गया है।
85
00:09:29,755 --> 00:09:34,255
क्या यह संभव नहीं कि दूसरे कमांडर सही थे
और हमारा शत्रु मिट चुका है?
86
00:09:34,338 --> 00:09:35,546
रात होने वाली है।
87
00:09:36,296 --> 00:09:40,296
जहाँ सूरज की रोशनी भी नहीं आती
वहाँ भला हाड़-मांस के लोग कैसे रहेंगे?
88
00:09:44,921 --> 00:09:47,255
यहाँ शिविर लगाने में ही समझदारी है।
89
00:09:48,046 --> 00:09:50,255
और कल ही हमें, घर की ओर निकलना चाहिए।
90
00:09:54,755 --> 00:09:56,171
अँधेरा हो रहा है।
91
00:10:11,005 --> 00:10:12,296
कमांडर, रुकिए!
92
00:10:12,380 --> 00:10:14,880
नहीं। हमें आगे बढ़ते रहना होगा।
93
00:10:14,963 --> 00:10:16,421
गैलाड्रिएल, रुको!
94
00:10:39,005 --> 00:10:42,421
यहाँ पर कुछ नहीं है।
हमें अब तक वहाँ पहुँच जाना चाहिए था।
95
00:10:50,671 --> 00:10:51,880
हम पहुँच गए हैं।
96
00:11:13,338 --> 00:11:14,755
यही वह जगह है।
97
00:11:14,838 --> 00:11:18,046
यहीं पर ऑर्क्स मॉरगौथ की पराजय के बाद
एकत्रित हुए थे।
98
00:11:19,130 --> 00:11:22,046
हमारी कल्पना से कहीं अधिक भाग निकले होंगे।
99
00:11:23,005 --> 00:11:25,421
मेरा हाथ सुन्न हो गया है।
100
00:11:27,463 --> 00:11:28,546
नहीं।
101
00:11:30,088 --> 00:11:33,505
यह जगह इतनी शैतानी है
कि हमारी मशाल भी गर्मी नहीं दे रही है।
102
00:11:34,255 --> 00:11:35,421
इस तरफ चलो।
103
00:11:36,005 --> 00:11:37,505
आपको इतना यकीन कैसे है?
104
00:11:38,046 --> 00:11:39,671
यह जगह बाकियों से ठंडी है।
105
00:12:09,296 --> 00:12:10,880
यहाँ एक द्वार लगाया गया है।
106
00:12:12,088 --> 00:12:13,088
तोड़ दो इसे।
107
00:12:48,838 --> 00:12:50,630
ये कैसी हैवानियत है?
108
00:12:53,380 --> 00:12:56,921
ये ऑर्क्स अगोचर लोक की
शक्तियों से उलझ रहे थे।
109
00:12:57,671 --> 00:12:59,588
प्राचीन काल का कोई काला जादू।
110
00:13:03,838 --> 00:13:05,463
पर उनका उद्देश्य क्या होगा?
111
00:13:06,421 --> 00:13:09,255
निश्चित रूप से,
अब वह समय के साथ-साथ खो गया है।
112
00:13:09,338 --> 00:13:11,505
यहाँ जो भी हुआ था, बहुत पहले हुआ था।
113
00:13:19,130 --> 00:13:20,213
जल।
114
00:13:30,296 --> 00:13:32,296
पत्थर भी उसका निशान छुपा नहीं सकता
115
00:13:32,380 --> 00:13:34,963
जिसका हाथ एक न बुझने वाली ज्वाला है।
116
00:13:42,713 --> 00:13:44,380
वह यहाँ था।
117
00:13:45,921 --> 00:13:47,880
सौरॉन यहाँ था।
118
00:13:47,963 --> 00:13:50,296
सबसे कह दो कि अच्छे से आराम कर लें।
119
00:13:50,380 --> 00:13:53,588
सूर्य की पहली किरण के साथ
हम उत्तर की ओर खोज बढ़ाएँगे।
120
00:13:53,671 --> 00:13:54,755
"आगे उत्तर की ओर"?
121
00:13:54,838 --> 00:13:57,755
यह निशान ऑर्क्स को
मार्ग दिखाने के लिए छोड़ा गया था।
122
00:13:57,838 --> 00:14:00,338
आखिरी बार मैंने यह अपने भाई पर देखा था।
123
00:14:00,921 --> 00:14:02,046
इसका पीछा करना होगा।
124
00:14:02,546 --> 00:14:04,588
यह निशान सदियों पुराना है।
125
00:14:04,671 --> 00:14:06,505
इसे बनाने वाला कब का मर गया होगा।
126
00:14:06,588 --> 00:14:08,463
या ताक में हो, वो काली शक्ति,
127
00:14:08,546 --> 00:14:10,880
जो उसे यहाँ लायी उसे साध रहा हो।
128
00:14:10,963 --> 00:14:12,963
हमें महीनों पहले आदेश मिले थे।
129
00:14:13,046 --> 00:14:17,088
निश्चय ही हमें देश लौटकर
महाराज से सलाह लेनी चाहिए।
130
00:14:17,588 --> 00:14:20,671
मैं वादा करती हूँ
कि हमारे दल में कोई ऐसा नहीं होगा
131
00:14:21,796 --> 00:14:23,713
जिसे मुझसे ज़्यादा घर की याद आती हो।
132
00:14:25,796 --> 00:14:28,796
मैं दिव्य वृक्षों की रौशनी
अब भी महसूस करती हूँ।
133
00:14:30,796 --> 00:14:32,213
वो नज़ारा अब भी दिखता है।
134
00:14:34,213 --> 00:14:36,380
और जब तक हम यह सुनिश्चित न कर लें
135
00:14:36,880 --> 00:14:40,463
कि हमारे शत्रु का हर निशान मिट चुका है...
136
00:14:42,963 --> 00:14:44,463
मैं वापस नहीं जा सकती।
137
00:15:17,588 --> 00:15:19,546
हिम-त्रासक!
138
00:16:35,838 --> 00:16:37,380
हमें यहाँ नहीं आना चाहिए था।
139
00:16:37,463 --> 00:16:38,838
हम जल्द ही निकलेंगे।
140
00:16:40,421 --> 00:16:41,880
आदेश दे दिया गया है।
141
00:16:41,963 --> 00:16:43,463
हम पौ फटते ही आगे बढ़ेंगे।
142
00:16:50,755 --> 00:16:52,505
तो फिर आपको अकेले ही जाना होगा।
143
00:17:27,963 --> 00:17:33,963
द लॉर्ड ऑफ़ द रिंग्स : द रिंग्स ऑफ़ पावर
144
00:17:40,796 --> 00:17:45,088
रोवैनियन
वनप्रांतर - एंड्युइन के पूर्व में
145
00:17:55,671 --> 00:17:57,880
कुछ गड़बड़ है।
कोई शिकार ही नहीं है।
146
00:17:57,963 --> 00:17:59,796
हर झाड़ी में भेड़िए हैं।
147
00:18:00,171 --> 00:18:02,546
तुम्हें नहीं लगता कि यह अजीब है?
148
00:18:02,630 --> 00:18:04,380
दुनिया अजीब है।
149
00:18:04,713 --> 00:18:06,421
अगर इन चीजों से बहकने लगा,
150
00:18:06,505 --> 00:18:08,796
तो बस भटकता ही रह जाऊँगा।
151
00:18:09,338 --> 00:18:10,171
उई!
152
00:18:13,255 --> 00:18:14,838
चलते रहो।
153
00:18:14,921 --> 00:18:16,005
क्यों?
154
00:18:17,755 --> 00:18:20,338
बिज्जू लग रहा था। या शायद लोमड़ी होगी।
155
00:18:20,421 --> 00:18:21,755
शायद कोई हार्फ़ुट था।
156
00:18:21,838 --> 00:18:23,088
हार्फ़ुट?
157
00:18:23,171 --> 00:18:25,005
वो ना ही मिलें तो बेहतर होगा,
158
00:18:25,088 --> 00:18:28,130
लेकिन अगर आ जाएँ, तो सावधान रहना।
159
00:18:28,213 --> 00:18:30,546
वे बड़े ख़तरनाक जीव होते हैं।
160
00:18:31,963 --> 00:18:32,963
तुम झूठ बोल रहे हो।
161
00:18:35,255 --> 00:18:37,380
चलो। कदम जल्दी बढ़ाओ!
162
00:18:38,088 --> 00:18:41,255
सूरज ढलने से पहले झील पहुँच जाते हैं।
163
00:19:09,546 --> 00:19:11,213
रास्ता बिल्कुल साफ़ है।
164
00:19:25,796 --> 00:19:26,796
नोरी।
165
00:19:28,296 --> 00:19:29,380
नोरी।
166
00:19:30,505 --> 00:19:31,671
नोरी।
167
00:19:37,171 --> 00:19:38,338
नोरी।
168
00:19:57,796 --> 00:20:00,421
यात्री? इस मौसम में?
169
00:20:00,505 --> 00:20:03,380
यह एक अपशकुन है, मैं बता रही हूँ।
एक बुरा अपशकुन।
170
00:20:03,463 --> 00:20:05,463
-इनका आना अशुभ ही है।
-शांत, मालवा।
171
00:20:05,546 --> 00:20:08,796
पिछली बार जब इतनी जल्दी यात्री आए थे,
तो भयंकर पाला पड़ा था।
172
00:20:08,880 --> 00:20:12,255
और सभी को याद होगा
कि उस मौसम हमने क्या क्या नहीं झेला।
173
00:20:12,338 --> 00:20:15,838
शायद वह रास्ता भटक गए होंगे।
बस यही कारण होगा।
174
00:20:15,921 --> 00:20:17,255
तुम खाना बर्बाद कर दोगी।
175
00:20:17,338 --> 00:20:19,213
मैंने ऊपर-नीचे हर जगह ढूँढ़ लिया।
176
00:20:19,296 --> 00:20:20,963
बच्चे अब भी वहाँ हैं।
177
00:20:21,046 --> 00:20:23,588
उन्हें कुछ नहीं होगा, गोल्डी।
178
00:20:23,671 --> 00:20:26,380
नोरी उनके साथ है। तुम नोरी को तो जानती हो।
179
00:20:26,463 --> 00:20:28,296
हाँ। अच्छे से जानती हूँ।
180
00:20:30,713 --> 00:20:32,296
क्या अब हम लौट सकते हैं?
181
00:20:32,380 --> 00:20:34,880
यहाँ सैकड़ों जीव हैं
जो हमें मार सकते हैं।
182
00:20:34,963 --> 00:20:38,255
तुम चिंता में मर गईं तो एक और।
183
00:20:38,338 --> 00:20:40,838
हमें इतनी दूर नहीं आना चाहिए था।
184
00:20:40,921 --> 00:20:43,546
अगर हम वह सब न करते
जो हमें नहीं करना चाहिए,
185
00:20:43,630 --> 00:20:45,255
तो कुछ भी न कर पाते।
186
00:20:45,380 --> 00:20:46,213
पहले मैं!
187
00:20:48,546 --> 00:20:50,755
चलो, आ जाओ। गड्ढे से बचना।
188
00:20:51,880 --> 00:20:53,380
अपना हाथ संभालो।
189
00:20:55,296 --> 00:20:56,130
इस तरफ!
190
00:20:56,630 --> 00:20:57,755
नोरी!
191
00:20:58,630 --> 00:20:59,921
-मैंने पकड़ा है।
-रुको।
192
00:21:00,338 --> 00:21:01,171
यह...
193
00:21:01,630 --> 00:21:02,713
नोरी!
194
00:21:07,921 --> 00:21:09,005
बहुत खूब।
195
00:21:11,880 --> 00:21:13,130
चलो।
196
00:21:13,213 --> 00:21:14,963
अब वापस जा सकते हैं?
197
00:21:15,046 --> 00:21:17,755
-पर तुमने अभी तक वह देखा ही नहीं।
-क्या नहीं देखा?
198
00:21:17,838 --> 00:21:20,755
यह एक पहाड़ी-त्रासक के
छिपने के लिए बढ़िया जगह है।
199
00:21:21,921 --> 00:21:23,546
कितना भव्य नज़ारा है।
200
00:21:34,088 --> 00:21:35,255
नोरी!
201
00:21:55,005 --> 00:21:56,171
नोरी!
202
00:21:57,380 --> 00:21:58,546
मुझे कुछ मिला।
203
00:22:00,005 --> 00:22:01,713
कीचड़ में कुछ है।
204
00:22:02,588 --> 00:22:03,755
यह क्या है?
205
00:22:05,838 --> 00:22:07,255
पैर का निशान लग रहा है।
206
00:22:09,505 --> 00:22:10,546
कुत्ते का है।
207
00:22:11,255 --> 00:22:14,171
कुत्ते का ही होगा।
कुत्तों को जामुन पसंद होते हैं।
208
00:22:20,921 --> 00:22:23,005
क्या वह हमारे सारे जामुन खा जाएगा?
209
00:22:23,088 --> 00:22:25,171
अगर हमें नहीं देखेगा तो नहीं खाएगा।
210
00:22:25,921 --> 00:22:29,255
सब सुनो। जोड़ी बनाओ और हाथ पकड़ो।
जाने का वक़्त हो गया।
211
00:22:29,338 --> 00:22:31,796
-इतनी जल्दी क्या है?
-भेड़िया।
212
00:22:34,130 --> 00:22:35,880
बहन की बात सुनो। हम जाएँगे।
213
00:22:35,963 --> 00:22:37,796
चलो, आओ। जल्दी चलो।
214
00:22:37,880 --> 00:22:40,755
जो पहले पहुँचेगा
उसे फसल पर्व का पहला पुआ मिलेगा।
215
00:22:40,838 --> 00:22:43,046
चलो।
216
00:22:43,130 --> 00:22:47,338
याद रहे, किसी ने पूछा तो कहना
कि हम मिट्टी खोदकर घोंघे निकाल रहे थे।
217
00:22:57,130 --> 00:23:01,088
"सुदूर पश्चिम राज्य... अमर भूमि...
218
00:23:01,171 --> 00:23:02,921
"आख़िरकार, वे जा रहे हैं...
219
00:23:03,880 --> 00:23:05,088
"घर।
220
00:23:07,630 --> 00:23:11,463
"सदियों तक, उन्होंने हर चट्टान
और खाई को पार करते हुए,
221
00:23:11,546 --> 00:23:14,171
"हमारे शत्रु के
अंतिम अवशेषों का विनाश किया।
222
00:23:14,755 --> 00:23:17,421
"जैसे वसंत की बारिश सड़े शवों की हड्डियाँ
223
00:23:18,380 --> 00:23:19,463
"तक बहा ले जाती है।"
224
00:23:21,588 --> 00:23:24,921
"एक मरे हुए जानवर की हड्डियों पर..."
225
00:23:26,713 --> 00:23:28,046
हेरल्ड एलरॉन्ड।
226
00:23:30,505 --> 00:23:31,671
आख़िरकार मिल ही गए।
227
00:23:32,838 --> 00:23:35,671
हाँ। मानो मैं एकांत चाहता था।
228
00:23:35,963 --> 00:23:37,255
क्या ख़बर लाई हो?
229
00:23:37,338 --> 00:23:39,088
परिषद को यह सूचित करते खेद है
230
00:23:39,171 --> 00:23:41,755
कि आप अगले सत्र में शामिल नहीं हो सकते।
231
00:23:44,005 --> 00:23:45,380
बस एल्फ सामंत आ सकते हैं।
232
00:23:48,380 --> 00:23:49,796
कोई और बात है?
233
00:23:49,880 --> 00:23:52,005
हाँ। आपकी दोस्त लौट आई हैं।
234
00:23:52,921 --> 00:23:55,338
वह यहाँ है? तुमने बताया क्यों नहीं?
235
00:24:02,255 --> 00:24:03,463
समारोह के लिए।
236
00:24:05,505 --> 00:24:11,505
लिंडन
एल्व्स राजपद की राजधानी
237
00:24:21,505 --> 00:24:22,671
गैलाड्रिएल।
238
00:24:24,671 --> 00:24:25,630
एलरॉन्ड।
239
00:24:27,046 --> 00:24:29,046
लिंडन विनम्रता से स्वागत करता है।
240
00:24:29,130 --> 00:24:30,796
मैं आभार प्रकट करती हूँ।
241
00:24:36,296 --> 00:24:40,213
मैंने सुना है कि जब आप उस पार जाते हैं,
तो आपको एक गीत सुनाई देता है।
242
00:24:40,296 --> 00:24:42,421
जिसकी याद हम सबके मन में बसी है।
243
00:24:43,630 --> 00:24:45,088
हम रोशनी में नहा जाते हैं,
244
00:24:45,171 --> 00:24:48,880
जो मध्य-धरती के हर एहसास से
ज़्यादा अभिभूत करने वाला होता है।
245
00:24:48,963 --> 00:24:53,213
जब मैं बच्ची थी,
तो मुझे बस वही एहसास पता था।
246
00:24:53,296 --> 00:24:55,005
और अब तुम्हें देखो।
247
00:24:55,088 --> 00:24:58,088
उत्तरी सेनाओं की कमांडर हो।
बंजर भूमि की योद्धा।
248
00:24:58,755 --> 00:25:03,046
मुझे तो थोड़ी-बहुत उम्मीद थी कि तुम
मिट्टी और कीचड़ में सनी हुई लौटोगी।
249
00:25:03,130 --> 00:25:06,171
अबके शीतदंश और त्रासक के ख़ून में
सनी हुई लौटी हूँ।
250
00:25:07,171 --> 00:25:08,255
और बिना सेना के।
251
00:25:09,380 --> 00:25:10,796
मुझे सब कुछ बताओ।
252
00:25:11,463 --> 00:25:14,796
इस निशान का होना ही साबित करता है
कि सौरॉन बच निकला था।
253
00:25:14,880 --> 00:25:16,130
वह अब भी ज़िंदा है।
254
00:25:16,546 --> 00:25:18,171
प्रश्न यह है, कि कहाँ?
255
00:25:19,255 --> 00:25:22,130
मैं राजा से नए दल की माँग करूँगी।
256
00:25:22,213 --> 00:25:25,213
-अगर वे इतने सैनिक भेज सकते...
-तुम अभी तो आई हो।
257
00:25:25,296 --> 00:25:27,505
इतनी जल्दी जाने की बात भी करने लगीं?
258
00:25:27,588 --> 00:25:29,421
तुम इसकी वजह अच्छी तरह जानते हो।
259
00:25:30,255 --> 00:25:33,671
आधिकारिक मामलों पर चर्चा करने के लिए
बाद में खूब समय होगा।
260
00:25:34,713 --> 00:25:36,296
तुम्हारे बारे में सुनना है।
261
00:25:37,713 --> 00:25:39,296
तुम्हारे सफ़र के बारे में।
262
00:25:40,005 --> 00:25:41,088
वाह, एलरॉन्ड।
263
00:25:41,171 --> 00:25:43,296
तुम तो वाकई राजनेता बन गए हो।
264
00:25:43,380 --> 00:25:45,130
तो इसमें भला बुराई क्या है?
265
00:25:45,213 --> 00:25:48,546
मैं कोई दरबारी नहीं हूँ
जिसे ख़ुशामद से फुसलाया जा सके।
266
00:25:49,880 --> 00:25:52,296
मुझे महाराज से सीधे बात करनी है।
267
00:25:54,713 --> 00:25:56,421
तुमने यह बात स्पष्ट कर दी है।
268
00:25:57,755 --> 00:25:59,713
तो मैं भी स्पष्ट होकर बोलूँगा।
269
00:26:02,755 --> 00:26:05,588
वहाँ तुम्हारे दल ने
तुम्हारी अवज्ञा नहीं की,
270
00:26:06,088 --> 00:26:08,421
बल्कि तुमने महाराज की अवज्ञा की थी,
271
00:26:09,296 --> 00:26:12,046
तुम पर लगी पाबंदी को मानने से इनकार करके।
272
00:26:13,755 --> 00:26:15,338
दरियादिली दिखाते हुए,
273
00:26:15,421 --> 00:26:18,130
वह तुम्हारी उपलब्धियों को
सम्मानित कर रहे हैं...
274
00:26:18,963 --> 00:26:21,296
तुम्हारी गुस्ताख़ी को नज़रअंदाज़ करके।
275
00:26:23,755 --> 00:26:25,421
उनका सब्र मत परखो,
276
00:26:25,505 --> 00:26:28,921
वर्ना शायद उनके कठोर फैसले
तुम्हारी उम्मीद तोड़ दें।
277
00:26:35,421 --> 00:26:38,463
तुम उनके साथ मेरी मुलाकात कराओगे या नहीं?
278
00:26:40,588 --> 00:26:43,546
अगर समारोह के बाद भी
तुम्हारी यही इच्छा हुई,
279
00:26:43,630 --> 00:26:45,046
तो अवश्य पूरी करूँगा।
280
00:26:57,338 --> 00:26:58,838
वह लौट आई।
281
00:26:58,921 --> 00:27:01,505
-क्या हाल है?
-बिल्कुल सलामत हूँ, पिताजी।
282
00:27:01,588 --> 00:27:03,046
और ज़रा इसे देखो!
283
00:27:03,130 --> 00:27:06,130
तुम्हें यह सब नदी के किनारे मिला, हाँ?
284
00:27:06,963 --> 00:27:08,921
तुमने यात्रियों के बारे में सुना?
285
00:27:09,005 --> 00:27:11,421
-यात्री?
-शिकारी।
286
00:27:12,005 --> 00:27:13,338
वे दो थे।
287
00:27:13,421 --> 00:27:15,505
चट्टान जैसे विशाल।
288
00:27:15,588 --> 00:27:17,046
वहाँ उस टीले के ऊपर।
289
00:27:17,130 --> 00:27:18,630
मेरी नजरों से बच कैसे गए।
290
00:27:18,713 --> 00:27:22,380
अगर तुम घर के आसपास ही रहोगी तो,
फिर कुछ देखने से नहीं चूकोगी।
291
00:27:31,213 --> 00:27:33,421
तुम फिर से उस पुराने खेत में गई थी।
292
00:27:34,130 --> 00:27:35,296
है न?
293
00:27:36,421 --> 00:27:37,421
मैं सावधान थी।
294
00:27:37,505 --> 00:27:39,421
लेकिन बच्चे नहीं होंगे।
295
00:27:39,505 --> 00:27:41,088
माफ़ कीजिए, मुझे पता नहीं था।
296
00:27:41,171 --> 00:27:43,755
फ़सल काटने से पहले
यहाँ कभी शिकारी नहीं आते।
297
00:27:44,421 --> 00:27:45,630
या भेड़िये।
298
00:27:48,505 --> 00:27:51,046
दक्षिण में कोई हंगामा न हुआ हो।
299
00:27:51,130 --> 00:27:54,213
और तुम्हें उससे क्या लेना-देना,
एलेनॉर ब्रैंडीफ़ुट?
300
00:27:58,671 --> 00:28:00,380
आपने कभी सोचा नहीं कि...
301
00:28:01,421 --> 00:28:02,921
बाहर और क्या हो सकता है?
302
00:28:03,546 --> 00:28:04,880
नदी कहाँ तक बहती है
303
00:28:04,963 --> 00:28:08,588
या गौरैया वे नए गाने कहाँ से सीखती हैं
जो बसंत में गाती हैं?
304
00:28:09,171 --> 00:28:13,338
मैं ख़ुद को यह रोकने से सोच नहीं पाती
कि दुनिया में कितने अजूबे हैं।
305
00:28:13,880 --> 00:28:15,505
हमारी पहुँच से परे।
306
00:28:16,463 --> 00:28:18,005
मैंने तुमसे कहा है।
307
00:28:18,755 --> 00:28:20,588
कई बार।
308
00:28:22,505 --> 00:28:24,921
एल्फ़ जंगलों की रक्षा करते हैं।
309
00:28:25,005 --> 00:28:28,255
बौने, अपनी खदानों की।
मनुष्य, अपने अनाज के खेतों की।
310
00:28:29,171 --> 00:28:32,838
पेड़ों को भी अपनी जड़ों के नीचे की
मिट्टी की फ़िक्र रहती है।
311
00:28:33,463 --> 00:28:37,296
लेकिन हम हार्फ़ुट इस विशाल दुनिया की
सभी चिंताओं से मुक्त हैं।
312
00:28:37,380 --> 00:28:41,130
हम एक लंबे सागर में मात्र लहरें हैं।
313
00:28:41,546 --> 00:28:43,963
हमारा रास्ता बदलते मौसम से तय होता है।
314
00:28:44,838 --> 00:28:47,713
जो कारवां से जुड़ा रहे,
वो कभी अकेला ना पड़े।
315
00:28:49,713 --> 00:28:52,421
हमारे पास एक-दूसरे का साथ है।
हम सुरक्षित हैं।
316
00:28:53,880 --> 00:28:55,380
यही जीवन की डोर है।
317
00:28:58,755 --> 00:29:00,880
जाओ। जाकर अपने पिता की मदद करो।
318
00:29:03,588 --> 00:29:07,005
यही तुम्हारी समस्या है।
देखो, एक पहिया गोल होना चाहिए।
319
00:29:40,713 --> 00:29:44,671
हमारे सबसे पराक्रमी योद्धा
320
00:29:44,755 --> 00:29:49,296
आज हमारे सामने बैठे हैं,
विजयी होकर लौटने के पश्चात।
321
00:29:50,963 --> 00:29:53,713
यद्यपि मॉरगौथ का अंत एक युग पहले हुआ था,
322
00:29:54,421 --> 00:29:58,213
कुछ को डर था कि उसकी शैतानी छाया से
एक नई बुराई जन्म लेगी।
323
00:29:58,296 --> 00:30:00,130
तो सदियों तक,
324
00:30:00,213 --> 00:30:04,296
इन योद्धाओं ने
हर चट्टान और खाई को पार करते हुए,
325
00:30:04,380 --> 00:30:07,630
हमारे शत्रु के अंतिम अवशेषों का विनाश किया
326
00:30:07,713 --> 00:30:11,421
जैसे वसंत की बारिश सड़े हुए शवों की
हड्डियाँ तक बहा ले जाती है।
327
00:30:14,130 --> 00:30:15,463
और अब, अंतत:,
328
00:30:16,671 --> 00:30:20,046
ये विजयी होकर हमारे पास लौटे हैं,
329
00:30:20,130 --> 00:30:23,255
क्योंकि इन्होंने बिना किसी शक के
यह सिद्ध कर दिया है
330
00:30:23,338 --> 00:30:27,463
कि हमारे युद्ध के दिन समाप्त हो चुके हैं।
331
00:30:29,796 --> 00:30:30,880
आज से,
332
00:30:32,713 --> 00:30:35,546
हमारे शांति के दिन शुरू होते हैं।
333
00:31:01,546 --> 00:31:04,963
और हमारा आभार प्रकट करने के लिए,
334
00:31:06,046 --> 00:31:08,588
इन वीरों को एक ऐसा सम्मान दिया जाएगा
335
00:31:08,671 --> 00:31:11,421
जो हमारे इतिहास में अद्वितीय है।
336
00:31:11,505 --> 00:31:14,796
इन्हें ग्रे हैवेंस ले जाया जाएगा
337
00:31:14,880 --> 00:31:19,213
और सागर के पार अनंत काल तक बसने के लिए
338
00:31:20,296 --> 00:31:24,005
पवित्र महाद्वीप, सुदूर पश्चिम का
मार्ग प्रदान किया जाएगा।
339
00:31:24,088 --> 00:31:27,255
वालिनोर की अनश्वर भूमि।
340
00:31:28,088 --> 00:31:31,921
आख़िरकार, ये घर लौटेंगे।
341
00:32:34,046 --> 00:32:37,380
क्या तुम बस खड़े हुए,
ऑर्क की तरह गहरी साँसें लेते रहोगे?
342
00:32:40,588 --> 00:32:44,005
कहते हैं कि जीत का रस
उन्हें सबसे मीठा लगता है
343
00:32:44,088 --> 00:32:46,671
जिसने उसे पाने लिए जान लड़ा दी हो।
344
00:32:47,421 --> 00:32:49,255
मैं विजयी महसूस नहीं कर रही।
345
00:32:49,338 --> 00:32:52,380
तुम आज के सम्मान की अधिकारी हो।
346
00:32:53,255 --> 00:32:54,921
तुम्हारे भाई को गर्व होता।
347
00:33:01,213 --> 00:33:03,963
मुझे याद है जब इन्हें
पहली बार तराशा गया था।
348
00:33:05,296 --> 00:33:08,713
शहीदों की याद को,
ऐसी जीवंत मूर्तियों में सहेजा गया।
349
00:33:08,796 --> 00:33:12,546
शायद कहीं न कहीं मुझे यह लगता है
कि मेरे अवशेष भी यहीं रहेंगे,
350
00:33:12,630 --> 00:33:13,921
इनके साथ।
351
00:33:14,963 --> 00:33:16,880
पर मुझे इन्हें छोड़कर जाना होगा।
352
00:33:18,463 --> 00:33:22,463
यह तुम्हारे राजा का उपहार है।
353
00:33:26,005 --> 00:33:28,005
जिसे मैंने ठुकराने का फ़ैसला लिया है।
354
00:33:29,130 --> 00:33:30,130
गैलाड्रिएल, तुम...
355
00:33:30,213 --> 00:33:32,921
मेरा भाई सौरॉन से लड़ते हुए शहीद हो गया।
356
00:33:34,421 --> 00:33:36,421
अब उसका दायित्व मेरा दायित्व है।
357
00:33:39,255 --> 00:33:42,463
मैं उत्तर में हमसे भागे
उस शत्रु की तलाश में जाऊँगी।
358
00:33:44,088 --> 00:33:46,130
अगर ज़रूरत पड़ी, तो अकेले।
359
00:33:48,296 --> 00:33:51,296
हाँ। तुम्हारा रहस्यमय निशान।
360
00:33:51,380 --> 00:33:53,213
मैंने यह बात महाराज से साझा की।
361
00:33:53,296 --> 00:33:55,088
-तो क्यों...
-क्योंकि निशान देखने का
362
00:33:55,171 --> 00:33:57,713
यह मतलब नहीं कि तुम
सौरॉन का सुराग पा गई हो।
363
00:33:57,796 --> 00:34:01,171
वह ख़त्म हो चुका है।
वह शैतान मर चुका है।
364
00:34:01,255 --> 00:34:03,630
तो दिल से उसका ख्याल क्यों नहीं निकलता?
365
00:34:05,046 --> 00:34:07,046
तुमने जो कुछ सहा है उसके बाद...
366
00:34:08,421 --> 00:34:10,671
उसके बाद ये वहम होना लाजमी है।
367
00:34:11,671 --> 00:34:13,130
मैं वहम में हूँ?
368
00:34:16,755 --> 00:34:19,671
शुक्र है कि तुमने मेरी तरह
शैतान को नहीं जाना है।
369
00:34:20,880 --> 00:34:23,130
पर तुमने वह नहीं देखा है जो मैंने देखा।
370
00:34:23,213 --> 00:34:24,255
मैंने भी देखा है।
371
00:34:24,338 --> 00:34:27,963
तुमने वह नहीं देखा है जो मैंने देखा है।
372
00:34:28,796 --> 00:34:30,921
शैतान सोता नहीं है, एलरॉन्ड।
373
00:34:32,255 --> 00:34:33,463
वह घात लगाता है।
374
00:34:34,130 --> 00:34:36,963
और जैसे ही हम निश्चिंत होने लगते हैं,
375
00:34:37,046 --> 00:34:38,463
वह हमें अंधा कर देता है।
376
00:34:40,421 --> 00:34:43,046
मान लेते हैं कि तुम्हारा डर सच साबित हुआ,
377
00:34:43,130 --> 00:34:46,463
और शत्रु बाहर कहीं घात लगाए बैठा है।
378
00:34:47,130 --> 00:34:50,296
तुम्हें वाकई लगता है कि उसे खोजकर
तुम्हें चैन मिलेगा?
379
00:34:50,380 --> 00:34:54,046
एक और ऑर्क के तुम्हारी तलवार की
नोंक पर मरने से शांति मिलेगी?
380
00:34:54,130 --> 00:34:56,046
-अगर तुम ग़लत...
-मैं ग़लत नहीं हूँ।
381
00:34:56,130 --> 00:34:57,588
अगर तुम ग़लत हुईं,
382
00:34:58,463 --> 00:35:01,630
तो और एल्व्स को दूर के देशों में
मरने के लिए ले जाओगी?
383
00:35:03,463 --> 00:35:05,588
बस ये समझने के लिए कि अब बहुत हुआ,
384
00:35:05,671 --> 00:35:08,505
इस पथ में और कितनी मूर्तियाँ लगवाओगी?
385
00:35:09,338 --> 00:35:11,963
इतिहास में कभी किसी ने
इस अवसर को नहीं ठुकराया।
386
00:35:12,796 --> 00:35:14,880
ऐसा किया, तो यह अवसर फिर नहीं मिलेगा।
387
00:35:15,755 --> 00:35:18,755
तुम यहाँ एक अछूत बनकर रह जाओगी,
388
00:35:18,838 --> 00:35:21,088
शैतानी आहटों और दु:स्वप्नों में घिरी।
389
00:35:21,171 --> 00:35:24,338
और पश्चिम में, तुम्हें लगता है
कि मेरा हश्र अलग होगा?
390
00:35:25,463 --> 00:35:28,921
जहाँ का गीत मेरे कानों में गूँजती
युद्ध की चीखों पर हँसेगा?
391
00:35:30,921 --> 00:35:34,838
तुम कहते हो कि मैंने मध्य धरती के
सभी संत्रासों पर विजय पा ली है।
392
00:35:36,380 --> 00:35:38,588
फिर भी उन्हें मुझमें ज़िंदा रहने दोगे?
393
00:35:39,671 --> 00:35:41,005
अपने साथ ले जाने के लिए?
394
00:35:42,005 --> 00:35:45,921
अमर, अविकारी और अटूट,
395
00:35:46,963 --> 00:35:49,338
उस भूमि में जहाँ हमेशा वसंत रहता है?
396
00:35:49,421 --> 00:35:51,838
केवल सौभाग्यशाली भूमि ही है जो
397
00:35:51,921 --> 00:35:54,421
तुम्हारे अंदर जो घाव है उसे भर सकती है।
398
00:35:55,255 --> 00:35:56,338
वहाँ जाओ।
399
00:35:56,838 --> 00:35:58,630
जाओ, और मैं वादा करता हूँ...
400
00:35:59,338 --> 00:36:03,255
जिस ख़तरे का तुम्हें आभास हो रहा है
अगर मैंने उसकी अफ़वाह भी सुनी,
401
00:36:03,755 --> 00:36:06,130
तो उसे हल करने तक दम नहीं लूँगा।
402
00:36:08,005 --> 00:36:10,421
तुम अब बहुत लड़ चुकीं, गैलाड्रिएल।
403
00:36:13,005 --> 00:36:14,546
अब तलवार को म्यान में रखो।
404
00:36:15,296 --> 00:36:17,213
इसके बिना, मैं क्या रह जाऊँगी?
405
00:36:17,296 --> 00:36:18,921
वही जो हमेशा से थीं।
406
00:36:21,880 --> 00:36:23,130
मेरी दोस्त।
407
00:36:27,046 --> 00:36:30,046
लिंडन
फ़ोरलिंडन-हारलिंडन
408
00:36:42,088 --> 00:36:43,546
दक्षिणभूमि
मनुष्यों की भूमि
409
00:37:20,296 --> 00:37:21,713
सलाम।
410
00:37:21,796 --> 00:37:23,338
तीन चाल में शह और मात।
411
00:37:28,171 --> 00:37:29,630
शायद ज़हर दिया गया था।
412
00:37:29,713 --> 00:37:31,630
ज़हर दिया? किसने?
413
00:37:32,171 --> 00:37:35,255
हो सकता है कि उस गधे की दुम ने
ख़ुद ही ले लिया हो।
414
00:37:47,380 --> 00:37:48,588
अरोंडीर।
415
00:37:49,921 --> 00:37:52,255
क्या वाकई दो सप्ताह बीच चुके हैं?
416
00:37:53,463 --> 00:37:54,588
हाँ।
417
00:37:56,421 --> 00:38:00,088
मुझे खेद है कि इस बार
मेरे पास कोई ख़ास ख़बर नहीं है।
418
00:38:00,171 --> 00:38:03,588
एक-दो फालतू झगड़े,
पासा खेलने में थोड़ी-बहुत धोखेबाज़ी।
419
00:38:04,171 --> 00:38:06,296
और... हाँ!
420
00:38:06,380 --> 00:38:08,838
पिछले मंगलवार को यहाँ थोड़ी हलचल मच गई थी।
421
00:38:08,921 --> 00:38:10,838
एक लड़की के पीछे लड़ाई हुई थी।
422
00:38:11,255 --> 00:38:14,671
लड़का शांत था, लड़की चिल्ला रही थी,
आप समझ रहे हैं ना।
423
00:38:16,880 --> 00:38:19,005
एक जाम लोगे, सिपाही?
424
00:38:19,088 --> 00:38:21,296
हमेशा की तरह, तुम्हारे लिए हाज़िर हूँ।
425
00:38:21,380 --> 00:38:22,880
और ज़हर किसे दिया गया?
426
00:38:23,380 --> 00:38:24,421
कैसा ज़हर?
427
00:38:24,505 --> 00:38:26,296
जिसकी तुम अभी बात कर रहे थे।
428
00:38:26,380 --> 00:38:27,505
अरे, नहीं।
429
00:38:27,588 --> 00:38:30,630
वह तो ज़हरीली घास के बारे में
बड़बड़ा रहा था।
430
00:38:32,130 --> 00:38:34,963
एक आदमी यहाँ से गुज़रा,
बोला कि उसकी घास सड़ गई।
431
00:38:35,046 --> 00:38:37,213
और वहाँ केवल खरपतवार उग रही है।
432
00:38:37,296 --> 00:38:40,005
वह आदमी कहाँ से था?
433
00:38:40,505 --> 00:38:42,005
बोला नहीं। शायद पूरब से।
434
00:38:42,755 --> 00:38:44,171
वह किस दिन यहाँ आया था?
435
00:38:44,630 --> 00:38:47,296
जाने भी दो, नुकीले कान।
436
00:38:48,213 --> 00:38:50,255
एक घास के टुकड़े की ही तो बात है।
437
00:38:51,338 --> 00:38:55,630
तुम जिन लोगों से हमें जोड़ते हो
वह हज़ारों वर्ष पहले मर चुके।
438
00:38:55,713 --> 00:38:58,546
तुम लोग अतीत को कब भुलाओगे?
439
00:39:02,421 --> 00:39:05,963
वह अतीत हमारे साथ है,
चाहे हमें पसंद आए या न आए।
440
00:39:06,838 --> 00:39:10,838
एक दिन, हमारा असली राजा वापस आएगा।
441
00:39:11,963 --> 00:39:16,463
और हमें तुम्हारे जूतों की
नोक के नीचे से निकालेगा।
442
00:39:16,546 --> 00:39:18,213
शांत, लड़के। इतना भड़को मत।
443
00:39:31,088 --> 00:39:31,921
आओ, बच्चे।
444
00:39:35,213 --> 00:39:37,213
कुछ और काम तो नहीं है?
445
00:40:00,796 --> 00:40:02,213
मुझे अपना हाथ दो।
446
00:40:20,838 --> 00:40:22,005
अलफिरिन के बीज।
447
00:40:25,005 --> 00:40:27,671
मैंने बचपन के बाद से यह फूल नहीं देखा।
448
00:40:28,421 --> 00:40:29,921
तुम्हें ये कहाँ मिले?
449
00:40:30,588 --> 00:40:34,046
यहाँ से गुज़र रहे किसी और हकीम से लिए थे।
450
00:40:34,130 --> 00:40:36,255
हम पंखुड़ियाँ मसलकर मरहम बनाते हैं।
451
00:40:36,338 --> 00:40:37,963
तुम उन्हें कुचलती हो?
452
00:40:38,046 --> 00:40:39,505
धीरे से।
453
00:40:42,963 --> 00:40:44,963
तुम्हारी प्रजाति में हकीम होते हैं?
454
00:40:45,046 --> 00:40:46,421
होते तो हैं।
455
00:40:46,505 --> 00:40:48,338
पर हम उन्हें कारीगर बुलाते हैं।
456
00:40:49,296 --> 00:40:53,338
हमारे शरीर के अधिकांश घाव
अपने आप ठीक हो जाते हैं,
457
00:40:53,421 --> 00:40:57,838
तो, उनका दायित्व होता है छिपे सत्य को
सौंदर्य की कलाकृतियों में प्रस्तुत करना।
458
00:40:58,796 --> 00:41:01,463
जिसमें आत्मा के घाव भरने की
महान शक्ति होती है।
459
00:41:03,755 --> 00:41:06,463
फिर तो आशा है
कि तुम्हें अलफिरिन फूल सुंदर लगेंगे?
460
00:41:13,755 --> 00:41:15,421
अब मैं चलता हूँ।
461
00:41:15,505 --> 00:41:16,588
सिपाही।
462
00:41:27,296 --> 00:41:28,921
कोई ख़बर देनी है?
463
00:41:30,213 --> 00:41:31,880
कुछ भी असाधारण नहीं हुआ।
464
00:41:34,463 --> 00:41:35,671
और कुआँ...
465
00:41:37,088 --> 00:41:38,338
वह कैसा था?
466
00:41:39,880 --> 00:41:41,296
तुमने उससे पानी खींचा?
467
00:41:42,213 --> 00:41:43,963
ऑस्टिरिथ में हमारी राह देख रहे हैं।
468
00:41:46,088 --> 00:41:48,921
तुम्हें सोचा है कि मुझे
क्या नतीजा भुगतना पड़ेगा
469
00:41:49,005 --> 00:41:51,921
जब प्रहरी अध्यक्ष को पता चलेगा
कि तुम क्या कर रहे हो?
470
00:41:52,005 --> 00:41:53,671
तुम्हारा इशारा समझ नहीं आया।
471
00:41:53,755 --> 00:41:55,255
उन पर नज़र रखने के साथ-साथ
472
00:41:55,338 --> 00:41:57,421
तुम पर भी एक आँख गड़ाए रखना कठिन है।
473
00:41:57,505 --> 00:41:58,755
या मुझे अंधा समझते हो?
474
00:41:58,838 --> 00:42:02,005
नहीं। मुझे तुम बहुत बातूनी लगते हो।
475
00:42:02,713 --> 00:42:04,630
और तुमसे सड़े पत्तों की बू आती है।
476
00:42:04,713 --> 00:42:06,213
नहीं, ऐसा नहीं है।
477
00:42:06,296 --> 00:42:07,463
हाँ, आती है।
478
00:42:15,296 --> 00:42:18,296
मैं इतना कहना चाहता हूँ।
इतिहास में केवल दो बार ही
479
00:42:18,380 --> 00:42:21,505
एल्फ़ और मनुष्य की
जोड़ी बनाने का प्रयास किया गया है।
480
00:42:21,588 --> 00:42:24,088
और हर अवसर पर, उसका दुखद अंत हुआ।
481
00:42:24,171 --> 00:42:25,255
अंत में मौत हाथ लगी।
482
00:42:25,338 --> 00:42:27,255
मुझे याद दिलाने की ज़रूरत नहीं है।
483
00:42:28,838 --> 00:42:30,421
फिर तुम अड़े हुए क्यों हो?
484
00:42:31,213 --> 00:42:32,921
मुझे एक वजह दो। एक।
485
00:42:33,005 --> 00:42:34,838
अरोंडीर! मेधोर!
486
00:42:36,296 --> 00:42:39,213
महाराज ने घोषणा की है
कि युद्ध काल समाप्त हो गया।
487
00:42:40,671 --> 00:42:43,088
सभी दूरस्थ सैनिक चौकियां
भंग की जा रही हैं।
488
00:42:44,546 --> 00:42:45,630
हम जा रहे हैं।
489
00:43:12,796 --> 00:43:14,380
अंतिम दर्शन कर रहे हो?
490
00:43:16,505 --> 00:43:19,005
मैं यहाँ उनासी साल से तैनात हूँ।
491
00:43:21,130 --> 00:43:23,796
शायद मुझे इस जगह की आदत हो गई है।
492
00:43:25,463 --> 00:43:29,005
यकीन मानोगे कि किसी समय पर
यह जगह एक बंजर चट्टान का टुकड़ा थी?
493
00:43:29,088 --> 00:43:31,088
यह बहुत बदल गई है, प्रहरी अध्यक्ष।
494
00:43:31,963 --> 00:43:34,046
पर यहाँ रहने वाले मनुष्य नहीं बदले।
495
00:43:34,546 --> 00:43:38,546
मॉरगौथ का साथ देने वाले पूर्वजों का
काला ख़ून आज भी उनकी रगों में है।
496
00:43:40,963 --> 00:43:42,838
वो सदियों पहले की बात है।
497
00:43:47,838 --> 00:43:49,546
युद्ध से पहले तुम क्या करते थे?
498
00:43:50,463 --> 00:43:51,588
खेती करता था।
499
00:43:51,671 --> 00:43:55,338
फिर तो जो छोड़कर आए थे
उससे कहीं ज़्यादा वापस लेकर लौटोगे।
500
00:43:55,421 --> 00:43:58,213
सम्मान, उपाधियाँ।
501
00:43:59,505 --> 00:44:01,171
जीवन नए सिरे से शुरू होगा।
502
00:44:02,171 --> 00:44:04,213
लेकिन यह बात गाँठ बाँध लो, अरोंडीर,
503
00:44:04,838 --> 00:44:08,421
कि 79 सालों से, तुमने तिरहारद के
आदमी एवं औरतों पर नज़र रखी,
504
00:44:08,505 --> 00:44:11,421
उनके पूर्वजों की करतूतों की वजह से नहीं...
505
00:44:12,880 --> 00:44:14,880
बल्कि इसलिए कि वे आज भी वैसे हैं।
506
00:44:20,421 --> 00:44:21,630
और शुक्र मनाओ।
507
00:44:23,171 --> 00:44:25,338
कि फिर कभी उनसे सामना नहीं होगा।
508
00:45:03,963 --> 00:45:07,171
ध्यान से। ये अग्निजड़ का चूर्ण है।
धीरे से पीसो।
509
00:45:07,255 --> 00:45:09,338
और धीरे पीसा तो सारा दिन यहीं रहूँगा।
510
00:45:09,421 --> 00:45:11,296
आज तो बड़े चिड़चिड़े हो रहे हो।
511
00:45:11,380 --> 00:45:14,005
ज़रा भी नहीं सो पाया। फ़र्श के नीचे
512
00:45:14,088 --> 00:45:16,130
-चूहे उधम मचा रहे थे।
-फिर से?
513
00:45:16,213 --> 00:45:18,921
पिछली तीन रातों से।
खोद रहे थे और खरोंच रहे थे।
514
00:45:22,421 --> 00:45:24,255
उनमें से एक यहाँ क्या कर रहा है?
515
00:45:35,255 --> 00:45:36,755
सुना है कि तुम जा रहे हो।
516
00:45:37,796 --> 00:45:38,963
हम जा रहे हैं।
517
00:45:41,171 --> 00:45:43,171
तुम्हारा बाकी का दल कहाँ है?
518
00:45:44,463 --> 00:45:48,005
संभवत: इस समय मेरी तलाश कर रहे होंगे।
519
00:45:48,713 --> 00:45:50,380
फिर तुम मेरे घर क्यों आए?
520
00:46:03,755 --> 00:46:05,588
जो कहना है वह कह दो।
521
00:46:05,671 --> 00:46:07,171
मैं पहले ही कह चुका हूँ।
522
00:46:08,046 --> 00:46:11,588
सैकड़ों बार, शब्दों को छोड़कर हर तरह से।
523
00:46:13,588 --> 00:46:14,713
माँ।
524
00:46:16,255 --> 00:46:17,921
आपसे कोई आदमी मिलने आया है।
525
00:46:26,880 --> 00:46:27,963
माई।
526
00:46:31,296 --> 00:46:33,130
तुम जानवरों का इलाज भी करती हो?
527
00:46:35,588 --> 00:46:37,588
ज़रा एक बार इसकी जाँच कर लो।
528
00:46:38,505 --> 00:46:41,546
इसे कोई बीमारी हो गई है।
529
00:46:42,296 --> 00:46:43,713
किस तरह की बीमारी?
530
00:46:51,046 --> 00:46:52,546
इसे बुखार नहीं है।
531
00:46:54,546 --> 00:46:57,171
और किसी तरह के फोड़े भी नहीं हैं।
532
00:46:58,380 --> 00:47:00,005
यह क्या चर रही थी?
533
00:47:00,088 --> 00:47:01,838
कुछ दिन पहले पूरब की ओर गई थी।
534
00:47:03,130 --> 00:47:04,421
शायद वहीं कुछ खाया होगा?
535
00:47:09,213 --> 00:47:12,046
यह इसके शरीर से क्या निकला?
536
00:47:13,338 --> 00:47:14,921
पूरब में कितनी दूर?
537
00:47:15,005 --> 00:47:17,380
यह करीब हॉर्डर्न तक पहुँच गई होगी।
538
00:47:24,630 --> 00:47:25,838
तुम कहाँ जा रहे हो?
539
00:47:25,921 --> 00:47:29,171
हॉर्डर्न एक दिन का सफ़र है।
मैं शाम होने तक पहुँच जाऊँगा।
540
00:47:29,255 --> 00:47:30,588
मैं भी साथ चलूँगी।
541
00:47:43,088 --> 00:47:44,838
थोड़ा जल्दी करो।
542
00:47:44,921 --> 00:47:47,671
उसने हमें यहाँ देख लिया,
तो हमारे दाँत तोड़ देगा।
543
00:47:50,880 --> 00:47:53,005
बस गलती से मिल गया।
544
00:47:53,088 --> 00:47:54,380
किस्मत के तख्ते पर था।
545
00:47:56,921 --> 00:47:58,088
तो, मुझे बताओ,
546
00:47:59,088 --> 00:48:01,630
क्या वह सच है? तुम्हारी माँ के बारे में?
547
00:48:02,588 --> 00:48:04,005
क्या सच है?
548
00:48:04,713 --> 00:48:08,505
मैंने सुना कि वालड्रेग ने
कल अपने कुएँ के पीछे उन्हें एक
549
00:48:08,630 --> 00:48:11,130
नुकीले कान वाले के साथ
इश्क़ लड़ाते देखा था।
550
00:48:11,213 --> 00:48:12,338
तुमसे यह किसने कहा?
551
00:48:12,421 --> 00:48:13,671
सब ने।
552
00:48:14,130 --> 00:48:15,296
यह झूठ है।
553
00:48:15,838 --> 00:48:18,380
शायद तभी तुम्हारा बाप भाग गया था।
554
00:48:18,463 --> 00:48:19,796
मेरे पिता भागे नहीं थे।
555
00:48:19,880 --> 00:48:21,713
फिर उन्हें क्या हुआ?
556
00:48:21,796 --> 00:48:23,463
तुम इतना भी नहीं जानते, है न?
557
00:48:27,005 --> 00:48:29,838
उस बदमाश ने वहाँ नीचे अथाह धन गाड़ रखा है।
558
00:48:31,421 --> 00:48:32,921
यह असली धन है।
559
00:48:53,130 --> 00:48:54,130
देखकर!
560
00:48:56,630 --> 00:48:57,713
जाओ, जल्दी।
561
00:49:36,546 --> 00:49:38,546
वह मेरी दृष्टि से परे चली गई है।
562
00:49:39,755 --> 00:49:42,838
गैलाड्रिएल को यकीन था
कि उसकी तलाश जारी रहनी चाहिए।
563
00:49:44,088 --> 00:49:47,088
हमें पूर्वाभास हो गया था कि अगर ऐसा होता,
564
00:49:47,171 --> 00:49:52,546
तो वह अनजाने में उसी बुराई को ज़िंदा रखती
जिसे वह पराजित करना चाहती है।
565
00:49:54,588 --> 00:49:57,671
वह हवा जो एक आग बुझाना चाहती है
566
00:49:57,755 --> 00:50:00,171
उसकी लपटों को और फैला भी सकती है।
567
00:50:02,005 --> 00:50:03,755
जिस अंधकार को वह ढूँढ़ रही थी...
568
00:50:06,588 --> 00:50:08,171
आप मानते हो कि उसका वजूद है?
569
00:50:08,796 --> 00:50:11,421
अब अपने मन को शांत कर लो।
570
00:50:12,755 --> 00:50:14,963
तुमने जो किया वह सही था।
571
00:50:15,046 --> 00:50:18,338
गैलाड्रिएल और मध्य धरती के लिए।
572
00:50:20,296 --> 00:50:22,296
यह देखना मुश्किल है कि क्या सही है...
573
00:50:24,213 --> 00:50:26,421
जब दोस्ती और फर्ज आपस में उलझ जाएं।
574
00:50:28,421 --> 00:50:31,088
यह नेतृत्व करने वालों
और उसके अभिलाषियों के
575
00:50:32,005 --> 00:50:34,213
कंधे का भार होता है।
576
00:50:35,963 --> 00:50:38,255
गैलाड्रिएल डूबते सूरज की ओर गई है।
577
00:50:38,338 --> 00:50:43,171
तुम्हें और मुझे
नए सूर्योदय की ओर देखना चाहिए।
578
00:50:45,296 --> 00:50:46,463
इस आशय के साथ,
579
00:50:48,046 --> 00:50:51,630
क्या तुम शिल्पकार कैलेब्रिम्बोर की
कारीगरी से परिचित हो?
580
00:50:52,671 --> 00:50:55,088
बेशक, आज तक के सबसे महान एल्फ़-शिल्पी।
581
00:50:55,505 --> 00:50:59,171
मैं बचपन से ही उनकी कला का
प्रशंसक रहा हूँ। आप क्यों पूछ रहे हैं?
582
00:50:59,255 --> 00:51:04,005
वह एक नई परियोजना शुरू करने जा रहे हैं।
जिसका महत्व अद्वितीय है।
583
00:51:05,088 --> 00:51:08,213
और हमने तय किया है
कि तुम उनके साथ काम करोगे।
584
00:51:11,171 --> 00:51:14,671
बाकी विवरण का ज़िम्मा
आपको सौंपता हूँ, माननीय कैलेब्रिम्बोर।
585
00:51:30,255 --> 00:51:33,296
पहले विशाल मनुष्य, अब तारे।
586
00:51:35,005 --> 00:51:37,338
आँखें नींद में बंद होने के बजाय खुली हैं।
587
00:51:41,296 --> 00:51:42,588
ऐसा लग रहा है...
588
00:51:44,213 --> 00:51:46,380
मानो उन्हें किसी का इंतज़ार हो।
589
00:51:46,880 --> 00:51:47,963
किसका इंतज़ार?
590
00:51:48,880 --> 00:51:51,838
एक ज़ोर की डाँट का,
अगर तुमने अपने काम से काम नहीं रखा।
591
00:51:51,921 --> 00:51:53,755
क्या है? ऊपर क्या दिख रहा है?
592
00:51:53,838 --> 00:51:56,046
एलेनॉर ब्रैंडीफ़ुट, अपने पिता जैसी नाक
593
00:51:56,130 --> 00:51:57,963
हमेशा मुसीबत में घुसाती हो,
594
00:51:58,046 --> 00:52:02,255
एक हार्फ़ुट के हिसाब से तुम कुछ ज़्यादा ही
उत्सुक और टाँग अड़ाऊ हो।
595
00:52:02,338 --> 00:52:05,046
तुम्हें यकीन है कि तुम आधी गिलहरी नहीं हो?
596
00:52:06,463 --> 00:52:09,213
सैडॉक, मैं विनती करती हूँ।
597
00:52:10,005 --> 00:52:11,213
मुझे बताओ।
598
00:52:13,963 --> 00:52:16,546
आसमान में हलचल है।
599
00:52:19,005 --> 00:52:20,213
हलचल...
600
00:52:20,296 --> 00:52:21,380
कैसी हलचल?
601
00:52:21,463 --> 00:52:23,338
नोरी! तुम्हारे पास तेल है?
602
00:52:23,421 --> 00:52:24,671
आ रही हूँ।
603
00:52:33,421 --> 00:52:35,963
हॉर्डर्न के लोगों से
तुम कितनी परिचित हो?
604
00:52:36,046 --> 00:52:38,880
काफ़ी हद तक। मैं वहाँ पैदा हुई थी।
605
00:52:40,880 --> 00:52:42,046
क्यों पूछ रहे हो?
606
00:52:42,130 --> 00:52:45,588
हॉर्डर्न के लोग
मॉरगौथ के प्रति वफ़ादार होने के लिए
607
00:52:45,671 --> 00:52:47,338
जाने जाते थे।
608
00:52:48,463 --> 00:52:49,880
तुमने यह क्या कहा?
609
00:52:53,921 --> 00:52:55,171
सच।
610
00:52:56,421 --> 00:52:58,421
मेरे दोस्तों की बात कर रहे हो।
611
00:52:58,505 --> 00:53:01,088
मेरे करीबी, उन्हें जानती हूँ।
वे भलेमानस हैं।
612
00:53:05,255 --> 00:53:07,046
तभी मैं तुम्हारे साथ आया हूँ।
613
00:53:09,505 --> 00:53:11,130
प्रहरी अध्यक्ष के बजाय।
614
00:53:12,171 --> 00:53:13,421
ब्रॉनविन।
615
00:53:20,130 --> 00:53:24,046
इस जगह बिताए समय में मैंने केवल
तुम्हारे स्नेह भरे स्पर्श को जाना है।
616
00:53:40,713 --> 00:53:41,963
हॉर्डर्न।
617
00:53:47,005 --> 00:53:48,088
दक्षिणभूमि
618
00:53:51,088 --> 00:53:52,713
मध्य-धरती
619
00:53:52,796 --> 00:53:54,796
द संडरिंग सीज़
620
00:56:11,255 --> 00:56:16,921
तुम जानती हो कि जहाज़ क्यों तैरता है
और पत्थर क्यों नहीं?
621
00:56:51,963 --> 00:56:53,130
गैलाड्रिएल।
622
00:57:09,046 --> 00:57:10,463
मुझे अपना हाथ दो।
623
00:57:23,213 --> 00:57:26,213
पर कभी-कभी रोशनी
जितनी तेज़ आसमान में चमकती है
624
00:57:26,296 --> 00:57:28,963
उतनी ही तेज़ पानी में भी चमकती है।
625
00:57:30,671 --> 00:57:33,088
कैसे पता चलेगा कि किस रोशनी के पीछे चलूँ?
626
00:57:34,755 --> 00:57:36,755
कभी-कभी हम तब तक ऊपर नहीं जा सकते
627
00:57:38,505 --> 00:57:40,505
जब तक उस अंधेरे को छू नहीं लेते।
628
00:57:52,130 --> 00:57:53,213
गैलाड्रिएल!
629
01:02:39,671 --> 01:02:41,671
संवाद अनुवादक श्रुति शुक्ला
630
01:02:41,755 --> 01:02:43,755
रचनात्मक पर्यवेक्षक
दिनेश शाकुल