1 00:00:20,180 --> 00:00:21,600 तो दो लोग आए थे। 2 00:00:22,230 --> 00:00:24,560 मुझे तो लगता है ये फिर से वही लोग होंगे। 3 00:00:25,940 --> 00:00:28,270 पैरों के निशान तो एक जैसे लग रहे हैं। 4 00:00:28,360 --> 00:00:29,650 ये तभी क्यों हुआ 5 00:00:29,900 --> 00:00:31,320 जब मालिक बाहर गए हुए हैं? 6 00:00:32,900 --> 00:00:34,070 क्या चोरी हुआ है? 7 00:00:35,240 --> 00:00:38,530 एक बोरी आटे की और साथ में कुछ सूखा मीट भी चोरी हुआ है। 8 00:00:40,540 --> 00:00:42,200 कोई फ़ायदा नहीं हुआ मालिक। 9 00:00:42,620 --> 00:00:46,120 उनके निशान दूसरे निशानों से मिल गए हैं इसलिए उन तक नहीं पहुँच पाया। 10 00:00:46,580 --> 00:00:47,750 कोई बात नहीं। 11 00:00:48,380 --> 00:00:50,800 वैसे तो उन्होंने बहुत ज़्यादा चोरी नहीं की 12 00:00:50,880 --> 00:00:52,550 पर उनका हौसला बढ़ गया होगा। 13 00:00:53,090 --> 00:00:56,130 तो क्या वो ये सोच रहे हैं कि हमें पता नहीं चलेगा? 14 00:00:58,760 --> 00:00:59,890 तो ये बात है। 15 00:01:00,180 --> 00:01:02,930 लगता है उन्हें पकड़कर सज़ा देनी ही पड़ेगी। 16 00:02:43,120 --> 00:02:44,830 ये तो कमाल ही हो गया। 17 00:02:44,910 --> 00:02:48,040 इसका मतलब यह हुआ कि बड़े मालिक तुम्हें बहुत पसंद करते हैं। 18 00:02:50,120 --> 00:02:51,540 क्या सच में ऐसा है? 19 00:02:51,790 --> 00:02:52,840 हाँ ऐसा ही है। 20 00:02:53,340 --> 00:02:55,420 उन्होंने तुम्हें घोड़ा और औज़ार दिए 21 00:02:55,500 --> 00:02:57,760 साथ ही एक ही मेज़ परखाने के लिए भी बुलाया। 22 00:02:59,050 --> 00:03:01,680 यह तो वो बस हमारे काम के बदले में कर रहे हैं। 23 00:03:03,470 --> 00:03:05,390 तुम जानते हो न कि हम ग़ुलाम हैं। 24 00:03:05,560 --> 00:03:08,230 आमतौर पर लोग हमें काम के बदले कुछ नहीं देते। 25 00:03:10,140 --> 00:03:11,440 ठीक कहा तुमने। 26 00:03:15,270 --> 00:03:18,030 अगर यह बात है तो तुम ठीक ही कह रही हो। 27 00:03:18,110 --> 00:03:20,030 हाँ बिलकुल ठीक कह रही हूँ। 28 00:03:20,110 --> 00:03:21,280 लेकिन 29 00:03:21,780 --> 00:03:23,990 ये बताओ कि आखिर वो हमें पसंद क्यों करते हैं? 30 00:03:27,950 --> 00:03:29,040 क्यों क्या हुआ? 31 00:03:29,120 --> 00:03:30,540 माफ़ करना मुझे। 32 00:03:31,420 --> 00:03:33,380 सुनो एनार तुम बहुत अच्छे इंसान हो। 33 00:03:33,580 --> 00:03:35,290 पर तुम यह बात नहीं जानते। 34 00:03:42,720 --> 00:03:44,800 चलो कहती हो तो मान लेता हूँ। 35 00:03:45,510 --> 00:03:48,350 -एनार मैं यहाँ से जा रहा हूँ। -हालाँकि मुझमे इतना भी कुछ ख़ास नहीं है। 36 00:03:54,190 --> 00:03:56,690 अरे अब इसे क्या हो गया? अजीब है यह भी। 37 00:04:00,030 --> 00:04:03,320 वैसे ये ज़्यादा बोलता नहीं है। पर अच्छा इंसान है। 38 00:04:03,910 --> 00:04:04,910 पता है। 39 00:04:05,200 --> 00:04:06,700 आर्नहेड। 40 00:04:06,780 --> 00:04:08,910 अरे ये क्या मालकिन आ गई। 41 00:04:09,290 --> 00:04:11,410 माफ़ करना मैंने तुम्हें बातों में लगा दिया। 42 00:04:11,540 --> 00:04:12,920 अरे कोई बात नहीं। 43 00:04:13,000 --> 00:04:14,630 मुझे तो सुबह का इंतज़ार रहता है 44 00:04:14,830 --> 00:04:17,210 कि कब सुबह हो और मैं किसी से बातें कर पाऊँ। 45 00:04:19,630 --> 00:04:20,880 अच्छा फिर मिलेंगे। 46 00:04:22,510 --> 00:04:24,550 हाँ कल सुबह फिर मिलते हैं। 47 00:04:28,970 --> 00:04:30,470 याहू। 48 00:04:33,100 --> 00:04:34,810 उसने कहा मैं अच्छा इंसान हूँ। 49 00:04:36,150 --> 00:04:37,150 मज़ा आ गया। 50 00:04:41,650 --> 00:04:44,200 वहाँ खड़ी होकर गप्पें मार रही थी 51 00:04:44,280 --> 00:04:45,860 नाश्ता भी तैयार नहीं किया। 52 00:04:45,950 --> 00:04:47,450 हिम्मत कैसे हुई तुम्हारी। 53 00:04:47,530 --> 00:04:49,580 मैं माफ़ी चाहती हूँ मालकिन। 54 00:04:49,660 --> 00:04:52,330 तुम्हें यहाँ मौज-मस्ती के लिए नहीं रखा है। 55 00:04:52,500 --> 00:04:54,870 यहाँ रहने के बदले काम करना होता है। 56 00:04:55,120 --> 00:04:56,960 जी समझ गयी मालकिन। 57 00:04:57,040 --> 00:05:00,420 आज मालिक वापस थिंग से यहाँ आने वाले हैं। 58 00:05:00,710 --> 00:05:03,720 हो सकता है उनके साथ कुछ मेहमान भी यहाँ आएँ। 59 00:05:03,840 --> 00:05:05,220 जाकर तैयारी करो। 60 00:05:07,930 --> 00:05:13,390 मुझे लगता है ग़ुलाम लड़की के लिए एक ग़ुलाम लड़का ही ठीक रहेगा। 61 00:05:16,270 --> 00:05:18,150 वाह मेहनत रंग लाई। 62 00:05:18,480 --> 00:05:20,480 ये गेहूँ की बालियाँ हैं थॉरफिन। 63 00:05:22,320 --> 00:05:25,950 यह तो देखने में बहुत ही नरम लग रही हैं। 64 00:05:26,990 --> 00:05:28,490 तो क्या ये ऐसी ही होती हैं? 65 00:05:29,280 --> 00:05:30,740 हाँ बिलकुल ऐसी ही। 66 00:05:32,830 --> 00:05:34,410 बड़ी अजीब बात है। 67 00:05:35,040 --> 00:05:37,290 इसी फसल से बाद में रोटी बन जाती है? 68 00:05:37,960 --> 00:05:39,500 कितनी हैरानी की बात है ना? 69 00:05:39,840 --> 00:05:40,750 हाँ। 70 00:05:41,040 --> 00:05:43,010 खेत बहुत खूबसूरत लग रहा हैं? 71 00:05:44,130 --> 00:05:46,220 हाँ सही कहा तुमने। 72 00:05:46,970 --> 00:05:49,090 हम इसी तरह से गेहूँ उगाते रहेंगे 73 00:05:49,220 --> 00:05:50,600 और फिर उसे बेच देंगे 74 00:05:50,720 --> 00:05:53,390 और फिर पैसे कमाकर अपने-आप को आज़ाद करवा लेंगे। 75 00:05:53,470 --> 00:05:56,060 इसमें कुछ साल तो लगेंगे ही लेकिन एक दिन 76 00:05:58,150 --> 00:05:59,060 हाँ। 77 00:05:59,900 --> 00:06:02,820 पता है। मुझे बहुत अच्छा रहा है। 78 00:06:02,900 --> 00:06:05,440 ये आज़ादी की तरफ़ हमारा पहला क़दम होगा। 79 00:06:05,650 --> 00:06:07,740 जितने पेड़ हैं सारे काट डालते हैं। 80 00:06:07,820 --> 00:06:10,120 ताकि अगले साल हम दुगनी फ़सल उगा पाएँ। 81 00:06:15,290 --> 00:06:18,670 वैसे हमें तो इस बात की छूट है कि खेती करके कमाएँ 82 00:06:18,750 --> 00:06:21,000 और अपनी आज़ादी ख़रीद पाएँ लेकिन 83 00:06:22,090 --> 00:06:24,550 क्या आर्नहेड को ऐसा मौक़ा मिल पाएगा? 84 00:06:26,300 --> 00:06:27,420 क्या कह सकते हैं? 85 00:06:28,220 --> 00:06:30,720 तुम उससे खुद ही क्यों नहीं पूछ लेते? 86 00:06:34,220 --> 00:06:36,680 वैसे क्या उससे ये पूछना ठीक रहेगा? 87 00:06:38,060 --> 00:06:40,560 पहले ये बताओ हमें इनका आज क्या करना है? 88 00:06:41,860 --> 00:06:43,400 ओह गेहूँ की फ़सल का? 89 00:06:43,610 --> 00:06:45,150 फिलहाल तो कुछ नहीं करना है। 90 00:06:46,070 --> 00:06:47,150 तो ठीक है। 91 00:06:47,320 --> 00:06:48,700 थोड़ा सा जंगल साफ़ कर लेते हैं। 92 00:06:48,820 --> 00:06:50,240 नहीं हम करेंगे प्रार्थना। 93 00:06:50,780 --> 00:06:51,950 क्या? प्रार्थना? 94 00:06:55,410 --> 00:06:58,710 मेरी प्रार्थना सुन ले ऊपरवाले 95 00:06:58,790 --> 00:07:00,830 हमारी फ़सल को बड़ा करना। 96 00:07:00,920 --> 00:07:01,790 जल्दी बड़ा करना 97 00:07:02,380 --> 00:07:03,380 गेहूँ की खेती अच्छी हो जाए। 98 00:07:04,090 --> 00:07:05,670 कीड़ों को यहाँ से दूर रखना। 99 00:07:05,750 --> 00:07:08,880 अच्छी बरसात करवाना ऊपर वाले। 100 00:07:11,550 --> 00:07:13,260 चलो प्रार्थना करो। 101 00:07:15,600 --> 00:07:19,390 तो। यह बताओ कि किससे प्रार्थना करूं? 102 00:07:19,480 --> 00:07:21,140 किसी से भी प्रार्थना करो। 103 00:07:21,400 --> 00:07:23,770 जिन्हें भी तुम मानते हो उससे प्रार्थना करो। 104 00:07:24,020 --> 00:07:26,230 चलो जल्दी से मेरे साथ आकर बैठ जाओ 105 00:07:27,940 --> 00:07:29,700 और फसल के लिए प्रार्थना करो। 106 00:07:33,490 --> 00:07:37,120 अगर हमें अच्छी फ़सल चाहिए तो ईश्वर से प्रार्थना करनी ही होगी 107 00:07:37,580 --> 00:07:41,460 चढ़ाने के लिए कुछ नहीं है लेकिन हम दोनों दिल से प्रार्थना करेंगे। 108 00:07:42,670 --> 00:07:44,590 गेहूं की फ़सल का ध्यान रखना। 109 00:07:45,290 --> 00:07:47,210 चलो अब हाथ जोड़कर प्रार्थना करो। 110 00:07:47,590 --> 00:07:49,420 क्या? आह ठीक है। 111 00:07:49,970 --> 00:07:53,680 हमारी फ़सल को बड़ा करना। 112 00:07:53,760 --> 00:07:55,180 मुझे सुनाई नहीं दे रहा। 113 00:07:55,260 --> 00:07:56,390 -बोलो। -ठीक है। 114 00:07:56,470 --> 00:07:58,180 हमारी फ़सल का ध्यान रखना। 115 00:07:58,270 --> 00:07:59,560 शर्माओ मत। ज़ोर से बोलो। 116 00:07:59,640 --> 00:08:02,140 प्रार्थना पूरे मन से करनी चाहिए। समझे? 117 00:08:02,230 --> 00:08:03,350 हाँ समझ गया। 118 00:08:03,850 --> 00:08:04,810 शुरू करो। 119 00:08:04,980 --> 00:08:06,900 -कीड़ों को फसल से दूर रखना। -कीड़ों को फसल से दूर रखना। 120 00:08:06,980 --> 00:08:10,650 -और यहाँ अच्छी बरसात करवाना। -और यहाँ अच्छी बरसात करवाना। 121 00:08:22,540 --> 00:08:23,920 वाह क्या बात है? 122 00:08:24,000 --> 00:08:26,840 इस जगह में ज़रा भी बदलाव नहीं आया है। 123 00:08:27,960 --> 00:08:29,920 वैसे माँ और ओलमार दोनों ठीक 124 00:08:30,010 --> 00:08:31,050 हैं न पिताजी? 125 00:08:31,720 --> 00:08:35,430 हाँ ओलमार में बहुत जोश है मुझे परेशान करता है। 126 00:08:35,890 --> 00:08:39,060 वो भी तुम्हारी ही तरह लड़ाई में जाना चाहता है। 127 00:08:41,890 --> 00:08:44,600 बचपन से लेकर अब तक वो ज़रा भी नहीं बदला। 128 00:08:44,690 --> 00:08:46,150 हालाँकि वो डरपोक है। 129 00:08:46,690 --> 00:08:50,230 सबकी अपनी-अपनी ख़ूबियाँ और कमियाँ होती हैं थोर्गिल। 130 00:08:50,320 --> 00:08:52,530 वो लड़ाई में जाने लायक नहीं है। 131 00:08:53,240 --> 00:08:56,490 हर किसी को वो काम करना चाहिए जो उसके लिए ठीक हो। 132 00:08:57,070 --> 00:08:59,120 लेकिन मैं ऐसा नहीं मानता। 133 00:08:59,490 --> 00:09:03,160 वैसे जंग के दौरान लोगों में बदलाव भी आ जाता है राजा कन्यूट की तरह। 134 00:09:03,830 --> 00:09:04,750 राजा? 135 00:09:05,420 --> 00:09:08,290 हाँ अब कोई उन्हें राजकुमार नहीं कहता। 136 00:09:08,590 --> 00:09:11,340 इस जंग के दौरान उनमें बहुत बदलाव आ गया है। 137 00:09:11,920 --> 00:09:14,260 अब वो पूरी तरह से सेनापति बन चुके हैं। 138 00:09:16,300 --> 00:09:19,350 क्यों न ओलमार को जंग के मैदान में भेजें और दखें कि वो क्या करता है? 139 00:09:20,260 --> 00:09:21,890 बेकार की बात मत करो। 140 00:09:22,020 --> 00:09:23,850 वो अपनी जान नहीं बचा पाएगा। 141 00:09:29,270 --> 00:09:31,360 ज़रा उधर देखो मालिक आ रहे हैं न? 142 00:09:31,650 --> 00:09:33,820 वाह कितने सही समय पर आए हैं। 143 00:09:35,450 --> 00:09:36,860 अरे ये तो 144 00:09:37,410 --> 00:09:40,530 ओ तो तुम आए हो थोर्गिल? 145 00:09:42,370 --> 00:09:43,330 कब वापस आए? 146 00:09:43,620 --> 00:09:45,370 बस पाँच-छह दिन हुए होंगे। 147 00:09:45,910 --> 00:09:47,540 थिंग में पिताजी मुझे मिल गए थे 148 00:09:47,620 --> 00:09:50,250 तो सोचा कुछ दिन यहाँ आकर रुक जाता हूँ। 149 00:09:50,340 --> 00:09:53,760 मानना पड़ेगा बहादुर तो हो इसीलिए अब तक ज़िंदा हो? 150 00:09:53,840 --> 00:09:55,760 कोई मेरा बाल भी बांका नहीं कर सकता 151 00:09:55,840 --> 00:09:57,430 मैंने तुमसे लड़ना सीखा है स्नेक। 152 00:09:58,090 --> 00:10:01,390 स्नेक अपने साथ किन्हें लेके आये हो? 153 00:10:01,470 --> 00:10:03,140 अच्छा ये लोग। 154 00:10:03,220 --> 00:10:04,640 हे। 155 00:10:06,190 --> 00:10:08,230 अरे चलो जल्दी से इधर आओ। 156 00:10:10,190 --> 00:10:11,820 ये दोनों चोर हैं। 157 00:10:12,110 --> 00:10:14,280 इन्हें आपके हवाले करने के लिए ला रहा था। 158 00:10:14,740 --> 00:10:15,860 क्या चोर? 159 00:10:15,940 --> 00:10:19,620 पिछले कुछ दिनों से हमारे यहाँ एक जैसी चोरियाँ हो रही थीं। 160 00:10:20,070 --> 00:10:21,870 और मुझे ऐसा लग रहा है कि 161 00:10:22,030 --> 00:10:23,740 वो सब चोरियाँ इन्होंने ही की हैं। 162 00:10:27,750 --> 00:10:30,130 बेशक ये बच्चे हैं लेकिन चोरी तो चोरी है। 163 00:10:31,380 --> 00:10:34,550 और इन इस चोरी की सज़ा मिलनी ही चाहिए मालिक। 164 00:10:56,780 --> 00:10:59,240 भैया मेरे हाथों में दर्द हो रहा है। 165 00:11:00,950 --> 00:11:02,490 अब हमारा क्या होगा? 166 00:11:07,750 --> 00:11:09,330 क्या यह हमें मार देंगे? 167 00:11:11,040 --> 00:11:12,330 चिन्ता मत करो। 168 00:11:13,090 --> 00:11:14,630 सब कुछ ठीक हो जाएगा। 169 00:11:15,750 --> 00:11:16,920 मैं तुम्हारे साथ हूँ ना? 170 00:11:20,010 --> 00:11:22,140 असल में बात ये है कि 171 00:11:22,220 --> 00:11:24,560 लोग सेना की टुकड़ियों की बात करते हैं 172 00:11:24,640 --> 00:11:27,770 पर वो जानते ही नहीं कि कौन उनके साथ हैं और कौन नहीं। 173 00:11:27,850 --> 00:11:29,890 जंग के दौरान एक वंश के लोग मिलकर 174 00:11:29,980 --> 00:11:32,060 अपने दुश्मन को चुनते हैं और हमला कर देते हैं। 175 00:11:32,150 --> 00:11:33,400 ये साबित करने के लिए 176 00:11:33,480 --> 00:11:36,940 कि वो उत्तरी सागर के सबसे ताक़तवर लोग हैं। 177 00:11:39,610 --> 00:11:41,530 जंग के बाद दुश्मन के इलाक़े में लूटपाट की जाती है। 178 00:11:42,870 --> 00:11:44,620 उस लड़की को पाने के लिए जिसे बेचा जा सके 179 00:11:44,700 --> 00:11:46,620 सैनिक एक-दूसरे को मार भी देते हैं। 180 00:11:48,330 --> 00:11:49,290 ओलमार। 181 00:11:50,080 --> 00:11:53,040 एक बात बताओ क्या तुम मेरे साथ इंग्लैंड चलोगे? 182 00:11:55,840 --> 00:11:58,010 मतलब ये कि तुम नहीं जाना चाहते? 183 00:11:58,090 --> 00:12:00,840 हाँ क्यों नहीं। मैं ज़रूर जाऊँगा लड़ाई में। 184 00:12:01,340 --> 00:12:03,430 मैं अपने-आप को साबित करना चाहता हूँ। 185 00:12:03,930 --> 00:12:06,100 शाबाश ये हुई न बात छोटे भाई। 186 00:12:06,600 --> 00:12:09,560 चलो इसी बात पर आज मैं तुम्हें एक इनाम देता हूँ। 187 00:12:10,060 --> 00:12:11,940 सुनो ज़रा मुझे मेरा हार देना। 188 00:12:12,020 --> 00:12:12,900 जी मालिक। 189 00:12:21,450 --> 00:12:24,200 ह्म्म्म ये क्या है मीट के टुकड़े? क्या इन्हें खा सकता हूँ? 190 00:12:24,490 --> 00:12:28,490 ज़रूर खा तो सकते हो लेकिन कानों का स्वाद अच्छा नहीं होता। 191 00:12:30,450 --> 00:12:32,370 ये इंग्लैंड के लोगों के कान हैं। 192 00:12:33,000 --> 00:12:35,580 क्या कहा? कान? 193 00:12:46,850 --> 00:12:48,010 कानों का हार? 194 00:12:48,760 --> 00:12:50,470 तुम तो बहुत ही डरपोक हो। 195 00:12:50,600 --> 00:12:52,430 जंग के मैदान में कैसे लड़ोगे? 196 00:12:54,100 --> 00:12:57,310 जानते हो हम दोनों ताक़तवर केतिल के बेटे हैं। 197 00:12:58,900 --> 00:13:01,150 क्या? ताक़तवर? 198 00:13:01,240 --> 00:13:05,660 तुम नहीं जानते? जवानी में हमारे पिता कमाल के सैनिक थे। 199 00:13:07,030 --> 00:13:08,910 जैसे ही जंग शुरू होती थी 200 00:13:08,990 --> 00:13:12,960 इनके हथियार इनकी अपनी फ़ौलादी ताक़त से ही टूट जाते थे। 201 00:13:14,620 --> 00:13:17,880 उसके बाद ये जंग के मैदान में ख़ाली हाथों से ही लड़ते थे। 202 00:13:18,040 --> 00:13:20,710 बिना हथियार के भी ये दूसरों से बेहतर लड़ते थे। 203 00:13:24,050 --> 00:13:27,590 क्या? ताक़तवर हमारे पिता? 204 00:13:27,680 --> 00:13:32,060 पता है जो पुराने सैनिक हैं वो अपनी बातों में इनका ज़िक्र कई बार करते हैं। 205 00:13:32,430 --> 00:13:34,940 तो तुम्हें अपने पिता की ज़्यादा इज़्ज़त करनी चाहिए। 206 00:13:35,600 --> 00:13:36,560 सुनो 207 00:13:37,190 --> 00:13:39,900 थोर्गिल सफ़र करके तुम थक गए हो। 208 00:13:40,150 --> 00:13:42,570 अंदर जाकर आराम क्यों नहीं कर लेते? 209 00:13:42,650 --> 00:13:45,200 मैं इतना कमज़ोर नहीं हूँ पिताजी। 210 00:13:45,490 --> 00:13:46,610 थोर्गिल। 211 00:13:52,080 --> 00:13:55,580 अगर आपका हुक्म है तो ठीक है मैं आराम कर लेता हूँ। 212 00:13:56,920 --> 00:13:57,750 मालिक। 213 00:13:59,170 --> 00:14:02,090 माफ़ी चाहूँगा क्या आप उन दोनों का फ़ैसला करेंगे 214 00:14:02,170 --> 00:14:04,630 कि इनका क्या करना है आराम पर जाने से पहले? 215 00:14:13,970 --> 00:14:17,140 तो सबसे पहले तुम दोनों मुझे अपने नाम बताओ। 216 00:14:19,560 --> 00:14:21,150 जल्दी से अपने नाम बताओ। 217 00:14:22,070 --> 00:14:26,110 डाँटो मत इन्हें। ये बहुत डरे हुए हैं इसलिए नहीं बोल रहे। 218 00:14:26,200 --> 00:14:27,150 माफ़ी चाहता हूँ। 219 00:14:29,620 --> 00:14:31,580 अच्छा अपने नाम बताओ। 220 00:14:34,080 --> 00:14:35,700 मैं स्टुरे हूँ। 221 00:14:37,250 --> 00:14:38,790 और ये मेरी छोटी बहन थोरा। 222 00:14:39,330 --> 00:14:43,130 हम्म ह्म्म्म अच्छा अच्छा स्टुरे और थोरा। 223 00:14:43,630 --> 00:14:46,510 क्या कोई है ऐसा जो तुम्हारे बचाव में कुछ कह सके? 224 00:14:47,170 --> 00:14:50,390 इनके अलावा परिवार में इनकी माँ और एक बच्चा भी है। 225 00:14:50,970 --> 00:14:54,180 इनकी माँ बीमार थीं इस वजह से मैं उन्हें यहाँ नहीं लाया। 226 00:14:54,930 --> 00:14:56,890 और इनके पिता कहाँ हैं कुछ पता नहीं। 227 00:14:57,940 --> 00:15:01,020 तुम्हारे पिता का नाम क्या है? और क्या वो ठीक हैं? 228 00:15:03,270 --> 00:15:04,530 जवाब दो। 229 00:15:06,530 --> 00:15:08,860 मैरे पिता का नाम है स्नोरी। 230 00:15:09,530 --> 00:15:12,200 पिछले पतझड़ में वो सब्ज़ियाँ बेचने गए थे 231 00:15:14,080 --> 00:15:17,080 पर वापस नहीं आए अभी तक। 232 00:15:18,000 --> 00:15:21,500 अच्छा ये बताओ तुम्हारे दादाजी का क्या नाम है? 233 00:15:21,670 --> 00:15:23,250 कहीं उनका नाम बो तो नहीं? 234 00:15:25,130 --> 00:15:26,130 हाँ यही है। 235 00:15:28,260 --> 00:15:30,180 बो का बेटा स्नोरी इसका पिता है। 236 00:15:30,380 --> 00:15:33,390 उसने उस ज़मीन के पैसे देने हैं जो आपसे किराए पर ली थी। 237 00:15:33,600 --> 00:15:36,140 ओह अच्छा उस स्नोरी की बात कर रहे हो? 238 00:15:36,600 --> 00:15:38,810 मैंने तो उसे बहुत वक़्त से नहीं देखा है। 239 00:15:39,730 --> 00:15:41,560 शायद वो मर चुका होगा। 240 00:15:41,850 --> 00:15:43,690 एक साल हो गये उसे गए हुए। 241 00:15:43,860 --> 00:15:45,270 पर अब तक नहीं लौटा। 242 00:15:45,360 --> 00:15:47,690 शायद किसी चोर ने उसे मार दिया होगा। 243 00:15:47,820 --> 00:15:50,740 चुप हो जाओ। हमारे पिता अपने काम के लिए कहीं गए हैं। 244 00:15:59,200 --> 00:16:01,750 जिन परिवारों में रोज़ी रोटी कमाने वाला नहीं बचता 245 00:16:02,040 --> 00:16:05,670 परंपरा तो ये है उन्हें दूसरे परिवार काम के लिए रख लेते हैं। 246 00:16:06,210 --> 00:16:08,460 ये बच्चे तो देखने में ठीक-ठाक हैं 247 00:16:08,840 --> 00:16:11,760 लेकिन इनके परिवार में बीमार माँ और एक बच्चा है। 248 00:16:12,180 --> 00:16:14,140 इन्हें कोई काम पर नहीं रखेगा। 249 00:16:15,220 --> 00:16:17,060 आपकी आँखों से पानी आ रहा है? 250 00:16:18,520 --> 00:16:22,100 वो मेरी आँख में ज़रा सी धूल चली गई थी। 251 00:16:26,730 --> 00:16:29,690 ये बताओ क्या चुराया था इन दोनों ने? 252 00:16:30,360 --> 00:16:32,360 इन दोनों ने कई चोरियाँ की हैं 253 00:16:32,740 --> 00:16:36,620 लेकिन ये सिर्फ़ एक बोरी आटा चुराने का ही जुर्म क़ुबूल कर रहे हैं। 254 00:16:36,990 --> 00:16:38,910 हमारे सामने ही क़बूल किया इन्होंने। 255 00:16:39,410 --> 00:16:42,460 जुर्म मानने के लिए इन्हें डराया धमकाया तो नहीं? 256 00:16:42,540 --> 00:16:44,960 नहीं मालिक मैने ऐसा कुछ भी नहीं किया। 257 00:16:45,670 --> 00:16:47,710 बस इन्हें सच बताने के लिए कहा था। 258 00:16:50,880 --> 00:16:55,590 मैं सिर्फ़ इस बोरी के ख़ाली हो जाने तक का इंतज़ार करूँगा सब सच सच बता दो। 259 00:16:55,680 --> 00:17:00,310 अगर तुम ईमानदारी से सब बता दोगे तो तुम्हें सज़ा कम दी जाएगी। 260 00:17:01,770 --> 00:17:07,060 मैंने इनसे कहा कि हमारे बोरों के पीछे मालिक का नाम लिखा हुआ है समझे। 261 00:17:09,530 --> 00:17:11,530 ये इन्हें धमकाना नहीं तो और क्या है? 262 00:17:11,610 --> 00:17:14,030 क्या? अगर ये चोर नहीं होते 263 00:17:14,110 --> 00:17:17,240 तो इतना सा डराने पर यह अपना जुर्म कभी क़बूल नहीं करते। 264 00:17:17,820 --> 00:17:19,620 बहुत ही आसान फ़ैसला है 265 00:17:20,080 --> 00:17:21,500 एक एक हाथ काट दो इनका। हँ! 266 00:17:24,710 --> 00:17:28,630 मेरी मेरी बहन अभी बहुत छोटी है। उसपर रहम करो। 267 00:17:29,340 --> 00:17:34,420 ओह? तो तुम्हारी बहन की सज़ा भी तुम्हें दे दें बोलो तैयार हो? 268 00:17:34,930 --> 00:17:37,010 हम तुम्हारे दोनों हाथ काट देंगे। 269 00:17:39,350 --> 00:17:41,140 भैया हाँ मत कहना। 270 00:17:42,850 --> 00:17:44,690 हालाँकि अम्म्म... 271 00:17:45,350 --> 00:17:49,980 मैंने इनके बारे में जो भी कहा वो सच है फिर भी यही कहूँगा कि इन पर रहम कीजिए। 272 00:17:52,690 --> 00:17:55,610 पर फ़ैसला तो हो चुका है है न पिताजी? 273 00:17:59,030 --> 00:18:00,490 कितना ज़ालिम है। 274 00:18:01,120 --> 00:18:03,580 विश्वास ही नहीं होता कि ये मेरा बेटा है। 275 00:18:05,330 --> 00:18:09,130 ऐसी क्या मजबूरी थी कि इनको मेरे यहाँ चोरी करनी पडी? 276 00:18:10,170 --> 00:18:14,340 इस जुर्म के बदले इन्हें सज़ा दूँ इसके सिवा कोई चारा नहीं है मेरे पास। 277 00:18:17,220 --> 00:18:19,050 मैं नहीं चाहता कि इन्हें सज़ा मिले। 278 00:18:19,140 --> 00:18:21,680 आप एक तरह से इसकी ज़िन्दगी ख़त्म कर रहे हैं। 279 00:18:21,760 --> 00:18:23,970 चोरी के लिए ये सज़ा बहुत ज़्यादा है। 280 00:18:24,640 --> 00:18:25,600 क्या मतलब है? 281 00:18:26,270 --> 00:18:30,400 अगर आप मुझे इजाज़त दें तो मैं इस बारे में कुछ कहना चाहता हूँ मालिक। 282 00:18:30,480 --> 00:18:33,690 ओह। ह्म्म्म... हम्म ह्म्म्म 283 00:18:34,150 --> 00:18:35,820 बोलो पातेर क्या कहना है। 284 00:18:37,780 --> 00:18:41,240 आपके यहाँ काम-काज में मदद करने वाला होने के नाते 285 00:18:41,410 --> 00:18:45,040 मुझे नहीं लगता कि इस छोटे बच्चे को इतनी बड़ी सज़ा देना ठीक रहेगा। 286 00:18:45,620 --> 00:18:49,040 अगर इसके दोनों हाथ काट दिए तो इसकी ज़िन्दगी ख़राब हो जायेगी। 287 00:18:50,000 --> 00:18:52,540 स्टूरे यह बताओ कितने साल के हो तुम? 288 00:18:53,710 --> 00:18:54,510 बारह साल का। 289 00:18:55,130 --> 00:18:59,380 बढ़िया। यानी तुम इतने बड़े हो गए हो कि बड़ों के साथ काम कर सको। 290 00:19:01,430 --> 00:19:05,390 चोरी के सामान के पैसे और इनके पिता का बकाया आपको मिलना चाहिए। 291 00:19:06,060 --> 00:19:08,520 यहाँ काम करके ये उस पैसे को चुका सकते हैं। 292 00:19:09,690 --> 00:19:11,230 और इसलिए मैं चाहता हूँ 293 00:19:11,310 --> 00:19:13,860 कि आप इन बच्चों के साथ-साथ इनकी माँ को भी 294 00:19:13,940 --> 00:19:16,070 अपने खेतों में काम करने के लिए रख लें। 295 00:19:16,150 --> 00:19:20,410 उस ज़मीन पर जो आपने कभी इन बच्चों के पिता को किराए पर दी थी 296 00:19:20,530 --> 00:19:22,780 ये बच्चे अपनी माँ के साथ वहाँ खेती करेंगे। 297 00:19:23,410 --> 00:19:26,120 मैं इन्हें सिखा दूँगा कि खेती कैसे की जाती है। 298 00:19:26,450 --> 00:19:29,410 अगर सीखने के बाद ये अच्छा काम करने वाला बन जाएगा 299 00:19:29,540 --> 00:19:31,960 तो आपके नुक़सान की पूरी भरपाई हो जाएगी। 300 00:19:32,880 --> 00:19:35,250 तब इन्हें चोरी करने की ज़रूरत नहीं रहेगी। 301 00:19:35,630 --> 00:19:37,630 और सारी परेशानी भी दूर हो जाएगी। 302 00:19:38,300 --> 00:19:40,760 हम्म ह्म्म्म ये ठीक रहेगा। 303 00:19:41,050 --> 00:19:43,100 मुझे नुक़सान का मुआवज़ा मिलना ही चाहिए। 304 00:19:43,600 --> 00:19:44,100 ऐसा ही करो। 305 00:19:44,180 --> 00:19:49,560 और इसलिए मुझे लगता है इन बच्चों को डंडे से मारा जाए सही सज़ा इनके लिए ठीक रहेगी। 306 00:19:54,400 --> 00:19:55,360 क्या कहा? 307 00:19:55,980 --> 00:19:58,860 ठीक है जो तुमने कहा मैं समझ गया। 308 00:19:59,610 --> 00:20:00,450 नहीं। 309 00:20:01,070 --> 00:20:04,160 रुक जाओ। इन्हें मारने की ज़रूरत नहीं 310 00:20:04,240 --> 00:20:08,330 जो चोरी इन्होने की उसके मुआवज़े में ये मेरे यहाँ काम करेंगे। 311 00:20:08,410 --> 00:20:09,500 यही इनकी सज़ा है। 312 00:20:11,420 --> 00:20:16,130 लेकिन मालिक ज़रा गौर कीजिये इन दोनों को कोई सज़ा दिए बगैर हम नहीं छोड़ सकते। 313 00:20:16,590 --> 00:20:20,630 अगर इन्हें सज़ा नहीं दी तो लोगों के मन में हमारा डर ख़त्म हो जाएगा। 314 00:20:26,350 --> 00:20:29,810 और चोरी करने वाले बच्चे किसी को पसंद नहीं आते। 315 00:20:30,600 --> 00:20:33,060 सज़ा देना इन बच्चों के लिए भी अच्छा रहेगा। 316 00:20:39,860 --> 00:20:42,450 तो बताइए मालिक कितने डंडे मारूं इन्हें? 317 00:20:52,580 --> 00:20:54,710 अह पाँच या दस डंडे। 318 00:20:56,040 --> 00:20:57,710 यानी दोनों को दस-दस। 319 00:20:59,170 --> 00:21:00,590 पहले तुम्हारी बारी लड़के। 320 00:21:00,960 --> 00:21:02,550 डंडे खाने के लिए तैयार हो जाओ। 321 00:21:03,470 --> 00:21:05,470 नहीं भैया। नहीं। 322 00:21:05,840 --> 00:21:06,680 पीछे हटो। 323 00:21:07,350 --> 00:21:08,310 भैया। 324 00:21:08,390 --> 00:21:09,770 प्लीज़ भाई मार लो 325 00:21:09,850 --> 00:21:12,180 बीस के बीस डंडे मुझे ही मार लो। 326 00:21:12,270 --> 00:21:15,400 लेकिन मेरी बहन को एक भी डंडा मत मारना। 327 00:21:17,980 --> 00:21:21,530 अरे वाह? क्या बात है। बड़ी हिम्मत है तुममें। 328 00:21:21,610 --> 00:21:24,400 डंडा मुझे दो मैं बताता हूँ इसे। 329 00:21:24,490 --> 00:21:28,080 -क्या? लेकिन तुम ज़्यादा जोश में आ जाते हो। -मत मारो इसे। 330 00:21:28,160 --> 00:21:29,620 -नन्ही जान है थोडा ख़याल रखना। -छोड़ दो। 331 00:21:29,710 --> 00:21:30,540 -हाँ हाँ। -भैया। 332 00:21:30,620 --> 00:21:31,950 ज़रा आराम से मारना। 333 00:21:32,040 --> 00:21:32,870 हाँ समझ गया। 334 00:21:32,960 --> 00:21:35,120 इसके सिर या नाज़ुक जगह पर मत मारना। 335 00:21:35,210 --> 00:21:36,540 ठीक है ठीक है। 336 00:21:36,630 --> 00:21:38,840 आराम से यही कहा न तुमने? 337 00:21:39,290 --> 00:21:40,800 अब बताता हूँ तुम्हें बच्चे। 338 00:21:46,680 --> 00:21:47,590 भैया। 339 00:21:51,430 --> 00:21:52,470 एक हो गया। 340 00:21:52,600 --> 00:21:54,600 रुक जाओ थोर्गिल। डंडा मुझे दो 341 00:21:55,270 --> 00:21:56,730 मैं ख़ुद ही मारूँगा इसे। 342 00:22:20,590 --> 00:22:23,510 वाह क्या बात है? मज़ा आ गया? 343 00:22:25,590 --> 00:22:26,760 अह पिताजी कहाँ है? 344 00:22:27,720 --> 00:22:29,010 वो सोने चले गए हैं। 345 00:22:29,640 --> 00:22:30,720 मैं समझ गया 346 00:22:31,140 --> 00:22:33,270 ताक़तवर केतिल अब बूढ़े होने लगे हैं। 347 00:22:37,810 --> 00:22:41,230 ताक़तवर होने की सारी बातें झूठ हैं। 348 00:22:43,480 --> 00:22:47,530 आदमी अगर डरपोक हो तो वो इस दुनिया में नहीं रह सकता। 349 00:22:50,570 --> 00:22:52,950 सब मुझे हिम्मत वाला देखना चाहते हैं। 350 00:22:53,290 --> 00:22:55,410 सोचते हैं कि मैं बहुत बहादुर था। 351 00:23:00,330 --> 00:23:02,540 किसी को इस बात पर शक नहीं 352 00:23:04,000 --> 00:23:08,720 कि मेरे जैसे आदमी ने अपने बारे में सबको झूठ बताया होगा। 353 00:23:15,640 --> 00:23:17,350 मुझे थोर्गिल से डर लगता है 354 00:23:18,640 --> 00:23:20,190 जो मेरा अपना ही बेटा है। 355 00:23:21,610 --> 00:23:22,560 मैं जंग से घबराता हूँ। 356 00:23:23,820 --> 00:23:25,860 मुझे लड़ाई से डर लगता है। 357 00:23:30,030 --> 00:23:34,200 दूसरों के लिए अच्छा होना कभी ग़लत या बुरा नहीं हो सकता। 358 00:23:35,870 --> 00:23:39,710 आपके दिल में जो दुख है मैं उसे अच्छी तरह समझती हूँ। 359 00:23:41,040 --> 00:23:45,590 सिर्फ़ तुम्हीं ऐसी हो जो मुझसे यह सब कह सकती है। 360 00:23:46,090 --> 00:23:47,630 सिर्फ़ तुम्ही ऐसी हो 361 00:23:49,010 --> 00:23:51,340 जिसे मैं दिल की हर बात बता सकता हूँ। 362 00:23:54,640 --> 00:23:56,310 हमेशा मेरे साथ रहना। 363 00:23:58,560 --> 00:23:59,730 तुम्हारे बिना 364 00:24:01,310 --> 00:24:05,270 मेरी ज़िन्दगी में अंधेरा ही अंधेरा है। 365 00:25:52,460 --> 00:25:53,300 तनहा इंसान। 366 00:25:53,380 --> 00:25:55,130 {\an8}तनहा इंसान।