1 00:00:24,441 --> 00:00:28,445 सिमिटर यानी कृपाण जैसे दाँतों वाले बाघों का एक परिवार। 2 00:00:36,036 --> 00:00:40,624 हज़ारों सालों से, ये बर्फ़ीले उत्तर में फलते-फूलते रहे हैं। 3 00:00:43,752 --> 00:00:47,297 लेकिन इस समय, ये भूख से मर रहे हैं। 4 00:00:52,052 --> 00:00:56,974 ये बाघ जिन जानवरों का शिकार करते हैं, इन घाटियों में उनकी संख्या घटती जा रही है… 5 00:01:00,143 --> 00:01:02,563 क्योंकि यहाँ की जलवायु गर्म होती जा रही है, 6 00:01:03,188 --> 00:01:06,942 जिससे चरने वाले जानवर नए चरागाह ढूँढने के लिए मजबूर हो गए हैं। 7 00:01:10,654 --> 00:01:13,740 आज, शायद इनकी क़िस्मत अच्छी है। 8 00:01:17,911 --> 00:01:21,999 हाथियों का एक झुंड, एक नए रास्ते से दक्षिण की ओर जा रहा है। 9 00:01:37,931 --> 00:01:42,436 इतने ताक़तवर जीवों से टक्कर लेना बहुत जोखिम भरा काम है। 10 00:01:45,772 --> 00:01:47,691 लेकिन इनके पास कोई विकल्प नहीं है। 11 00:01:51,403 --> 00:01:54,448 यह हिम युग का अंत है। 12 00:01:56,408 --> 00:02:02,289 जैसे-जैसे पृथ्वी गर्म हो रही है, पृथ्वी का हर पर्यावास बदल रहा है। 13 00:02:06,418 --> 00:02:10,964 जैसे-जैसे बर्फ़ पिघलती है, पानी वापस ज़मीन पर आ जाता है 14 00:02:11,632 --> 00:02:14,259 और जंगल के जानवर ख़ूब फलते-फूलते हैं। 15 00:02:19,097 --> 00:02:21,183 लेकिन जो जीव हिम युग में राज करते थे, 16 00:02:21,266 --> 00:02:24,019 उनकी जानी-पहचानी दुनिया ख़त्म हो रही है… 17 00:02:25,979 --> 00:02:28,273 और वे ज़िंदा रहने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। 18 00:02:35,072 --> 00:02:40,285 प्रीहिस्टोरिक प्लैनेट : आइस एज 19 00:02:47,125 --> 00:02:50,754 भारी मात्रा में बर्फ़ का पिघलना 20 00:03:02,391 --> 00:03:06,311 टॉम हिडलस्टन द्वारा वर्णित 21 00:03:08,689 --> 00:03:11,483 बाघ आगे बढ़ते हैं। 22 00:03:13,485 --> 00:03:15,404 सबसे बड़ा ख़तरा? 23 00:03:15,904 --> 00:03:17,656 एक विशाल नर। 24 00:03:28,834 --> 00:03:31,253 अप्रत्याशित और ताक़तवर। 25 00:04:10,292 --> 00:04:14,922 यह मादा घायल हो गयी है, लेकिन ये बाघ हार नहीं मानेंगे। 26 00:04:19,176 --> 00:04:22,346 गर्म होती जलवायु की वजह से दुनिया के इस हिस्से में 27 00:04:22,429 --> 00:04:24,014 प्रवासी यात्राओं के रास्ते बदल गए हैं। 28 00:04:25,432 --> 00:04:29,937 समुद्र के किनारे पर इसका असर देखने लायक़ होता है। 29 00:04:34,066 --> 00:04:37,736 खनिज से भरपूर बर्फ़ बहुत बड़ी मात्रा में गिर रही है, 30 00:04:37,819 --> 00:04:41,031 और उथले समुद्र को पोषक तत्वों से भर रही है। 31 00:04:50,290 --> 00:04:56,380 समुद्री गायों का यह परिवार यहाँ हरी-भरी सिवार खाने आया है, 32 00:04:57,631 --> 00:04:59,758 जिसे पिघले हुए पानी से पोषण मिलता है। 33 00:05:11,144 --> 00:05:15,899 हिम युग के ये विशाल जीव मैनेटी के परिवार की प्रजाति से हैं… 34 00:05:18,443 --> 00:05:21,280 लेकिन इनका आकार एक व्हेल जितना है। 35 00:05:27,244 --> 00:05:29,496 सिवार इनका पसंदीदा भोजन है। 36 00:05:31,748 --> 00:05:35,586 लेकिन यह सिर्फ़ समुद्र किनारे के उथले पानी में उगती है… 37 00:05:37,504 --> 00:05:40,966 तो यहाँ चरना जोखिम भरा हो सकता है। 38 00:05:48,223 --> 00:05:52,019 जब ज्वार उतरता है, तो इनका ज़मीन पर फँस जाना आम बात है। 39 00:05:55,230 --> 00:05:58,275 यह इतना भारी है कि पानी से बाहर हिलडुल नहीं पाता। 40 00:05:59,818 --> 00:06:05,324 और आज, इस किनारे पर रहना ठीक नहीं है। 41 00:06:17,127 --> 00:06:19,296 एक छोटे मुँह वाला भालू। 42 00:06:21,340 --> 00:06:24,635 जिसका वज़न एक पोलर बेयर से लगभग 227 किलो ज़्यादा है 43 00:06:25,636 --> 00:06:28,013 और जो उससे भी ज़्यादा ख़तरनाक है। 44 00:06:41,860 --> 00:06:46,865 डायनासॉर के बाद पृथ्वी पर पाए जाने वाले सबसे बड़े शिकारियों में से एक। 45 00:06:53,664 --> 00:06:55,415 इसने कोई गंध सूँघ ली है। 46 00:07:14,142 --> 00:07:16,144 इसने ऐसा कुछ पहले कभी नहीं देखा है। 47 00:07:20,732 --> 00:07:23,235 लेकिन यह भोजन की गंध लग रही है। 48 00:07:27,114 --> 00:07:29,241 यह सब बहुत उलझन भरा है। 49 00:07:50,095 --> 00:07:54,600 एक छोटे मुँह वाला भालू ज़्यादातर जानवरों के परखच्चे उड़ा सकता है। 50 00:08:00,022 --> 00:08:01,815 समुद्री गाय की क़िस्मत अच्छी है 51 00:08:01,899 --> 00:08:06,069 कि उसकी एक इंच मोटी सख़्त खाल उसकी रक्षा करती है। 52 00:08:14,411 --> 00:08:18,081 भालू का हमला इसमें बस एक हल्की सी चिढ़ पैदा करता है। 53 00:08:21,919 --> 00:08:25,339 या शायद, जैसे मुफ़्त में किसी ने पीठ खुजा दी हो। 54 00:08:31,136 --> 00:08:33,347 ज्वार लौट रहा है। 55 00:08:35,849 --> 00:08:37,100 तेज़ी से। 56 00:08:41,063 --> 00:08:44,566 भालू के लिए, भोजन करने का मौक़ा हाथ से फिसल रहा है। 57 00:09:05,420 --> 00:09:08,465 फिर से अपने परिवार से मिलने का समय आ गया है। 58 00:09:10,425 --> 00:09:13,762 इसे अभी ढेर सारा भोजन खाना है। 59 00:09:22,104 --> 00:09:27,985 यहाँ किनारे पर भारी मात्रा में बर्फ़ के पिघलने का मतलब है, समुद्री गायों के लिए और ज़्यादा पौष्टिक सिवार… 60 00:09:31,613 --> 00:09:33,866 जबकि हिम युग के कई विशाल जानवरों के लिए, 61 00:09:35,534 --> 00:09:37,953 ज़िंदगी और मुश्किल होती जा रही है। 62 00:09:54,678 --> 00:09:58,015 हज़ारों किलोमीटर दक्षिण में रहने वाले जानवरों के लिए, 63 00:09:58,807 --> 00:10:04,855 यह और गर्म होती जलवायु इस झाड़ीदार ज़मीन को एक ख़तरनाक जगह में बदल रही है। 64 00:10:14,823 --> 00:10:20,162 रात में, यहाँ चरता एक कोलम्बियन हाथी पर्याप्त रूप से सुरक्षित है। 65 00:10:29,713 --> 00:10:31,798 लेकिन सूरज निकल जाने के बाद… 66 00:10:38,430 --> 00:10:41,600 यह विशाल जानवर भी ख़तरे में पड़ जाता है। 67 00:11:13,757 --> 00:11:15,884 तारकोल की झील। 68 00:11:24,518 --> 00:11:28,522 यह धरती की परतों के भीतर से निकलकर ऊपर सतह पर आ जाता है। 69 00:11:30,691 --> 00:11:35,362 जब सर्दी होती है, यह ठोस होता है और इस पर चलना सुरक्षित होता है। 70 00:11:37,281 --> 00:11:40,075 लेकिन जब तापमान 64 डिग्री पर पहुँचता है… 71 00:11:42,077 --> 00:11:45,747 तो यह मौत के एक चिपचिपे जाल में बदल जाता है। 72 00:11:50,043 --> 00:11:52,838 आज इसने एक और जीव को अपना शिकार बना लिया है। 73 00:12:35,714 --> 00:12:40,552 उत्तरी अमेरिका के सेबर यानी तलवार जैसे दाँतों वाले बाघ ताक़तवर शिकारी होते हैं। 74 00:12:43,430 --> 00:12:47,518 लेकिन ये आसानी से मिलने वाले भोजन को ना नहीं कहेंगे। 75 00:12:56,985 --> 00:13:01,823 अभी धूप मंद है, इसलिए पाँव के नीचे का तारकोल अभी भी ठोस है। 76 00:13:39,278 --> 00:13:40,863 डायर भेड़िए। 77 00:13:42,739 --> 00:13:46,034 सेबर दाँतों वाले बाघों के ख़तरनाक प्रतिद्वंद्वी। 78 00:13:51,415 --> 00:13:55,460 झुंड में शिकार करने वाले शिकारी, जिनका काटना हड्डियों तक को चूर-चूर कर देता है। 79 00:14:14,897 --> 00:14:19,776 अगर मौक़ा मिला तो यह झुंड शावकों को मार देगा। 80 00:14:33,290 --> 00:14:36,960 सेबर दाँतों वाले बाघ और डायर भेड़िए, दोनों एक दूसरे की टक्कर के हैं। 81 00:14:40,631 --> 00:14:44,426 लेकिन तारकोल की वजह से सब कुछ बदल गया है। 82 00:14:52,434 --> 00:14:58,190 डायर भेड़िए एक सुरक्षित रास्ता ढूँढने के लिए अपनी तेज़ सूँघने की शक्ति का इस्तेमाल करते हैं। 83 00:15:36,520 --> 00:15:39,064 अपने शावकों को जानलेवा ख़तरे में देखकर… 84 00:15:45,404 --> 00:15:48,991 इसमें ख़ुद को छुड़ाने की हिम्मत आ गयी है। 85 00:16:05,215 --> 00:16:07,885 यह झुंड मदद करने में बिल्कुल असमर्थ है। 86 00:16:16,310 --> 00:16:21,064 तारकोल के गड्ढों की वजह से हिम युग के हज़ारों जीवों की मौत हो गयी। 87 00:16:22,566 --> 00:16:26,195 यह परिवार ख़ुशक़िस्मत रहा है। 88 00:16:32,034 --> 00:16:34,661 जैसे-जैसे दुनिया भर का तापमान बढ़ रहा है, 89 00:16:34,745 --> 00:16:40,000 हिम युग के घास के मैदानों का जीवन भी नाटकीय रूप से बदल रहा है। 90 00:16:42,169 --> 00:16:44,546 ये बारहसिंगे किसी तरह गुज़ारा कर रहे हैं। 91 00:16:47,758 --> 00:16:53,180 लेकिन "मेगालोसेरस" के लिए ज़िंदा रहना बहुत ज़्यादा मुश्किल होता जा रहा है… 92 00:16:55,516 --> 00:16:58,852 हिम युग का एक विशाल हिरण। 93 00:17:15,410 --> 00:17:18,872 इसे फलने-फूलने के लिए खुला मैदान चाहिए। 94 00:17:22,000 --> 00:17:24,586 लेकिन भूक्षेत्र में पानी के वापस आते ही, 95 00:17:25,671 --> 00:17:29,174 जंगल फिर से फैलते जा रहे हैं। 96 00:17:36,390 --> 00:17:42,479 बारहसिंगों में इससे बड़े सींग आज तक किसी के नहीं हुए। 97 00:17:44,898 --> 00:17:47,401 बारह फ़ुट चौड़े। 98 00:17:55,117 --> 00:17:58,704 प्रजनन के मौसम में, ये एक साथी को आकर्षित करने में मदद करते हैं। 99 00:17:59,830 --> 00:18:03,417 हालाँकि साल के इस समय में, ये इसके लिए एक बोझ हैं। 100 00:18:12,885 --> 00:18:14,887 केव हाईनाज़ यानी गुफाओं में रहने वाले लकड़बग्घे। 101 00:18:20,184 --> 00:18:25,022 अति उग्र शिकारी, जो भेड़ियों से दोगुने आकार के होते हैं। 102 00:18:25,772 --> 00:18:28,692 इन्होंने हज़ारों सालों से इन विशाल जानवरों का शिकार किया है। 103 00:18:36,575 --> 00:18:38,493 "मेगालोसेरस" रफ़्तार में तेज़ होते हैं। 104 00:18:39,328 --> 00:18:44,333 एक बार रफ़्तार पकड़ने पर, ये लगभग 80 किलोमीटर प्रति घंटा से भी ज़्यादा की रफ़्तार से भाग सकते हैं। 105 00:18:51,006 --> 00:18:54,510 शुरुआत में आगे होने पर, दौड़ने में यह लकड़बग्घों को पछाड़ सकता है। 106 00:19:01,558 --> 00:19:03,185 लेकिन लकड़बग्घे हार नहीं मानते। 107 00:19:04,686 --> 00:19:06,939 इनके पास एक पुरानी रणनीति है। 108 00:19:07,523 --> 00:19:10,734 अगर लकड़बग्घे इसके बस इतना क़रीब रह सकें कि इसे दौड़ते रहना पड़े… 109 00:19:11,276 --> 00:19:13,779 और इसे कभी साँस लेने का मौक़ा न मिले… 110 00:19:15,072 --> 00:19:17,115 तो शायद लकड़बग्घे इसे पकड़ लेंगे। 111 00:19:22,037 --> 00:19:24,456 मुमकिन है जितना सोचा है, उससे भी कहीं पहले। 112 00:19:31,296 --> 00:19:33,924 बचकर निकलने का सिर्फ़ एक रास्ता है। 113 00:19:53,151 --> 00:19:54,236 अभी के लिए… 114 00:19:56,905 --> 00:19:58,240 ख़तरा टल गया है। 115 00:20:07,666 --> 00:20:09,293 जैसे-जैसे बर्फ़ की चादरें पिघलती हैं, 116 00:20:09,877 --> 00:20:13,213 पृथ्वी का वातावरण और ज़्यादा गीला होता जाता है। 117 00:20:15,007 --> 00:20:16,884 यहाँ उष्णकटिबंधीय इलाक़ों में, 118 00:20:16,967 --> 00:20:20,971 उत्तर की तुलना में जंगल कहीं ज़्यादा तेज़ी से फैल रहे हैं। 119 00:20:21,847 --> 00:20:24,850 और इनमें अजीब जानवरों की भरमार है… 120 00:20:28,437 --> 00:20:30,355 जैसे यह टेनरिक। 121 00:20:32,608 --> 00:20:34,776 इन्हें कीड़े खाना बहुत पसंद है… 122 00:20:36,695 --> 00:20:38,864 और पक्षियों के अंडे खाना भी। 123 00:20:42,117 --> 00:20:46,038 लेकिन यह अंडा खाना इसकी क्षमता से बाहर की बात है। 124 00:20:51,168 --> 00:20:55,130 आख़िरकार यह आज तक का सबसे बड़ा अंडा है। 125 00:20:56,173 --> 00:21:00,677 और यह आज तक के सबसे बड़े पक्षी का अंडा है। 126 00:21:03,555 --> 00:21:05,557 एक एलीफ़ेंट बर्ड का। 127 00:21:08,185 --> 00:21:12,940 इनकी गर्दन की चमकीली झालरें एक साथी को आकर्षित करने में मदद करती हैं। 128 00:21:18,111 --> 00:21:22,032 यह विशाल जानवर पिता बनने वाला है। 129 00:21:28,121 --> 00:21:30,457 लेकिन कुछ गड़बड़ है। 130 00:21:34,253 --> 00:21:36,338 इसका चूज़ा बाहर आने में समय ले रहा है। 131 00:21:38,006 --> 00:21:39,758 इन्हें देर हो रही है। 132 00:21:44,847 --> 00:21:47,933 सभी एलीफ़ेंट बर्ड एक साथ अंडे देते हैं, 133 00:21:48,016 --> 00:21:50,811 ताकि इनके चूज़े एक ही समय पर अंडों से बाहर आएँ। 134 00:22:05,200 --> 00:22:09,371 यह झुंड साथ मिलकर अपनी यात्रा के लिए पैदल रवाना हो रहा है। 135 00:22:16,253 --> 00:22:21,091 जब आपका वज़न एक टन हो, तो आपके पास उड़ने का विकल्प नहीं होता। 136 00:22:27,598 --> 00:22:30,267 कोई भी पीछे नहीं छूटना चाहता। 137 00:22:33,437 --> 00:22:36,273 लेकिन इस चूज़े को कोई जल्दी नहीं है। 138 00:22:54,875 --> 00:22:56,919 गर्मियों के दिन आर्द्र भूमियों में बिताने के लिए, 139 00:22:57,002 --> 00:23:00,339 दूसरे साथी पहले ही यहाँ से निकल चुके हैं। 140 00:23:19,983 --> 00:23:23,070 लेकिन यह चलते समय अभी भी थोड़ा डगमगाती है। 141 00:23:40,128 --> 00:23:45,592 अगले नौ महीनों के लिए, यह नर इसका एकमात्र पोषणकर्ता और संरक्षक होगा। 142 00:23:52,683 --> 00:23:55,519 इन्हें अपने क़ाफ़िले तक पहुँचना होगा। 143 00:24:09,658 --> 00:24:13,078 एलीफ़ेंट बर्ड के एक साथ यात्रा करने की एक ख़ास वजह है। 144 00:24:17,374 --> 00:24:20,419 जंगल एक ख़तरनाक जगह है। 145 00:24:27,885 --> 00:24:30,470 जो पीछे रह जाते हैं, वे आसानी से शिकार बन सकते हैं। 146 00:24:51,325 --> 00:24:53,076 विशाल फ़ॉसा। 147 00:24:56,079 --> 00:25:00,459 एक घात लगाकर शिकार करने वाला शिकारी, तेज़ और फुर्तीला। 148 00:25:09,343 --> 00:25:12,179 यह नाश्ता करने का समय नहीं है। 149 00:26:05,023 --> 00:26:08,402 क़ाफ़िला अपनी मंज़िल पर पहुँच गया है। 150 00:26:10,946 --> 00:26:12,865 यहाँ बारिश लौट आयी है… 151 00:26:14,283 --> 00:26:16,285 जिससे यह जगह आर्द्र भूमि में तब्दील हो गयी है… 152 00:26:17,703 --> 00:26:21,456 और यहाँ सबके लिए काफ़ी भोजन और पानी उपलब्ध है। 153 00:26:30,340 --> 00:26:32,676 लेकिन पीछे रह जाने वाले साथियों का क्या हुआ? 154 00:26:43,520 --> 00:26:47,649 यहाँ तक कि सबसे आख़िर में अंडे से बाहर आने वाला चूज़ा भी यहाँ पहुँच गया है। 155 00:26:56,867 --> 00:27:02,206 जैसे-जैसे आर्द्र भूमियों का विस्तार हो रहा है, इनकी संख्या हर साल बढ़ती जा रही है। 156 00:27:05,375 --> 00:27:10,881 भारी मात्रा में बर्फ़ के पिघलने से एलीफ़ेंट बर्ड के लिए एक सुनहरे युग की शुरुआत हुई है। 157 00:27:13,133 --> 00:27:18,972 लेकिन इस विशाल हिरण के लिए, दुनिया छोटी होती जा रही है। 158 00:27:24,353 --> 00:27:29,358 एक जंगल में, 12 फ़ुट के सींग आपको मुसीबत में डाल सकते हैं। 159 00:27:44,540 --> 00:27:49,211 नदी के साथ-साथ थोड़ा आगे आकर, लकड़बग्घों ने उस पार जाने का रास्ता ढूँढ लिया है। 160 00:28:27,666 --> 00:28:28,792 फँस गया। 161 00:29:20,761 --> 00:29:23,430 इसका बचना किसी चमत्कार से कम नहीं। 162 00:29:33,148 --> 00:29:36,735 अपने सींग गिराने से इसकी जान बच गयी। 163 00:29:42,866 --> 00:29:46,328 प्रजनन के अगले मौसम के लिए नए सींग उग आएँगे। 164 00:29:49,206 --> 00:29:55,546 लेकिन इसकी प्रजाति के जानवरों और लकड़बग्घों का समय ख़त्म होता जा रहा है। 165 00:30:05,806 --> 00:30:11,019 सेबर दाँतों वाले बाघ दो दिनों से हाथियों का पीछा कर रहे हैं। 166 00:30:21,405 --> 00:30:24,157 इनके सब्र का फल इन्हें मिलने वाला है। 167 00:30:32,082 --> 00:30:33,375 बाघों के 168 00:30:33,458 --> 00:30:38,046 पहले हमले के दौरान घायल हुआ नर झुंड से पीछे रह गया है। 169 00:30:46,471 --> 00:30:47,931 यह कमज़ोर है। 170 00:30:54,271 --> 00:30:58,358 बाघों की दुनिया में, यह एक अनोखी तरह की बाघिन है। 171 00:30:59,943 --> 00:31:02,654 यह एक शेर की तरह ताक़तवर… 172 00:31:05,365 --> 00:31:08,243 और एक तेंदुए की तरह फुर्तीली है। 173 00:31:47,324 --> 00:31:50,661 अब बाघ सर्दियों का एक और मौसम ज़िंदा रहकर बिता पाएँगे। 174 00:31:58,710 --> 00:32:01,505 और हाथियों का झुंड भी। 175 00:32:10,013 --> 00:32:12,015 लेकिन इनकी दुनिया बदल रही है। 176 00:32:17,104 --> 00:32:20,816 हिम युग में जन्मा एक नया शिकारी 177 00:32:21,650 --> 00:32:24,987 पृथ्वी के हर कोने में फैल रहा है। 178 00:32:26,321 --> 00:32:31,076 और यह कहानी अभी भी पूरी तरह सामने नहीं आई है। 179 00:32:37,833 --> 00:32:41,879 प्रीहिस्टोरिक प्लैनेट बर्फ़ के नीचे 180 00:32:45,257 --> 00:32:48,260 हिम युग में विशाल स्तनपायी जानवरों का राज था। 181 00:32:52,347 --> 00:32:56,685 लेकिन उनमें से लगभग सभी भारी मात्रा में बर्फ़ पिघलने के दौरान मर गए। 182 00:32:59,813 --> 00:33:02,274 यह कितना अविश्वसनीय और अजीब लगता है 183 00:33:02,357 --> 00:33:06,945 कि वे सभी बड़े जानवर जो इस धरती पर मौजूद थे, पूरी तरह से विलुप्त हो गए। 184 00:33:08,197 --> 00:33:09,781 उनके साथ क्या हुआ? 185 00:33:11,450 --> 00:33:12,534 और क्यों? 186 00:33:14,703 --> 00:33:19,499 सभी विशाल जानवर कहाँ गए? 187 00:33:19,583 --> 00:33:22,836 एक आश्चर्यजनक जगह पर कुछ जवाब मिले हैं। 188 00:33:23,754 --> 00:33:24,796 लॉस ऐंजेलस। 189 00:33:26,256 --> 00:33:31,678 अगर आप एलए आएँ और वहाँ के राजमार्गों का बड़ा नेटवर्क देखें, 190 00:33:31,762 --> 00:33:34,306 तो आपके दिमाग़ में यह कभी नहीं आएगा कि पृथ्वी की किसी भी और जगह की तुलना में… 191 00:33:34,389 --> 00:33:35,974 डॉ. एमिली लिंडज़ी सहायक संग्रहाध्यक्ष 192 00:33:36,058 --> 00:33:38,352 …हिम युग का सबसे समृद्ध इतिहास यहाँ मौजूद था। 193 00:33:39,269 --> 00:33:41,772 अफ़्रीका के घास के मैदानों से भी ज़्यादा समृद्ध। 194 00:33:43,398 --> 00:33:46,318 ज़्यादातर लोग जीवाश्म वैज्ञानिक बनने के लिए एलए नहीं आते। 195 00:33:46,401 --> 00:33:48,862 लेकिन हम में से कुछ लोग आते हैं। 196 00:33:48,946 --> 00:33:50,447 मैं यहाँ इसीलिए आयी हूँ। 197 00:33:51,657 --> 00:33:55,285 एमिली को यहाँ एक असाधारण जगह खींचकर लायी है। 198 00:33:55,369 --> 00:34:01,291 तारकोल का एक प्राचीन तालाब, जिसका नाम है "ला ब्रेया टार पिट्स।" 199 00:34:02,543 --> 00:34:07,047 "ला ब्रेया टार पिट्स" दुनिया में हिम युग का सबसे समृद्ध जीवाश्म स्थल है। 200 00:34:08,090 --> 00:34:10,926 हमें तकरीबन 50 लाख जीवाश्म मिल चुके हैं… 201 00:34:11,009 --> 00:34:12,386 ला ब्रेया टार पिट्स एंड म्यूज़ियम लॉस ऐंजेलस 202 00:34:12,469 --> 00:34:16,681 …और हम अभी भी लगभग हर दिन ज़मीन में से नए जीवाश्म निकाल रहे हैं। 203 00:34:18,934 --> 00:34:21,018 तारकोल के इन तालाबों ने 204 00:34:21,103 --> 00:34:25,482 एक तरह के जाल का काम किया, जिसने उन सभी जीवों को फँसाया और संरक्षित किया, 205 00:34:25,565 --> 00:34:29,360 जिन्होंने इसमें क़दम रखा, 206 00:34:30,362 --> 00:34:34,949 और इस तरह ये हिम युग के जीवन का सबसे अद्भुत दस्तावेज़ बन गए। 207 00:34:43,917 --> 00:34:48,755 ला ब्रेया में जीवाश्मों के अविश्वसनीय रूप से समृद्ध दस्तावेज़ हैं। 208 00:34:48,839 --> 00:34:50,090 इस स्थल से… 209 00:34:50,174 --> 00:34:51,675 डॉ. विक्टोरिया हेरिज विकासवादी जीवविज्ञानी 210 00:34:51,757 --> 00:34:53,552 …असाधारण संख्या में हड्डियाँ बाहर निकली हैं। 211 00:34:54,344 --> 00:34:58,348 हमारे पास तकरीबन 3,000 सेबर दाँतों वाले बाघों के अवशेष हैं। 212 00:34:58,849 --> 00:35:00,517 कुल 5,000 डायर भेड़ियों के अवशेष। 213 00:35:01,310 --> 00:35:04,730 यह जैसे जीवाश्मों से भरी अलादीन की गुफा है। 214 00:35:06,231 --> 00:35:10,652 अजीब बात यह है कि जीवाश्म मिलना अचानक बंद हो जाता है… 215 00:35:11,945 --> 00:35:15,532 मानो जानवर पृथ्वी से अचानक ग़ायब हो गए। 216 00:35:17,826 --> 00:35:20,579 हम हड्डी की रेडियोकार्बन डेटिंग के ज़रिए 217 00:35:20,662 --> 00:35:24,041 यह पता लगाने में समर्थ हैं कि वे ठीक-ठीक किस समय पर ग़ायब हुए। 218 00:35:25,209 --> 00:35:28,962 आश्चर्यजनक बात यह थी कि ये लगभग सभी प्रजातियाँ 219 00:35:29,046 --> 00:35:31,673 बिल्कुल एक ही समय पर ग़ायब हुई थीं। 220 00:35:31,757 --> 00:35:37,179 वे सभी लगभग 13,000 साल पहले विलुप्त हुए थे और वे फिर कभी दिखायी नहीं दिए। 221 00:35:38,555 --> 00:35:43,185 वे विशाल भूक्षेत्र हिम युग के विशाल जानवरों के झुंडों से भरे हुए थे, 222 00:35:43,268 --> 00:35:46,480 और अचानक वे बस ग़ायब हो गए। 223 00:35:47,606 --> 00:35:50,859 इन जानवरों का ग़ायब होना हमें सोचने पर मजबूर करता है, 224 00:35:50,943 --> 00:35:53,654 "यह इतना अचानक क्यों हुआ?" 225 00:35:53,737 --> 00:35:56,156 एक वजह यह थी कि हिम युग के अंत में 226 00:35:56,240 --> 00:35:58,784 जलवायु में बहुत तेज़ी से बदलाव हुए। 227 00:35:59,493 --> 00:36:04,998 कैलिफ़ोर्निया का तापमान कुछ हज़ार सालों में ही दस डिग्री बढ़ गया था। 228 00:36:05,082 --> 00:36:07,084 आधे पेड़ ग़ायब हो गए थे। 229 00:36:07,167 --> 00:36:09,962 कई-कई दशक तक सूखा पड़ता था। 230 00:36:10,838 --> 00:36:14,174 यह मुमकिन है कि जानवर 231 00:36:14,258 --> 00:36:18,720 इस बदलती जलवायु के हिसाब से ख़ुद को उतनी तेज़ी से नहीं ढाल पाए। 232 00:36:21,849 --> 00:36:26,061 लेकिन ला ब्रेया में हो रहा काम दिखाता है कि कुछ और भी हो रहा था। 233 00:36:27,354 --> 00:36:32,067 उस समय वातावरण में क्या हो रहा था, यह समझने के लिए टीम ने 234 00:36:32,150 --> 00:36:36,446 पास की एक झील की मिट्टी की परतों के अंदर के नमूनों की जाँच करनी शुरू की। 235 00:36:36,530 --> 00:36:41,952 और उसमें एक बहुत आश्चर्यजनक बात यह निकली कि वहाँ तारकोल की मात्रा काफ़ी बढ़ गयी थी। 236 00:36:43,871 --> 00:36:46,623 एक नयी प्रजाति का आगमन हुआ था। 237 00:36:47,624 --> 00:36:51,420 और उसके साथ एक नयी विनाशकारी ताक़त का। 238 00:36:56,300 --> 00:36:59,011 आग इंसानों द्वारा आविष्कृत सबसे ताक़तवर चीज़ है। 239 00:36:59,720 --> 00:37:05,642 हम खाना बनाने, रात में देखने और शिकार के लिए ज़मीन साफ़ करने के लिए आग का इस्तेमाल करते थे। 240 00:37:06,476 --> 00:37:13,150 यहाँ सबसे पहले आने वाले लोग एक ऐसे इलाक़े में रह रहे थे, जो इतना सूखा था कि वहाँ कभी भी आग लग सकती थी। 241 00:37:14,151 --> 00:37:16,570 लोग वहाँ आग लगाने का सामान ले आए। 242 00:37:18,238 --> 00:37:20,282 दसियों हज़ारों सालों में, 243 00:37:20,365 --> 00:37:24,203 वहाँ इतने बड़े स्तर पर आग की कोई गतिविधि कभी नहीं देखी गयी थी। 244 00:37:25,787 --> 00:37:27,456 यह किसी बम के फटने जैसा है। 245 00:37:27,956 --> 00:37:30,167 जो वातावरण को पूरी तरह नष्ट कर सकता है… 246 00:37:30,250 --> 00:37:31,502 डॉ. एला गिल्बर्ट जलवायु वैज्ञानिक 247 00:37:31,585 --> 00:37:34,046 …और जिसके कारण वहाँ रहने वाले जानवरों पर बहुत ज़्यादा दबाव पड़ता है। 248 00:37:35,631 --> 00:37:40,636 यह ज्ञात नहीं है कि आग जानबूझकर लगायी गयी थीं या ग़लती से लगी थीं, 249 00:37:41,178 --> 00:37:43,847 लेकिन उनसे जानवरों के पर्यावास नष्ट हो गए। 250 00:37:44,765 --> 00:37:48,060 और अगर हम इसमें अपने पूर्वजों का शिकार करने का कौशल भी जोड़ लें, 251 00:37:49,019 --> 00:37:51,063 तो यह एक बिल्कुल विनाशकारी स्थिति थी। 252 00:37:52,022 --> 00:37:53,065 पूरी पृथ्वी पर, 253 00:37:53,148 --> 00:37:57,194 जलवायु बदलाव और इंसानी गतिविधियों के इस मेल ने 254 00:37:57,945 --> 00:38:01,323 हिम युग के लगभग सभी विशाल जानवरों को मौत के घाट उतार दिया, 255 00:38:02,032 --> 00:38:04,868 और उसके फलस्वरूप एक ऐसी दुनिया बनी जिसमें आज हम जी रहे हैं। 256 00:40:28,971 --> 00:40:30,973 उप-शीर्षक अनुवादक : पुनीत कुसुम