1 00:00:17,934 --> 00:00:21,479 हाल ही में, उत्तरी इलाके के भक्त मदद के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। 2 00:00:21,479 --> 00:00:25,233 उन्होंने स्वर्ग के शासकों से दुष्ट भूतों को भगाने के लिए मदद मांगी है। 3 00:00:25,233 --> 00:00:28,737 तुम्हारी मदद के लिए मध्यम कोर्ट से उप देवता आए हैं। 4 00:00:28,737 --> 00:00:30,071 -नन फ़ंग। -फू याओ। 5 00:00:30,071 --> 00:00:32,782 माउंट यूजून के बारे में एक दंतकथा है। 6 00:00:32,782 --> 00:00:35,201 वहाँ पहाड़ों में एक भूतिया दूल्हा रहता है। 7 00:00:35,201 --> 00:00:38,121 इस काम के लिए हमारा लक्ष्य है उस भूतिया दूल्हे को कैद करना। 8 00:00:38,121 --> 00:00:40,832 वैसे, तुम्हें पता है कि सबसे क़रीबी मिंग गुआंग मंदिर कहाँ है? 9 00:00:40,832 --> 00:00:43,585 मिंग गुआंग मंदिर? यहाँ तो एक भी नहीं है। 10 00:00:46,755 --> 00:00:50,216 मो शेंग टोंग शू के उपन्यास हेवन ऑफ़िशिअल्स ब्लेसिंग पर आधारित 11 00:00:50,216 --> 00:00:51,926 जिनजिआंग लिटरेचर सिटी पर प्रकाशित किया गया 12 00:02:42,787 --> 00:02:44,164 शाओ यिंग के अनुसार, 13 00:02:44,164 --> 00:02:46,749 यहाँ के मिंग गुआंग मंदिर अक्सर आग पकड़ लेते हैं। 14 00:02:46,749 --> 00:02:49,252 ये हादसे से ज़्यादा किसी की चाल लगती है। 15 00:02:50,920 --> 00:02:52,964 मंदिर में आग क्यों लगाएंगे? 16 00:02:52,964 --> 00:02:55,133 यह आमतौर पर नफ़रत के कारण होता है। 17 00:02:55,133 --> 00:02:58,595 लेकिन, यहाँ अभी भी क्यों एक मिंग गुआंग मंदिर है, 18 00:02:58,595 --> 00:03:00,972 जो एक जादुई रचना से घिरा हुआ है? 19 00:03:00,972 --> 00:03:03,224 और जनरल मिंग गुआंग की प्रतिमा असली जैसी लगती है। 20 00:03:04,601 --> 00:03:09,647 इसके अलावा, पास से गुज़रती दुल्हनों को मुस्कुराना मना था। 21 00:03:09,647 --> 00:03:12,317 क्या ऐसा नहीं लगता कि वो दुल्हनों की खुशियों से जलता था? 22 00:03:14,110 --> 00:03:15,862 अगर हम छोटी छोटी चीज़ों को जोड़ें, 23 00:03:15,862 --> 00:03:17,363 तो सिर्फ़ एक ही संभावना है। 24 00:03:20,366 --> 00:03:23,745 तुम्हारे कहने का मतलब है कि भूतिया दूल्हा एक दूल्हा नहीं, 25 00:03:23,745 --> 00:03:25,622 बल्कि एक द्वेषपूर्ण और हिंसात्मक... 26 00:03:25,622 --> 00:03:26,956 दुल्हन है? 27 00:03:28,875 --> 00:03:30,126 साथ ही, 28 00:03:30,126 --> 00:03:32,420 इन दुल्हनों की मौतें उस भूतिया दूल्हे की वजह से हुई 29 00:03:32,420 --> 00:03:33,630 और उनमें नफ़रत भरी है। 30 00:03:37,800 --> 00:03:40,595 घूंघट हटने के साथ ही, वो नफ़रत यांग की को दिख गई। 31 00:03:48,061 --> 00:03:49,896 -वो क्या हैं? 32 00:03:49,896 --> 00:03:51,481 -बचाओ! -वो वहाँ है! 33 00:03:53,316 --> 00:03:54,943 -भागो! -भूत! 34 00:03:58,780 --> 00:03:59,781 मुझे बचाओ! 35 00:04:06,246 --> 00:04:07,163 मेरे लिए रुको! 36 00:04:08,831 --> 00:04:11,000 तुम किसका इंतज़ार कर रहे हो? दरवाज़ा बंद करो! 37 00:04:11,000 --> 00:04:12,543 -हमारे आदमी अब भी बाहर हैं। -हमारे आदमी... 38 00:04:12,543 --> 00:04:14,295 हमने उन्हें अकेला छोड़ दिया... 39 00:04:14,295 --> 00:04:15,129 दरवाज़ा बंद कर दो! 40 00:04:20,051 --> 00:04:21,803 -अंदर चलो! -ये हमारे पीछे क्यों पड़े हैं? 41 00:04:21,803 --> 00:04:22,679 मुझे नहीं पता! 42 00:04:31,813 --> 00:04:33,481 यह बुरा है। ये बेवकूफ़ हैं। 43 00:04:33,481 --> 00:04:35,108 जितना शोर करेंगे, उतने भूत खीचें आएंगे। 44 00:04:35,108 --> 00:04:36,943 पहले इनको बचाएं, फिर भूतिया दूल्हे को पकड़ेंगे! 45 00:04:41,823 --> 00:04:42,740 मुझे अकेला छोड़ दो! 46 00:04:48,371 --> 00:04:49,539 बचाओ! 47 00:05:15,523 --> 00:05:16,357 सर! 48 00:05:30,705 --> 00:05:32,665 -नन फ़ंग! -ठीक है। 49 00:05:55,104 --> 00:05:56,064 मुझे माफ़ करना। 50 00:06:13,164 --> 00:06:14,665 मुझे बचाओ! 51 00:06:16,626 --> 00:06:17,668 उस तरफ़ नहीं! 52 00:06:21,964 --> 00:06:23,382 इस तरफ़! 53 00:06:23,382 --> 00:06:25,301 -बचाओ! -प्लीज़ भागो! 54 00:06:37,730 --> 00:06:38,773 जल्दी! इसके अंदर जाओ! 55 00:06:40,274 --> 00:06:42,151 -चलो! -चलो आओ! 56 00:06:42,151 --> 00:06:43,194 जल्दी करो! 57 00:07:29,532 --> 00:07:30,700 लिंग वेन को सब पता है। 58 00:07:32,285 --> 00:07:33,703 लिंग वेन? 59 00:07:49,343 --> 00:07:50,636 -बढ़िया! -लाजवाब! 60 00:07:50,636 --> 00:07:52,722 -कुंग फू का असली गुरू! -क्या शानदार कुंग फू है, सर! 61 00:07:53,931 --> 00:07:55,057 शुक्रिया! 62 00:07:55,057 --> 00:07:57,393 अगर मानते हो तो पैसों की बरसात कर दो! 63 00:07:58,728 --> 00:08:01,564 यह बुरा हुआ। मेरे कलाबाज़ी प्रदर्शन की पंक्तियाँ निकल गईं। 64 00:08:04,650 --> 00:08:06,194 लिंग वेन! 65 00:08:06,194 --> 00:08:07,403 जहाँपनाह! 66 00:08:07,403 --> 00:08:08,738 आख़िरकार तुम यहाँ हो। 67 00:08:08,738 --> 00:08:10,656 मैं एक सम्मेलन में व्यस्त थी। 68 00:08:10,656 --> 00:08:12,283 आप क्या जानना चाहेंगे? 69 00:08:12,283 --> 00:08:13,242 मुझे बताओ। 70 00:08:13,242 --> 00:08:15,786 क्या जनरल मिंग गुआंग के कोई प्रेम संबंध थे? 71 00:08:15,786 --> 00:08:18,331 -यह सवाल किस लिए? -मैं एक बड़ी मुसीबत में हूँ। 72 00:08:18,331 --> 00:08:20,041 एक दर्जन लाशें मेरे पीछे पड़ी हैं। 73 00:08:20,041 --> 00:08:21,959 तो क्या कभी उनके संबंध 74 00:08:21,959 --> 00:08:24,295 एक मालिकाना, ईर्ष्यालु, 75 00:08:24,295 --> 00:08:26,214 और विकलांग महिला के साथ रहे हैं? 76 00:08:26,214 --> 00:08:27,298 मुझे एक मिनट दीजिए। 77 00:08:29,050 --> 00:08:30,635 हाँ। 78 00:08:30,635 --> 00:08:33,387 ओल्ड पेई स्वर्ग जाने से पहले एक इंसानी जनरल था। 79 00:08:33,387 --> 00:08:36,057 एक बार वो जंग के मैदान में एक महिला शाही जनरल से मिले। 80 00:08:36,057 --> 00:08:37,850 वो बहुत सुंदर मगर कठोर थी। 81 00:08:37,850 --> 00:08:38,976 उसका नाम शुआन जी है। 82 00:08:38,976 --> 00:08:39,977 "शुआन जी"? 83 00:08:39,977 --> 00:08:40,853 हाँ। 84 00:08:43,189 --> 00:08:46,692 जब उसे हराकर बंदी बना लिया गया, उसने ख़ुद की जान लेने की कोशिश की। 85 00:08:46,692 --> 00:08:48,069 लेकिन ओल्ड पेई ने उसे रोका। 86 00:08:52,823 --> 00:08:55,034 क्योंकि जंग औपचारिक रूप से ख़त्म हो गई थी, 87 00:08:55,034 --> 00:08:56,702 ओल्ड पेई ने उसे रिहा कर दिया। 88 00:08:57,745 --> 00:09:00,414 लेकिन शुआन जी उसे चुनौती देती रहती थी। 89 00:09:00,414 --> 00:09:02,500 एक के बाद एक चीज़ें होती गई 90 00:09:02,500 --> 00:09:03,543 और उन्हें प्यार हो गया। 91 00:09:07,797 --> 00:09:09,757 यह एक प्रेम कथा लग रही है। 92 00:09:09,757 --> 00:09:11,551 यह एक होनी भी चाहिए थी। 93 00:09:11,551 --> 00:09:13,135 हद तब पार हुई 94 00:09:13,135 --> 00:09:16,389 जब शुआन जी हमेशा के लिए ओल्ड पेई के साथ रहना चाहती थी। 95 00:09:17,765 --> 00:09:18,933 यह तो बुरा नहीं लग रहा। 96 00:09:20,434 --> 00:09:22,061 लेकिन, ओल्ड पेई 97 00:09:22,061 --> 00:09:22,937 आशिकमिज़ाज थे। 98 00:09:24,063 --> 00:09:26,148 इसके अलावा, इनके देशों में शत्रुता थी 99 00:09:26,148 --> 00:09:28,025 -जिसने उन्हें मुश्किल स्थिति में डाला। -रुको। 100 00:09:40,997 --> 00:09:41,914 मुझे बताओ। 101 00:09:41,914 --> 00:09:44,000 क्या शुआन जी शारीरिक रूप से विकलांग थी? 102 00:09:44,000 --> 00:09:45,334 अगर हाँ, तो उसका कौन सा हिस्सा? 103 00:09:45,334 --> 00:09:46,210 उसका... 104 00:09:47,753 --> 00:09:48,879 लिंग वेन? 105 00:09:48,879 --> 00:09:50,715 हमेशा निर्णायक वक़्त पर ही ऐसा होता है। 106 00:09:56,804 --> 00:09:57,972 मैं सोच रहा था 107 00:09:57,972 --> 00:10:00,933 कि क्या यह कदमों की आवाज़ है। 108 00:10:00,933 --> 00:10:03,519 लेकिन कदमों की आवाज़ आमतौर पर ऐसी नहीं होती। 109 00:10:03,519 --> 00:10:04,812 तो किस तरह का इंसान 110 00:10:04,812 --> 00:10:06,439 ऐसी आवाज़ निकालेगा? 111 00:10:07,690 --> 00:10:09,692 यह कोई ऐसा ही हो सकता है 112 00:10:09,692 --> 00:10:11,235 जिसके पैरों में दिक़्क़त हो। 113 00:10:22,872 --> 00:10:23,873 क्या मैं सही हूँ, 114 00:10:23,873 --> 00:10:24,874 शुआन जी? 115 00:10:30,463 --> 00:10:32,798 क्या उसने तुम्हें मेरे लिए भेजा है? 116 00:10:39,221 --> 00:10:40,890 वो कहाँ है? 117 00:10:40,890 --> 00:10:42,600 वह ख़ुद क्यों नहीं आया? 118 00:10:46,687 --> 00:10:49,023 वह मुझे लेने क्यों नहीं आया? 119 00:10:49,023 --> 00:10:51,233 मेरे प्रिय पेई। 120 00:10:51,233 --> 00:10:54,570 मैंने अपने देश के साथ गद्दारी की और तुम्हारे लिए सब छोड़ दिया! 121 00:10:54,570 --> 00:10:56,739 लेकिन तुमने मुझे इसमें फंसा दिया! 122 00:10:56,739 --> 00:10:59,367 क्या तुम्हारा दिल पत्थर का बना है? 123 00:11:07,208 --> 00:11:09,001 अपने देश से गद्दारी की? 124 00:11:09,001 --> 00:11:12,296 क्या जनरल मिंग गुआंग ने उसके प्यार का फ़ायदा उठाया 125 00:11:12,296 --> 00:11:13,506 जानकारी हासिल करने के लिए? 126 00:11:13,506 --> 00:11:16,467 फिर उसने इसे छोड़ दिया और विकलांग बना दिया? 127 00:11:16,467 --> 00:11:17,551 सुनो। 128 00:11:17,551 --> 00:11:18,886 मेरा प्रिय नहीं आया? 129 00:11:22,181 --> 00:11:25,017 इसीलिए जो भी आज यहाँ है 130 00:11:25,017 --> 00:11:26,977 उसे मरना ही होगा! 131 00:11:26,977 --> 00:11:30,064 शुआन जी, जनरल पेई के प्रति तुम्हारे बदले में 132 00:11:30,064 --> 00:11:32,191 बेकसूर लोग शामिल नहीं होने चाहिए। 133 00:11:32,191 --> 00:11:33,192 अभी रुक जाओ! 134 00:11:33,192 --> 00:11:34,777 -एक और ग़लती मत करो। -मुझे उसे देखना है! 135 00:11:36,237 --> 00:11:37,363 इधर आओ! 136 00:11:40,074 --> 00:11:41,075 भागो यहाँ से, बेवकूफ़! 137 00:11:41,075 --> 00:11:42,701 अगर तुम भूतों को यहाँ ले आए तो? 138 00:11:42,701 --> 00:11:43,911 आओ और मदद करो! 139 00:11:43,911 --> 00:11:45,788 मुझे उस बात की चिंता नहीं है! 140 00:11:45,788 --> 00:11:47,415 तुम भूतों से भी बदतर हो! 141 00:11:47,415 --> 00:11:49,625 चलो इस आदमी से इनाम हासिल करते हैं! 142 00:11:52,253 --> 00:11:54,964 नहीं! तुम इसे नहीं ले जा सकते! 143 00:11:59,718 --> 00:12:01,137 बाहर मत आओ! वापस जाओ! 144 00:12:21,824 --> 00:12:23,826 जनरल, प्लीज़ और पाप करना और क़त्ल करना बंद करो। 145 00:12:23,826 --> 00:12:25,870 क्या उसमें मुझसे मिलने की हिम्मत नहीं है? 146 00:12:25,870 --> 00:12:27,997 तुम अपने देश की एक रक्षक और नायिका थीं। 147 00:12:27,997 --> 00:12:30,124 प्लीज़ ख़ुद को और दूसरों को नुकसान पहुँचाना बंद करो। 148 00:12:30,124 --> 00:12:32,585 ख़ुद को और दूसरों को नुकसान? 149 00:12:32,585 --> 00:12:34,336 मैंने तुम्हारे मंदिर जला दिए 150 00:12:34,336 --> 00:12:36,005 और तुम्हारे इलाके में तबाही मचाई! 151 00:12:36,005 --> 00:12:38,883 तुम मुझे रोकने क्यों नहीं आए? 152 00:12:38,883 --> 00:12:41,051 मैं सालों से इंतज़ार कर रही थी, 153 00:12:41,051 --> 00:12:43,220 लेकिन तुम कभी नहीं आए। 154 00:12:43,220 --> 00:12:45,723 क्या तुम मुझे देखने के लिए बहुत शर्मिंदा हो? 155 00:12:45,723 --> 00:12:47,641 जनरल शुआन जी! 156 00:12:47,641 --> 00:12:49,185 मेरी टांगो को देखो! 157 00:12:49,185 --> 00:12:51,061 मुझे देखो! 158 00:12:51,061 --> 00:12:52,605 यह सब तुम्हारी वजह से हुआ है! 159 00:12:52,605 --> 00:12:54,690 सब तुम्हारी वजह से! 160 00:12:54,690 --> 00:12:57,151 तो तुम क्यों नहीं आए? 161 00:12:58,486 --> 00:13:00,196 ध्यान से, सर! 162 00:13:00,196 --> 00:13:01,822 चिंता मत करो... 163 00:13:01,822 --> 00:13:04,450 अगर तुम्हें सिर्फ़ मुस्कुराती हुई लड़कियाँ पसंद हैं, 164 00:13:04,450 --> 00:13:06,994 -तो तुम्हारे लिए हसूँगी! -तुमसे ग़लती हुई है। मैं जनरल पेई नहीं हूँ। 165 00:13:06,994 --> 00:13:08,704 मैं तुम्हारी इच्छा पूरी करूँगी। 166 00:13:08,704 --> 00:13:11,832 देखो मुझे! 167 00:13:11,832 --> 00:13:12,875 उसे जाने दो! 168 00:13:12,875 --> 00:13:13,834 मत जाओ! 169 00:13:17,254 --> 00:13:18,339 नहीं! 170 00:13:22,551 --> 00:13:24,345 तुम उसके ध्यान के लायक़ नहीं हो! 171 00:13:27,348 --> 00:13:30,351 मेरे प्रिय, कबाब में जो हड्डी थी, चली गई। 172 00:13:30,351 --> 00:13:31,393 बांधो! 173 00:13:37,816 --> 00:13:38,817 सर। 174 00:13:40,736 --> 00:13:41,946 सर, क्या मैं 175 00:13:41,946 --> 00:13:43,322 रास्ते में आई? 176 00:13:43,322 --> 00:13:44,949 असल में, तुमने बहुत मदद की। 177 00:13:44,949 --> 00:13:47,159 भूत का ध्यान भटकाने के लिए शुक्रिया। 178 00:13:47,159 --> 00:13:48,619 मैंने आख़िरकार उसे पकड़ लिया। 179 00:13:48,619 --> 00:13:51,330 -शुक्रिया। -अब से, 180 00:13:51,330 --> 00:13:53,874 और खाना मत चुराना। 181 00:13:53,874 --> 00:13:55,125 अगर उसे खाने की ज़रूरत है, 182 00:13:55,125 --> 00:13:56,377 तो वह मेरे पास आ सकता है। 183 00:13:56,377 --> 00:13:57,962 सच में? 184 00:13:59,129 --> 00:14:00,339 शुक्रिया, सर। 185 00:14:01,423 --> 00:14:03,884 अगर मैं... 186 00:14:18,816 --> 00:14:20,943 अरे नहीं! यह पूरी तरह से अपना मानसिक संतुलन खो चुकी है। 187 00:14:25,489 --> 00:14:26,907 मेरी तरफ़ देखो! 188 00:14:27,575 --> 00:14:29,285 मेरी तरफ़ देखो! 189 00:14:31,579 --> 00:14:33,372 जब गुस्से में शक्ति का प्रस्फोट होता है, 190 00:14:33,372 --> 00:14:35,124 सामान्य लोग उसे सहन नहीं कर पाते हैं। 191 00:14:36,166 --> 00:14:37,793 अगर मेरे पास मेरी आध्यात्मिक शक्तियाँ होती... 192 00:15:02,192 --> 00:15:03,485 क्या हो रहा है? 193 00:15:03,485 --> 00:15:04,403 चिंता मत करो। 194 00:15:05,571 --> 00:15:06,655 ये अपने ही साथी हैं। 195 00:15:15,623 --> 00:15:16,832 यह हैं जनरल पेई। 196 00:15:16,832 --> 00:15:17,958 जनरल पेई? 197 00:15:17,958 --> 00:15:20,044 शुक्रिया, जहाँपनाह। 198 00:15:20,044 --> 00:15:21,587 लिंग वेन ने हमें बताया 199 00:15:21,587 --> 00:15:25,174 कि माउंट यूजून के मसले में मिंग गुआंग महल शामिल है, 200 00:15:25,174 --> 00:15:26,550 इसलिए हम यहाँ आ गए। 201 00:15:26,550 --> 00:15:28,886 मैं लिंग वेन और आपकी मदद के लिए आभारी हूँ। 202 00:15:28,886 --> 00:15:30,846 मेरे प्रिय पेई, क्या यह तुम हो? 203 00:15:33,432 --> 00:15:34,850 तुम आख़िरकार आ गए? 204 00:15:36,101 --> 00:15:37,770 तुम कौन हो? पेई मिंग कहाँ है? 205 00:15:37,770 --> 00:15:39,688 जनरल पेई के पास सुलझाने को और भी ज़रूरी मसले हैं। 206 00:15:41,106 --> 00:15:42,608 क्या यह जनरल पेई नहीं है? 207 00:15:42,608 --> 00:15:44,944 वह है, लेकिन वहाँ दो जनरल पेई हैं। 208 00:15:44,944 --> 00:15:47,196 यह पेई शिउ है, मिंग गुआंग महल का उप देवता। 209 00:15:47,196 --> 00:15:48,614 जनरल पेई का वंशज, 210 00:15:48,614 --> 00:15:50,199 जिसे जनरल पेई जूनियर भी कहा जाता है। 211 00:15:50,199 --> 00:15:51,241 जनरल शुआन जी। 212 00:15:52,284 --> 00:15:53,535 प्लीज़ मेरे साथ आओ। 213 00:16:01,585 --> 00:16:04,004 वह बस मुझसे मिलने के लिए रातभर में आधे देश का फासला 214 00:16:04,004 --> 00:16:06,173 तय करके आता था। 215 00:16:06,173 --> 00:16:09,677 किस तरह की चीज़ें अब उसे मुझसे मिलने से रोक रही हैं? 216 00:16:09,677 --> 00:16:11,220 तुम ज़रूर मुझसे झूठ बोल रहे हो ना? 217 00:16:11,220 --> 00:16:12,596 इसे ले जाओ। 218 00:16:12,596 --> 00:16:14,306 जनरल पेई जूनियर। 219 00:16:14,306 --> 00:16:17,017 प्लीज़ मुझे बताइए कि शुआन जी को किस तरह की सज़ा मिलेगी? 220 00:16:17,017 --> 00:16:19,019 उसे एक पर्वत के नीचे क़ैद किया जाएगा। 221 00:16:19,019 --> 00:16:20,938 मुझे डर है कि वो ज़्यादा समय तक टिकेगा नहीं। 222 00:16:20,938 --> 00:16:24,650 वह अब भी अपनी गद्दारी और टूटी टाँगों के लिए जनरल पेई से नफ़रत करती है। 223 00:16:24,650 --> 00:16:25,734 उसकी नफ़रत बहुत ज़्यादा है। 224 00:16:25,734 --> 00:16:28,112 उसने इन सबका दोष जनरल पेई पर मढ़ा? 225 00:16:28,112 --> 00:16:29,196 उसने तुम्हें यह बताया? 226 00:16:29,196 --> 00:16:31,699 क्या यह सच नहीं है? 227 00:16:31,699 --> 00:16:34,201 उसने जनरल पेई के लिए अपने देश से गद्दारी की थी। 228 00:16:34,201 --> 00:16:37,287 लेकिन अपनी टांगें उसने ख़ुद तोड़ी थी। 229 00:16:37,287 --> 00:16:39,081 जब शुआन जी हारी 230 00:16:39,081 --> 00:16:40,749 और उसे जनरल पेई द्वारा बंदी बनाया गया... 231 00:16:42,459 --> 00:16:44,878 -खेमे की अच्छे से जाँच होनी चाहिए। -जी, सर! 232 00:16:46,505 --> 00:16:48,507 -हमें यहाँ और लोग चाहिए! -जी, सर! 233 00:16:48,507 --> 00:16:50,175 जंग ख़त्म हो चुकी है 234 00:16:50,175 --> 00:16:52,386 और तुम्हारी सेना की हार निश्चित है। 235 00:16:52,386 --> 00:16:53,804 कोई भी फालतू कोशिश मत करो। 236 00:17:09,278 --> 00:17:11,697 और ज़िंदगियों का बलिदान करने से मदद नहीं होगी। 237 00:17:11,697 --> 00:17:13,198 प्लीज़ लौट जाओ। 238 00:17:13,198 --> 00:17:16,035 कमांड में एक जनरल के रूप में, मुझ पर कभी किसी का एहसान नहीं होगा! 239 00:17:25,586 --> 00:17:27,421 -अब मेरा तुम पर कोई एहसान नहीं है। -तुम! 240 00:17:29,214 --> 00:17:31,175 तुम्हारा गुस्सैल चेहरा पसंद है। 241 00:17:31,175 --> 00:17:32,676 क्या किसी ने तुम्हें बताया है 242 00:17:32,676 --> 00:17:34,344 कि तुम सुंदर हो? 243 00:17:34,344 --> 00:17:36,055 अगर तुम और ज़्यादा मुस्कुराती... 244 00:17:37,347 --> 00:17:39,850 एक अस्थिर जनरल कैसे अपना रौब जमा सकती है 245 00:17:39,850 --> 00:17:41,226 और सेना का नेतृत्व कर सकती है? 246 00:17:41,226 --> 00:17:43,937 हम जैसे योद्धा शायद एक और दिन देखने के लिए ज़िंदा ना बचें। 247 00:17:43,937 --> 00:17:46,398 क्या वर्तमान में जीना बेहतर नहीं है? 248 00:18:09,296 --> 00:18:11,882 दोनों राज़ी हो गए कि वो सिर्फ़ कुछ समय के लिए ही साथ होंगे 249 00:18:11,882 --> 00:18:13,884 और कभी भी अपने भविष्य के बारे में नहीं सोचेंगे। 250 00:18:16,970 --> 00:18:19,264 लेकिन, शुआन जी चीज़ों को गंभीरता से लेने लगी। 251 00:18:19,264 --> 00:18:21,683 वह उस रिश्ते में और गहरी उतरती चली गई। 252 00:18:32,152 --> 00:18:34,822 जनरल पेई को कठोर लड़कियों से नफ़रत है 253 00:18:34,822 --> 00:18:37,282 और शुआन जी मज़बूत व्यक्तित्व वाली थी। 254 00:18:37,282 --> 00:18:39,451 इसलिए वो साथ नहीं रह सकते थे। 255 00:18:40,744 --> 00:18:41,745 तुमने क्या कहा? 256 00:18:41,745 --> 00:18:43,372 स्थिति बदल गई है। 257 00:18:43,372 --> 00:18:46,291 हम विरोधी छोर पर हैं, अलग-अलग देशों की सेवा करते हुए। 258 00:18:46,291 --> 00:18:48,252 तुम्हारे देश और सैनिकों को तुम्हारी ज़रूरत है। 259 00:18:48,252 --> 00:18:49,211 तुम्हें वापस जाना चाहिए। 260 00:18:49,211 --> 00:18:50,838 अगर मैं वापस गई तो, 261 00:18:50,838 --> 00:18:52,131 हमारा क्या होगा? 262 00:18:54,508 --> 00:18:56,385 जिसे भी ख़त्म होना होगा वो होगा। 263 00:19:00,222 --> 00:19:02,432 क्या मुझसे कुछ ग़लती हो गई? 264 00:19:02,432 --> 00:19:04,810 मैं सीख सकती हूँ! मैं बदल सकती हूँ! 265 00:19:06,228 --> 00:19:07,563 यह तुम्हारी ग़लती नहीं है। 266 00:19:07,563 --> 00:19:08,981 ख़ुद पर इतनी कठोर मत बनो। 267 00:19:08,981 --> 00:19:11,567 प्यार बस आता और जाता है। 268 00:19:11,567 --> 00:19:12,860 बस समय की बात है। 269 00:19:15,320 --> 00:19:16,405 यह क्या है? 270 00:19:18,949 --> 00:19:21,910 यह मेरी सेना के बारे में जानकारी और नक्शा है। 271 00:19:21,910 --> 00:19:24,621 अगर तुम्हारे पास ये होंगे तो तुम जंग जीत जाओगे। 272 00:19:24,621 --> 00:19:25,998 मैं वापस चली जाऊँगी। 273 00:19:25,998 --> 00:19:27,416 जब तुम जंग जीत जाओगे... 274 00:19:29,793 --> 00:19:31,336 तो क्या तुम मुझे लेने आओगे? 275 00:19:31,336 --> 00:19:32,379 ठीक है? 276 00:19:47,853 --> 00:19:50,230 शुआन 277 00:19:52,566 --> 00:19:54,693 मेरे प्रिय, तुम जीत गए जैसा मैंने कहा था। 278 00:19:54,693 --> 00:19:56,695 हम हमेशा के लिए साथ रह सकते हैं! 279 00:19:59,114 --> 00:20:00,908 तुमने मुझे निराश किया है। 280 00:20:12,419 --> 00:20:14,546 प्रिय, क्यों? 281 00:20:14,546 --> 00:20:17,257 मैंने तुम्हारे लिए अपनी मातृभूमि को धोखा दिया! 282 00:20:17,257 --> 00:20:19,134 तुम मुझसे ऐसा बर्ताव क्यों कर रहे हो? 283 00:20:19,134 --> 00:20:21,261 प्रिय! मुझसे बात करो! 284 00:20:21,261 --> 00:20:22,888 पीछे मुड़ो और मेरी तरफ़ देखो! 285 00:20:22,888 --> 00:20:24,056 मेरी तरफ़ देखो! 286 00:20:25,599 --> 00:20:26,892 ठीक है। 287 00:20:26,892 --> 00:20:28,518 क्योंकि तुम मेरी तरफ़ देखना नहीं चाहते... 288 00:20:30,187 --> 00:20:32,397 यह बुरा है! जनरल शुआन जी की टांगें! 289 00:20:33,690 --> 00:20:35,275 उसने अपनी टांगे ख़ुद तोड़ लीं 290 00:20:35,275 --> 00:20:38,195 जिससे जनरल पेई दोषी महसूस करें और उसकी देखभाल करें। 291 00:20:38,195 --> 00:20:40,489 उसे छोड़ने की बजाय, 292 00:20:40,489 --> 00:20:43,367 जनरल पेई ने उसकी देखभाल के लिए लोग भेजे। 293 00:20:43,367 --> 00:20:45,702 लेकिन, वो उससे शादी नहीं करना चाहते थे। 294 00:20:47,120 --> 00:20:50,290 अपने सपनों को टूटता देख, 295 00:20:50,290 --> 00:20:52,125 जनरल शुआन जी ने बेरहमी से अपनी जान ले ली। 296 00:20:54,878 --> 00:20:58,340 वो ख़ुद को नुकसान पहुँचाकर जनरल पेई के दिल को चोट पहुँचाना चाहती थी। 297 00:20:58,340 --> 00:20:59,967 लेकिन सच कहूँ तो, 298 00:20:59,967 --> 00:21:01,260 ऐसा कुछ नहीं होने वाला था। 299 00:21:02,386 --> 00:21:04,638 मुझे नहीं पता कि ग़लती किसकी है, 300 00:21:04,638 --> 00:21:07,140 लेकिन इतना पता है कि अगर जनरल शुआन जी ने ज़िद न की होती, 301 00:21:07,140 --> 00:21:08,684 तो इन सबका परिणाम ऐसा नहीं होता। 302 00:21:08,684 --> 00:21:11,853 पेई मिंग, मैं तुम्हें श्राप देती हूँ! 303 00:21:11,853 --> 00:21:14,106 बेहतर होगा कि तुम्हें किसी से प्यार ना हो! 304 00:21:14,106 --> 00:21:16,191 वरना तुम प्यार की आग में झुलस जाओगे 305 00:21:16,191 --> 00:21:18,819 -इसे ले जाओ। -दिन की हर एक घड़ी 306 00:21:18,819 --> 00:21:21,697 बिलकुल मेरी तरह! 307 00:21:23,573 --> 00:21:25,826 तुम झुलसोगे प्यार की आग में 308 00:21:25,826 --> 00:21:29,579 जब तक तुम्हारा दिल राख न हो जाए! 309 00:21:29,579 --> 00:21:31,331 जनरल पेई ने मुझे तुम्हें बताने को कहा है 310 00:21:31,331 --> 00:21:33,250 कि ऐसा कभी नहीं होगा। 311 00:21:33,250 --> 00:21:34,835 तुम्हें श्राप लगे! 312 00:21:35,335 --> 00:21:36,628 तुम्हें श्राप लगे! 313 00:21:37,212 --> 00:21:39,715 तुम्हें श्राप लगे! 314 00:21:39,715 --> 00:21:41,591 अब मुझे आज्ञा दें, जहाँपनाह। 315 00:21:48,307 --> 00:21:49,891 ये पागल हैं! 316 00:21:49,891 --> 00:21:51,435 हम बाहरी लोग हैं, 317 00:21:51,435 --> 00:21:53,103 इसलिए हम कुछ कहने की स्थिति में नहीं हैं। 318 00:21:55,397 --> 00:21:58,358 मुझे उन बेकसूर पीड़ितों के लिए बुरा लग रहा है जो इसमें फंस गए थे। 319 00:22:22,215 --> 00:22:24,343 जनरल मिंग गुआंग एक नाटकीय प्रेम कहानी में शामिल थे। 320 00:22:25,719 --> 00:22:27,763 तुम तो भाग गए थे ना? तुम वापस क्यों आए हो? 321 00:22:29,848 --> 00:22:33,477 अगर मैं मदद बुलाकर नहीं लाता ना, तो तुम्हें लाशें उठानी पड़ती। 322 00:22:33,477 --> 00:22:35,771 -तुम बस चीज़ें साफ़ करने के ही लायक़ हो। -तुमने क्या कहा? 323 00:22:35,771 --> 00:22:37,397 बस, बस। 324 00:22:37,397 --> 00:22:38,648 और तुम! 325 00:22:38,648 --> 00:22:40,358 तुम ये शादी की पोशाक कब उतारोगे? 326 00:22:41,902 --> 00:22:43,028 रुको। 327 00:22:43,028 --> 00:22:45,781 क्या मैंने जनरल पेई जूनियर से बात करते समय भी यही पहना हुआ था? 328 00:22:45,781 --> 00:22:49,326 अगर तुम इससे दस गुना अजीब भी लगते तो भी उसे फ़र्क नहीं पड़ता। 329 00:22:49,326 --> 00:22:50,702 सच में? 330 00:22:50,702 --> 00:22:53,330 पेई श्यू सौ या दो सौ साल के भीतर ही स्वर्ग चला गया था। 331 00:22:53,330 --> 00:22:56,416 जनरल पेई ने उसे पदोन्नत कर दिया था जब वह मात्र बीस-बाईस साल का था। 332 00:22:56,416 --> 00:22:58,001 उससे निपटना मुश्किल है, 333 00:22:58,001 --> 00:22:59,294 ठीक उसके पूर्वजों की तरह। 334 00:22:59,294 --> 00:23:02,547 पता है उसने अपने पदोन्न्ति से पहले क्या किया था? 335 00:23:02,547 --> 00:23:03,632 क्या? 336 00:23:04,674 --> 00:23:05,842 नरसंहार। 337 00:23:05,842 --> 00:23:08,053 ऊपरी अदालत के ज़्यादातर अधिकारी भरोसेमंद नहीं हैं। 338 00:23:08,053 --> 00:23:09,888 किसी पर विश्वास नहीं कर सकते। 339 00:23:09,888 --> 00:23:11,932 वहाँ फिर भी कुछ हैं जिन पर भरोसा किया जा सकता है। 340 00:23:11,932 --> 00:23:14,142 क्या तुम्हारा मतलब तुम्हारे जनरल से है? 341 00:23:14,142 --> 00:23:16,019 वैसे भी, यह तुम्हारे जनरल नहीं हो सकते। 342 00:23:19,147 --> 00:23:20,607 शांत हो जाओ। 343 00:23:20,607 --> 00:23:21,817 हमारा काम अभी ख़त्म नहीं हुआ। 344 00:23:21,817 --> 00:23:23,401 चलो सोचें की गांववालों के साथ क्या करें। 345 00:23:24,569 --> 00:23:26,947 अपने पापों का पश्चाताप करो और कभी भी ये ग़लतियाँ मत दोहराना। 346 00:23:26,947 --> 00:23:28,990 तुम लाशों को नहीं बेचोगे 347 00:23:28,990 --> 00:23:31,535 और किसी भी तरह का अवैध व्यापार नहीं करोगे। 348 00:23:31,535 --> 00:23:34,371 और, मृत दुल्हनों के लिए प्रार्थना करो और उनके लिए धूप जलाओ। 349 00:23:45,841 --> 00:23:48,218 शाओ यिंग का मकबरा 350 00:23:51,763 --> 00:23:54,516 वो माउंट यूजून पर नहीं रह सकता। 351 00:23:54,516 --> 00:23:56,226 तो फिर वह कहाँ जाए? 352 00:23:56,226 --> 00:23:58,395 जहाँपनाह के साथ वापस स्वर्ग लोक में? 353 00:23:58,395 --> 00:24:00,689 मैं ख़ुद अपनी देखभाल भी नहीं कर सकता। 354 00:24:00,689 --> 00:24:02,732 मुझे एक बेहतर रास्ता ढूंढ़ना होगा। 355 00:24:02,732 --> 00:24:06,069 जो मर चुके हैं वो एक बेहतर जगह पर हैं और हमें जीवितों का खयाल रखना चाहिए। 356 00:24:06,069 --> 00:24:08,530 वह तुम्हें दुखी देखना नहीं चाहेगी। 357 00:24:11,449 --> 00:24:13,160 तुम्हारा सिर ज़ख्मी है। 358 00:24:13,160 --> 00:24:14,286 पट्टी उतारो 359 00:24:16,121 --> 00:24:17,747 और मुझे एक नज़र देखने दो। 360 00:24:26,673 --> 00:24:29,092 सीएनले 361 00:24:37,267 --> 00:24:39,144 इंसानी शक्ल रोग? 362 00:24:39,144 --> 00:24:40,604 यह नामुमकिन है! 363 00:24:40,604 --> 00:24:42,272 क्या सैकड़ों साल पहले सीएनले साम्राज्य 364 00:24:42,272 --> 00:24:44,065 के साथ इसे भी ख़त्म नहीं हो जाना चाहिए था? 365 00:26:19,369 --> 00:26:22,372 संवाद अनुवादक: सुमित रैना