1 00:00:25,066 --> 00:00:26,025 सान लैंग? 2 00:00:29,154 --> 00:00:30,697 मैं ठीक हूँ। 3 00:00:30,697 --> 00:00:31,781 सान लैंग, रुको! 4 00:00:31,781 --> 00:00:33,616 -हिलो मत! -डरो मत। 5 00:00:38,163 --> 00:00:39,080 नहीं! 6 00:00:40,415 --> 00:00:42,417 फिक्र मत करो। मैं अभी आया। 7 00:01:00,101 --> 00:01:01,811 सान लैंग! 8 00:01:04,439 --> 00:01:08,109 मो शेंग टोंग शू के उपन्यास हेवन ऑफ़िशिअल्स ब्लेसिंग पर आधारित 9 00:01:08,109 --> 00:01:10,445 जिनजिआंग लिटरेचर सिटी पर प्रकाशित किया गया 10 00:03:22,785 --> 00:03:24,287 मुझे तुमसे कुछ पूछताछ करनी है, 11 00:03:24,287 --> 00:03:25,872 तो तुम नीचे नहीं जा सकते! 12 00:03:25,872 --> 00:03:27,790 तुम्हें मेरे साथ चलना होगा! 13 00:04:36,150 --> 00:04:37,527 वापस वही लड़की! 14 00:04:59,841 --> 00:05:00,800 रूये! 15 00:05:10,393 --> 00:05:11,227 अरे नहीं! 16 00:05:35,543 --> 00:05:36,419 सान लैंग? 17 00:05:43,342 --> 00:05:44,635 सान लैंग, तुम हो? 18 00:05:44,635 --> 00:05:46,220 तुम ठीक तो हो? 19 00:05:46,220 --> 00:05:47,055 तुम्हें चोट लगी है? 20 00:05:54,103 --> 00:05:55,688 मैं ठीक हूँ। 21 00:05:55,688 --> 00:05:56,939 ठीक है। 22 00:05:56,939 --> 00:05:58,107 शुक्रिया। 23 00:05:58,107 --> 00:05:59,901 प्लीज़ मुझे नीचे उतार दो। 24 00:05:59,901 --> 00:06:00,902 नहीं। 25 00:06:02,445 --> 00:06:03,738 क्यों? 26 00:06:03,738 --> 00:06:04,781 यहाँ गंदगी है। 27 00:06:13,873 --> 00:06:14,957 मेरे भाईयों, 28 00:06:14,957 --> 00:06:16,125 तुम्हें क्या हुआ? 29 00:06:18,044 --> 00:06:20,004 तुम्हें किसने मारा? 30 00:06:20,004 --> 00:06:21,255 किसने? 31 00:06:28,554 --> 00:06:31,140 यह सांस नहीं ले रहा और इसका दिल नहीं धड़क रहा? 32 00:06:33,351 --> 00:06:35,686 मुझे मेरे भाई वापस चाहिए! 33 00:06:35,686 --> 00:06:37,647 तुम ज़िंदा नहीं बचोगे! 34 00:06:40,525 --> 00:06:41,776 संभलकर, सान लैंग! 35 00:06:41,776 --> 00:06:42,819 उस पर ध्यान मत दो। 36 00:06:47,782 --> 00:06:49,867 सान लैंग, तुम्हें अब मुझे नीचे उतार देना चाहिए। 37 00:06:49,867 --> 00:06:51,452 फ़िक्र मत कीजिए। आराम कीजिए। 38 00:07:08,636 --> 00:07:10,638 तुम मुझे बस ऐसे उठाए नहीं रह सकते। 39 00:07:10,638 --> 00:07:12,432 क्यों नहीं? कस के पकड़े रहिए। 40 00:07:13,433 --> 00:07:15,393 तुमने मेरे भाईयों को मार डाला! 41 00:07:15,393 --> 00:07:17,603 इसकी कोई माफ़ी नहीं! 42 00:07:54,932 --> 00:07:56,559 सान लैंग। 43 00:07:56,559 --> 00:07:57,768 तुमने 44 00:07:57,768 --> 00:07:59,270 उन सबको मार डाला? 45 00:07:59,270 --> 00:08:00,104 हाँ। 46 00:08:01,606 --> 00:08:02,857 सान लैंग, 47 00:08:02,857 --> 00:08:06,777 जब तुम फिर से ऐसा कोई गड्ढा देखो, कूदने से पहले दो बार सोचना। 48 00:08:06,777 --> 00:08:08,696 मैं तुम्हें रोक भी नहीं पाया। 49 00:08:08,696 --> 00:08:10,281 क्या करना है कुछ समझ नहीं आ रहा था। 50 00:08:14,035 --> 00:08:16,204 और कुछ पूछना है? 51 00:08:16,204 --> 00:08:18,414 क्या चाहते हो और क्या पूछूँ? 52 00:08:18,414 --> 00:08:21,375 जैसे, मैं इंसान हूँ या नहीं। 53 00:08:21,375 --> 00:08:22,835 मुझे नहीं लगता 54 00:08:22,835 --> 00:08:24,170 मुझे वो जानने की ज़रूरत है। 55 00:08:26,380 --> 00:08:27,798 क्यों? 56 00:08:27,798 --> 00:08:32,053 क्योंकि दोस्ती में ताल-मेल बैठना मायने रखता है, 57 00:08:32,053 --> 00:08:34,180 ना कि तुम्हारी पहचान। 58 00:08:34,180 --> 00:08:37,600 अगर तुम मुझे पसंद हो, तो तुम भिखारी भी हुए तो मुझे पसंद आओगे। 59 00:08:37,600 --> 00:08:40,603 पर अगर मुझे तुम पसंद नहीं हो, फिर चाहे तुम राजा भी हो, तब भी मुझे तुमसे नफ़रत होगी। 60 00:08:42,021 --> 00:08:43,856 आसान सी बात है। 61 00:08:43,856 --> 00:08:44,774 तो 62 00:08:44,774 --> 00:08:45,858 मुझे पूछने की ज़रूरत नहीं। 63 00:08:47,527 --> 00:08:49,612 बहुत अच्छी बात कही। 64 00:08:49,612 --> 00:08:50,821 संभलकर, सान लैंग! 65 00:08:54,450 --> 00:08:55,326 रूये! 66 00:09:01,207 --> 00:09:02,750 लानत है। 67 00:09:02,750 --> 00:09:04,585 यह दो के मुकाबले एक है। 68 00:09:04,585 --> 00:09:05,836 यह सही नहीं है। 69 00:09:05,836 --> 00:09:07,547 आमने-सामने भी हो, तुम तब भी नहीं जीत पाओगे। 70 00:09:07,547 --> 00:09:09,674 तुम सब उस लड़की के सेवक हो। 71 00:09:09,674 --> 00:09:11,342 तुम्हें मरना होगा! 72 00:09:12,385 --> 00:09:14,011 उसे अभी मत मारो, सान लैंग। 73 00:09:15,179 --> 00:09:16,639 हमें उससे पूछना होगा 74 00:09:16,639 --> 00:09:18,516 कि यहाँ से बाहर कैसे निकलें। 75 00:09:18,516 --> 00:09:19,433 सान लैंग, 76 00:09:19,433 --> 00:09:21,894 अब तुम्हें मुझे उतार देना चाहिए ना? 77 00:09:21,894 --> 00:09:22,895 रुकिए। 78 00:09:46,377 --> 00:09:47,503 शुक्रिया। 79 00:09:59,432 --> 00:10:01,892 सोच रहा हूँ बाकी सब ठीक हैं या नहीं। 80 00:10:01,892 --> 00:10:04,895 क्या उन्हें भी वो काले कपड़े वाला भूत गड्ढे में फेंक देगा? 81 00:10:07,523 --> 00:10:08,733 अरे, संभलकर। 82 00:10:08,733 --> 00:10:09,692 कहा था ना मैंने? 83 00:10:09,692 --> 00:10:10,568 ज़मीन गंदी है। 84 00:10:11,569 --> 00:10:14,113 अगर तुम उस लड़की के लिए काम करते हो, 85 00:10:14,113 --> 00:10:17,742 हमारे साम्राज्य के सारे भूत तुम्हें डराकर मार देंगे। 86 00:10:19,118 --> 00:10:21,078 जनरल की मो। 87 00:10:21,078 --> 00:10:22,288 तुम 88 00:10:22,288 --> 00:10:23,331 किसकी बात कर रहे हो? 89 00:10:24,749 --> 00:10:26,292 उस दुष्ट पुजारन के सिवा 90 00:10:26,292 --> 00:10:27,585 और कौन हो सकता है? 91 00:10:28,878 --> 00:10:30,671 हाफ़-मून की राजकीय शिक्षिका? 92 00:10:30,671 --> 00:10:32,089 तुम उसके लिए काम करते हो ना? 93 00:10:33,591 --> 00:10:35,593 मैं, की मो, 94 00:10:35,593 --> 00:10:37,803 उसके लिए अपनी वफ़ादारी की कसम कभी नहीं खाऊँगा! 95 00:10:37,803 --> 00:10:40,139 उसने जो किया उसे उसकी भरपाई करनी होगी! 96 00:10:40,139 --> 00:10:41,932 लेकिन जनरल... 97 00:10:41,932 --> 00:10:43,726 तुमने मेरे भाईयों को मार डाला। 98 00:10:43,726 --> 00:10:45,311 मैं तुम्हारे सवालों का जवाब नहीं दूंगा! 99 00:10:45,311 --> 00:10:46,812 चलो! अपनी लड़ाई जारी रखते हैं! 100 00:10:47,813 --> 00:10:50,399 मैंने उन सबको मारा। इनका कोई लेना-देना नहीं। 101 00:10:50,399 --> 00:10:53,235 मुझसे लड़ने से पहले इसके सवालों का जवाब दे सकते हो। 102 00:10:53,235 --> 00:10:55,279 उस लड़की के तुम सारे सेवक 103 00:10:55,279 --> 00:10:57,156 सब एक जैसे हो! 104 00:10:57,156 --> 00:10:59,533 मुझे ग़लत मत समझना, जनरल की मो। 105 00:10:59,533 --> 00:11:01,911 हम यहाँ राजकीय शिक्षिका को निपटाने आए हैं। 106 00:11:01,911 --> 00:11:03,579 हम उसके सेवक कैसे हो सकते हैं? 107 00:11:03,579 --> 00:11:05,456 अगर तुम उसके लिए काम नहीं करते, 108 00:11:05,456 --> 00:11:07,083 तो तुमने मेरे आदमियों को क्यों मारा? 109 00:11:09,752 --> 00:11:12,963 तुमने हमें यहाँ नीचे गिरा दिया। क्या हमें अपनी रक्षा नहीं करनी चाहिए? 110 00:11:12,963 --> 00:11:14,173 बकवास! 111 00:11:14,173 --> 00:11:15,925 तुम यहाँ ख़ुद कूदे! 112 00:11:18,052 --> 00:11:19,512 ठीक है। 113 00:11:19,512 --> 00:11:21,347 चूंकि हम सब यहाँ फंसे हुए हैं, 114 00:11:21,347 --> 00:11:22,556 चलो संधि कर लेते हैं। 115 00:11:25,226 --> 00:11:27,728 तुम्हें राजकीय शिक्षिका 116 00:11:27,728 --> 00:11:28,979 क्यों नहीं पसंद? 117 00:11:32,108 --> 00:11:34,110 जनरल की मो? 118 00:11:34,110 --> 00:11:36,946 अपने आदमियों की ख़ातिर, बेहतर होगा कि तुम सवालों का जवाब दो। 119 00:11:38,030 --> 00:11:39,990 वो मर चुके हैं। 120 00:11:39,990 --> 00:11:41,951 मुझे उनके नाम से धमकी देने की हिम्मत भी मत करना। 121 00:11:43,536 --> 00:11:45,037 लेकिन उनकी लाशें अभी भी यहाँ हैं। 122 00:11:46,163 --> 00:11:47,623 तुम्हें क्या चाहिए? 123 00:11:47,623 --> 00:11:49,667 सब तुम पर निर्भर करता है। 124 00:11:49,667 --> 00:11:51,210 हाफ़-मून के लोग मानते हैं कि 125 00:11:51,210 --> 00:11:54,713 मृत्यु के समय शरीर की दशा से अगले जन्म की दशा तय होती है। 126 00:11:54,713 --> 00:11:56,882 क्या तुम नहीं चाहते उनका पुनर्जन्म अच्छा हो? 127 00:11:56,882 --> 00:11:58,968 या... 128 00:11:58,968 --> 00:12:00,970 तुम... 129 00:12:04,598 --> 00:12:05,516 कोई बात नहीं। 130 00:12:09,395 --> 00:12:11,480 उनके शरीरों को छूना भी मत। 131 00:12:11,480 --> 00:12:13,858 वो सब वीर सैनिक थे, 132 00:12:15,025 --> 00:12:17,445 जो सालों से बुरी तरह 133 00:12:17,445 --> 00:12:18,737 गड्ढे में फंसे हुए थे। 134 00:12:19,780 --> 00:12:21,782 अब जब वो आख़िरकार आज़ाद हो गए हैं, 135 00:12:23,826 --> 00:12:25,953 मैं किसी को भी अब उनका और अपमान नहीं करने दे सकता। 136 00:12:31,000 --> 00:12:33,836 क्या तुम सच में यहाँ बैन यू को मारने आए हो? 137 00:12:33,836 --> 00:12:35,463 हाँ, बिल्कुल। 138 00:12:35,463 --> 00:12:38,716 हम जैसे विदेशियों को राजकीय शिक्षिका के बारे में कुछ पता नहीं है। 139 00:12:38,716 --> 00:12:40,718 तुमने उसके साथ काम किया है, 140 00:12:40,718 --> 00:12:42,386 प्लीज़ हमें उसके बारे में और बताओ। 141 00:12:43,846 --> 00:12:45,639 उसे हाफ़-मून साम्राज्य से नफ़रत थी। 142 00:12:47,141 --> 00:12:50,019 क्या? क्या वो उस साम्राज्य की नागरिक नहीं है? 143 00:12:50,019 --> 00:12:51,479 हाँ भी 144 00:12:51,479 --> 00:12:52,730 और नहीं भी। 145 00:12:53,898 --> 00:12:55,399 इस दुष्ट पुजारन का 146 00:12:55,399 --> 00:12:56,901 मिश्रित खून है। 147 00:12:59,445 --> 00:13:01,947 उसकी माँ हाफ़-मून की है 148 00:13:01,947 --> 00:13:05,284 और उसका पिता योंगन के। 149 00:13:05,284 --> 00:13:07,912 सीमा पर मुश्किल ज़िंदगी से परेशान होकर, 150 00:13:07,912 --> 00:13:10,706 वो अपनी बीवी और बेटी को छोड़कर वापस योंगन चला गया। 151 00:13:16,420 --> 00:13:18,964 बेचारी बीवी 152 00:13:18,964 --> 00:13:21,884 निराशा से मर गई, 153 00:13:21,884 --> 00:13:24,470 अपनी छह साल की बेटी को इस दुनिया में 154 00:13:24,470 --> 00:13:26,555 अकेला छोड़ कर। 155 00:13:26,555 --> 00:13:28,516 यह द्विजातीय बच्ची ही 156 00:13:28,516 --> 00:13:29,850 दुष्ट पुजारन है। 157 00:13:31,310 --> 00:13:34,813 हमारी संस्कृति वीरता को सुंदरता मानती है, 158 00:13:34,813 --> 00:13:37,900 तो इस द्विजातीय बच्ची को अक्सर कमज़ोर होने की वजह से परेशान किया जाता था। 159 00:13:37,900 --> 00:13:39,276 जिसके कारण, 160 00:13:39,276 --> 00:13:41,362 वो बहुत ही ज़्यादा सनकी हो गई। 161 00:13:44,281 --> 00:13:46,116 बाद में, सीमा पर एक दंगा हुआ। 162 00:13:46,116 --> 00:13:48,118 बहुत लोग मारे गए 163 00:13:48,118 --> 00:13:50,829 और वो द्विजातीय बच्ची भी ग़ायब हो गई। 164 00:13:51,914 --> 00:13:53,624 लेकिन, जब वो वापस आई, 165 00:13:53,624 --> 00:13:56,126 वो योंगन के बुरे तंत्रो से लैस थी। 166 00:13:57,419 --> 00:13:59,672 उसने शाही महल में भी जगह हासिल कर ली। 167 00:14:00,673 --> 00:14:01,882 महाराज, 168 00:14:01,882 --> 00:14:03,926 वो एक दुष्ट पुजारन है! 169 00:14:03,926 --> 00:14:06,011 उस पर भरोसा नहीं किया जा सकता! 170 00:14:06,011 --> 00:14:07,054 "एक दुष्ट पुजारन"? 171 00:14:07,054 --> 00:14:08,430 तुम ऐसा क्यों बोल रहे हो? 172 00:14:08,430 --> 00:14:11,350 जिन बिच्छू की पूँछ वाले साँपों पर उसका नियंत्रण है, वो बहुत खतरनाक हैं। 173 00:14:11,350 --> 00:14:13,435 अगर वो उसे हमारे ख़िलाफ़ इस्तेमाल करेगी, 174 00:14:13,435 --> 00:14:15,938 हमें उनका काट मिलना भी मुश्किल हो जाएगा। 175 00:14:15,938 --> 00:14:17,398 -यह सच है। -यह सच है। 176 00:14:17,398 --> 00:14:18,691 -वो दुष्ट है। -दुष्ट पुजारन। 177 00:14:18,691 --> 00:14:19,859 एकदम सही! 178 00:14:19,859 --> 00:14:23,237 और यह मत भूलना कि वो हाफ़-योंगन भी है। 179 00:14:23,237 --> 00:14:24,780 वो एक दोगली इंसान है! 180 00:14:24,780 --> 00:14:26,740 वो एक शैतान है जिसे 181 00:14:26,740 --> 00:14:29,410 बिच्छू की पूँछ वाले साँप द्वारा हमारे साम्राज्य की बरबादी के लिए भेजा गया है! 182 00:14:30,411 --> 00:14:31,412 पुजारन, 183 00:14:31,412 --> 00:14:32,830 तुम्हें कुछ कहना है? 184 00:14:34,206 --> 00:14:37,376 महाराज, उसने इंकार नहीं किया! इसे फांसी दे देते हैं! 185 00:14:37,376 --> 00:14:39,670 -हाँ, फांसी दे देते हैं! -फांसी देते हैं। 186 00:14:39,670 --> 00:14:41,672 शांत हो जाइए! 187 00:14:41,672 --> 00:14:43,465 तुम्हें क्या लगता है, 188 00:14:43,465 --> 00:14:44,592 की मो? 189 00:14:45,634 --> 00:14:48,846 उस पर तरस खाते हुए, 190 00:14:48,846 --> 00:14:50,598 मैंने उसके लिए माफ़ी की भीख मांगी। 191 00:14:52,016 --> 00:14:53,058 अब मेरे पीछे आओ। 192 00:15:10,618 --> 00:15:12,536 बहुत बढ़िया, मेरे भाईयों! 193 00:15:12,536 --> 00:15:15,456 हमने आख़िरकार इन रेगिस्तान के डाकुओं का सफाया कर दिया! 194 00:15:15,456 --> 00:15:16,749 तुम्हें तुम्हारा जायज़ हक़ मिल जाएगा 195 00:15:16,749 --> 00:15:18,918 एक बार जब हम राजा को सूचित कर दें! 196 00:15:18,918 --> 00:15:20,711 -बढ़िया! -बहुत अच्छा! 197 00:15:20,711 --> 00:15:22,379 -क्या हो रहा है? -यह क्या है? 198 00:15:22,379 --> 00:15:24,256 जनरल! 199 00:15:24,256 --> 00:15:25,758 कुछ बहुत बुरा हुआ! 200 00:15:25,758 --> 00:15:27,092 क्या बात है? 201 00:15:28,177 --> 00:15:29,303 जनरल! 202 00:15:29,303 --> 00:15:30,512 एक तूफान आ रहा है! 203 00:15:30,512 --> 00:15:32,306 बिना किसी सहारे के, 204 00:15:32,306 --> 00:15:34,224 यह रेतीली गुफ़ा जल्द ही ढह जाएगी! 205 00:15:34,224 --> 00:15:35,517 -क्या? -ऐसा कैसे हो सकता है? 206 00:15:35,517 --> 00:15:36,560 यह बुरी खबर है। 207 00:15:41,190 --> 00:15:42,524 आओ! मेरे पीछे आओ! 208 00:15:42,524 --> 00:15:43,859 -चलो! -जाओ! 209 00:15:43,859 --> 00:15:44,985 -जल्दी करो! -जाओ! 210 00:15:44,985 --> 00:15:45,861 जल्दी करो! 211 00:15:46,570 --> 00:15:47,655 जल्दी करो! 212 00:15:59,667 --> 00:16:01,710 उस मुश्किल घड़ी में, 213 00:16:01,710 --> 00:16:05,381 बचने की संभावनाएँ बहुत कम थीं। 214 00:16:05,381 --> 00:16:06,799 मेरे पास कोई रास्ता नहीं था, 215 00:16:06,799 --> 00:16:08,801 ज़िंदा लोगों को पहले बाहर निकालने के सिवा। 216 00:16:15,099 --> 00:16:16,976 चलो। 217 00:16:16,976 --> 00:16:19,395 हमारे भाईयों की लाशों को घर ले जाओ। 218 00:16:19,395 --> 00:16:21,021 सभी की। 219 00:16:21,021 --> 00:16:22,439 -जी, सर! -जी, सर! 220 00:16:22,439 --> 00:16:24,316 जनरल, देखिए! वहाँ देखिए! 221 00:16:49,049 --> 00:16:50,759 -जनरल? -यह जनरल है! 222 00:16:50,759 --> 00:16:52,970 उठो! हम बच गए! 223 00:16:52,970 --> 00:16:54,430 -जनरल! -उसने हमें बचाया! 224 00:16:54,430 --> 00:16:56,890 -जनरल हमें बचाने आ गए! -उसने घायल सैनिकों के लिए 225 00:16:56,890 --> 00:16:59,601 एक आसरा खोदा। 226 00:16:59,601 --> 00:17:03,397 उसके बाद, उसने लाशों को दफ़न किया। 227 00:17:03,397 --> 00:17:07,484 यह सब उसने अकेले किया। 228 00:17:07,484 --> 00:17:08,819 मुझे आख़िरकार विश्वास हो गया 229 00:17:08,819 --> 00:17:11,363 कि वो साम्राज्य को मुसीबत में नहीं डालेगी। 230 00:17:11,363 --> 00:17:12,906 तो मैंने उसकी वकालत की 231 00:17:12,906 --> 00:17:16,118 और असंतुष्ट आवाज़ों को खारिज कर दिया। 232 00:17:16,118 --> 00:17:18,078 वो भरोसेमंद थी 233 00:17:18,078 --> 00:17:19,621 और अत्यधिक हुनरमंद थी, 234 00:17:19,621 --> 00:17:20,789 लेकिन वो घमंड़ी नहीं थी। 235 00:17:21,832 --> 00:17:23,542 मैं उसकी सिफ़ारिश करता गया 236 00:17:24,585 --> 00:17:26,920 जब तक वो राजकीय शिक्षिका नहीं बन गई। 237 00:17:40,684 --> 00:17:43,270 राजकीय शिक्षिका कहाँ है? 238 00:17:43,270 --> 00:17:44,813 जनरल, 239 00:17:44,813 --> 00:17:47,775 वो जंग के शुरू होते ही ग़ायब हो गई! 240 00:17:47,775 --> 00:17:49,026 क्यों... 241 00:17:49,026 --> 00:17:50,611 उसने ऐसा क्यों किया? 242 00:17:50,611 --> 00:17:52,029 जनरल! 243 00:17:52,029 --> 00:17:54,531 जनरल, राजकीय शिक्षिका ने शहर का दरवाज़ा खोल दिया! 244 00:17:54,531 --> 00:17:55,824 क्या कहा? 245 00:18:24,436 --> 00:18:26,146 क्यों? 246 00:18:26,146 --> 00:18:28,482 उसने ऐसा क्यों किया 247 00:18:28,482 --> 00:18:29,900 जब मैंने उस पर इतना विश्वास किया? 248 00:18:31,235 --> 00:18:32,861 वो दुष्ट पुजारन एक गद्दार है। 249 00:18:32,861 --> 00:18:35,197 वो पापी के कुँए के ऊपर फांसी की हकदार है। 250 00:18:37,449 --> 00:18:39,326 जनरल की मो, कृपया शांत हो जाइए। 251 00:20:30,896 --> 00:20:35,901 संवाद अनुवादक: सुमित रैना