1 00:00:16,041 --> 00:00:17,458 आपा, हमें आपसे कुछ बात करनी है। 2 00:00:17,458 --> 00:00:20,250 अभी नहीं, वहीदा, कल आइए। 3 00:00:21,791 --> 00:00:25,666 ये ख्वाबगाह के कागज़ात हैं। इन पर दस्तख़त कर दीजिए, हम चले जाएँगे। 4 00:00:26,125 --> 00:00:27,583 दस्तख़त मतलब? 5 00:00:28,583 --> 00:00:31,416 रेहाना आपा अपनी जायदाद में दो हवेलियाँ छोड़ के गई थीं। 6 00:00:32,291 --> 00:00:35,500 शाही महल आपको मिल गया, तो ख्वाबगाह हमारी होनी चाहिए। 7 00:00:37,500 --> 00:00:40,541 सही वक्त आने पर ख्वाबगाह आपकी हो जाएगी। 8 00:00:41,625 --> 00:00:44,458 - वादा करते हैं। - पर वादाखिलाफ़ी हुई, तो? 9 00:00:45,833 --> 00:00:49,291 देखिए, न, जुल्फी, हमारी नेकी का यह सिला। 10 00:00:51,583 --> 00:00:53,333 आपको अपनी बहन पर भरोसा नहीं है? 11 00:00:54,125 --> 00:00:55,708 बहन तो यह रेहाना आपा की भी थीं। 12 00:00:56,208 --> 00:00:57,666 उनकी जान ले ली, और हमें अपनी 13 00:00:57,666 --> 00:00:59,583 - नौकरानी बनाकर रख छोड़ा है। वहीदा! 14 00:00:59,708 --> 00:01:00,958 आप हद पार कर रही हैं। 15 00:01:01,625 --> 00:01:02,791 आपा आप दस्तख़त कीजिए। 16 00:01:04,625 --> 00:01:05,916 दस्तख़त नहीं किए तो? 17 00:01:06,500 --> 00:01:08,666 रेहाना आपा के कत्ल के गवाह हम हैं। 18 00:01:09,416 --> 00:01:12,333 आप और आपकी मल्लिकाजान, दोनों फांसी पर चढ़ेंगे। 19 00:01:18,125 --> 00:01:19,083 धमकी दे रही हैं? 20 00:01:19,458 --> 00:01:21,625 धमकी नहीं, बयान देंगे। 21 00:01:22,416 --> 00:01:23,291 पुलिस को। 22 00:01:24,541 --> 00:01:25,791 दस्तख़त कीजिए। 23 00:01:30,875 --> 00:01:32,541 तुमने हम पर हाथ उठाया? 24 00:01:33,458 --> 00:01:35,250 जुल्फिकार... 25 00:01:40,583 --> 00:01:42,291 आज सिर्फ़ ज़ख्म दिया है। 26 00:01:44,083 --> 00:01:46,916 अगली बार रेहाना के कत्ल का ज़िक्र किया तो जान ले लेंगे। 27 00:02:00,625 --> 00:02:04,541 हीरामंडी: द डायमंड बाज़ार 28 00:02:27,750 --> 00:02:30,666 इकबाल! कहाँ मर गई यह वहीदा? 29 00:02:32,166 --> 00:02:35,500 आपकी दुआ कबूल नहीं हुई, आपा। हम ज़िंदा हैं। 30 00:02:35,750 --> 00:02:38,041 माशा-अल्लाह! चलिए, अंदर आइए। 31 00:02:38,041 --> 00:02:40,291 अंदर आने से पहले आपसे कुछ कहना चाहते हैं। 32 00:02:40,500 --> 00:02:43,375 जल्दी कीजिए, हम सैर पर नहीं जा रहे हैं, कचहरी जा रहे हैं। 33 00:02:43,666 --> 00:02:46,833 आज आखिरी बार आपके साथ कचहरी जा रहे हैं हम। 34 00:02:47,625 --> 00:02:52,125 वादा कीजिए, आपा। जज का फ़ैसला सुनते ही, आप ख्वाबगाह हमारे नाम कर देंगी। 35 00:02:52,583 --> 00:02:56,375 अगर आप इसी वक्त हमारे साथ नहीं चलीं, न, तो ख्वाबगाह, न आपकी होगी, 36 00:02:56,625 --> 00:02:59,416 न नवाब सामी की बेवा की, न उनके बेटे की। 37 00:03:00,666 --> 00:03:03,750 ख्वाबगाह की असली हकदार वापस आ गई हैं। 38 00:03:05,291 --> 00:03:07,375 - फरीदन? - और नहीं तो कौन? आइए। 39 00:03:11,541 --> 00:03:14,250 - इकबाल! - जी? 40 00:03:17,041 --> 00:03:19,916 चल। 41 00:03:23,583 --> 00:03:26,291 योर ऑनर, ये मोहतरमा, जितनी शरीफ़ और ज़हीन दिखती हैं, 42 00:03:26,500 --> 00:03:28,625 उतनी ही बदअख़लाक, इम्मोरल हैं। 43 00:03:29,416 --> 00:03:33,416 शाही महल की आड़ में ये औरतों की खरीद-फ़रोख़्त का धंधा करती हैं। 44 00:03:33,958 --> 00:03:36,625 इन औरतों के ज़रिए शरीफ़ और इज़्ज़तदार आदमियों को 45 00:03:36,791 --> 00:03:38,250 अपने जाल में फंसाती हैं, 46 00:03:38,458 --> 00:03:40,750 और उनके साथ जिस्मानी ताल्लुकात बनाती हैं। 47 00:03:41,208 --> 00:03:44,250 और फिर वक्त आने पर उनकी जायदाद हड़प लेती हैं। 48 00:03:44,250 --> 00:03:46,791 ऑब्जेक्शन माय लॉर्ड! - रहने दीजिए, सिद्दिकी साहब! 49 00:03:47,333 --> 00:03:48,708 लगाने दीजिए इन्हें तोहमत। 50 00:03:49,541 --> 00:03:52,250 अल्लाह जानता है कि हम बेगुनाह हैं। 51 00:03:53,375 --> 00:03:54,875 पाक हैं, मी लॉर्ड। 52 00:03:55,750 --> 00:04:00,166 हमारी तबियत नासाज़ है। आपसे दरख़्वास्त है कि 53 00:04:00,500 --> 00:04:03,458 - इस केस की तारीख़ अगर आप बढ़ा देते तो... नहीं, माई लॉर्ड। 54 00:04:04,416 --> 00:04:07,750 इसी चालाकी से इन्होंने इस केस को 15 साल तक खींचा है। 55 00:04:08,166 --> 00:04:10,041 आज तो केस की सुनवाई होनी ही चाहिए। 56 00:04:10,041 --> 00:04:13,125 मी लॉर्ड, हम भी कहाँ चाहते हैं कि यह केस ज़िंदगी भर चले। 57 00:04:13,625 --> 00:04:16,666 चलिए, एक कुर्सी दिला दीजिए, ताकि हम बैठ के साँस ले सकें। 58 00:04:18,750 --> 00:04:21,041 - कुर्सी दीजिए। - शुक्रिया। 59 00:04:28,500 --> 00:04:31,458 हाँ, तो कुरैशी भाईजान, क्या कह रहे थे आप? 60 00:04:32,875 --> 00:04:37,041 हम यह कह रहे थे, माई लॉर्ड, कि इस ज़लील औरत ने अपनी इसी चालबाज़ी से मेरे मुवक्किल 61 00:04:37,250 --> 00:04:40,958 उमर खान साहब के वालिद, मरहूम नवाब सामी साहब की हवेली हड़पी। 62 00:04:41,250 --> 00:04:42,250 ऑब्जेक्शन, माई लॉर्ड! 63 00:04:42,375 --> 00:04:45,916 सिद्दिकी साहब, आप बैठिए, न। हम हैं, न, कठघरे में। 64 00:04:46,833 --> 00:04:49,333 हमें कोई ऑब्जेक्शन नहीं, मी लॉर्ड, पूछिए। 65 00:04:50,000 --> 00:04:54,083 आप सिर्फ़ एक अच्छी तवायफ नहीं, एक बेहतरीन अदाकारा भी हैं। 66 00:04:54,541 --> 00:04:56,583 वैसे कब से हैं हीरामंडी में? 67 00:04:56,958 --> 00:05:00,125 मी लॉर्ड! बहुत तकलीफ़ हो रही है। 68 00:05:00,458 --> 00:05:04,000 अगर आप इजाज़त दे दें, तो थोड़ी दवाई ले लें? 69 00:05:05,875 --> 00:05:08,083 जी। वहीदा! 70 00:05:17,041 --> 00:05:17,875 पूछिए। 71 00:05:18,166 --> 00:05:20,958 पुश्तैनी तवायफ हैं, इसीलिए इस तरह शराब गटक रही हैं। 72 00:05:21,375 --> 00:05:25,208 मी लॉर्ड, अब इन्हें हमारी दवाई पीने पर भी एतराज़ है। 73 00:05:25,666 --> 00:05:29,708 यकीन नहीं आता है तो खुद चख के देख लीजिए कि यह शराब है या दवाई। 74 00:05:30,166 --> 00:05:35,333 और जिसे आप तवायफ कहते हैं, हम पुश्तैनी फ़नकार हैं। 75 00:05:36,458 --> 00:05:40,708 महफ़िलें सजाते हैं, लेकिन लोग हमें तमाशाबाज़ कहते हैं। 76 00:05:41,875 --> 00:05:46,791 कद्रदानों पर दिल लुटाते हैं, लेकिन लोग हमें लुटेरा कहते हैं। 77 00:05:47,250 --> 00:05:48,291 सही कहते हैं लोग। 78 00:05:48,750 --> 00:05:51,333 ख्वाबगाह भी तो इन्होंने ऐसे ही लूटी है, माई लॉर्ड। 79 00:05:51,500 --> 00:05:54,666 सिद्दिकी साहब, इस बात का ऑब्जेक्शन आप लेंगे या हम? 80 00:05:54,875 --> 00:05:56,541 मुझे ऑब्जेक्शन है, मी लॉर्ड! 81 00:05:57,125 --> 00:05:59,041 लूटे नहीं, लुटाई थी। 82 00:06:00,083 --> 00:06:05,166 नवाब सामी साहब ने रेहाना आपा पर। गज़ब की फ़नकारा थीं, मी लॉर्ड। 83 00:06:06,125 --> 00:06:08,500 उन्होंने तो खुश होकर इनाम में दी थी। 84 00:06:09,125 --> 00:06:12,541 मोहब्बत करते थे रेहाना आपा से। पूछिए उनकी बेवा से। 85 00:06:17,416 --> 00:06:21,291 और रेहाना आपा के जाने के बाद, उनकी वारिस होने के नाते 86 00:06:22,958 --> 00:06:27,166 ख्वाबगाह हमारी और हमारी छोटी बहन, वहीदा की हुई। 87 00:06:27,750 --> 00:06:29,958 वाह! आपने आपस में ही बाँट ली हवेली? 88 00:06:30,458 --> 00:06:34,791 फ़नकारी की आड़ में क्या-क्या होता है हीरामंडी में, हम सब जानते हैं। 89 00:06:34,916 --> 00:06:35,958 तहज़ीब का मेला लगता है। 90 00:06:36,083 --> 00:06:40,250 - झूठे इश्क पलते हैं। - औरतों की इज़्ज़त करना सिखाया जाता है। 91 00:06:40,250 --> 00:06:42,791 - जिस्मफ़रोशी होती है। - वहीदा! 92 00:06:45,958 --> 00:06:48,000 हटाइए नकाब, और दिखाइए चेहरा। 93 00:06:57,125 --> 00:06:58,791 देख लिया, मी लॉर्ड? 94 00:06:59,250 --> 00:07:02,375 आज हम हीरामंडी का असली चेहरा दिखाना चाहते हैं। 95 00:07:03,708 --> 00:07:04,625 दाग़दार। 96 00:07:05,291 --> 00:07:08,458 आँखें भर आती हैं, जब हम इन्हें देखते हैं। 97 00:07:10,583 --> 00:07:11,625 हमारी भी। 98 00:07:13,375 --> 00:07:17,375 बैठ जाइए, वहीदा। आप का दर्द हम समझते हैं। 99 00:07:19,708 --> 00:07:23,000 यह ज़ख़्म भी किसी नवाब का दिया हुआ तोहफ़ा है। 100 00:07:23,583 --> 00:07:25,250 इसे तो वापस नहीं माँग रहे हैं आप। 101 00:07:26,583 --> 00:07:28,416 लेकिन ख्वाबगाह वापस माँग रहे हैं। 102 00:07:29,250 --> 00:07:32,750 माई लॉर्ड, ये इन बेतुकी बातों से कोर्ट का वक्त ज़ाया कर रही हैं। 103 00:07:33,333 --> 00:07:35,916 आप सीधे सवाल का सीधा जवाब दीजिए। 104 00:07:36,333 --> 00:07:39,333 टेढ़े सवाल का टेढ़ा जवाब देंगे। 105 00:07:40,458 --> 00:07:44,208 हुज़ूर, हमारे पास तो हवेली की चाबियाँ हैं। 106 00:07:44,625 --> 00:07:47,250 अगर इनके पास कोई वसीयत है तो पेश करें। 107 00:07:47,916 --> 00:07:50,250 और साथ में यह भी बता दें कि 108 00:07:50,791 --> 00:07:54,083 नवाब सामी साहब की यह जायज़ औलाद हैं या नहीं। 109 00:07:54,083 --> 00:07:56,000 - या अल्लाह! - कमज़ात! 110 00:08:00,541 --> 00:08:02,875 - छोड़िए हमारी आपा को। छोड़िए, छोड़िए... - ऑर्डर! ऑर्डर! 111 00:08:03,041 --> 00:08:06,208 क्या बदतमीज़ी है? छोड़िए। - मिस्टर कुरैशी अपने क्लाइंट को संभालिए। 112 00:08:06,208 --> 00:08:07,583 - ऑर्डर! ऑर्डर! - छोड़िए! छोड़िए! 113 00:08:07,583 --> 00:08:10,750 यह कोर्ट की तौहीन है। ऑर्डर! ऑर्डर! 114 00:08:28,291 --> 00:08:29,125 इतने सारे? 115 00:08:29,125 --> 00:08:32,333 हम्म। इतने बरसों बाद हमारी मन्नत पूरी हुई है। 116 00:08:32,666 --> 00:08:34,166 हमारी ख्वाबगाह हमें मिल गई। 117 00:08:35,750 --> 00:08:38,208 बाकी के तुम बाँट दो। हमें सामान बाँधना है। 118 00:08:38,666 --> 00:08:40,958 सोच रहे हैं, आज शाम ही ख्वाबगाह चले जाएँ हम। 119 00:08:45,750 --> 00:08:46,791 वहीदा! 120 00:08:51,458 --> 00:08:52,958 ये यहाँ क्या कर रही हैं, आपा? 121 00:08:53,458 --> 00:08:55,708 इनके साहबज़ादे ने आपकी कितनी बेइज़्ज़ती की थी। 122 00:08:56,208 --> 00:08:59,000 उनकी बदसलूकी की वजह से हम केस जीत गए। 123 00:09:04,500 --> 00:09:06,208 आज से ख्वाबगाह आपकी। 124 00:09:07,291 --> 00:09:08,625 यह आप क्या कर रही हैं, आपा? 125 00:09:09,875 --> 00:09:12,958 - आपने ख्वाबगाह हमें दे दी थी। - और हमने अपना वादा निभाया। 126 00:09:14,250 --> 00:09:16,666 पूरे एक दिन के लिए आप ख्वाबगाह की मालकिन थीं। 127 00:09:17,708 --> 00:09:18,708 एक दिन के लिए? 128 00:09:21,083 --> 00:09:22,833 हमसे इनका दर्द देखा नहीं गया। 129 00:09:24,041 --> 00:09:25,625 इसलिए इनका हक़ लौटा रहे हैं। 130 00:09:25,875 --> 00:09:28,416 लेकिन... मुफ़्त में। 131 00:09:34,375 --> 00:09:36,291 - हम आपका शुक्रिया कैसे अदा करें? - बस-बस। 132 00:09:37,208 --> 00:09:40,666 इससे पहले हमारा इरादा बदल जाए, आप जा सकती हैं। 133 00:09:41,291 --> 00:09:42,375 जी, बेहतर। 134 00:09:44,041 --> 00:09:45,250 शुक्रिया, बीबी। 135 00:09:51,666 --> 00:09:53,166 रोते नहीं, वहीदा। 136 00:09:56,666 --> 00:09:59,791 कानूनी तौर पर, ख्वाबगाह फरीदन की है। 137 00:10:00,166 --> 00:10:03,041 अगर उसने हम पर मुकदमा कर दिया, तो हम जीत नहीं पाएँगे। 138 00:10:04,333 --> 00:10:06,375 और हार हमें बर्दाश्त नहीं। 139 00:10:06,875 --> 00:10:08,375 आपकी चाल कोई भी हो, आपा, 140 00:10:09,625 --> 00:10:12,166 उसमें मात हमेशा हमारी क्यों होती है? 141 00:10:12,875 --> 00:10:15,333 क्योंकि शतरंज में प्यादे पिटने के लिए ही होते हैं। 142 00:10:16,958 --> 00:10:20,291 आपने सिर्फ़ रेहाना आपा का नहीं, 143 00:10:22,083 --> 00:10:24,458 हमारे अरमानों का भी कत्ल किया है आज। 144 00:10:42,416 --> 00:10:47,083 वाह! आलमज़ेब की ज़बान पर मिश्री कौन रख गया? 145 00:10:47,208 --> 00:10:48,708 कितना अच्छा गा रही हैं। 146 00:10:49,541 --> 00:10:53,041 हुज़ूर, यह आलमज़ेब नहीं, अपनी सायमा गा रही है। 147 00:10:54,875 --> 00:10:56,166 माशा-अल्लाह! 148 00:10:57,416 --> 00:11:00,250 नौकरानियाँ घर की बेटियों से आगे निकलने लगी हैं। 149 00:11:00,458 --> 00:11:03,916 मुँह मीठा करिए। मिठाई? किस खुशी में? 150 00:11:04,125 --> 00:11:06,416 हमारी नई पड़ोसन। आपा! 151 00:11:07,000 --> 00:11:10,375 नई पड़ोसन? - हाँ। पूरे मोहल्ले में मिठाई बँटवा रही है। 152 00:11:11,458 --> 00:11:14,500 सफ़ीना बी! सलाम! सलाम! 153 00:11:14,708 --> 00:11:18,958 नया घर तो हुज़ूर ने दे दिया। नया घरवाला खुद ढूंढ लो। 154 00:11:21,666 --> 00:11:23,541 हुज़ूर! सलाम! 155 00:11:23,666 --> 00:11:27,583 हुज़ूर, बुढ़िया सलाम कर रही है। कुबूलत तो कर लो। 156 00:11:29,125 --> 00:11:32,666 ऐसे नहीं, हुज़ूर। अपनी नेकी की बरकत देख लेनी चाहिए। 157 00:11:50,041 --> 00:11:53,000 लीजिए, जी। आपको नई हवेली मुबारक। 158 00:11:53,583 --> 00:11:54,625 बहुत-बहुत शुक्रिया। 159 00:12:04,791 --> 00:12:08,208 नई पड़ोसन का नाम बताना तो भूल ही गए हम। 160 00:12:12,041 --> 00:12:13,083 फरीदन। 161 00:12:23,875 --> 00:12:26,333 बीबी! कोई मिलने आया है आपसे। 162 00:12:32,125 --> 00:12:34,333 - जी? हूबहू, रेहाना हुज़ूर। 163 00:12:35,041 --> 00:12:37,833 माशा-अल्लाह! किसी की बुरी नज़र न लगे। 164 00:12:39,000 --> 00:12:40,083 काम बताइए। 165 00:12:40,208 --> 00:12:43,791 फूफीजान ने कहा है, उस्तादजी, फरीदन बच्ची बरसों बाद अपने घर... 166 00:12:43,791 --> 00:12:47,000 - अच्छा, तो आप हैं उस्ताद। जी। 167 00:12:47,500 --> 00:12:49,333 सुना है हीरामंडी के अख़बार हैं आप। 168 00:12:50,583 --> 00:12:53,666 अब अख़बार तो बुला ही लिया है, तो सुर्ख़ियाँ भी सुन लें। 169 00:12:54,208 --> 00:12:56,958 नेकी और पूछ-पूछ! सुनाइए। 170 00:12:57,875 --> 00:13:01,541 ताज़ा ख़बर यह है कि मल्लिकाजान की आँखों से आपने सुरमा चुरा लिया। 171 00:13:01,541 --> 00:13:04,500 गलत। चुराया उन्होंने था। 172 00:13:05,541 --> 00:13:07,958 - हम तो बस वापस ले रहे हैं। - बेशक। 173 00:13:08,291 --> 00:13:12,208 ख्वाबगाह तो मिल ही गई। सुना है आपके चौधरी साहब ने दिलाई है। 174 00:13:12,500 --> 00:13:15,916 आप उधर की ख़बर देने आए हैं, या इधर की ख़बर लेने? 175 00:13:16,125 --> 00:13:17,083 उधर की देने। 176 00:13:18,000 --> 00:13:22,333 मल्लिकाजान, अपनी छोटी बेटी, आलमज़ेब को हुज़ूर बनाने के ख़्वाब देख रही है। 177 00:13:22,916 --> 00:13:27,833 पर यह लड़की हुज़ूर तो छोड़िए, तवायफ ही नहीं बनना चाहती। 178 00:13:28,375 --> 00:13:30,125 ये आलमज़ेब काम आएगी। 179 00:13:31,583 --> 00:13:35,375 दोस्तों की बात तो हो गई, अब यह बताइए, ख़ालाजान के कोई दुश्मन हैं कि नहीं? 180 00:13:35,541 --> 00:13:41,375 है, न। वो अंग्रेज़ बाबू। काट के खा गया था मुझे। 181 00:13:41,750 --> 00:13:42,666 कार्टराईट। 182 00:13:43,458 --> 00:13:47,083 वो भी इस शहर में नया है। और आप भी। 183 00:13:48,250 --> 00:13:52,208 वो भी मल्लिका को तबाह करना चाहता है, और आप भी। 184 00:13:54,916 --> 00:13:58,791 बेहतरीन सुर्ख़ियों के लिए... शुक्रिया। 185 00:14:44,625 --> 00:14:49,250 चौधरी साहब, आप यहाँ? हमें तो लगा आप अपने दोस्तों के साथ बाहर गए हैं। 186 00:14:51,875 --> 00:14:54,250 आपने हमें कहीं बाहर जाने लायक छोड़ा ही कहाँ है? 187 00:14:54,583 --> 00:14:55,416 मतलब? 188 00:14:55,416 --> 00:15:00,916 हमारी सारी दौलत, सारी कमाई, सब कुछ आप पर लुटा कर बस 189 00:15:02,041 --> 00:15:03,375 बैठे हैं यहाँ। 190 00:15:03,916 --> 00:15:07,083 अब तो बाकी सब नवाब भी हँसते हैं हम पर। 191 00:15:08,250 --> 00:15:12,708 आप भी, न! लोगों की बातों पर बेवजह बुरा मान जाते हैं। 192 00:15:17,375 --> 00:15:20,041 बाहर जाते वक्त दरवाज़ा बंद कर दीजिए। 193 00:15:24,916 --> 00:15:26,541 लाहौर किताबखाना, स्थापित - 1890 194 00:15:26,541 --> 00:15:29,833 अरे, जनाब, आप यह दिन-दहाड़े दुकान पर ताला क्यों लगा रहे हैं? 195 00:15:30,083 --> 00:15:34,000 हमारी दुकान, हमारी मर्ज़ी। किसी ज़रूरी काम से जा रहे हैं, आप कल आइएगा। 196 00:15:34,208 --> 00:15:35,041 बंद है 197 00:15:35,041 --> 00:15:37,000 आप जा रहे हैं, लेकिन आपके मुलाज़िम तो होंगे। 198 00:15:37,000 --> 00:15:39,500 - अरे, मोहतरमा, आप? - जी। 199 00:15:39,791 --> 00:15:42,666 ओह... हमारे मुलाज़िम से मिलने आई होंगी। 200 00:15:42,916 --> 00:15:47,458 हाँ, वो, जिन्होंने पिछली बार हमारी किताबों के लिए तीन रुपया बारह आने दिए थे, 201 00:15:47,625 --> 00:15:49,958 बस, वो लौटाने आए हैं। 202 00:15:50,375 --> 00:15:52,625 आपके साथ मज़ाक कर रहे थे वो उस रोज़। 203 00:15:53,041 --> 00:15:54,500 वो तो किताब खरीदने आए थे। 204 00:15:54,791 --> 00:15:59,000 और वो कोई मुलाज़िम नहीं, वो एक बड़े नवाब की बिगड़ी हुई औलाद हैं। 205 00:16:01,125 --> 00:16:03,333 ख़ैर! हमें हो रही है देर, हम निकलते हैं। 206 00:16:03,333 --> 00:16:05,625 वैसे, ये नवाब मिलेंगे कहाँ? 207 00:16:05,958 --> 00:16:11,000 नवाब कहाँ मिलते हैं? दावतों में, क्लबों में, महफ़िलों में। 208 00:16:14,750 --> 00:16:18,541 या अल्लाह! अब इतने बड़े लाहौर में कैसे मिलेंगे आपके नवाबज़ादे? 209 00:16:19,458 --> 00:16:21,500 हमें यकीन है कि वो ज़रूर मिलेंगे। 210 00:16:22,166 --> 00:16:26,166 हम हिंदुस्तानी, मेहमाननवाज़ी में तख़्त-ओ-ताज दे बैठे। 211 00:16:27,166 --> 00:16:28,875 लेकिन अब यह ग़लती हम नहीं करेंगे। 212 00:16:29,708 --> 00:16:34,291 तुम लोग जाग रहे हो, आवाम जाग रही है। समझ रही है 213 00:16:35,375 --> 00:16:37,583 कि यह वर्ल्ड वार हमारी कभी थी ही नहीं। 214 00:16:38,416 --> 00:16:41,666 पराई जंग में सीने पे गोली कौन खा रहा है? हम। 215 00:16:43,041 --> 00:16:47,000 बंगाल में भुखमरी का शिकार कौन हो रहा है? हम। 216 00:16:48,000 --> 00:16:51,750 ये सारे ज़मींदार, सारे नवाब, किसको राशन मुहैया करवा रहे हैं? 217 00:16:52,666 --> 00:16:54,125 बर्तानिया सरकार को। 218 00:16:55,250 --> 00:16:58,083 और यह ज़ुल्म कौन सह रहा है? हम। 219 00:17:00,291 --> 00:17:01,333 अब और नहीं। 220 00:17:03,375 --> 00:17:07,833 हम दिखते रेत जैसे हैं। मगर हैं बारूद। 221 00:17:09,958 --> 00:17:13,416 अब इस बारूद में चिंगारी लगाने का वक्त आ गया है। 222 00:17:14,375 --> 00:17:20,875 आप में से जिसे भी, जान लेने या देने में तकल्लुफ़ हो, बाहर जा सकता है। 223 00:17:28,333 --> 00:17:30,333 हमें आप लोगों से यही उम्मीद थी। 224 00:17:31,291 --> 00:17:32,833 यह जज़्बा बरकरार रखिएगा। 225 00:17:34,083 --> 00:17:36,583 हमारे अगले कदम की इत्तिला कर दी जाएगी। 226 00:17:37,833 --> 00:17:40,000 - खुदा हाफ़िज़! खुदा हाफ़िज़! 227 00:17:40,250 --> 00:17:42,916 ये हैं हमारे लीडर, हमीद मोहसिन अली। 228 00:17:43,208 --> 00:17:45,583 - आओ, मिलवाते हैं। - मिल चुके हैं। 229 00:17:47,083 --> 00:17:48,541 इन्होंने ही हमारी जान बचाई थी। 230 00:17:49,666 --> 00:17:50,875 बलराज! 231 00:17:59,500 --> 00:18:02,458 फरीदन बीबी! बीबी फरीदन। 232 00:18:02,583 --> 00:18:04,958 आपके लिए रक्कासाओं की फ़ौज लेकर आया हूँ। 233 00:18:05,166 --> 00:18:08,000 देखिए तो, चुन-चुनके हीरे लाया हूँ। 234 00:18:08,583 --> 00:18:10,041 नाचती हैं और गाती भी हैं। 235 00:18:10,625 --> 00:18:12,916 या अल्लाह! सोने भी नहीं देते। 236 00:18:15,916 --> 00:18:17,500 ये दोनों बावर्चीखाने में। 237 00:18:19,125 --> 00:18:22,958 और ये तीन, हमारे ख़ास मेहमानों के बिस्तर गरम करेंगी। 238 00:18:23,375 --> 00:18:24,416 और कुछ? 239 00:18:26,333 --> 00:18:28,708 ख़ुदा हाफ़िज़, उस्तादजी। 240 00:18:28,958 --> 00:18:31,541 ख़ुदा तो आपकी हिफ़ाज़त करे, बीबी। 241 00:18:31,958 --> 00:18:35,250 हीरामंडी में रंडियाँ पालेंगी? यहाँ यह सब नहीं चलता। 242 00:18:36,041 --> 00:18:37,625 फरीदन आ गई है, 243 00:18:40,166 --> 00:18:41,291 सब चलेगा। 244 00:18:42,083 --> 00:18:44,625 अब सोने दीजिए, उस्तादजी। 245 00:18:44,625 --> 00:18:45,625 - सहर, जी। 246 00:18:45,625 --> 00:18:47,500 लौंडियों को अंदर ले जाओ। 247 00:18:48,291 --> 00:18:50,791 चलिए, मोहतरमाओ। आइए, चलिए। 248 00:18:52,250 --> 00:18:57,583 बीबी, आपकी नथ उतराई के लिए एक ऐसा कद्रदान लाया हूँ, 249 00:18:58,083 --> 00:19:00,708 कि आपकी नींद ही नहीं, होश भी उड़ जाएँगे। 250 00:19:01,375 --> 00:19:05,708 ताजदार बलोच। अशफाक बलोच के इकलौते वारिस। 251 00:19:06,958 --> 00:19:08,666 मल्लिकाजान की नज़र में भी हैं। 252 00:19:09,208 --> 00:19:10,958 आलमज़ेब की नथ उतराई के लिए। 253 00:19:11,375 --> 00:19:12,958 अब आप मेरी बख़्शीश... 254 00:19:12,958 --> 00:19:15,708 इन्हें आप आलमज़ेब की किस्मत में ही रहने दीजिए। 255 00:19:16,125 --> 00:19:21,958 अरे, बीबी, ऐसे कद्रदान के लिए, तो तवायफ अपनी अम्मी पर भी छुरा चला दे, 256 00:19:22,333 --> 00:19:27,291 और आप तो... - खंज़र भोंकेंगे... ख़ालाजान की छाती में। 257 00:19:29,125 --> 00:19:31,958 - आप बस देखते जाइए। कैसे? 258 00:19:33,125 --> 00:19:36,000 आलमज़ेब और ताजदार मिलेंगे, तो मोहब्बत होगी। 259 00:19:36,958 --> 00:19:39,583 और जहाँ मोहब्बत, वहाँ तबाही। 260 00:19:40,000 --> 00:19:42,166 कितने टुकड़े करेंगी इसके? 261 00:19:43,833 --> 00:19:45,333 जितने हमारे हुए हैं। 262 00:19:46,250 --> 00:19:47,750 तो कौन होगा आपका साहब? 263 00:19:50,958 --> 00:19:52,083 वली मोहम्मद। 264 00:19:53,333 --> 00:19:56,791 - पर वो तो बिब्बो के साहब हैं। - इसीलिए तो। 265 00:19:57,541 --> 00:20:00,250 शाही महल पर बिजली गिराएँगी आप? 266 00:20:03,791 --> 00:20:05,083 कहर ढाएँगे। 267 00:20:08,166 --> 00:20:09,208 आप पे। 268 00:20:10,833 --> 00:20:13,583 - अरे... फरीदन बीबी, यह क्या कर रही हैं। उस्तादजी... 269 00:20:13,583 --> 00:20:16,500 - क्या कर... अरे, बीबी, छोड़िए, न। हमसे क्या शर्माना? 270 00:20:16,500 --> 00:20:18,833 यह क्या कर रही हैं। आप भी... 271 00:20:33,166 --> 00:20:35,708 आपा! आपसे कुछ बात करनी थी। हम्म? 272 00:20:36,416 --> 00:20:39,625 लेकिन अगर आप मशरूफ़ हैं, तो हम बाद में आ जाएँ? 273 00:20:39,958 --> 00:20:41,583 कहिए आलम, क्या बात है? 274 00:20:42,166 --> 00:20:44,166 वली साहब के यहाँ बहुत बड़ी दावत है, न? 275 00:20:45,041 --> 00:20:46,625 सुना है पूरा लाहौर आने वाला है। 276 00:20:46,750 --> 00:20:48,875 हर साल जब उनकी बेगम मायके जाती है ना, 277 00:20:49,166 --> 00:20:52,125 तब ये दावत होती है। अपनी बिब्बोजान की शान में। 278 00:20:53,166 --> 00:20:54,625 इस बार हम भी चलें आपके साथ? 279 00:20:55,125 --> 00:20:57,291 आपको कब से दावतों का शौक हो गया? 280 00:20:58,000 --> 00:21:02,416 नहीं, हम बस सोच रहे थे, कि नए लोग मिलेंगे, नए दोस्त बनेंगे। 281 00:21:02,625 --> 00:21:05,125 और नवाब भी तो ऐसी ही दावतों में मिलते हैं। है न? 282 00:21:06,291 --> 00:21:07,125 कौन से नवाब? 283 00:21:07,333 --> 00:21:10,333 बोलो, बोलो। हमें भी तो पता चले कौन से नवाब? 284 00:21:10,875 --> 00:21:11,708 नहीं, कोई नहीं। 285 00:21:11,916 --> 00:21:16,125 बिब्बोजान, मुबारकां। आलम के दर पे जवानी दस्तक दे रही है। 286 00:21:16,291 --> 00:21:18,208 ओ हो, आलम। 287 00:21:18,541 --> 00:21:21,000 अह हय, जवानी, ओय होय नवाब। 288 00:21:21,000 --> 00:21:24,375 हटिए, आप हमें यूँ ही तंग करते रहेंगे, न, तो हम नहीं जाएँगे दावत पे। 289 00:21:24,541 --> 00:21:26,416 आप दोनों आलम को परेशान मत कीजिए। 290 00:21:27,625 --> 00:21:29,208 हम आपको ले जाएँगे दावत पर। 291 00:21:30,000 --> 00:21:32,250 हो सकता है आपको आपके ख्वाबों का नवाब मिल जाए। 292 00:21:33,166 --> 00:21:34,208 है न? 293 00:21:38,416 --> 00:21:42,625 बलोच होटल 294 00:22:03,333 --> 00:22:07,916 लीजिए, यह आप क्या कर रहे हैं? इतने सारे लोग हैं यहां और आप हमें देखे जा रहे हैं। 295 00:22:09,083 --> 00:22:11,958 नज़र आपसे हटती ही नहीं। क्या करें? 296 00:22:12,125 --> 00:22:14,458 वली साहब, आपको सलाम करता हूँ। 297 00:22:14,708 --> 00:22:17,875 देखिए, आज किसे आपसे मिलाने लाया हूँ। फरीदनजान। 298 00:22:18,125 --> 00:22:22,666 वैसे तो बगैर बुलाए कहीं जाती नहीं, पर हमने कहा ऐसी पार्टियों में रिश्ते बनते हैं। 299 00:22:22,916 --> 00:22:23,875 वो आ गईं। 300 00:22:24,166 --> 00:22:26,958 फरीदन के आने से रिश्ते नहीं, कहानियाँ बनती हैं। 301 00:22:28,166 --> 00:22:32,208 वैसे आप यकीन नहीं करेंगे, वली साहब, बनारस से ख़ास आपके दीदार के लिए आए थे। 302 00:22:33,458 --> 00:22:36,666 जितना सुना था उससे तो कहीं ज़्यादा खूबसूरत निकले आप। 303 00:22:38,541 --> 00:22:42,500 हमारी तो धड़कनें तेज़ हो गईं। क्या बात है, यकीन नहीं आ रहा? 304 00:22:44,166 --> 00:22:45,250 खुद देख लीजिए। 305 00:22:48,208 --> 00:22:51,166 अल्लाह... इनकी धड़कनें तेज़ हो गईं, 306 00:22:51,583 --> 00:22:53,083 और आपकी तो रुक ही गईं। 307 00:22:54,416 --> 00:22:56,250 हमारी खालाज़ाद बहन हैं ये। 308 00:22:57,083 --> 00:23:01,125 बचपन में भी कहानियाँ लिखती थीं ये, और हम मिटा देते थे। याद है, न? 309 00:23:03,458 --> 00:23:05,791 और बचपन में ये खिलौने लाया करती थीं, 310 00:23:07,416 --> 00:23:10,625 हम छीन लेते थे। याद है, न? 311 00:23:11,750 --> 00:23:15,166 तो आज आपका इरादा हमारे साहब को चुराने का है? हूँ? 312 00:23:16,125 --> 00:23:20,041 यह चोरी नहीं है, मेरी जान। डाका है डाका। 313 00:23:21,500 --> 00:23:23,291 रोक सकती हो तो रोक लो। 314 00:23:28,750 --> 00:23:32,708 अब अगर आपका हो गया, मोहतरमा, तो हम वली साहब को ले जाएँ? 315 00:23:33,000 --> 00:23:35,625 बाकी मेहमान इंतज़ार कर रहे हैं। चलिए। 316 00:23:41,708 --> 00:23:43,833 तीर निशाने पर लगा है, मेरी जान। 317 00:23:44,625 --> 00:23:45,833 और हाथ भी। 318 00:23:50,750 --> 00:23:52,750 आप तो कह रहे थे हमसे नज़र नहीं हटती। 319 00:23:54,083 --> 00:23:55,583 फरीदन आपा ने तो हटा दी। 320 00:23:56,000 --> 00:23:57,541 लेकिन, बिब्बोजान, आप... 321 00:23:58,250 --> 00:23:59,916 क्या बेहूदगी है उस्ताद। 322 00:24:00,250 --> 00:24:02,791 इतने सारे वादे करके सिर्फ़ एक नवाब से मिलवाया। 323 00:24:03,166 --> 00:24:05,291 कम से कम इस साड़ी की कीमत तो वसूल करवाइए। 324 00:24:05,458 --> 00:24:07,791 मिलवाएँगे, फ़िलहाल आप वहाँ तो देखिए। 325 00:24:08,375 --> 00:24:11,958 आलमज़ेब। मल्लिका की छोटी वाली। 326 00:24:12,750 --> 00:24:14,875 आपका अगला निशाना। 327 00:24:21,791 --> 00:24:22,958 लाइए, हमें दीजिए। 328 00:24:24,416 --> 00:24:25,583 उफ़! 329 00:24:28,583 --> 00:24:30,208 आप आलमज़ेब हैं, न? 330 00:24:30,500 --> 00:24:31,833 हमें नहीं पहचाना? 331 00:24:32,625 --> 00:24:34,291 हम हैं आपकी फरीदन आपा। 332 00:24:35,875 --> 00:24:39,208 माशा-अल्लाह! आँखें कितनी खूबसूरत हैं आपकी। 333 00:24:40,666 --> 00:24:43,166 वैसे ये आँखें किसके दीदार को तरस रही हैं? 334 00:24:43,416 --> 00:24:45,250 जी? नहीं तो। 335 00:24:45,833 --> 00:24:49,000 कहीं आप... उन्हें तो नहीं ढूँढ रहीं? 336 00:24:53,375 --> 00:24:56,416 - आपने कैसे जाना? - फरीदन सब जानती है। 337 00:24:57,750 --> 00:25:00,291 हम यह भी जानते हैं कि आप उनसे इश्क करती हैं। 338 00:25:02,291 --> 00:25:05,375 - आइए, आपको मिलवाते हैं। - जी, हमारी मुलाकात हो चुकी है। 339 00:25:05,666 --> 00:25:09,041 - तो एक और मुलाकात सही। - हम दो बार मिल चुके हैं। 340 00:25:09,958 --> 00:25:14,000 एक बार मुशायरे में। और दूसरी बार किताबखाने में। 341 00:25:14,916 --> 00:25:17,208 दो मुलाकातों में ही दिल दे बैठीं आप? 342 00:25:17,958 --> 00:25:20,833 हाँ। और रुमाल भी। 343 00:25:23,875 --> 00:25:26,416 एक काम कीजिए, कल दरगाह पर जाइए। 344 00:25:26,916 --> 00:25:29,291 एक बार सच्चे दिल से ख़ुदा से उन्हें माँग लीजिए। 345 00:25:29,791 --> 00:25:32,166 जब आँखें खुलेंगी, वो सामने होंगे। 346 00:25:33,250 --> 00:25:36,291 - और वो नहीं आए, तो? - तो हमारा नाम बदल दीजिएगा। 347 00:25:36,583 --> 00:25:37,958 फरीदन बीबी! 348 00:25:39,583 --> 00:25:42,375 - आपसे मिलिए, नवाब अलीबख़्श। आदाब। 349 00:25:42,541 --> 00:25:45,416 आधा रावलपिंडी इनकी मिल्कियत है। 350 00:25:47,166 --> 00:25:50,875 आदाब! वैसे एक बात कहें, अलीबख़्श साहब? 351 00:25:51,166 --> 00:25:53,291 बनारस से ख़ास आपके दीदार के लिए आए थे। 352 00:25:53,958 --> 00:25:55,583 हमारी तो धड़कनें तेज़ हो गईं। 353 00:25:56,291 --> 00:25:59,333 क्या बात है, यकीन नहीं आ रहा? खुद देख लीजिए। 354 00:26:08,458 --> 00:26:11,000 आज तो ऊपर वाले से कुछ भी माँग लेते, मिल जाता। 355 00:26:16,875 --> 00:26:19,125 वैसे वो, दंगे वाले रोज़ आप कहाँ गायब हो गई थीं? 356 00:26:20,458 --> 00:26:21,791 हमारा तो दिल ही बैठ गया था। 357 00:26:22,541 --> 00:26:25,375 हर अजनबी के लिए इतनी हमदर्दी है आपके दिल में? 358 00:26:25,625 --> 00:26:26,458 जी। 359 00:26:26,750 --> 00:26:29,333 उस दिन एक अजनबी की जान बचाई आपने। 360 00:26:30,333 --> 00:26:31,958 काफ़ी जाँबाज़ हैं। 361 00:26:32,958 --> 00:26:34,666 ज़्यादा चोट तो नहीं लगी, न? 362 00:26:35,666 --> 00:26:39,333 लगी। पर सबसे गहरी दिल पे लगी। 363 00:26:42,375 --> 00:26:44,750 मोहतरमा, इत्तेफ़ाकन, यह हमारी तीसरी मुलाकात है। 364 00:26:44,750 --> 00:26:45,875 हम्म। 365 00:26:46,500 --> 00:26:48,916 लेकिन अब तक हम एक दूसरे का नाम तक नहीं जानते। 366 00:26:52,083 --> 00:26:53,625 हम तो आपका नाम जानते हैं। 367 00:26:54,333 --> 00:26:56,041 तो बताइए, हमारा नाम क्या है? 368 00:27:01,416 --> 00:27:03,541 ताज। 369 00:27:05,333 --> 00:27:07,666 जो नाम दिल पे लिखना था आपने हथेली पे लिख दिया? 370 00:27:08,083 --> 00:27:12,083 हथेली पे लिखने से, नाम तकदीर बन जाती है। 371 00:27:13,708 --> 00:27:17,250 तो आपका नाम बताइए। हम दोनों हथेली पर लिख लेते हैं। 372 00:27:17,458 --> 00:27:20,083 माथे पर लिख लेते हैं। सीने पर लिख लेते हैं। 373 00:27:20,208 --> 00:27:23,000 एक्सक्यूज मी, मैम। आपकी आपा आपको बुला रही हैं। 374 00:27:23,333 --> 00:27:26,625 जी। इजाज़त दीजिए। - इजाज़त दे देंगे, पर... 375 00:27:28,583 --> 00:27:30,333 पहले अपना नाम तो बता दीजिए। 376 00:27:31,083 --> 00:27:33,750 कुछ बातें अगली मुलाकात के लिए भी छोड़ दीजिए। 377 00:27:34,541 --> 00:27:35,750 और वो कब होगी? 378 00:27:36,000 --> 00:27:38,625 वो... ऊपर वाले पर छोड़ दीजिए। 379 00:27:41,041 --> 00:27:41,958 खुदा हाफ़िज़। 380 00:27:44,708 --> 00:27:45,708 खुदा हाफ़िज़। 381 00:27:53,041 --> 00:27:57,375 पहले इश्क की कशमकश, यह आतिश, यह जादूगरी। 382 00:27:59,375 --> 00:28:00,750 बात ही कुछ और है, न? 383 00:28:02,583 --> 00:28:05,458 - जी... आप? - फरीदन। 384 00:28:06,750 --> 00:28:08,625 बनारस से कुछ रोज़ पहले ही आए हैं। 385 00:28:09,083 --> 00:28:11,791 नजूमी हैं, चेहरा देखकर आने वाला कल बता देते हैं। 386 00:28:14,750 --> 00:28:16,916 दिलचस्प। इजाज़त दीजिए। 387 00:28:17,291 --> 00:28:18,291 एक रुमाल। 388 00:28:19,833 --> 00:28:21,583 कुछ शेर सुनाई दे रहे हैं। 389 00:28:22,708 --> 00:28:24,125 कुछ गिरती हुई किताबें। 390 00:28:24,916 --> 00:28:26,458 अधूरी मुलाकातें। 391 00:28:30,875 --> 00:28:32,916 तो यह भी बता दीजिए कि अगली मुलाकात कब होगी। 392 00:28:33,625 --> 00:28:37,458 कल। हीरामंडी की दरगाह पर, मगरिब की नमाज़ के वक्त। 393 00:28:38,416 --> 00:28:40,791 तवायफों के बदनाम मोहल्ले में उनका क्या काम? 394 00:28:41,791 --> 00:28:44,000 ख़ुदा के दर पर कौन नवाब और कौन तवायफ? 395 00:28:45,291 --> 00:28:48,541 हीरामंडी की दरगाह पर माँगी हुई हर दुआ कबूल होती है। 396 00:28:49,166 --> 00:28:50,416 आज़माकर देख लीजिए। 397 00:28:50,833 --> 00:28:53,666 - मैडम, यह रहा आपका शर्बत। - शुक्रिया। 398 00:28:55,833 --> 00:28:57,875 बुरी आदत है, छोड़ दीजिए। 399 00:29:06,125 --> 00:29:08,583 और कितना इंतज़ार कराओगी, आलमज़ेब? 400 00:29:09,208 --> 00:29:11,125 अब तक तो तुम्हारे ताजदार साहब आए नहीं। 401 00:29:11,625 --> 00:29:13,791 - अब कहाँ आएँगे? - चुप कर, मनहूस। 402 00:29:15,500 --> 00:29:18,000 फरीदन ने, न, तुम्हारे दिमाग में न जाने क्या भर दिया है। 403 00:29:18,166 --> 00:29:19,791 और तुम सुन भी रही हो तो दुश्मन की? 404 00:29:19,791 --> 00:29:22,125 दुश्मन की नहीं, हम अपने दिल की सुन रहे हैं। 405 00:29:22,833 --> 00:29:24,916 और हमारा दिल कहता है कि वो ज़रूर आएँगे। 406 00:29:25,041 --> 00:29:27,208 कब से इंतज़ार कर रही हैं, बेचारी। 407 00:29:29,083 --> 00:29:31,166 उस कबूतर को दाना तो पूरा डाला था। 408 00:29:32,333 --> 00:29:34,625 नासपीटा, अब तक आँगन में उतरा क्यों नहीं? 409 00:29:34,958 --> 00:29:38,958 आलम, घर चलो, न। दो बार तो तुम दरगाह पर चादर चढ़ा आईं। 410 00:29:39,208 --> 00:29:42,083 सोच रहे हैं, तीसरी बार भी चढ़ा दें? क्या कहती हो? 411 00:29:42,541 --> 00:29:46,125 - तुम्हें न, जो करना है तुम करो। - तुम, न, घर जाओ। 412 00:29:46,791 --> 00:29:48,375 - हम आते हैं। 413 00:30:09,458 --> 00:30:13,666 दिमाग जितना भी रोक ले, दिल खींच ही लाता है। 414 00:31:41,458 --> 00:31:45,583 फरीदन आपा, वो तो आए ही नहीं। आपने हमसे झूठ क्यों बोला? 415 00:31:46,791 --> 00:31:48,875 ना लकीरे झूठ बोलती हैं, न फरीदन। 416 00:31:50,333 --> 00:31:52,833 और दिल के मामले में हम गलत हो ही नहीं सकते। 417 00:31:54,250 --> 00:31:55,500 - हुमैरा। जी? 418 00:31:55,500 --> 00:31:57,833 वो हमारी दूरबीन कहाँ रखी है, ज़रा देना तो। 419 00:32:08,666 --> 00:32:09,833 इधर आइए। 420 00:32:12,041 --> 00:32:13,125 वो देखिए। 421 00:32:19,666 --> 00:32:22,791 देखा? हमने कहा था, न, वो आएँगे। 422 00:32:25,041 --> 00:32:26,166 अरे, अरे, कहाँ चलीं? 423 00:32:26,625 --> 00:32:29,291 - उनसे मिलने। - अब तो मुलाकात अगले हफ़्ते ही होगी। 424 00:32:29,541 --> 00:32:31,333 आज तो हम उनसे मिलकर ही रहेंगे, आपा। 425 00:32:32,000 --> 00:32:35,291 जाइए। आज़मा लीजिए। 426 00:32:38,000 --> 00:32:38,833 बैठिए। 427 00:33:02,791 --> 00:33:04,458 ओ, फरीदन बीबी। 428 00:33:05,333 --> 00:33:08,333 फरीदन बीबी। अरे, तैयार हो गईं? 429 00:33:09,000 --> 00:33:10,958 अब आ भी जाओ। चलना है कि नहीं? 430 00:33:11,500 --> 00:33:13,750 क्या हुआ, उस्तादजी? इतना शोर क्यों मचा रहे हो? 431 00:33:14,416 --> 00:33:17,125 अंग्रेज़ अफ़सर से मिलने जा रहे हैं, बर्तानिया के राजा से नहीं। 432 00:33:17,625 --> 00:33:20,833 शोर तो मचेगा, बीबी। कार्टराईट और आप। 433 00:33:21,416 --> 00:33:23,458 मल्लिकाजान के दो जानी दुश्मन। 434 00:33:24,041 --> 00:33:26,125 आज उसकी तबाही की तारीख़ लिखेंगे। 435 00:33:26,666 --> 00:33:30,208 बीबी, वैसे, कार्टराईट साहब को इतना इंतज़ार कराना ठीक नहीं। 436 00:33:30,875 --> 00:33:32,416 बहुत ही सिरफिरे आदमी हैं। 437 00:33:34,208 --> 00:33:36,208 - बताइए, हमारी मुठ्ठी में क्या है? - हाँ? 438 00:33:37,250 --> 00:33:38,166 हमें क्या पता? 439 00:33:39,625 --> 00:33:43,375 फ़िलहाल खाली है। जब लौटेंगे, तो कार्टराईट होगा। 440 00:33:43,541 --> 00:33:47,666 अय हय। मैं वारी जाऊँ। 441 00:34:00,791 --> 00:34:04,625 आप हैं हीरामंडी का नूर, जान शाह... 442 00:34:04,625 --> 00:34:05,666 फरीदन। 443 00:34:05,833 --> 00:34:06,791 एलिस्टेयर कार्टराईट 444 00:34:06,791 --> 00:34:09,291 कहिए, क्या ख़िदमत करें आपकी? 445 00:34:09,791 --> 00:34:12,375 {\an8}ख़िदमत? यहाँ, सबके सामने? 446 00:34:13,750 --> 00:34:15,291 उस्तादजी? - जी? 447 00:34:15,416 --> 00:34:17,750 हमारी सिगरेट बग्घी में रह गई है, ज़रा ले आएँगे? 448 00:34:19,833 --> 00:34:20,666 जी हाँ! 449 00:34:25,208 --> 00:34:26,916 हम यहाँ एक शिकायत दर्ज़ करने आए हैं। 450 00:34:28,000 --> 00:34:29,875 - किसकी? - मल्लिकाजान की। 451 00:34:30,916 --> 00:34:34,541 आज से पच्चीस साल पहले, उन्होंने हमारी अम्मीजान का कत्ल कर दिया था। 452 00:34:35,333 --> 00:34:38,541 तब सज़ा नहीं हुई, तो अब कैसे होगी? 453 00:34:38,958 --> 00:34:40,583 हम बहुत उम्मीद लेकर आए हैं। 454 00:34:41,416 --> 00:34:44,041 आप हमारी अम्मीजान का केस दोबारा खोल दीजिए। 455 00:34:45,500 --> 00:34:46,833 मुझे माफ़ कीजिए। 456 00:34:47,166 --> 00:34:48,416 पर वो नहीं हो पाएगा। 457 00:34:55,041 --> 00:34:58,000 हम इत्ते से थे, जब उस औरत ने हमें बेच दिया था। 458 00:35:00,083 --> 00:35:03,291 मल्लिकाजान ने हमारी ज़िंदगी उजाड़ दी, और आप कह रहे हैं कि... 459 00:35:13,541 --> 00:35:15,041 प्लीज़, रोइए मत! 460 00:35:23,208 --> 00:35:25,750 हम वो फ़ाइल ढूँढने की कोशिश करेंगे। 461 00:35:26,500 --> 00:35:29,208 हमारे पास आपको बताने के लिए और भी बातें हैं। 462 00:35:30,375 --> 00:35:34,208 अगर किसी रात आप घर आ सकें, तो सारी बातें खुल के सामने आ जाएँगी। 463 00:35:38,541 --> 00:35:41,583 और क्या बताएं हुज़ूर। पूरे मोहल्ले में एक ही चर्चा है। 464 00:35:41,750 --> 00:35:43,416 वो पीली कोठी वाली रज़िया है न, 465 00:35:43,541 --> 00:35:46,208 उसका अपने तबल्ची के साथ तक धिना-धिन चल रहा है। 466 00:35:46,208 --> 00:35:47,708 और वो तबल्ची, 467 00:35:47,875 --> 00:35:49,583 हमारे इकबाल पर डोरे डाल रहा है। 468 00:35:49,708 --> 00:35:52,708 हुज़ूर, जुल्फिकार साहब आए हैं आपसे मिलने। 469 00:35:53,291 --> 00:35:55,583 इस वक्त? जी, हम बुलाएँ उन्हें? 470 00:35:55,875 --> 00:35:57,208 - बुलाइए। जी। 471 00:35:58,375 --> 00:36:02,708 देखा? ये मर्द ज़ात, दिन में भी पीछा नहीं छोड़ते। 472 00:36:02,833 --> 00:36:04,625 बज़ा फ़रमाया, हुज़ूर। 473 00:36:04,791 --> 00:36:06,500 अल्लाह रहम करे। 474 00:36:08,041 --> 00:36:11,583 - आइए, आइए, नवाब साहब। आदाब, मल्लिका। 475 00:36:11,583 --> 00:36:15,583 आदाब! आज दिन में हुज़ूर को हमारी याद कैसे आई? 476 00:36:16,291 --> 00:36:17,541 तशरीफ़ रखिए। 477 00:36:19,875 --> 00:36:20,875 सब ख़ैरियत? 478 00:36:24,458 --> 00:36:26,125 ख़ैरियत ही तो नहीं है। 479 00:36:28,541 --> 00:36:31,458 सुना है, फरीदन, कार्टराईट के साथ मिलकर 480 00:36:32,333 --> 00:36:36,541 रेहाना के कत्ल के केस की फ़ाइल दोबारा खोलने की कवायद कर रही है। 481 00:36:36,958 --> 00:36:39,916 जनमजली, मरदूद, बेड़ा गर्क हो उसका। 482 00:36:41,541 --> 00:36:44,916 आप फ़िक्र मत कीजिए। हमारा कुछ नहीं बिगाड़ पाएगी वो। 483 00:36:45,083 --> 00:36:46,416 उम्मीद तो यही है। 484 00:36:47,916 --> 00:36:49,041 वैसे वो फ़ाइल है कहाँ? 485 00:36:49,666 --> 00:36:50,708 फ़ाइल... अह... 486 00:36:50,708 --> 00:36:55,666 वो फ़ाइल, जो हमने आज से 25 साल पहले आपको संभालकर रखने को दी थी। 487 00:36:56,500 --> 00:37:01,291 वो फ़ाइल, जिसमें रेहाना के कत्ल के सारे राज़ दफ़्न हैं। 488 00:37:02,333 --> 00:37:08,083 वो फ़ाइल, जो कार्टराईट के हाथ लग गई, तो आप और हम दोनों बर्बाद हो जाएँगे। 489 00:37:10,750 --> 00:37:12,541 याद आया? वो फ़ाइल। 490 00:37:13,416 --> 00:37:15,958 हमने कहीं संभाल के रखी है, मिल जाए... 491 00:37:19,166 --> 00:37:22,083 अगर वो फ़ाइल हमें जल्द से जल्द नहीं मिली 492 00:37:23,500 --> 00:37:28,916 तो आप इसी फ़व्वारे में बेजान, नंगी तैरती नज़र आएँगी। 493 00:37:29,708 --> 00:37:32,458 आप मज़ाक कर रहे हैं? 494 00:37:33,833 --> 00:37:35,458 आगाह कर रहे हैं। 495 00:37:36,666 --> 00:37:39,250 साहब, शक कर रहे हैं हम पर? 496 00:37:41,875 --> 00:37:42,958 शक भी है। 497 00:37:45,208 --> 00:37:46,208 यकीन भी है। 498 00:37:54,333 --> 00:37:57,125 आपा, आपने हमें याद किया? 499 00:37:57,500 --> 00:38:00,250 हूँ। लेकिन यहाँ तहख़ाने में क्यों? 500 00:38:00,666 --> 00:38:04,458 पच्चीस साल पहले हमने आपको कुछ दिया था, वही ढूँढ रहे हैं हम। 501 00:38:04,875 --> 00:38:06,041 पच्चीस साल पहले? 502 00:38:07,416 --> 00:38:10,791 आपने हमें ज़िल्लत और धोखे के सिवाय और कुछ दिया है आजतक? 503 00:38:11,416 --> 00:38:15,208 ज़हर उगलना बंद कीजिए, और रेहाना आपा की फ़ाइल हमें वापस कीजिए। 504 00:38:16,041 --> 00:38:17,833 आपने हमें कोई प़ाइल नहीं दी थी, आपा। 505 00:38:20,083 --> 00:38:21,833 मल्लिका कभी कुछ नहीं भूलती। 506 00:38:22,416 --> 00:38:24,583 हुज़ूर, यह फ़ाइल तो नहीं? 507 00:38:25,791 --> 00:38:29,708 हज़ार बार कहा है, लाल फ़ाइल, भूरी पर्ची के साथ। 508 00:38:30,666 --> 00:38:32,625 भूरी पर्ची वाली फ़ाइल? 509 00:38:34,250 --> 00:38:37,625 आपा वो तो आपके कहते ही, उसी वक्त हमने जला दी थी। 510 00:38:39,666 --> 00:38:40,875 जला दी? 511 00:38:43,500 --> 00:38:49,208 और हम सोच रहे थे कि आप जुल्फिकार से नाराज़ हैं, तो फ़ाइल छिपा दी। 512 00:38:51,125 --> 00:38:53,333 अल्लाह का लाख-लाख शुक्र है। 513 00:38:54,416 --> 00:38:58,875 जुल्फिकार साहब का दिया, न निशान मिटा है और न नाराज़गी। 514 00:39:00,916 --> 00:39:03,041 पर आपसे वफ़ादारी है। 515 00:39:04,125 --> 00:39:05,416 और हमेशा रहेगी। 516 00:39:06,041 --> 00:39:08,375 हम्म... 517 00:39:13,125 --> 00:39:14,666 कुर्ते की लंबाई, तीस। 518 00:39:15,500 --> 00:39:20,166 बीबी, ऐसी ख़बर लाया हूँ कि मेरा मुँह मोतियों से भर देंगी आप। 519 00:39:20,583 --> 00:39:22,958 शाही महल में खलबली मची हुई है। 520 00:39:24,041 --> 00:39:28,375 कोई फ़ाइल ढूँढी जा रही है। और मल्लिकाजान का तो खून सूख गया है। 521 00:39:30,250 --> 00:39:32,875 - आपको खुशी नहीं हुई? - हुई, न। 522 00:39:33,541 --> 00:39:37,750 पर पहले आप यह बताइए हमारे नथ उतराई के जोड़े के लिए कौन सा रंग जँचेगा हम पर? 523 00:39:38,125 --> 00:39:40,000 बीबी, आप पर तो सभी रंग जँचते हैं। 524 00:39:40,583 --> 00:39:43,583 हाँ, नाप इतनी दूर से देंगी 525 00:39:43,583 --> 00:39:45,958 तो कहीं चोली तंग न पड़ जाए। 526 00:39:46,125 --> 00:39:50,500 आज तक किसी मर्द ने नहीं छुआ हमें। यह दर्ज़ी क्या छुएगा 527 00:39:50,708 --> 00:39:54,083 अच्छा! तो चौधरी साहब ने बिना छुए ही 528 00:39:54,333 --> 00:39:56,500 आप पर सब कुछ लुटा दिया। हूँ? 529 00:39:56,625 --> 00:39:57,666 खुदाहाफ़िज़, बीबी। 530 00:39:57,916 --> 00:39:59,708 और ख्वाबगाह भी ऐसे ही दे दी। 531 00:39:59,708 --> 00:40:02,250 चौधरी साहब को तो उम्मीद दे-देकर पाल रखा है। 532 00:40:04,166 --> 00:40:08,250 जब तक मर्द को छूने न दो, गुलाम बनकर रहता है। 533 00:40:08,500 --> 00:40:10,625 आप भी, न, बीबी! 534 00:40:12,458 --> 00:40:13,500 अच्छा, सुनिए। 535 00:40:13,875 --> 00:40:17,083 हमारे नथ उतराई का चर्चा, वली मोहम्मद के साथ-साथ 536 00:40:17,208 --> 00:40:20,000 हर नवाब और हर रईस तक पहुँचा दो। 537 00:40:21,416 --> 00:40:23,958 - सबसे पहले... - हाँ... सबसे पहले, 538 00:40:24,500 --> 00:40:27,458 आपकी ख़ालाजान को भिजवाएँगे। 539 00:40:32,708 --> 00:40:33,875 बीबी! 540 00:40:49,708 --> 00:40:50,791 खुश हुए? 541 00:41:13,708 --> 00:41:17,625 पिछले हफ़्ते ही हमने सारे मसले सुलझा दिए थे। 542 00:41:19,083 --> 00:41:21,708 तो रातों-रात ऐसा कौन सा मसला आ गया? 543 00:41:22,166 --> 00:41:25,875 मसला यह है कि फरीदन अपनी नथ उतराई रखना चाहती हैं। 544 00:41:26,708 --> 00:41:29,833 बच्ची है। बहुत बरसों के बाद लौटी हैं। 545 00:41:30,833 --> 00:41:32,041 होने दो थोड़ी सी रौनक। 546 00:41:33,166 --> 00:41:35,250 - करने दो नथ उतराई। - फूफी! 547 00:41:35,750 --> 00:41:38,125 हीरामंडी की तवायफों के कुछ उसूल होते हैं। 548 00:41:39,000 --> 00:41:41,583 नथ उतराई सिर्फ़ कुँवारी लड़कियों की होती है। 549 00:41:41,916 --> 00:41:43,000 और इनको तो हमने 550 00:41:44,250 --> 00:41:47,208 - खुद सत्तन मियां के यहाँ भेजा था। - भेजा नहीं था, 551 00:41:48,416 --> 00:41:49,250 बेचा था। 552 00:41:50,166 --> 00:41:52,333 एक नौ साल की बच्ची को बेचा था। 553 00:41:52,708 --> 00:41:53,833 माना कि बेचा था। 554 00:41:54,583 --> 00:41:55,875 फिर कुँवारी कैसे लौटीं? 555 00:41:56,791 --> 00:42:00,833 गर्दन एक बार तलवार के नीचे आ जाए, तो कट के ही लौटती है। है न? 556 00:42:01,291 --> 00:42:02,208 सही है। 557 00:42:02,208 --> 00:42:05,458 अरे, तलवार में धार भी तो होनी चाहिए, ख़ालाजान। 558 00:42:06,291 --> 00:42:07,458 और बेचारे सत्तन मियां। 559 00:42:07,958 --> 00:42:09,791 उनकी तो हर औलाद की शक्ल ही अलग थी। 560 00:42:11,583 --> 00:42:13,041 वो नहीं, तो कोई और होगा। 561 00:42:14,166 --> 00:42:16,625 आप तो माशा-अल्लाह, कई हाथों से गुज़री होंगी। 562 00:42:16,916 --> 00:42:19,791 अब तक इस किताब में न जाने कितनों ने दस्तख़त छोड़े होंगे। 563 00:42:20,083 --> 00:42:22,083 अरे, तो किताब खोलकर देख लेते हैं, न। 564 00:42:23,208 --> 00:42:26,500 ज़ोहरा, ले जा इसे अंदर और जाँच कर ले आ। 565 00:42:26,500 --> 00:42:31,791 अंदर क्यों? जिसे देखना है, यहीं सब के सामने आकर देख ले। 566 00:42:32,291 --> 00:42:33,416 है दम? 567 00:42:34,208 --> 00:42:36,000 हम कुँवारे नहीं हैं। 568 00:42:37,250 --> 00:42:41,625 फिर फ़ैसला हो गया। हीरामंडी की रिवायत के मुताबिक 569 00:42:42,208 --> 00:42:43,750 आपकी नथ उतराई नहीं हो सकती। 570 00:42:43,958 --> 00:42:45,458 हम यह रिवायत तोड़ देंगे। 571 00:42:46,208 --> 00:42:48,458 आपकी आँखों के सामने तोड़ेंगे। 572 00:42:50,041 --> 00:42:53,583 हमारी नथ उतराई का मुजरा शाही महल के सामने होगा, फूफी। 573 00:42:54,333 --> 00:42:57,791 कह दो इनसे। रोक सकतीं हैं तो रोक के दिखाएँ। 574 00:42:58,250 --> 00:43:00,708 वाह! क्या बात है! 575 00:43:01,416 --> 00:43:04,250 दो तलवारों के टकराने से खाक जंग होती है। 576 00:43:04,750 --> 00:43:08,333 अरे, मज़ा तो तब आएगा, जब दो तवायफें टकराएँगी। 577 00:43:08,833 --> 00:43:11,291 पूरे हीरामंडी में रौनक आ जाएगी। 578 00:43:17,625 --> 00:43:20,000 माशा-अल्लाह! 579 00:43:20,833 --> 00:43:22,416 कितना जँच रहा है आप पर। 580 00:43:24,125 --> 00:43:26,083 अपने आखिरी मुजरे में यही पहनिएगा। 581 00:43:29,500 --> 00:43:30,625 आखिरी क्यों अम्मी? 582 00:43:31,750 --> 00:43:33,583 लोग हमारी आवाज़ सुनने को तरसते हैं। 583 00:43:34,291 --> 00:43:35,791 उसका रिकॉर्ड बनाना चाहते हैं। 584 00:43:36,083 --> 00:43:37,500 और आप हमसे वही छीन रही हैं? 585 00:43:38,333 --> 00:43:41,041 फरीदन अपनी नथ उतराई का मुजरा कर रही है। 586 00:43:41,500 --> 00:43:43,208 हीरामंडी में वो नई है। 587 00:43:44,833 --> 00:43:49,791 और नवाबों को शराब पुरानी, तवायफ नई पसंद है। 588 00:43:50,708 --> 00:43:52,208 हमने फ़ैसला कर लिया है। 589 00:43:52,875 --> 00:43:57,541 उसी रात आपका आखिरी मुजरा होगा। हर नवाब शाही महल आएगा। 590 00:43:57,875 --> 00:44:02,250 आपको आखिरी सलाम देने। और यही होगी फरीदन की शिकस्त। 591 00:44:02,791 --> 00:44:03,958 हमारे साहब का क्या? 592 00:44:06,416 --> 00:44:07,791 वली साहब नाराज़ हो जाएँगे। 593 00:44:07,916 --> 00:44:10,750 और आपका आखिरी मुजरा ऐसा होना चाहिए, 594 00:44:11,750 --> 00:44:14,833 जो हीरामंडी में पहले कभी हुआ न हो। 595 00:44:25,166 --> 00:44:27,416 बहुत गज़ब की रौनक है हीरामंडी में आज। 596 00:44:27,750 --> 00:44:30,250 तलवार पर दोनों तरफ़ धार है। 597 00:44:30,541 --> 00:44:33,333 यहाँ बिब्बोजान का मुजरा, वहाँ फरीदन बाई का। 598 00:44:33,583 --> 00:44:35,583 मुजरे तो यहाँ रोज़ होते हैं। 599 00:44:36,083 --> 00:44:39,375 पर आज हमारी फरीदन की नथ उतराई है। 600 00:44:39,541 --> 00:44:41,958 होगी। लेकिन आप तो जानते ही हैं, 601 00:44:42,708 --> 00:44:45,000 पहले मुजरे से ज़्यादा बड़ा होता है, मियां 602 00:44:45,125 --> 00:44:47,375 तवायफ का आखिरी मुजरा। 603 00:44:47,375 --> 00:44:49,500 आखिरी? अमां किसका? 604 00:44:49,916 --> 00:44:51,125 बिब्बोजान का 605 00:44:57,625 --> 00:45:00,833 नवाब साहब! हाय, हाय, आदाब, आदाब। 606 00:45:01,291 --> 00:45:03,625 इधर है। फरीदन बीबी का कोठा इधर है। 607 00:45:04,166 --> 00:45:08,958 फरीदन बाई से कहिए, बिब्बोजान को आखिरी सलाम देकर वहीं आ जाएँगे। 608 00:45:09,625 --> 00:45:11,041 आदाब। 609 00:45:15,375 --> 00:45:19,541 हुसैन साहब, याद है, न, आपको, आज फरीदन बीबी की नथ उतराई है। 610 00:45:19,916 --> 00:45:22,916 याद है मुझे उस्तादजी। मगर रवायत नहीं भूल सकते। 611 00:45:23,541 --> 00:45:27,750 माफ़ कीजिएगा, आज की शाम, बिब्बोजान के नाम। 612 00:45:32,583 --> 00:45:33,500 आदाब! 613 00:45:37,500 --> 00:45:38,666 आदाब! 614 00:45:39,750 --> 00:45:40,833 आदाब! 615 00:45:41,250 --> 00:45:42,375 आदाब! 616 00:45:42,625 --> 00:45:43,625 आदाब! 617 00:46:01,041 --> 00:46:03,000 क्या खेल खेला है मल्लिकाजान ने। 618 00:46:03,708 --> 00:46:08,250 पहले मुजरे के नहले पर, आखिरी मुजरे का दहला। 619 00:46:10,250 --> 00:46:11,500 फरीदन! 620 00:46:13,583 --> 00:46:16,958 यह लुटा हुआ रईस आपको चाहिए नहीं, और असली रईस आएँगे नहीं। 621 00:46:17,791 --> 00:46:20,125 - क्यों नहीं आएँगे? रवायत है, फरीदन। 622 00:46:20,625 --> 00:46:24,541 कि एक तवायफ के आखिरी मुजरे पर सारे नवाब उसे अलविदा कहने जाते हैं। 623 00:46:25,166 --> 00:46:28,750 और आज, बिब्बोजान का आखिरी मुजरा है। 624 00:46:32,791 --> 00:46:34,458 तनहाई मुबारक हो। 625 00:47:01,625 --> 00:47:07,500 ♪ हो... फुलगेंदवा न मारो... ♪ 626 00:47:09,083 --> 00:47:14,791 ♪ हाँ... फुलगेंदवा न मारो... ♪ 627 00:47:15,166 --> 00:47:22,166 ♪ न मारो, न मारो, फुलगेंदवा न मारो ♪ 628 00:47:23,125 --> 00:47:30,125 ♪ न मारो, न मारो, फुलगेंदवा न मारो ♪ 629 00:47:35,041 --> 00:47:40,666 ♪ लगत करजवा पे चोट ♪ 630 00:47:42,791 --> 00:47:49,541 ♪ लगत करजवा पे चोट ♪ 631 00:47:51,666 --> 00:47:58,666 ♪ न मारो, न मारो, फुलगेंदवा न मारो... ♪ 632 00:48:16,000 --> 00:48:18,291 वाह, क्या बात है! क्या बात है! 633 00:48:18,541 --> 00:48:21,291 ♪ लूँगी मैं बदला तोसे... ♪ 634 00:48:21,875 --> 00:48:23,916 कोठा इतना सूना क्यों है, फरीदन? 635 00:48:24,541 --> 00:48:27,458 आपका पहला मुजरा, और कोई कद्रदान नहीं आया? 636 00:48:28,708 --> 00:48:30,208 बड़ी शर्मिंदगी की बात है। 637 00:48:32,708 --> 00:48:36,083 तवायफ बनना चाहती हैं और इतना भी नहीं जानतीं कि महफ़िल में 638 00:48:36,583 --> 00:48:40,458 कद्रदानों के आने से पहले ख़ुद आकर गद्दी पर नहीं बैठते हैं। 639 00:48:41,583 --> 00:48:43,375 ख़ैर, आप दिल छोटा मत कीजिए। 640 00:48:44,416 --> 00:48:47,916 कद्रदान न सही, हम हैं, न। आप नाचिए। 641 00:48:49,041 --> 00:48:50,916 आज की बाज़ी आपके नाम। 642 00:48:52,000 --> 00:48:53,875 कल की हमारे नाम होगी। 643 00:48:55,416 --> 00:48:59,500 आप जहाँ आज हैं, कल हम होंगे। 644 00:48:59,875 --> 00:49:01,875 नामुमकिन, मेरी जान। 645 00:49:02,625 --> 00:49:06,583 शिकस्त और फ़तह के बीच बहुत लंबा फ़ासला होता है। 646 00:49:07,791 --> 00:49:09,333 यह आप नहीं तय कर पाएँगी। 647 00:49:46,250 --> 00:49:50,416 एक बाज़ी जीतने के लिए आपने बिब्बोजान का आखिरी मुजरा करवा दिया। 648 00:49:52,166 --> 00:49:54,125 इसका मतलब हमारा ख़ौफ़ तो बहुत है। 649 00:49:54,833 --> 00:49:56,625 ख़ौफ़ तो हमें ख़ुदा का भी नहीं है। 650 00:50:00,208 --> 00:50:02,500 यह तो वक्त ही बताएगा। 651 00:50:05,416 --> 00:50:10,958 वैसे, आपके दामन पर हमारी अम्मी के खून के दाग हैं। 652 00:50:11,958 --> 00:50:14,416 और इत्तेफ़ाकन, आज हमारा खून भी लग गया। 653 00:50:16,125 --> 00:50:18,333 ये मल्लिकाजान का दामन है। 654 00:50:20,291 --> 00:50:23,666 इतने से खून से इसकी प्यास नहीं बुझेगी। 655 00:50:26,541 --> 00:50:31,958 आपका पहला मुजरा था, नज़राना देने आए थे। 656 00:50:37,416 --> 00:50:38,708 अल्लाह हाफ़िज़। 657 00:50:45,708 --> 00:50:49,583 ♪ डसता हुआ फूल निगोड़ा ♪ 658 00:50:49,791 --> 00:50:53,833 ♪ मन मोरा तड़पाए ♪ 659 00:50:55,583 --> 00:51:01,250 ♪ आ.... आ... डसता हुआ फूल निगोड़ा ♪ 660 00:51:01,541 --> 00:51:05,291 ♪ मन मोरा तड़पाए ♪ 661 00:51:05,541 --> 00:51:09,583 ♪ रग-रग में मेरे ♪ 662 00:51:09,750 --> 00:51:13,208 ♪ टीस उठे और ♪ 663 00:51:13,625 --> 00:51:16,875 ♪ उठ के कहे ♪ 664 00:51:17,083 --> 00:51:20,500 ♪ ए... न मारो ♪ 665 00:51:20,708 --> 00:51:24,916 ♪ न मारो... ♪ 666 00:51:25,625 --> 00:51:29,250 ♪ फुलगेंदवा न मारो ♪ 667 00:51:29,916 --> 00:51:33,916 ♪ न मारो, न मारो ♪ 668 00:51:34,125 --> 00:51:38,583 ♪ फुलगेंदवा न मारो ♪