1 00:00:14,541 --> 00:00:18,291 हीरामंडी: द डायमंड बाज़ार 2 00:00:36,083 --> 00:00:41,333 [बग्घी चलने की आवाज़ आ रही है] 3 00:01:05,291 --> 00:01:06,416 [ताजदार] जी कौन? 4 00:01:09,916 --> 00:01:12,250 -आप? -आदाब! 5 00:01:14,208 --> 00:01:15,083 रुकिए, हम आते हैं। 6 00:01:26,583 --> 00:01:29,250 आप? यहाँ? सब ख़ैरियत? 7 00:01:29,416 --> 00:01:31,708 जी, फरीदन आपा ने आपका ख़त भिजवाया था। 8 00:01:37,208 --> 00:01:40,916 [हँसता है] ये हमारा है। लेकिन ये ख़त हमारा लिखा हुआ नहीं है। 9 00:01:41,291 --> 00:01:45,583 मज़ाक मत कीजिए। हम अपनी अम्मी, अपनी नथ उतराई सब छोड़कर आए हैं आपके पास। 10 00:01:47,000 --> 00:01:49,916 नथ उतराई? आप तवायफ हैं? 11 00:01:50,208 --> 00:01:51,583 नहीं, हम तवायफ नहीं हैं। 12 00:01:52,333 --> 00:01:54,958 -हमने अपने ख़त में लिखा तो था। -कौन सा ख़त? 13 00:01:55,875 --> 00:01:57,875 जी, उस दिन अनारकली के मज़ार पर… 14 00:01:58,541 --> 00:01:59,583 हम नहीं आए थे। 15 00:02:02,083 --> 00:02:05,416 गलती हमारी है। पेशा तो क्या, नाम तक नहीं पूछा। 16 00:02:06,041 --> 00:02:08,500 हम एक और बार कहते हैं, हम तवायफ नहीं हैं। 17 00:02:09,208 --> 00:02:11,375 हीरामंडी में हमारी नथ उतराई नहीं हुई है। 18 00:02:12,250 --> 00:02:14,166 पैदाइश और परवरिश तो हुई है, न? 19 00:02:16,458 --> 00:02:19,708 -आप जहाँ से आई हैं, वहीं पर लौट जाइए। -लेकिन हम नहीं लौट सकते। 20 00:02:22,125 --> 00:02:23,583 और आप यहाँ भी नहीं रह सकतीं। 21 00:02:29,000 --> 00:02:30,541 हमारे साथ तो मज़ाक हुआ है। 22 00:02:32,375 --> 00:02:33,750 और हमारे साथ फ़रेब। 23 00:02:35,333 --> 00:02:36,458 [ताजदार] ख़ुदा हाफ़िज़। 24 00:02:50,375 --> 00:02:52,833 [उस्तादजी] बीबी। फरीदन बीबी। 25 00:02:53,333 --> 00:02:55,750 [उस्तादजी] आपको पता चला, शाही महल में क्या गज़ब हो गया? 26 00:02:56,416 --> 00:03:00,083 [उस्तादजी] नथ उतराई से पहले, सारी शमाएँ बुझा दी गईं। [हँसते हैं] 27 00:03:00,541 --> 00:03:02,500 [उस्तादजी, अंदर साँस खींचकर] बहुत बुरा हुआ, सच्ची। 28 00:03:02,708 --> 00:03:04,458 क्या बुरा हुआ, उस्तादजी? 29 00:03:05,041 --> 00:03:09,375 वक्त-वक्त की बात है। पिछली चाँद रात हमारे कोठे पर अँधेरा था। 30 00:03:10,250 --> 00:03:12,250 आज रात ख़ालाजान के यहाँ है। 31 00:03:13,625 --> 00:03:18,166 [संशय भरी आवाज़ में] सच बताना, कहीं इस सब में आपकी कोई चाल तो नहीं? हूँ? 32 00:03:18,500 --> 00:03:20,125 अल्लाह मुआफ़ फ़रमाए। 33 00:03:21,166 --> 00:03:22,625 इतने बेरहम नहीं हैं हम। 34 00:03:23,583 --> 00:03:25,583 चलिए, मल्लिकाजान की शिकस्त का जश्न मनाते हैं। 35 00:03:26,125 --> 00:03:28,583 [उस्तादजी] इतने सारे लोगों के सामने महफ़िल सजाएँगी आप? 36 00:03:28,958 --> 00:03:30,625 [उस्तादजी] वली साहब बुरा मान जाएँगे। 37 00:03:31,125 --> 00:03:33,083 अय, हय, बीबी। इत्र। 38 00:03:34,000 --> 00:03:37,166 यह महफ़िल नहीं है, उस्तादजी, दावत है दावत। 39 00:03:37,791 --> 00:03:40,958 अंग्रेज़ी में इसे पार्टी कहते हैं। समझे? 40 00:03:42,125 --> 00:03:44,958 और आज के बाद ख्वाबगाह में सिर्फ़ तवायफें नहीं नाचेंगी। 41 00:03:46,458 --> 00:03:49,541 नवाब भी नाचेंगे। और अंग्रेज़ भी। 42 00:03:50,000 --> 00:03:52,250 बीबी, यह मत होने दीजिए। 43 00:03:53,208 --> 00:03:55,916 ये सब नाचेंगे, तो तवायफों का क्या होगा? 44 00:03:56,666 --> 00:03:57,750 ये सब ख़त्म हो जाएँगी। 45 00:03:58,750 --> 00:04:02,500 अगर वक्त के साथ बदलेंगी नहीं, तो तवायफें वैसे भी ख़त्म हो जाएँगी। 46 00:04:04,041 --> 00:04:05,750 [बिब्बो] अम्मीजान, हमें लगता है, पुलिस… 47 00:04:06,833 --> 00:04:07,875 यह आप क्या कर रही हैं? 48 00:04:08,791 --> 00:04:10,875 -[बिब्बो] अम्मीजान! -[मल्लिका गुनगुनाते हुए] नैहर में… 49 00:04:11,000 --> 00:04:13,125 [मल्लिका] हमारे एक सुनार चाचा हुआ करते थे। 50 00:04:14,375 --> 00:04:17,541 [मल्लिका] कहते थे कि सोना जब आग में तपता है, 51 00:04:17,916 --> 00:04:19,791 [मल्लिका] तो ही कुंदन बनता है। 52 00:04:19,958 --> 00:04:24,000 [मल्लिका] लेकिन कुंदन की कीमत हर कोई नहीं समझ पाता। 53 00:04:27,000 --> 00:04:30,208 [बिब्बो रोते हुए] अम्मी! अम्मी! 54 00:04:31,583 --> 00:04:33,541 कोई इतना खूबसूरत कैसे हो सकता है? 55 00:04:34,125 --> 00:04:36,625 [उस्ताद] आज तो मार ही डालोगी बीबी! [हँसता है] 56 00:04:37,958 --> 00:04:40,750 -[वली साहब] फरीदन! -वली साहब! 57 00:04:42,625 --> 00:04:45,583 कितनी देर लगा दी आपने? कब से आपका इंतज़ार कर रहे हैं। 58 00:04:46,125 --> 00:04:49,666 इंतज़ार सिर्फ़ हमारा था, तो महफ़िल में इतने सारे लोग क्यों? 59 00:04:49,958 --> 00:04:53,666 तौबा! अब फरीदन महफ़िल सिर्फ़ आपके लिए सजाएगी। 60 00:04:54,625 --> 00:04:56,541 इस नाचीज़ ने तो सिर्फ़ एक पार्टी रखी है। 61 00:04:57,416 --> 00:05:00,416 शहर के तमाम रईस, नवाब, अंग्रेज़ सब आए हैं। 62 00:05:00,916 --> 00:05:02,333 खाँ साहब की शान में। 63 00:05:03,166 --> 00:05:07,708 -फरीदन, हमें यह सब दिखावा पसंद नहीं। -अरे, आप चलिए तो हमारे साथ। आइए। 64 00:05:08,583 --> 00:05:13,750 लेडीज़ एंड जेंटलमैन, जिनका हम सबको बेसब्री से इंतज़ार था, वो आ चुके हैं। 65 00:05:14,041 --> 00:05:17,708 लाहौर के सबसे दिलकश, सबसे खूबसूरत, 66 00:05:18,000 --> 00:05:20,000 सबसे दिलदार, वली साहब। 67 00:05:20,708 --> 00:05:22,000 हमारे वली साहब। 68 00:05:22,125 --> 00:05:24,333 [पार्टी में मौजूद सभी लोग ज़ोर से हू… चिल्लाते हैं] 69 00:05:24,833 --> 00:05:28,375 -हम पुलिस को इत्तला करते हैं। -[मल्लिका] नहीं, नहीं। 70 00:05:28,916 --> 00:05:31,750 कार्टराईट हमारी कभी भी मदद नहीं करेगा। 71 00:05:33,208 --> 00:05:35,791 आप जुल्फिकार साहब को ख़बर कीजिए। 72 00:05:37,291 --> 00:05:42,666 आलम किसी भी हाल में लाहौर की सरहद पार न कर पाए। 73 00:05:43,375 --> 00:05:46,250 [मल्लिका गुनगुनाती है] 74 00:05:46,375 --> 00:05:47,958 [फरीदन] बिब्बोजान! 75 00:05:50,666 --> 00:05:52,000 [फरीदन] बिब्बोजान! 76 00:05:55,375 --> 00:05:58,416 वली साहब के लिए पार्टी रखी है। आ जाइए। 77 00:06:00,166 --> 00:06:02,458 अरे, खाला जान, आप भी आइए। 78 00:06:02,833 --> 00:06:05,250 आपको हमारे नए दोस्त, कार्टराईट से मिलवाते हैं। 79 00:06:06,916 --> 00:06:08,750 आपके यहाँ शमें बुझ गई हैं। 80 00:06:09,458 --> 00:06:12,791 लेकिन हमारी रात तो अब खिली है। 81 00:06:15,958 --> 00:06:21,000 [तनाव भरा संगीत बज रहा है] 82 00:06:31,500 --> 00:06:33,208 -बैठिए। -क्यों? 83 00:06:34,791 --> 00:06:37,208 -रात बहुत हो चुकी है। -तो? 84 00:06:37,625 --> 00:06:39,625 इतनी रात में आप अकेले यहाँ नहीं बैठ सकतीं। 85 00:06:39,750 --> 00:06:43,166 यह सब आपको हमारे मुँह पर दरवाज़ा बंद करने से पहले सोचना चाहिए था। 86 00:06:43,750 --> 00:06:46,250 यह बहस मत कीजिए। चलिए। 87 00:06:46,625 --> 00:06:48,208 आपको वापस हीरामंडी छोड़ देते हैं। 88 00:06:48,458 --> 00:06:50,583 ताकि हमारी अम्मी, हमें तवायफ बना दें? 89 00:06:53,291 --> 00:06:55,416 [गाड़ी का दरवाज़ा खुलने की आवाज़ आती है] 90 00:06:58,250 --> 00:07:00,333 हमने कहा, न, कि हम हीरामंडी नहीं जाएँगे। 91 00:07:02,250 --> 00:07:04,833 यह हमने आपको कहा कि हम आपको हीरामंडी लेकर जा रहे हैं? 92 00:07:12,916 --> 00:07:17,500 [मस्ती भरा संगीत शुरू होता है] 93 00:07:22,791 --> 00:07:27,166 ♪ तिलस्मी बाँहें थामे, काटूँ मैं दिल की शामें ♪ 94 00:07:29,666 --> 00:07:33,833 ♪ हाँ… तिलस्मी बाँहें थामे, काटूँ मैं दिल की शामें ♪ 95 00:07:34,125 --> 00:07:37,833 ♪ भर दे आ चाँद की चाँदी सोने जैसे घूमे रातें ♪ 96 00:07:37,916 --> 00:07:41,416 [सभी लोग ज़ोर से शोर मचाते हैं] ♪ खाइआ, खाइआ, खाइआ, हाँ कसमें ♪ 97 00:07:41,625 --> 00:07:45,250 ♪ खाइआ, खाइआ, खाइआ, हाँ कसमें ♪ 98 00:07:45,500 --> 00:07:49,625 ♪ खाइआ, खाइआ, खाइआ… ♪ 99 00:08:05,000 --> 00:08:08,625 ♪ छलका जाए जिस्म से, मखमली नशा ♪ 100 00:08:09,166 --> 00:08:12,500 ♪ हूँ ऊँ… ♪ 101 00:08:12,666 --> 00:08:16,791 ♪ कर दे खाली पी पी के, प्याला ये भरा ♪ 102 00:08:20,000 --> 00:08:23,500 ♪ छलका जाए जिस्म से मखमली नशा ♪ 103 00:08:23,916 --> 00:08:27,375 ♪ कर दे खाली पी पी के, प्याला ये भरा ♪ 104 00:08:27,666 --> 00:08:31,458 ♪ कतरा-कतरा मेरा बेकाबू हो रहा ♪ 105 00:08:31,583 --> 00:08:35,291 ♪ मेरी इजाज़त बिना दिल मेरा तेरे दिल में झांके ♪ 106 00:08:35,375 --> 00:08:39,083 ♪ खाइआ, खाइआ, खाइआ, हाँ कसमें ♪ 107 00:08:39,250 --> 00:08:42,833 ♪ खाइआ, खाइआ, खाइआ, हाँ कसमें ♪ 108 00:08:43,083 --> 00:08:47,041 ♪ खाइआ, खाइआ, खाइआ… ♪ 109 00:08:47,666 --> 00:08:51,541 [फत्तो] हुज़ूर! हुज़ूर! देखो, क्या दिन ले आई है फरीदन। 110 00:08:51,833 --> 00:08:55,208 हीरामंडी में अब तवायफें नहीं, अंग्रेज़ नाचेंगे? 111 00:08:55,541 --> 00:08:59,583 यहाँ पर मुजरे नहीं ऐसी… ऐसी अश्लील दावतें होंगी? 112 00:09:01,041 --> 00:09:06,125 -[फत्तो] हुज़ूर! हुज़ूर! -[मल्लिका] हूँ? हूँ? हाँ? 113 00:09:07,083 --> 00:09:08,333 [मल्लिका, नींद में] हम सो रहे हैं। 114 00:09:08,875 --> 00:09:14,291 ♪ हाँ, कसमें, खाइआ, खाइआ, खाइआ… ♪ 115 00:09:15,750 --> 00:09:20,291 [जोशीला संगीत जारी रहता है] 116 00:09:21,333 --> 00:09:24,833 [काँच टूटने की आवाज़ आती है] [सभी तालियाँ बजाते हैं और शोर मचाते हैं] 117 00:09:41,416 --> 00:09:42,875 [ताजदार] आज रात आप यहीं रहिएगा। 118 00:09:45,583 --> 00:09:47,833 [ताजदार] और सोने से पहले अंदर से दरवाज़ा बंद कर लीजिएगा। 119 00:09:49,666 --> 00:09:50,750 [ताजदार] शब्बा ख़ैर! 120 00:10:05,708 --> 00:10:06,833 आप कुछ खाएँगी? 121 00:10:09,041 --> 00:10:12,583 [खुशनुमा संगीत बजने लगता है] 122 00:10:16,208 --> 00:10:17,541 [आलम] क्या देख रहे हैं? 123 00:10:18,458 --> 00:10:19,750 [ताजदार] जी… कुछ नहीं। 124 00:10:20,791 --> 00:10:22,541 ज़रा जल्दी कीजिए, हमें नींद आ रही है। 125 00:10:34,041 --> 00:10:35,000 अब क्या? 126 00:10:36,166 --> 00:10:39,333 इतनी भी जल्दी नहीं। सेहत के लिए ठीक नहीं होता। 127 00:10:46,041 --> 00:10:46,875 क्या? 128 00:10:47,916 --> 00:10:53,000 अम्म… जी… सुबह आपके जाने से पहले अगर किसी ने आपको देख लिया 129 00:10:54,041 --> 00:10:56,458 तो कहिएगा कि आप हमारे दोस्त सरफ़राज की बहन हैं। 130 00:10:57,375 --> 00:10:59,750 और सरफ़राज की बहन का नाम क्या है? 131 00:11:00,583 --> 00:11:03,583 -आह… -आलमज़ेब। 132 00:11:06,541 --> 00:11:07,500 कैसा रहेगा? 133 00:11:09,041 --> 00:11:09,875 बहुत अच्छा। 134 00:11:12,125 --> 00:11:16,000 सुबह जाने के लिए तैयार रहिएगा। कहाँ पहुँचा दें आपको? 135 00:11:19,083 --> 00:11:19,916 कहीं भी। 136 00:11:36,041 --> 00:11:37,333 [बिब्बो] अम्मीजान, कुछ पता चला? 137 00:11:38,166 --> 00:11:43,416 [मल्लिका] जुल्फिकार साहब, पुलिस, मुस्टंडे, सब तलाश कर रहे हैं आलम को। 138 00:11:44,958 --> 00:11:48,000 लाहौर छोटा सा शहर है। कहाँ जाएगी? 139 00:11:49,125 --> 00:11:51,250 [वहीदा] हमारे ख़याल से यह फरीदन की चाल है, आपा। 140 00:11:51,833 --> 00:11:53,583 [मल्लिका] चाल तो वक्त ने चली है। 141 00:11:54,125 --> 00:11:55,750 लेकिन आप ज़्यादा फ़िक्र न करें। 142 00:11:56,833 --> 00:12:00,333 हम पूरे लाहौर को दस्ताने की तरह उलट कर रख देंगे। 143 00:12:00,750 --> 00:12:02,916 [वहीदा] यहाँ थी, तो महफ़ूज़ थी आलम। 144 00:12:03,750 --> 00:12:06,708 [वहीदा] बाहर की दुनिया उसे नोच-खसोट लेगी। 145 00:12:07,500 --> 00:12:08,708 [वहीदा] लेकिन वो करती भी क्या? 146 00:12:09,333 --> 00:12:12,541 -[वहीदा] आपने उसे आज तक चैन की साँस… -आप ख़ामोश रहेंगी, खाला जान? 147 00:12:14,750 --> 00:12:16,541 अम्मीजान, हम दरगाह होकर आते हैं। 148 00:12:18,541 --> 00:12:20,333 [मल्लिका] आप तो जानती होंगी, आलम कहाँ हैं? 149 00:12:22,041 --> 00:12:24,250 -जानते तो आपको बता ही देते… -हमराज़ हैं आप उनकी। 150 00:12:25,250 --> 00:12:29,875 हर बात बताती हैं आपको। इश्क मोहब्बत की बात भी की होगी। 151 00:12:31,958 --> 00:12:34,458 यहां इश्क करने के लिए भी आज़ादी चाहिए, अम्मीजान। 152 00:12:34,666 --> 00:12:36,375 और आज़ादी के लिए बग़ावत। 153 00:12:37,833 --> 00:12:41,666 जिसको हमने जिगर का टुकड़ा समझा, 154 00:12:44,208 --> 00:12:45,958 उसी ने हमारे साथ बग़ावत की। 155 00:12:47,541 --> 00:12:50,625 [मल्लिका] जाइए, दुआ कीजिए। 156 00:12:52,916 --> 00:12:56,125 [काँपती हुई आवाज़ में] लापता तो सायमा भी है, हुज़ूर। आप उसे भी ढूँढ लाइए। 157 00:12:56,458 --> 00:12:57,666 ठीक से रखो इसको। 158 00:12:59,250 --> 00:13:00,750 यह हमारी बच्ची की है। 159 00:13:01,750 --> 00:13:05,666 आलमज़ेब लौट के आएँगी। हम उसे ढूँढ निकालेंगे। 160 00:13:06,625 --> 00:13:09,583 छोटा सा तो शहर है लाहौर। कहाँ जाएगी वो? 161 00:13:09,875 --> 00:13:11,500 -हुज़ूर! -हम उसे ढूँ… 162 00:13:18,500 --> 00:13:23,500 [गहरी साँस लेते हुए] छोटा सा तो शहर है लाहौर। हम उसे ढूंढ लाएँगे। 163 00:13:24,000 --> 00:13:29,750 [बुदबुदाती है] कहाँ जाएगी वो? छोटा सा तो शहर है लाहौर। कहाँ जाएगी वो? 164 00:13:30,750 --> 00:13:33,625 [कुदसिया] [हंसती है] बस अब अंदर चलें ना? 165 00:13:33,791 --> 00:13:35,708 [कई लोगों के ज़ोर से हँसने की आवाज़ें आ रही हैं] 166 00:13:36,166 --> 00:13:39,083 [कुदसिया] हाय अल्लाह, इतने दिनों बाद में इतनी कसरत मिल रही है, 167 00:13:39,458 --> 00:13:42,833 [कुदसिया] हमसे पहले, न, हमारी हड्डियाँ बुज़ुर्ग हो गई हैं। [हँसती हैं] 168 00:13:43,500 --> 00:13:44,916 गुड मॉर्निंग, कुदसिया। 169 00:13:45,541 --> 00:13:47,375 गुड मॉर्निंग नहीं, शुक्रिया बोलिए। 170 00:13:47,666 --> 00:13:50,333 आपकी मेहमान बिना बताए जाने वाली थी। हमने रोका। 171 00:13:50,750 --> 00:13:56,083 रोका क्या! हम तो हँसे-बोले, खूब सारी बातें कीं, बगीचे में सैर की। 172 00:13:56,250 --> 00:13:57,083 रौनक है यह। 173 00:13:57,583 --> 00:14:01,333 और अगर इसी तरह बिना बताए चली जाती, आप सरफ़राज को क्या मुँह दिखाते? 174 00:14:01,458 --> 00:14:02,708 [अंग्रेज़ी में] बोलो! 175 00:14:05,416 --> 00:14:08,875 -[ताजदार] सरफ़राज कौन? -हमारे भाईजान। और कौन? 176 00:14:09,791 --> 00:14:10,958 सैज़! [हँसता है] 177 00:14:12,791 --> 00:14:16,500 वो, प्यार से हम सब दोस्त उन्हें सैज़ बुलाते हैं। 178 00:14:17,750 --> 00:14:22,166 अचानक से उन्हें कल रात को रावलपिंडी जाना पड़ा, किसी सरकारी काम के सिलसिले में। 179 00:14:24,583 --> 00:14:25,625 सरकारी अफ़सर हैं, न। 180 00:14:26,833 --> 00:14:29,666 और शहर का माहौल इतना ख़राब है, तो… 181 00:14:29,750 --> 00:14:32,166 माहौल के बारे में आपसे बेहतर किसे मालूम होगा? 182 00:14:32,875 --> 00:14:37,083 -[अशफाक] इन कमबख़्त फ़सादियों ने शहर… -ये आज शाम तक लौटेंगे, और 183 00:14:37,375 --> 00:14:39,000 इन्हें साथ ले जाएँगे। 184 00:14:39,958 --> 00:14:43,208 [कुदसिया] क्यों? हम एक दिन में मुसीबत को नहीं जाने देते, 185 00:14:43,541 --> 00:14:45,250 इतनी प्यारी बच्ची को कैसे जाने दें? 186 00:14:45,625 --> 00:14:47,041 आप सरफ़राज़ से कह दीजिए, 187 00:14:47,125 --> 00:14:49,916 कि वो अपना काम पूरे इत्मीनान से ख़त्म करके लौटें। 188 00:14:50,666 --> 00:14:51,625 [अशफाक] सरफ़राज! 189 00:14:53,125 --> 00:14:54,625 इनका पहले कभी ज़िक्र नहीं सुना। 190 00:14:55,958 --> 00:14:58,125 ऑक्सफ़ोर्ड… ऑक्सफ़ोर्ड में हमारे साथ थे। 191 00:14:58,750 --> 00:15:00,583 -नए दोस्त हैं। -[कुदसिया] तो फिर तय हुआ। 192 00:15:01,041 --> 00:15:02,916 कि बच्ची हमारे पास कुछ और रोज़ ठहरेंगी। 193 00:15:03,375 --> 00:15:06,500 आप उन्हें इत्तिला कर दीजिए। जाइए, जल्द फ़ोन कीजिए उन्हें। 194 00:15:07,708 --> 00:15:10,833 -ताजदार! जाइए भी। -जी। जी। 195 00:15:15,000 --> 00:15:17,208 [कागज़ों की खड़खड़ाहट सुनाई देती है] 196 00:15:18,291 --> 00:15:20,250 लीजिए, आ गए बलराज। 197 00:15:22,333 --> 00:15:23,458 आप यहाँ, बिब्बोजान? 198 00:15:23,750 --> 00:15:25,666 -आलम ताजदार के साथ ही है, न? -जी। 199 00:15:26,083 --> 00:15:28,958 हम बलोच हवेली से ही आ रहे हैं। आलम बहुत खुश हैं। 200 00:15:29,916 --> 00:15:32,083 ताजदार की दादीजान के साथ काफ़ी जम रही है उनकी। 201 00:15:32,708 --> 00:15:35,250 -आप यूँ ही फ़िक्र कर रही हैं। -फ़िक्र तो होती है। 202 00:15:35,666 --> 00:15:39,125 बच्ची सी है आलम और शाही महल के बाहर कभी अकेली गई नहीं, न, तो… 203 00:15:39,291 --> 00:15:41,500 तो चलिए, आपको बढ़िया सी चाय पिलाते हैं आज। 204 00:15:42,000 --> 00:15:43,125 -शफ़ीक मियां! -नहीं, नहीं। 205 00:15:43,333 --> 00:15:47,500 हम दरगाह जा रहे हैं मन्नत माँगने। आलम को हवेली तो मिल गई अब घर भी मिल जाए। 206 00:15:48,083 --> 00:15:49,541 -ख़ुदा हाफ़िज़। -जी। ख़ुदा हाफ़िज़। 207 00:15:49,625 --> 00:15:55,333 [मस्ज़िद से आवाज़ आ रही है] अल्लाहु-अकबर! 208 00:15:55,750 --> 00:15:57,500 [पंजाबी में] कभी सोचा है, फत्तो? 209 00:15:59,250 --> 00:16:02,375 [पंजाबी में] जब इकबाल जेल से वापस आकर पूछेगा, सायमा किधर है? 210 00:16:04,500 --> 00:16:05,833 [पंजाबी में] तो क्या जवाब देंगे? 211 00:16:06,791 --> 00:16:09,500 [सड़क से कुत्तों के भौंकने की आवाज़ आ रही है] 212 00:16:11,666 --> 00:16:17,666 [पंजाबी में] मर्द ना… अपनी माशूका की बेवफ़ाई सहन कर सकते हैं, 213 00:16:19,583 --> 00:16:22,000 [पंजाबी में] माशूका की बेबसी नहीं सहन कर सकते। 214 00:16:23,666 --> 00:16:26,125 [पंजाबी में] इसीलिए इकबाल की नज़रों में सायमा को 215 00:16:28,125 --> 00:16:29,375 [पंजाबी में] बेवफ़ा ही रहने दे। 216 00:16:32,250 --> 00:16:34,958 माशा-अल्लाह! वारी जाऊँ मैं। 217 00:16:35,333 --> 00:16:39,333 -इस सबकी वजह से ही तो शिकायत दर्ज़ हुई है। -हूँ? 218 00:16:40,166 --> 00:16:43,750 सारी तवायफें गिलढाल गई थीं, फूफी से शिकायत करने। 219 00:16:44,291 --> 00:16:48,208 कि अगर इस कोठे पर ताला न लगा, तो बाकी कोठों पे ताले लग जाएँगे। 220 00:16:48,291 --> 00:16:49,875 [उस्तादजी मुँह दबाकर हँसते हैं] 221 00:16:51,125 --> 00:16:53,458 शिकायत के अलावा और करती भी क्या हैं बाकी सब? 222 00:16:53,625 --> 00:16:54,708 इंकलाब 223 00:16:54,875 --> 00:16:57,000 -यही बताने आए थे आप? -नहीं, बीबी। 224 00:16:57,125 --> 00:17:00,583 हम तो यह बताने आए थे कि वली साहब आपसे ख़फ़ा हैं। 225 00:17:01,250 --> 00:17:04,458 पूरे लाहौर में ऐसा शरीफ़ नवाब नहीं मिलेगा, बीबी। 226 00:17:04,875 --> 00:17:06,708 इतनी मशक्कत करके लाए थे बीबी, 227 00:17:07,166 --> 00:17:11,000 और आपने उनकी बिब्बोजान को उनके सामने ही चार बातें सुना दीं। 228 00:17:11,166 --> 00:17:12,291 तो क्या ठुमरी सुनाते? 229 00:17:13,041 --> 00:17:16,583 आप फ़िक्र मत कीजिए, वली साहब की नाराज़गी ज़्यादा दिन नहीं रहेगी। 230 00:17:16,916 --> 00:17:20,208 -बीबी, आप उनको मनाकर ले आइ… -अरे वो ख़ुद लौटकर यहीं आएँगे। 231 00:17:20,875 --> 00:17:25,166 एक बार जो फरीदन के साथ हमबिस्तर हो जाए, वो फिर कभी तनहा नहीं सो सकता। 232 00:17:25,291 --> 00:17:31,041 [हँसते हुए] तभी हम कहें कि वली साहब ख़फ़ा होकर भी तनख़्वाह भेजते हैं। हूँ? 233 00:17:31,666 --> 00:17:33,541 बीबी, मैंने गिन लिए हैं, पूरे हैं। 234 00:17:35,125 --> 00:17:36,541 [उस्तादजी हँसते हैं] 235 00:17:37,166 --> 00:17:40,833 वैसे, सामने कोई नज़र नहीं आ रहा। कहाँ गायब हो गईं सब? 236 00:17:41,500 --> 00:17:44,000 आलम के भाग जाने के सदमे में हैं। 237 00:17:44,750 --> 00:17:45,875 बच्ची की कोई ख़बर? 238 00:17:47,375 --> 00:17:48,333 ऊँ हूँ। 239 00:17:48,958 --> 00:17:52,000 न जाने, हवा में कहाँ उड़ कर चली गई? 240 00:17:52,666 --> 00:17:56,541 फुर्रर्रर्रर्र… [खिलखिलाकर हँसते हैं] 241 00:17:57,833 --> 00:17:59,250 [उस्तादजी] अय हय, बीबी। 242 00:18:02,333 --> 00:18:05,708 -[आलम] ताजदार साहब, हम अंदर आ सकते हैं? -आइए। 243 00:18:07,875 --> 00:18:10,583 -हमें कागज़ और कलम मिल सकता है? -क्यों? 244 00:18:11,416 --> 00:18:13,833 -घर वालों को ख़त भेजना है? -जी नहीं। 245 00:18:14,083 --> 00:18:16,958 कभी-कभी दिल बहलाने के लिए हम यूँ ही कुछ लिख लेते हैं। 246 00:18:17,541 --> 00:18:22,500 -मसलन? -मसलन… शेरो शायरी। 247 00:18:27,125 --> 00:18:29,416 -आप शेरो शायरी भी कर लेती हैं? -हूँ। 248 00:18:30,583 --> 00:18:31,583 एक शेर पढ़ के सुनाइए। 249 00:18:33,083 --> 00:18:33,916 फिर कभी। 250 00:18:36,458 --> 00:18:37,333 ठीक है। 251 00:18:40,416 --> 00:18:41,458 अर्ज़ किया है… 252 00:18:45,041 --> 00:18:45,875 इरशाद! 253 00:18:47,625 --> 00:18:52,000 एक बार देख लीजिए, दीवाना बना दीजिए, 254 00:18:53,458 --> 00:18:57,416 चलने को हैं तैयार हम, परवाना बना दीजिए। 255 00:18:59,875 --> 00:19:01,333 कैसा लगा आपको? 256 00:19:04,541 --> 00:19:06,375 -[ताजदार] हूँ… -हटिए, आप जाइए। 257 00:19:06,750 --> 00:19:09,958 हमारी शायरी में आप से ज़्यादा दिलचस्पी आपकी दादीजान को है। 258 00:19:10,375 --> 00:19:13,000 कहती हैं, एक दिन हम बहुत बड़ी शायरा बनने वाले हैं। 259 00:19:13,333 --> 00:19:15,708 -एक दरख़्वास्त करें? -जी? 260 00:19:16,958 --> 00:19:18,625 कुदसिया के ज़्यादा करीब मत आइए। 261 00:19:19,208 --> 00:19:21,083 जब आप चली जाएँगी, तो उन्हें बहुत तकलीफ़ होगी। 262 00:19:21,291 --> 00:19:22,583 लेकिन हम उनसे ज़्यादा बात ही नहीं… 263 00:19:22,666 --> 00:19:25,208 देखिए, अब्बूजान भी पूछ रहे थे कि सरफ़राज कब आएँगे आपको लेने? 264 00:19:26,000 --> 00:19:28,500 इस बार तो हमने टाल दिया, लेकिन अगली बार हम नहीं टाल पाएँगे। 265 00:19:29,166 --> 00:19:32,125 -लेकिन सरफ़राज़ नाम का कोई है ही नहीं। -तो आ जाएँगे। 266 00:19:33,375 --> 00:19:37,000 आपने कभी सोचा है कि जब सरफ़राज़ आएँगे, तो आलमज़ेब कहाँ जाएगी? 267 00:19:40,416 --> 00:19:43,541 चाहे कुछ भी हो जाए, हम हीरामंडी वापस नहीं जाएँगे। 268 00:19:44,833 --> 00:19:45,708 आलम! 269 00:19:50,375 --> 00:19:52,041 [वहीदा] ठीक से पकड़ो, बिब्बोजान। 270 00:19:54,125 --> 00:19:55,875 [वहीदा] हमारी कलगी ठीक करना ज़रा। 271 00:19:58,041 --> 00:20:01,916 [वहीदा] बड़े दिन बाद मुजरा कर रहे हैं, वो भी अंग्रेज़ साहब के लिए। 272 00:20:02,500 --> 00:20:05,541 [वहीदा] ऐसा गाएँगे कि जनरल हेंडर्सन हमारे गुलाम बन जाएँगे। 273 00:20:06,458 --> 00:20:07,291 [बिब्बो] जी। 274 00:20:08,166 --> 00:20:09,958 [वहीदा] तुम यहाँ रहना अपने नवाबों के लिए, 275 00:20:10,666 --> 00:20:14,166 [वहीदा] हम तो अंग्रेज़ साहब के साथ लंदन चले जाएँगे। 276 00:20:14,625 --> 00:20:16,375 [झटका लगने से वहीदा की चीख निकल जाती है] 277 00:20:21,041 --> 00:20:26,291 [मुजरे का संगीत चालू होता है] 278 00:20:26,625 --> 00:20:27,958 सबको चियर्स। पीजिए। 279 00:20:58,708 --> 00:21:02,708 ♪ नजरिया की मारी ♪ 280 00:21:02,916 --> 00:21:06,333 ♪ मरी मोरी गुइयां ♪ 281 00:21:07,125 --> 00:21:10,833 ♪ नजरिया की मारी ♪ 282 00:21:11,125 --> 00:21:14,250 ♪ मरी मोरी गुइयां ♪ 283 00:21:15,208 --> 00:21:19,750 ♪ नजरिया की मारी ♪ 284 00:21:20,541 --> 00:21:27,541 ♪ हाय राम… नजरिया की मारी ♪ 285 00:21:27,916 --> 00:21:32,541 ♪ मरी मोरी गुइयां ♪ 286 00:21:34,041 --> 00:21:38,000 ♪ नजरिया की मारी, मारी ♪ 287 00:21:38,166 --> 00:21:41,791 ♪ नजरिया की मारी ♪ 288 00:21:42,125 --> 00:21:45,708 ♪ मरी मोरी गुइयां ♪ 289 00:21:46,291 --> 00:21:50,708 ♪ नजरिया की मारी… ♪ 290 00:22:11,166 --> 00:22:16,416 ♪ कोई जा के बैद्य बुलाओ ♪ 291 00:22:19,500 --> 00:22:24,500 ♪ कोई जा के… ♪ 292 00:22:25,833 --> 00:22:31,333 ♪ कोई जा के बैद्य बुलाओ ♪ 293 00:22:34,166 --> 00:22:39,500 ♪ आ के धरे मोरी नाड़ी ♪ 294 00:22:40,458 --> 00:22:42,291 ♪ हाय राम… ♪ 295 00:22:42,500 --> 00:22:48,291 ♪ आ के धरे मोरी नाड़ी ♪ 296 00:22:50,541 --> 00:22:54,375 ♪ नजरिया की मारी, मारी ♪ 297 00:22:54,708 --> 00:22:58,375 ♪ नजरिया की मारी… ♪ 298 00:22:58,708 --> 00:23:02,583 ♪ मरी मोरी गुइयां ♪ 299 00:23:02,916 --> 00:23:06,750 ♪ मरी मोरी… ♪ 300 00:23:06,916 --> 00:23:13,000 ♪ मरी मोरी गुइयां, मरी मोरी गुइयां ♪ 301 00:23:14,083 --> 00:23:19,333 [आलाप लेती है] 302 00:23:21,833 --> 00:23:26,250 ♪ नजरिया की मारी, मरी मोरी गुइयां ♪ 303 00:23:26,833 --> 00:23:29,833 [पीछे से गाना जारी रहता है] [वहीदा] बिब्बोजान! रुक जाओ। 304 00:23:31,083 --> 00:23:35,750 [वहीदा] बिब्बो, रुक। बिब्बो, रुक! 305 00:23:36,666 --> 00:23:39,916 [अंग्रेज़ी में] आप बहुत शानदार हैं, कमाल की। 306 00:23:41,375 --> 00:23:44,166 [गुस्से में] बिब्बो, रुक। बिब्बो, रुक जा। 307 00:23:46,791 --> 00:23:47,958 बिब्बो! 308 00:23:48,125 --> 00:23:51,000 [हताशा से सुबकती है] 309 00:23:53,000 --> 00:23:55,166 किसी से हमारी खुशियाँ देखी नहीं जातीं। 310 00:23:55,958 --> 00:23:57,375 बिब्बो, हराम की जनी। 311 00:23:58,333 --> 00:24:01,291 -मोहतरमा क्या तमाशा कर रहीं हैं यहाँ पे! -तुमने हमारा साहब छीन लिया। 312 00:24:01,791 --> 00:24:03,875 तमाशा तो हम अब करेंगे। 313 00:24:05,625 --> 00:24:07,041 [सेविका] आपा! 314 00:24:13,208 --> 00:24:14,666 [वहीदा] कहाँ है इस होटल का मालिक? 315 00:24:14,833 --> 00:24:16,791 -[वहीदा] बुलाइए उसे। -[होटल मैनेजर] अरे, मोहतरमा! 316 00:24:17,541 --> 00:24:20,458 [वहीदा] तीन सौ सोलह नंबर का कमरा खुलवाओ। खुलवाओ अभी के अभी। 317 00:24:20,541 --> 00:24:23,583 -[मैनेजर] आराम से बात करिए, होटल है यह। -[वहीदा] होटल? होटल नहीं है यह। 318 00:24:23,750 --> 00:24:25,500 [वहीदा] हीरामंडी से बड़ा कोठा है। 319 00:24:25,708 --> 00:24:28,416 यहाँ बेशरम औरतें मर्दों के साथ सोने आती हैं। 320 00:24:28,500 --> 00:24:30,625 -[वहीदा] यह होता है यहाँ। -[बलराज] यह तमाशा देख रहे हैं आप? 321 00:24:30,791 --> 00:24:31,791 -[ताजदार] सुन रहे हैं। -मोहतरमा! 322 00:24:31,916 --> 00:24:34,041 -यह होती है इन तवायफों की ज़िंदगी। -[मैनेजर] आराम से बात कीजिए। 323 00:24:34,125 --> 00:24:37,083 -बुलाइए उसे अभी। -आलम इसी ज़िंदगी से भागकर आपके पास आई है। 324 00:24:37,250 --> 00:24:39,833 -[वहीदा] पुलिस से डरते नहीं हैं हम। -अगर आपने आलम को वापस हीरामंडी भेज दिया, 325 00:24:39,916 --> 00:24:42,125 [बलराज] तो वो उसी गंदगी का हिस्सा बन जाएगी। 326 00:24:50,208 --> 00:24:53,833 -आलम बीबी, ईद आप हमारे साथ ही मनाएँगी, न? -हूँ? शायद। 327 00:24:54,333 --> 00:24:55,458 [ताजदार] आलमज़ेब! 328 00:24:59,333 --> 00:25:00,375 [दरवाज़ा खटखटाने की आवाज़] 329 00:25:00,708 --> 00:25:02,000 [ताजदार] आलमज़ेब, क्या आप अंदर हैं? 330 00:25:02,375 --> 00:25:04,875 [सेविका] छोटे नवाब! हम भी हैं यहाँ, शराफ़त। 331 00:25:05,083 --> 00:25:07,208 [सेविका] सोच-समझकर बोलिएगा। [हँसती है] 332 00:25:07,750 --> 00:25:10,250 [ताजदार] जी, आपके भाईजान, सरफ़राज़ का ख़त आया है। 333 00:25:12,416 --> 00:25:15,000 -[ताजदार] सुन रही हैं, न? -जी। 334 00:25:15,791 --> 00:25:17,083 वो एक महीने बाद आएँगे। 335 00:25:18,083 --> 00:25:19,625 आप इत्मीनान से यहाँ रह सकती हैं। 336 00:25:24,625 --> 00:25:28,041 -सुनिए। -जी? 337 00:25:28,791 --> 00:25:31,708 क्या आप सरफ़राज़ भाईजान से ख़त लिखकर पूछ सकते हैं? 338 00:25:33,458 --> 00:25:34,291 क्या? 339 00:25:34,666 --> 00:25:39,625 यही कि क्या हम इत्मीनान से यहाँ दो महीने रह सकते हैं? 340 00:25:41,625 --> 00:25:44,166 जी। ज़रूर। 341 00:25:45,833 --> 00:25:47,291 [महिलाओं के हँसने की आवाज़ें आ रही हैं] 342 00:25:47,375 --> 00:25:49,583 -[फरीदन] यह रही तुरुप की बेगम। -[दूसरी महिला] हाँ… 343 00:25:49,916 --> 00:25:51,208 [तीसरी महिला] यह निकम्मी बेगम। 344 00:25:51,291 --> 00:25:53,500 [सब ठठाकर हँसती हैं] 345 00:25:54,916 --> 00:25:56,166 [वहीदा] अब हम यहीं रहेंगे। 346 00:25:58,458 --> 00:26:01,958 माशा-अल्लाह, हमने यतीमखाना खोल रखा है, और हमें ही ख़बर नहीं। 347 00:26:02,083 --> 00:26:03,458 [सब हँसती हैं] 348 00:26:03,541 --> 00:26:05,208 [वहीदा] हम मज़ाक नहीं कर रहे, फरीदन। 349 00:26:06,166 --> 00:26:09,708 हम तुम्हारे साथ मिलकर मल्लिकाजान को तबाह कर देंगे। 350 00:26:18,291 --> 00:26:20,250 दिख रहा है, न, यहाँ पूरी जमात इकट्ठा है। 351 00:26:20,458 --> 00:26:23,458 सबके सामने मुँह खोलने की क्या ज़रूरत है? अंदर चलिए। 352 00:26:24,875 --> 00:26:28,000 [संदूक की खटर-पटर सुनाई देती है] 353 00:26:32,083 --> 00:26:34,958 [फरीदन] ऐसा क्या गज़ब हो गया, जो बोरिया-बिस्तर साथ लेकर आ गईं? 354 00:26:35,333 --> 00:26:39,708 वो शैतान की नस्ल, मल्लिकाजान, उनसे किसी की खुशी देखी नहीं जाती, फरीदन। 355 00:26:40,791 --> 00:26:44,750 पहले तुम्हारी अम्मी को निगल गई, अब हमें गटकने की तैयारी में है। 356 00:26:46,041 --> 00:26:47,625 बताएँगी भी कि हुआ क्या? 357 00:26:47,791 --> 00:26:51,250 मल्लिका ने हमसे हमारे साहब को छीनकर, हमारी बेटी को दे दिया। 358 00:26:51,791 --> 00:26:53,500 और वो मल्लिका की बेटी, बिब्बो, 359 00:26:54,333 --> 00:26:56,250 बरसों बाद हम मुजरे पर बैठे, 360 00:26:57,291 --> 00:27:00,333 अंग्रेज़ साहब बनने वाला था हमारा, वो हेंडर्सन, 361 00:27:01,166 --> 00:27:04,250 उस हरामज़ादी बिब्बो ने हमसे वो खुशी भी छीन ली। 362 00:27:04,666 --> 00:27:07,208 अरे सब जानते हैं, दोनों माँ-बेटी हैं ही कमीनी। 363 00:27:07,791 --> 00:27:08,666 अब आप क्या करेंगी? 364 00:27:08,958 --> 00:27:12,583 इंतकाम लेंगे। तुम बुलाओ अपने कार्टराईट को। 365 00:27:14,000 --> 00:27:15,125 हम गवाही देंगे। 366 00:27:15,625 --> 00:27:17,416 गवाह तो हम भी हैं, ख़ाला। 367 00:27:17,791 --> 00:27:20,000 लेकिन इतने सालों बाद गवाही ख़ाक है। 368 00:27:20,458 --> 00:27:21,708 सुबूत चाहिए। 369 00:27:23,291 --> 00:27:25,250 अंदर पत्ते बिछे हैं। हमारी चाल है। 370 00:27:25,666 --> 00:27:28,666 अब आप जाइए। ऐसे हर छोटी बात पर घर नहीं छोड़ देते। 371 00:27:28,875 --> 00:27:32,041 रेहाना आपा के कत्ल की फ़ाइल सुबूत के लिए काफ़ी है? 372 00:27:34,291 --> 00:27:35,750 वो फ़ाइल है हमारे पास। 373 00:27:36,625 --> 00:27:41,208 जिसकी तलाश पुलिस को है, मल्लिकाजान को भी और तुम्हें भी। 374 00:27:43,166 --> 00:27:44,375 कहाँ है वो फ़ाइल? 375 00:27:45,958 --> 00:27:50,208 -इस बक्से में? -शाही महल में। संभाल के रखी है हमने। 376 00:27:50,916 --> 00:27:52,500 अरे, तो जाइए, जल्दी ले आइए। 377 00:27:52,875 --> 00:27:55,166 तब तक हम आपका सामान कमरे में लगवा देते हैं। 378 00:27:59,291 --> 00:28:02,125 जल्दी आइएगा। हमें आपका बेसब्री से इंतज़ार रहेगा। 379 00:28:02,791 --> 00:28:05,500 हमारा या फ़ाइल का? 380 00:28:06,416 --> 00:28:09,416 अरे, खाला! आप तो बुरा मान गईं। 381 00:28:13,666 --> 00:28:16,958 [आलम] चलिए ताजदार साहब, गाड़ी निकालिए। दादीजान को ईद की खरीद… 382 00:28:19,375 --> 00:28:23,041 [ताजदार] यह ड्राइवर आपको ले जाएगा, फ़िलहाल हमारे पास वक्त नहीं है। 383 00:28:23,333 --> 00:28:24,458 [आलम] अह… 384 00:28:25,166 --> 00:28:26,333 [ताजदार] माफ़ कीजिए! 385 00:28:26,625 --> 00:28:29,208 कोई बात नहीं। लेकिन आप चलिए, न। 386 00:28:29,541 --> 00:28:32,291 दादीजान को भी अच्छा लगेगा, और हमें भी। 387 00:28:35,458 --> 00:28:39,166 वो सब तो ठीक है। पर हमने आपको लाख बार समझाया, 388 00:28:39,625 --> 00:28:42,958 कि कुदसिया से दूर रहिए। जब आप चली जाएँगी, तो उनका दिल टूट जाएगा। 389 00:28:44,250 --> 00:28:47,833 पर आपने उन्हें शीशे में उतार लिया है। [कुर्ता पहनते हुए] अह… 390 00:28:48,291 --> 00:28:51,583 आप हमेशा हमसे इतनी बेरुखी से बात क्यों करते हैं? 391 00:28:51,958 --> 00:28:53,666 हम आपको परेशान करते हैं? 392 00:28:55,541 --> 00:28:57,208 हम इतने दिनों से यहाँ हैं ही क्यों? 393 00:28:58,583 --> 00:29:01,708 परेशानी आपसे नहीं, हालात से है। 394 00:29:03,166 --> 00:29:05,708 जिस जगह से हम नफ़रत करते थे, वहीं की लड़की से हम… 395 00:29:07,500 --> 00:29:09,166 मोहब्बत कर बैठे। 396 00:29:10,583 --> 00:29:13,958 -यह तो नहीं कहा हमने। -लेकिन हमने यही सुना। 397 00:29:26,916 --> 00:29:28,666 [दुकानदार] यह पोटली आप पे जँचेगी, उस्तादजी। 398 00:29:28,750 --> 00:29:32,500 [उस्तादजी] अय हय मियां, इतनी नन्ही सी पोटली में चवन्नी भी न आवेगी। 399 00:29:33,000 --> 00:29:35,541 -वो दिखाओ। -क्या करोगे इतनी बड़ी पोटली का? 400 00:29:35,625 --> 00:29:37,791 अपने सिर पर मारूँगा मियां। [हँसते हैं] 401 00:29:38,083 --> 00:29:41,708 दरगाह में मन्नत माँगी थी कि इस बार ईदी बड़ी मिले। 402 00:29:41,875 --> 00:29:45,000 लेकिन तुम्हारी ये नाक़िस पोटलियाँ देखकर तो ख़ुदा भी नाराज़ हो जाए। 403 00:29:45,208 --> 00:29:46,583 अब कब आएगा नया माल? 404 00:29:46,708 --> 00:29:48,791 अरे, क्रांतिकारियों के जुलूस की वजह से, 405 00:29:48,875 --> 00:29:51,166 और पुलिस लाठीचार्ज की वजह से नया माल आ नहीं रहा है। 406 00:29:51,333 --> 00:29:54,041 ऊँ, हूँ… ख़ुदा जाने यह माहौल कब ठीक होगा। 407 00:29:54,208 --> 00:29:56,166 [हॉर्न बजता है] 408 00:29:56,500 --> 00:29:59,541 मेरे ऊपर चढ़ा दे, हरामख़ोर… अय… 409 00:30:00,541 --> 00:30:03,875 [गाड़ी का हॉर्न बज रहा है] 410 00:30:13,708 --> 00:30:17,125 अशफाक, ईद के तोहफ़े देखो तो सही। 411 00:30:17,458 --> 00:30:19,625 यह लखनवी कुर्ता हमारे ताज के लिए। 412 00:30:20,333 --> 00:30:24,583 और आलम मेरी जान के लिए है, ये हीरे के कंगन। 413 00:30:25,916 --> 00:30:27,375 [कुदसिया] और हमारे लिए साड़ियाँ। 414 00:30:27,958 --> 00:30:30,625 -और हमारे लिए? -[कुदसिया] बिल। 415 00:30:30,833 --> 00:30:32,583 [जवाब सुनकर अशफाक हँसते हैं] 416 00:30:35,666 --> 00:30:39,500 वैसे एक पॉकेट वाच है सोने की। आपके लिए। 417 00:30:41,416 --> 00:30:43,833 पता नहीं था हमारा वक्त इतना कीमती है। 418 00:30:45,708 --> 00:30:50,208 अम्मीजान, सरफ़राज़ साहब के लिए कुछ नहीं लाईं? 419 00:30:50,791 --> 00:30:53,583 आपके भाईजान ईद पर आ रहे हैं, न? 420 00:30:54,083 --> 00:30:56,958 -जी, वो थोड़े मसरूफ़ हैं, पर… -ऐसी भी क्या मसरूफ़ियत? 421 00:30:58,250 --> 00:31:01,083 दो दिन का कह कर गए थे, महीना हो गया। 422 00:31:01,916 --> 00:31:03,125 अगले हफ़्ते ईद है। 423 00:31:04,083 --> 00:31:08,166 जी, वो… उन्होंने अपने ख़त में लिखा था कि वो एक महीने में आएँगे। 424 00:31:09,041 --> 00:31:11,541 और ईद पर शायद छुट्टी न मिले। 425 00:31:12,541 --> 00:31:15,166 हम उनके अफ़सर को ख़त लिख देंगे। छुट्टी मिल जाएगी। 426 00:31:16,541 --> 00:31:20,375 आप वो ख़त लेकर आइए, उस पर सरफ़राज़ साहब का पता होगा। 427 00:31:20,458 --> 00:31:21,500 [आलम] जी। 428 00:31:22,208 --> 00:31:24,250 -[अशफाक] जाइए, लेकर आइए। -[आलम] जी। 429 00:31:25,541 --> 00:31:28,375 ताज! ताज। अइयो, अल्लाह, यह क्या हो गया? 430 00:31:28,625 --> 00:31:29,791 [कुदसिया] यह हुआ क्या है? 431 00:31:30,083 --> 00:31:31,958 -यह चोट कैसे लगी? -[ताजदार दर्द से सिसकी भरते हैं] 432 00:31:32,333 --> 00:31:36,541 ये जिस रास्ते पर चल रहे हैं, न, अम्मीजान, उस पर चोटें ही लगती हैं। 433 00:31:36,833 --> 00:31:40,458 कुदसिया, इन्हें बता दीजिए कि ये चोटें नहीं, खरोंचें हैं। 434 00:31:40,666 --> 00:31:44,041 आज खरोंचें हैं, कल ज़ख़्म होंगे, परसों जान भी जा सकती है। 435 00:31:48,166 --> 00:31:49,625 [अशफाक] रुक जाइए, ताज। 436 00:31:52,083 --> 00:31:54,291 हम वालिद हैं। माफ़ कर सकते हैं। 437 00:31:57,041 --> 00:32:00,208 अंग्रेज़ माफ़ नहीं करेंगे। न आपको, न हमें। 438 00:32:03,958 --> 00:32:05,500 और अगर बग़ावत नहीं की, 439 00:32:07,291 --> 00:32:08,875 तो ज़मीर माफ़ नहीं करेगा। 440 00:32:09,000 --> 00:32:10,500 दिमाग़ ख़राब हो गया है आपका! 441 00:32:18,583 --> 00:32:21,750 बग़ावत की जिस हवा में ये उड़ रहे हैं, न, अम्मीजान, 442 00:32:22,791 --> 00:32:24,833 उसका रुख़ बदलते वक्त नहीं लगेगा। 443 00:32:25,208 --> 00:32:27,875 [कुदसिया] तो आप उन हवाओं को खूँटी से बाँध लीजिए, न। 444 00:32:28,541 --> 00:32:31,416 सरफ़राज़ से आलम और ताजदार के रिश्ते की बात कीजिए। 445 00:32:32,458 --> 00:32:37,125 जब लड़की घर में उसकी राह देखेगी, तो लड़का भी सही राह पर आ ही जाएगा। 446 00:32:37,958 --> 00:32:39,208 [आलम] ज़ख़्म काफ़ी गहरे हैं। 447 00:32:39,375 --> 00:32:40,250 फर्स्ट एड 448 00:32:40,333 --> 00:32:41,958 [ताजदार] ये ज़ख़्म नहीं, कीमत है आज़ादी की। 449 00:32:44,666 --> 00:32:48,083 -अफ़सोस इस घर में हमें कोई नहीं समझता। -हम समझते हैं। 450 00:32:50,500 --> 00:32:52,708 आप अंग्रेज़ों से आज़ादी चाहते हैं, 451 00:32:54,500 --> 00:32:55,750 और हम हीरामंडी से। 452 00:32:57,333 --> 00:33:00,416 फ़र्क सिर्फ़ यह है कि आपके ज़ख़्म दिखते हैं, 453 00:33:01,333 --> 00:33:03,000 इन पे हम मरहम लगा सकते हैं। 454 00:33:04,083 --> 00:33:05,208 और हमारे ज़ख़्म… 455 00:33:09,916 --> 00:33:15,083 ♪ मोसे करो न बरजोरी ♪ 456 00:33:15,541 --> 00:33:18,583 ♪ श्याम तुम ♪ 457 00:33:19,083 --> 00:33:24,458 ♪ मोसे करो न बरजोरी ♪ 458 00:33:24,625 --> 00:33:28,500 ♪ श्याम तुम ♪ 459 00:33:31,583 --> 00:33:37,000 ♪ देखो मैं पैयां पडूँ तोरी ♪ 460 00:33:37,500 --> 00:33:40,458 ♪ श्याम तुम ♪ 461 00:33:40,583 --> 00:33:46,083 ♪ देखो मैं पैयां पडूँ तोरी ♪ 462 00:33:46,250 --> 00:33:47,916 ♪ श्याम तुम ♪ 463 00:33:48,000 --> 00:33:51,166 [वहीदा] पूरी हीरामंडी में रौनक है, सिवाय शाही महल के। 464 00:33:51,583 --> 00:33:52,875 [वहीदा] ऐसा कब तक चलेगा, हुज़ूर? 465 00:33:55,000 --> 00:33:57,541 [वहीदा] हम सोच रहे हैं, कि अब से शमा महफ़िल सजाए, तो… 466 00:33:59,166 --> 00:34:00,583 [वहीदा] यह जोड़ा उन पर कैसा लगेगा? 467 00:34:01,833 --> 00:34:05,125 [मल्लिका] जब तक आलमज़ेब का पता नहीं चल जाता, यहाँ महफ़िल नहीं सजेगी। 468 00:34:05,583 --> 00:34:07,208 [वहीदा] तब तक यहाँ ताले न लग जाएँ, आपा। 469 00:34:07,666 --> 00:34:09,500 फूफीजान ने बनारस से ख़बर भिजवाई है, 470 00:34:10,958 --> 00:34:13,666 वहाँ कोठों पर पुलिस के छापे पड़ने लगे हैं। 471 00:34:14,541 --> 00:34:17,125 कुछ तवायफें तो बाग़ियों का साथ दे रही हैं। 472 00:34:17,541 --> 00:34:21,250 हमें उससे क्या? हमारे शाही महल में तो कोई ऐसा है ही नहीं। 473 00:34:22,583 --> 00:34:24,583 हम तो बर्तानिया सरकार के वफ़ादार हैं। 474 00:34:24,833 --> 00:34:27,916 अच्छा हुआ, आपने उस हेंडर्सन को अपना साहब बना लिया, बिब्बो। 475 00:34:28,666 --> 00:34:29,708 काम आएँगे वो। 476 00:34:29,791 --> 00:34:33,375 [उस्तादजी] तस्लीम हुज़ूर। तस्लीम, तस्लीम, तस्लीम। 477 00:34:33,625 --> 00:34:34,875 क्या बात है उस्तादजी? 478 00:34:35,500 --> 00:34:37,500 [वहीदा] आज आपकी चाल कुछ अलग लग रही है। 479 00:34:37,750 --> 00:34:43,041 लगे क्यों ना? ईद परसों है, पर ईदी हम आज ही लेके जाएँगे। क्यों हुज़ूर? 480 00:34:43,250 --> 00:34:45,833 इस बार हम ईद नहीं मना रहे, उस्तादजी। 481 00:34:47,791 --> 00:34:51,541 अगर हम आपको ईद के चाँद से मिला दें तो? 482 00:34:53,541 --> 00:34:57,208 परसों नवाब अशफाक बलोच की हवेली ज़रूर जाइएगा। 483 00:34:58,000 --> 00:35:02,666 आपकी ईदी, और ईद का चाँद दोनों मिल जाएँगे। 484 00:35:09,375 --> 00:35:13,083 [लोगों की बातचीत का शोरगुल] 485 00:35:14,583 --> 00:35:17,583 -[अशफाक] ईद मुबारक, अम्मीजान। -[कुदसिया] ईद मुबारक बेटा। बैठो, बैठो। 486 00:35:18,375 --> 00:35:19,583 [ताजदार] ईद मुबारक, अब्बू। 487 00:35:23,458 --> 00:35:25,833 [कुदसिया] बच्चे, जानते हैं हमने इस बार ईदी में क्या माँगा? 488 00:35:27,875 --> 00:35:32,125 ए अल्लाह, हमारे लिए ईदी में के. एल. सहगल का रिश्ता भेज दो। 489 00:35:32,458 --> 00:35:34,291 [ताजदार और अशफाक दोनों हँसते हैं] 490 00:35:34,541 --> 00:35:35,583 [ताजदार] और हमारी ईदी? 491 00:35:36,083 --> 00:35:38,583 जिसके पास चाँद हो, उसे हम क्या दें? 492 00:35:40,000 --> 00:35:42,000 [ताजदार] हमारे लिए तो हमेशा से ईद का चाँद आप ही हैं। 493 00:35:42,083 --> 00:35:42,916 अच्छा। 494 00:35:43,000 --> 00:35:44,250 -बेगम साहिबा! -जी? 495 00:35:44,333 --> 00:35:47,708 हीरामंडी से मल्लिकाजान आई हैं। आप कहें तो हम उन्हें अंदर ले आएँ? 496 00:35:48,166 --> 00:35:50,375 आज ईद का दिन है। [अंग्रेज़ी में] सभी का स्वागत है। 497 00:35:50,708 --> 00:35:51,958 भिजवा दीजिए अंदर। 498 00:35:52,750 --> 00:35:54,583 [मल्लिका] नवाब साहब, ईद मुबारक। 499 00:35:54,666 --> 00:35:56,875 -[मल्लिका] बेगम साहिबा, ईद मुबारक। -ईद मुबारक, मल्लिकाजान। 500 00:35:57,083 --> 00:35:58,500 [मल्लिका] ईद मुबारक, बच्चा। 501 00:35:58,958 --> 00:36:01,083 अशफाक, मेहमान तो पहले से थे। 502 00:36:01,500 --> 00:36:04,333 -लेकिन रौनक तो अब आई है। -शुक्रिया। 503 00:36:04,958 --> 00:36:08,708 माफ़ कीजिएगा। बगैर बताए हम चले आए। 504 00:36:08,833 --> 00:36:11,916 लेकिन क्या करें? ख़्वाब में नवाब साहब को देखा था, 505 00:36:12,041 --> 00:36:15,541 बहुत परेशान लग रहे थे। और कह रहे थे उनके साथ बहुत बड़ा धोखा हुआ है। 506 00:36:16,041 --> 00:36:17,666 इसलिए आपको आगाह करने चले आए। 507 00:36:17,833 --> 00:36:19,208 आप आईं, खुशी हुई। 508 00:36:19,833 --> 00:36:22,208 मगर हमारे साथ धोखा होने की आप फ़िक्र न करें। 509 00:36:23,166 --> 00:36:25,875 अशफाक बलोच उड़ती चिड़िया के पर गिन लेता है। 510 00:36:26,291 --> 00:36:27,666 वो तो है, नवाब साहब। 511 00:36:28,125 --> 00:36:30,916 लेकिन कहते हैं तीसरे पहर में देखा हुआ ख़्वाब, 512 00:36:31,291 --> 00:36:32,625 अक्सर सच होता है। 513 00:36:33,916 --> 00:36:35,625 और धोखा उड़ती चिड़िया नहीं, 514 00:36:36,708 --> 00:36:40,041 धोखा वो चिड़िया देती है, जो आँगन में उतर चुकी हो। 515 00:36:40,875 --> 00:36:43,958 अरे, इनको पहले कभी देखा नहीं। 516 00:36:44,291 --> 00:36:45,916 ये हमारी आलमज़ेब हैं। 517 00:36:48,791 --> 00:36:52,125 किसी ऊँचे खानदान की मालूम होती हैं। 518 00:36:52,416 --> 00:36:56,833 जी, इनके भाईजान आला सरकारी अफ़सर हैं, सरफ़राज़। 519 00:36:57,375 --> 00:36:58,416 माशा-अल्लाह। 520 00:36:59,666 --> 00:37:01,416 इनके भाई सरकारी अफ़सर हैं, 521 00:37:01,500 --> 00:37:05,000 तो इनके अब्बू किसी मिनिस्टर से कम नहीं होंगे। और इनकी… 522 00:37:05,708 --> 00:37:10,041 अम्मी, कहीं की मल्लिका होंगी। [ज़ोर से हँसती है] 523 00:37:16,500 --> 00:37:19,000 मल्लिकाजान, हम आपका ये अंदाज़ समझे नहीं। 524 00:37:20,041 --> 00:37:21,708 आप कहना क्या चाहती हैं? 525 00:37:21,875 --> 00:37:27,333 यही कि आपको अपने आँगन में उतरी हुई चिड़िया के पर गिन लेने चाहिए थे। 526 00:37:27,666 --> 00:37:29,375 बात ज़्यादा लंबी हो चुकी है। 527 00:37:30,708 --> 00:37:32,000 [ताजदार] हम सीधा-सीधा बताते हैं। 528 00:37:33,416 --> 00:37:35,333 सरफ़राज़ नाम का हमारा कोई दोस्त नहीं। 529 00:37:37,375 --> 00:37:40,750 आलमज़ेब, मल्लिकाजान की बेटी हैं। 530 00:37:41,833 --> 00:37:45,083 हीरामंडी से हैं, लेकिन तवायफ नहीं हैं। 531 00:37:47,166 --> 00:37:49,000 और हम इनसे बेइंतहा मोहब्बत करते हैं। 532 00:37:50,791 --> 00:37:54,458 देखा नवाब साहब, हमारा ख़्वाब सच हुआ। 533 00:37:55,291 --> 00:37:58,583 धोखा हुआ है हम सब के साथ। 534 00:37:59,041 --> 00:38:03,416 ताजदार, आपने कुदसिया को धोखा दिया? 535 00:38:05,791 --> 00:38:08,458 कोई और देता तो सिर्फ़ हमारा यकीन टूटता। 536 00:38:10,541 --> 00:38:13,500 लेकिन आपके इस झूठ ने तो हमारा दिल ही तोड़ दिया। 537 00:38:15,000 --> 00:38:17,083 [अफ़सोस से गहरी साँस खींचती हैं] 538 00:38:18,041 --> 00:38:19,875 हमने झूठ इसलिए बोला, 539 00:38:21,666 --> 00:38:25,583 -क्योंकि सच मोहब्बत को मोहलत नहीं देता। -मोहलत तो हम भी नहीं देंगे। 540 00:38:26,416 --> 00:38:29,083 -चलिए, आलमज़ेब। -आलमज़ेब हीरामंडी छोड़ चुकी है। 541 00:38:29,333 --> 00:38:31,791 हीरामंडी आदत नहीं है जो छोड़ी जाए। 542 00:38:33,166 --> 00:38:34,791 हीरामंडी किस्मत है। 543 00:38:36,291 --> 00:38:39,666 -और किस्मत छोड़ी नहीं जाती। -लेकिन बदली तो जा सकती है। 544 00:38:39,875 --> 00:38:42,000 आप बदलेंगे किस्मत? हाँ? 545 00:38:43,375 --> 00:38:47,750 जो हीरामंडी से नफ़रत करते हैं, और उसी हीरामंडी की लड़की से मोहब्बत कर बैठे। 546 00:38:48,250 --> 00:38:49,666 आप बदलेंगे किस्मत? 547 00:38:51,875 --> 00:38:56,875 कुदसिया बेगम, हम आपकी बहुत इज़्ज़त करते हैं। 548 00:38:58,125 --> 00:39:01,541 वरना इस लड़की को हम घसीट के लेकर जाते। 549 00:39:02,166 --> 00:39:04,833 [कुदसिया बेगम रो पड़ती हैं] 550 00:39:07,583 --> 00:39:12,583 चलिए, ताजदार साहब, दी आपकी मोहब्बत को मोहलत। 551 00:39:13,333 --> 00:39:18,250 अब हम भी देखेंगे कि आप इन्हें बलोच खानदान की बहू बनाते हैं, 552 00:39:18,333 --> 00:39:21,583 या हम इन्हें शाही महल की हुज़ूर। 553 00:39:25,416 --> 00:39:26,750 ख़ुदा हाफ़िज़। 554 00:39:32,875 --> 00:39:39,333 बच्चा, दिल से तो दुआ निकलती है कि आप खुश रहें, आबाद रहें। 555 00:39:40,458 --> 00:39:43,458 लेकिन हम जानते हैं तवायफ की मोहब्बत का अंजाम। 556 00:39:57,875 --> 00:40:00,416 [उस्तादजी दुख से सुबकते हैं] 557 00:40:04,250 --> 00:40:10,125 घरों में बेटे रहते हैं, तवायफों के दामाद नहीं। 558 00:40:14,041 --> 00:40:16,666 बर्बादी के रास्ते चल पड़े हैं आप। 559 00:40:19,708 --> 00:40:20,958 संभल कर रहिएगा।