1 00:00:14,458 --> 00:00:17,041 हीरामंडी: द डायमंड बाज़ार 2 00:00:37,708 --> 00:00:42,333 [फत्तो, दुखी आवाज़ में] हुज़ूर, चार दिन हो गए हैं। ऐसे ही बुत बनी बैठी है। 3 00:00:43,541 --> 00:00:45,375 [सत्तो] और कुछ नहीं, तो कम से कम रो ही ले। 4 00:00:46,125 --> 00:00:48,916 [वहीदा] कहां आपा ने इन्हें हुज़ूर बनाने का ख़्वाब देखा था। 5 00:00:49,500 --> 00:00:50,916 [वहीदा] और इन्होंने निकाह का। 6 00:00:52,083 --> 00:00:54,125 [वहीदा] किस्मत ने दोनों ही ख़्वाब तोड़ दिए। 7 00:00:56,500 --> 00:00:57,708 [मल्लिका] हम दरगाह जा रहे हैं। 8 00:00:58,416 --> 00:01:00,625 [मल्लिका] आलम को होश आ जाए, तो हमें ख़बर कीजिएगा। 9 00:01:00,750 --> 00:01:01,791 [अज़ान की आवाज़ आ रही है] 10 00:01:02,000 --> 00:01:04,625 -[मल्लिका] सत्तो, चलिए। -[सत्तो] जी, हुज़ूर। 11 00:01:07,291 --> 00:01:10,625 [वहीदा] फत्तो बी, बच्ची को अफ़ीम चटवा दीजिए। 12 00:01:10,833 --> 00:01:12,375 ये आप क्या कह रही हैं, खाला जान? 13 00:01:12,458 --> 00:01:13,833 तर्जुबे से कह रहे हैं, बिब्बो। 14 00:01:15,458 --> 00:01:17,041 इस दर्द से कोई छुटकारा नहीं। 15 00:01:18,541 --> 00:01:19,833 [वहीदा] कम से कम सो तो पाएगी। 16 00:01:21,083 --> 00:01:24,875 [बिब्बो] एक बार अफ़ीम का सहारा ले लिया तो ज़िंदगी भर लेना पड़ेगा। 17 00:01:25,833 --> 00:01:27,916 हम आलम को लज्जो आपा नहीं बनने देंगे। 18 00:01:29,833 --> 00:01:31,958 फत्तो बी, इकबाल से कहिए, बग्घी तैयार करे। 19 00:01:33,250 --> 00:01:34,666 आलम हमारे साथ जाएंगी। 20 00:01:36,041 --> 00:01:36,875 कहाँ? 21 00:01:49,875 --> 00:01:51,583 [वहीदा] हम आलम को यहाँ क्यों लाए हैं? 22 00:01:52,708 --> 00:01:54,416 मोहब्बत भले ही अधूरी रह जाए, 23 00:01:55,458 --> 00:01:57,000 ग़म मुकम्मल होना चाहिए। 24 00:01:59,416 --> 00:02:03,583 एक बार रो लेंगी, तो अपनी हक़ीकत को जी पाएँगी। 25 00:02:13,125 --> 00:02:16,250 [बहुत ही दुख भरा संगीत बज रहा है] 26 00:02:17,708 --> 00:02:19,208 [ताजदार की आवाज़] एक बार देख लीजिए 27 00:02:21,416 --> 00:02:23,000 दीवाना बना दीजे 28 00:02:24,250 --> 00:02:25,875 जलने को हैं तैयार हम 29 00:02:27,458 --> 00:02:29,000 परवाना बना दीजे 30 00:02:29,166 --> 00:02:30,541 [आलमज़ेब रोती है] 31 00:02:45,166 --> 00:02:47,291 [अशफाक] ताजदार की मौत कैसे हुई? 32 00:02:47,541 --> 00:02:49,083 [हेंडर्सन, अंग्रेज़ी में] जो हुआ बहुत बुरा था। 33 00:02:49,166 --> 00:02:51,291 [अंग्रेज़ी में] आपका मतलब, जिस तरह से मेरा बेटा मरा? 34 00:02:54,375 --> 00:02:57,500 [अंग्रेज़ी में] नहीं। उसे मारा गया है। 35 00:02:59,250 --> 00:03:01,000 यहाँ सीने पर गोली मारी गई उन्हें। 36 00:03:02,041 --> 00:03:05,541 बड़ी संगीन ग़लती हुई हमसे, कार्टराईट साहब, जो आप पर भरोसा किया। 37 00:03:06,166 --> 00:03:07,583 दरख़्वास्त की थी हमने आपसे, 38 00:03:08,625 --> 00:03:11,458 कि आप उसको कुछ रोज़ अपनी हिफ़ाज़त में रखें। 39 00:03:12,333 --> 00:03:13,750 वो उस तवायफ को भूल जाता। 40 00:03:14,666 --> 00:03:16,041 आज़ादी के जुनून को भूल जाता। 41 00:03:16,541 --> 00:03:18,166 [अंग्रेज़ी में] अशफाक, मुझे समझाने दो। 42 00:03:18,375 --> 00:03:21,750 [अंग्रेज़ी में] ताजदार मेरा इकलौता बेटा था, मिस्टर कार्टराईट। 43 00:03:24,625 --> 00:03:26,208 [अंग्रेज़ी में] और आपने उसे मार डाला। 44 00:03:27,250 --> 00:03:30,333 [अंग्रेज़ी में] नहीं। यह बागियों का काम है। 45 00:03:30,750 --> 00:03:32,666 [हेंडर्सन, अंग्रेज़ी में] आपके बेटे को बागियों ने मारा। 46 00:03:36,541 --> 00:03:38,166 बागियों ने इस बार पुलिस स्टेशन पर हमला किया 47 00:03:38,250 --> 00:03:42,208 वही बागी, जिनके साथ आपका बेटा देशभक्ति के नारे लगाता था। 48 00:03:42,541 --> 00:03:44,333 उन्होंने ही उसकी जान ले ली। 49 00:03:44,791 --> 00:03:46,916 बागी अपने ही किसी साथी को क्यों मारेंगे? 50 00:03:47,500 --> 00:03:52,041 उन्हें डर था कि ताजदार अपने साथियों का नाम ना बता दे। 51 00:03:52,458 --> 00:03:53,750 इसलिए उन्होंने उसे मारा। 52 00:03:54,958 --> 00:03:58,125 इन बागियों ने पुलिस स्टेशन पर हमला किया। 53 00:03:58,750 --> 00:04:00,750 [अंग्रेज़ी में] आपके बेटे की हिफ़ाज़त करते हुए 54 00:04:00,833 --> 00:04:03,291 [अंग्रेज़ी में] मेरे दो सबसे अच्छे आदमियों की जान चली गई। 55 00:04:03,541 --> 00:04:05,000 [अंग्रेज़ी में] आप कहाँ थे? 56 00:04:06,083 --> 00:04:08,791 [अंग्रेज़ी में] बलालगंज में दंगे हो गए थे। 57 00:04:10,000 --> 00:04:14,833 [अंग्रेज़ी में] हमें जाना पड़ा। यह बागियों ने किया ताकि ताजदार तक पहुँच पाएँ। 58 00:04:15,666 --> 00:04:20,208 जानते हैं इन बागियों के पास हथियार खरीदने का पैसा कहाँ से आता है? 59 00:04:23,083 --> 00:04:23,916 आपसे। 60 00:04:25,000 --> 00:04:27,500 आप जैसे नवाब हीरामंडी में 61 00:04:28,291 --> 00:04:30,916 तवायफों पर दौलत लुटाते हैं। 62 00:04:31,541 --> 00:04:36,333 और वो तवायफें उस दौलत को बागियों तक पहुंचाती हैं। 63 00:04:37,750 --> 00:04:42,666 ये मल्लिकाजान और बिब्बोजान और वो सारी कमबख्त जान, 64 00:04:44,041 --> 00:04:45,541 वो ज़िम्मेदार हैं। 65 00:04:46,708 --> 00:04:49,458 कौन ज़िम्मेवार है, कौन नहीं, क्या फ़र्क पड़ता है। 66 00:04:50,500 --> 00:04:55,166 [बहुत ही दुख भरी आवाज़ में] अपने जवान बेटे के जनाज़े को कंधा दिया है हमने। 67 00:04:58,625 --> 00:05:03,250 और दुनिया में उससे भारी बोझ कोई नहीं होता। 68 00:05:15,708 --> 00:05:19,208 [अशफाक ज़ोर से रो पड़ते हैं] 69 00:05:33,291 --> 00:05:34,208 [फरीदन] आपने बुलाया? 70 00:05:36,458 --> 00:05:38,791 हाँ। बैठिए। 71 00:05:43,208 --> 00:05:44,250 आप ठीक हैं? 72 00:05:46,166 --> 00:05:48,583 -आलम के साथ जो हुआ वो-- -आलम के साथ जो हुआ, 73 00:05:49,458 --> 00:05:50,458 अच्छा नहीं हुआ। 74 00:05:51,458 --> 00:05:52,708 और उसके ज़िम्मेदार हम हैं। 75 00:05:53,541 --> 00:05:54,916 आप अकेली नहीं खाला जान। 76 00:05:56,375 --> 00:05:57,583 हम भी ज़िम्मेदार हैं। 77 00:05:59,583 --> 00:06:02,416 दूसरों की खुशी छीनकर अपनी खुशी ढूंढने चले थे। 78 00:06:06,916 --> 00:06:09,916 इसे ढूंढ रही थीं, न। शाही महल की चाबियाँ। 79 00:06:11,625 --> 00:06:12,875 आज से ये आपकी हुई। 80 00:06:18,375 --> 00:06:20,333 इन चाबियों के लिए इतनी जंग हुई। 81 00:06:21,541 --> 00:06:23,208 और आज इन्हें यूं ही दे रही हैं? 82 00:06:24,208 --> 00:06:28,625 कोई अज़ीज़ वारिस होने के लायक नहीं, तो दुश्मन को वारिस बना रहे हैं हम। 83 00:06:30,041 --> 00:06:33,416 बेशक, आप हमसे जीत नहीं पाईं। लेकिन, आपकी कोशिश… 84 00:06:35,416 --> 00:06:37,125 काबिल-ए-तारीफ़ थी। 85 00:06:38,791 --> 00:06:41,250 आलम और बिब्बो हमसे तो जनी, लेकिन… 86 00:06:42,666 --> 00:06:44,666 दिल से वो कभी तवायफ थी ही नहीं। 87 00:06:47,625 --> 00:06:50,041 हमारे बाद अगर किसी के पास, 88 00:06:50,625 --> 00:06:54,125 साज़िश, फ़रेब, चालबाज़ी और कमीनापन है, 89 00:06:56,125 --> 00:06:57,541 तो सिर्फ़ आप में। 90 00:06:57,958 --> 00:07:01,625 और क्या। शराफ़त के लिए शरीफ़ज़ादियाँ हैं, न। 91 00:07:08,541 --> 00:07:09,375 फरीदन, 92 00:07:11,041 --> 00:07:14,166 ऊपर वाले ने दोनों हाथों से दुश्मन दिए हैं। 93 00:07:14,916 --> 00:07:18,291 अंग्रेज़, नवाब, वक्त। 94 00:07:19,208 --> 00:07:20,833 सब दुश्मन बन बैठे हैं। 95 00:07:22,708 --> 00:07:24,541 इस वक्त भी हम एक न हुए, न, 96 00:07:25,791 --> 00:07:27,250 हम मिट जाएंगे। 97 00:07:28,208 --> 00:07:30,583 आप और हम मिट जाएं, हमें कोई ग़म नहीं। 98 00:07:31,083 --> 00:07:34,958 लेकिन, हीरामंडी का वजूद मिट जाए, 99 00:07:37,291 --> 00:07:38,750 ये हमें मंज़ूर नहीं। 100 00:07:40,708 --> 00:07:41,541 हमें भी नहीं। 101 00:07:48,208 --> 00:07:49,041 चाबियाँ? 102 00:07:52,041 --> 00:07:54,250 ये चाबियाँ तो आपसे छीनकर ही लेंगे। 103 00:07:55,458 --> 00:07:59,375 [तेज़ संगीत बज रहा है] 104 00:08:09,958 --> 00:08:11,583 [मल्लिका की आवाज़] आपा! 105 00:08:11,958 --> 00:08:14,125 [बच्ची फरीदन की आवाज़] वहीदा खाला। हमारी अम्मी? 106 00:08:14,541 --> 00:08:16,083 हमारी अम्मी को क्या हुआ? 107 00:08:16,291 --> 00:08:17,500 [मल्लिका की आवाज़] आपा! 108 00:08:17,833 --> 00:08:23,083 सत्तो, फत्तो, वहीदा! रेहाना आपा ने ख़ुदकुशी कर ली! 109 00:08:23,708 --> 00:08:25,750 [वहीदा की आवाज़] चलो। फरीदन, चलो! 110 00:08:27,291 --> 00:08:31,083 [बाग़ी 1] जब तक शहर का माहौल ठीक नहीं होता, छिपे रहना ही बेहतर है। 111 00:08:31,333 --> 00:08:33,166 [बाग़ी 2] लेकिन, ये सब हथियार लेकर हम जाएंगे कहाँ? 112 00:08:33,250 --> 00:08:36,583 [बिब्बो] हीरामंडी। वहाँ बागियों को ढूंढने पुलिस कभी नहीं आएगी। 113 00:08:36,958 --> 00:08:37,791 क्यों? 114 00:08:39,000 --> 00:08:41,291 [बिब्बो] हीरामंडी की तवायफें लाहौर की रानियां हैं। 115 00:08:41,750 --> 00:08:43,708 [बिब्बो] और रानी के महल में छापे नहीं पड़ते। 116 00:08:45,875 --> 00:08:48,250 दुनिया आपके बग़ावत के किस्से दोहराएगी। 117 00:08:49,083 --> 00:08:50,250 हम तवायफों के नहीं। 118 00:08:52,250 --> 00:08:54,583 हमारी क़ुर्बानी तारीख भले ही भूल जाए। 119 00:08:55,250 --> 00:08:57,166 ये मिट्टी हमें हमेशा याद रखेगी। 120 00:08:58,375 --> 00:08:59,541 [बाग़ी 1] हम आपकी कुर्बानियों का-- 121 00:08:59,625 --> 00:09:01,333 [दरवाज़ा खटखटाने की आवाज़ आती है] दरवाज़ा खोलो! 122 00:09:01,625 --> 00:09:03,291 [सिपाही] खोलो दरवाज़ा! [हमीद साहब] वक्त आ गया है। 123 00:09:03,958 --> 00:09:05,375 [हमीद साहब] मरेंगे नहीं, मारेंगे। 124 00:09:05,500 --> 00:09:06,666 [दरवाज़ा खटखटाता है] 125 00:09:07,041 --> 00:09:09,375 [दरवाज़ा खुलने की आवाज़] 126 00:09:09,458 --> 00:09:10,791 [गोलियाँ चलती हैं] 127 00:09:11,000 --> 00:09:12,833 -इंकलाब! -ज़िंदाबाद! 128 00:09:23,083 --> 00:09:24,333 [पुलिस 1] ले। 129 00:09:24,708 --> 00:09:26,291 [पुलिस 2] अभी तो जीत गया, न? ये देख। 130 00:09:29,166 --> 00:09:31,666 [पुलिस 1] अब तो आ गया, न। [संदूक गिरने की आवाज़] 131 00:09:33,458 --> 00:09:34,416 कौन है वहाँ? 132 00:09:37,291 --> 00:09:38,916 अरे, कौन है वहाँ? बाहर आओ! 133 00:09:42,291 --> 00:09:43,208 बाहर निकलो! 134 00:09:43,833 --> 00:09:45,250 आप सब लोग निकलिए। 135 00:09:45,541 --> 00:09:46,875 -इन्हें मैं संभालता हूँ। -बाहर निकलो, 136 00:09:46,958 --> 00:09:48,583 -नहीं तो गोली मार दूंगा। -रिज़वान, पागल मत बन। 137 00:09:48,666 --> 00:09:50,208 -गुरदास छोड़। मैं संभालता हूँ। -रिज़वान! 138 00:09:50,291 --> 00:09:51,375 -बाहर निकलो! -छोड़ मुझे! 139 00:09:51,833 --> 00:09:53,166 -रिज़वान! -[रिज़वान] इंकलाब! 140 00:09:53,875 --> 00:09:55,166 -ज़िंदाबाद! -रुक जाओ। 141 00:09:55,958 --> 00:09:58,250 इंकलाब ज़िंदाबाद! 142 00:09:58,666 --> 00:10:00,958 -इंकलाब ज़िंदाबाद! -रुक जाओ! 143 00:10:01,375 --> 00:10:03,541 इंकलाब ज़िंदाबाद! 144 00:10:04,166 --> 00:10:08,291 [सिपाही 2] गोली चला देंगे, रुक जाओ! [रिज़वान] इंकलाब ज़िंदाबाद! 145 00:10:08,916 --> 00:10:11,666 [सिपाही 1] अपनी जान की परवाह है तो रुक जा! [बिब्बो] चलिए, जल्दी। 146 00:10:11,750 --> 00:10:13,958 [रिज़वान] इंकलाब ज़िंदाबाद! 147 00:10:14,916 --> 00:10:16,208 -आइए। -चलिए। 148 00:10:16,375 --> 00:10:17,875 [रिज़वान] इंकलाब ज़िंदाबाद! 149 00:10:17,958 --> 00:10:19,708 [बिब्बो] जल्दी। जल्दी करिए। आइए। 150 00:10:21,541 --> 00:10:22,375 [ऱिज़वान] इंकलाब! 151 00:10:22,458 --> 00:10:23,875 [गोली चलने की आवाज़ आती है] 152 00:10:25,291 --> 00:10:27,000 [बाग़ी मित्र] रिज़वान! रिज़वान! 153 00:10:28,000 --> 00:10:28,833 [बाग़ी मित्र] पकड़ो इसे। 154 00:10:28,916 --> 00:10:30,000 [बाग़ी मित्र] मार दिया रिज़वान को। 155 00:10:30,083 --> 00:10:31,916 [बाग़ी मित्र] मरा नहीं है वो, शहीद हुआ है। 156 00:10:32,333 --> 00:10:33,375 [बाग़ी मित्र] शहीद हुआ है वो। 157 00:10:33,541 --> 00:10:35,875 ला इलाहा इल्लल्लाह। 158 00:10:36,833 --> 00:10:39,250 मोहम्मद-उर-रसूलल्लाह। 159 00:10:40,416 --> 00:10:44,750 ला इलाहा इल्लल्लाह, मोहम्मद-उर-रसूलल्लाह। 160 00:10:51,208 --> 00:10:52,250 [बिब्बो] आइए, जल्दी कीजिए। 161 00:10:52,583 --> 00:10:55,250 [मल्लिका] ये चोर नहीं हैं कि इन्हें तहखाने में ले जाया जाए। 162 00:10:57,125 --> 00:11:00,083 [मल्लिका] बल्कि इस मुल्क की आज़ादी के मुजाहिदीन हैं। 163 00:11:01,000 --> 00:11:03,958 [मल्लिका] इन्हें लज्जो के कमरे में ठहराइए। बाइज़्ज़त। 164 00:11:10,083 --> 00:11:11,083 [मल्लिका] सत्तो, फत्तो। 165 00:11:12,333 --> 00:11:15,291 [सत्तो सहम कर चिल्लाने लगती है] 166 00:11:15,416 --> 00:11:17,125 चुप कर मरजानिए। हुज़ूर हैं। 167 00:11:17,791 --> 00:11:18,625 खाना बनाओ। 168 00:11:19,500 --> 00:11:21,041 अभी? आपके लिए? 169 00:11:22,000 --> 00:11:24,083 -आठ लोगों के लिए। -जी? 170 00:11:27,291 --> 00:11:30,333 [मल्लिका] क्या हुआ, बिब्बो? आप सब खाना क्यों नहीं खा रहे हैं? 171 00:11:32,208 --> 00:11:33,041 [बाग़ी] कैसे खाएँ? 172 00:11:34,083 --> 00:11:38,333 हमारे साथी रिज़वान की लाश बाहर गली में लावारिस पड़ी है। 173 00:11:40,208 --> 00:11:43,291 इस वक्त इस मुल्क में न जाने कितने रिज़वान 174 00:11:44,416 --> 00:11:47,208 अपनी जान मुस्कुरा कर कुर्बान कर रहे हैं। 175 00:11:48,083 --> 00:11:52,208 ये जानकर कि उनकी लगाई हुई इंकलाब की चिंगारी 176 00:11:52,875 --> 00:11:56,041 [मल्लिका] आग बनकर अंग्रेज़ी हुकूमत को राख कर देगी। 177 00:11:59,583 --> 00:12:02,750 चलिए, बिब्बो। पहला निवाला आप लीजिए। 178 00:12:11,083 --> 00:12:12,666 [बाग़ी] बिस्मिल्लाह ए रहमान ए रहीम। 179 00:12:12,916 --> 00:12:14,750 [बाग़ी] बिस्मिल्लाह ए रहमान ए रहीम। 180 00:12:16,750 --> 00:12:19,666 -[बाग़ी] बिस्मिल्लाह ए रहमान ए रहीम। -[बाग़ी] बिस्मिल्लाह ए रहमान ए रहीम। 181 00:12:20,958 --> 00:12:23,208 -[बाग़ी] बिस्मिल्लाह ए रहमान ए रहीम। -[बाग़ी] बिस्मिल्लाह ए रहमान ए रहीम। 182 00:12:28,041 --> 00:12:29,791 [फरीदन] हम आज से महफ़िल नहीं सजाएंगे। 183 00:12:30,333 --> 00:12:33,000 [फरीदन] क्योंकि अब हमारा मकसद इस मुल्क की आज़ादी है। 184 00:12:33,375 --> 00:12:35,208 [वली साहब] आप जानती भी हैं, क्या कह रही हैं? 185 00:12:36,458 --> 00:12:38,333 अंग्रेज़ इस मुल्क से कभी नहीं जाएंगे। 186 00:12:40,250 --> 00:12:41,250 यक़ीनन जाएंगे। 187 00:12:47,000 --> 00:12:48,708 अगर आप और हम साथ मिलकर-- 188 00:12:49,875 --> 00:12:52,125 नवाब और तवायफ कभी साथ नहीं चलते, फरीदन। 189 00:12:54,250 --> 00:12:56,541 हम कब्र भी औरों से ऊंची बनवाते हैं। 190 00:12:57,541 --> 00:13:01,291 जब मौत में रुतबा नहीं भूलते, तो जीते-जी कैसे भूल जाएँ। 191 00:13:02,708 --> 00:13:04,208 लेकिन, शायद आप भूल रही हैं। 192 00:13:05,291 --> 00:13:07,333 हम चौधरी साहब की तरह आपके ग़ुलाम नहीं। 193 00:13:08,458 --> 00:13:11,458 -साहब हैं, ख्वाबगाह के। -थे। 194 00:13:12,750 --> 00:13:16,083 साहब थे। आप भी और वो भी। 195 00:13:18,083 --> 00:13:20,083 मगर हमने चौधरी साहब को आज़ादी दे दी। 196 00:13:20,791 --> 00:13:21,625 और हमें? 197 00:13:24,291 --> 00:13:25,125 इजाज़त। 198 00:13:26,875 --> 00:13:29,666 ताल्लुक तोड़ने के बाद, अगर आप हमसे नफ़रत करना चाहें, 199 00:13:30,541 --> 00:13:32,041 तो हमारी इजाज़त है। 200 00:13:32,583 --> 00:13:35,041 जिस जंग का हिस्सा आप बनने जा रही हैं, 201 00:13:36,000 --> 00:13:37,875 उसमें आपकी जीत नामुमकिन है। 202 00:13:39,250 --> 00:13:41,958 फिर भी, आपकी जीत की दुआ करेंगे। 203 00:13:49,041 --> 00:13:49,875 ख़ुदा-हाफ़िज़। 204 00:13:54,458 --> 00:13:58,875 [गुरबख्श, पंजाबी में] आलम बीबी, क्या कहूं दो दिनों से न दवाई खाई, न बिस्तर से उठीं 205 00:13:59,291 --> 00:14:01,458 [गुरबख्श, पंजाबी में] बस तुम्हारे नाम की रट लगाए बैठी हैं। 206 00:14:01,791 --> 00:14:05,750 मैं तो कह कह के थक गई हूँ। रब की सौं। मेरा तो जी ही नहीं लगता। 207 00:14:06,583 --> 00:14:12,458 अच्छा हुआ आप आने को राज़ी हो गई आलम बीबी। कुदसिया बेगम दिनभर आलम-आलम पुकारती हैं। 208 00:14:19,625 --> 00:14:22,208 [ताजदार] सुबह आपके जाने से पहले अगर किसी ने आपको देख लिया, 209 00:14:23,500 --> 00:14:25,625 तो कहिएगा, आप हमारे दोस्त सरफ़राज़ की बहन हैं। 210 00:14:29,208 --> 00:14:31,541 और सरफ़राज़ की बहन का नाम क्या है? 211 00:14:36,625 --> 00:14:39,750 आलमज़ेब कैसा रहेगा? 212 00:14:41,041 --> 00:14:41,875 बहुत अच्छा। 213 00:14:46,625 --> 00:14:47,458 [गुरबख्श] आलम बीबी। 214 00:15:00,125 --> 00:15:00,958 [आलम] दादी जान। 215 00:15:04,250 --> 00:15:05,083 आलम? 216 00:15:07,708 --> 00:15:10,541 -कैसी हैं? -हम अच्छे हैं दादी जान। 217 00:15:11,583 --> 00:15:13,958 लेकिन, आप अच्छी होने से परहेज़ क्यों कर रही हैं? 218 00:15:15,083 --> 00:15:17,916 बताइए, दवाई खाने का क्या लेंगी आप? 219 00:15:18,833 --> 00:15:21,875 लेंगे नहीं… देंगे। 220 00:15:23,333 --> 00:15:25,708 शराफ़त, वो दीजिए हमें। 221 00:15:33,500 --> 00:15:34,333 पुश्तैनी है। 222 00:15:35,583 --> 00:15:37,666 ताजदार की बेग़म के लिए संभाल कर रखी थी। 223 00:15:38,250 --> 00:15:40,125 सोचा था, निकाह के बाद देंगे। 224 00:15:42,791 --> 00:15:43,625 ये अब आपकी हुई। 225 00:15:48,166 --> 00:15:53,833 आपको देख लिया। आपको आपकी अमानत सौंप दी। बस। 226 00:15:55,541 --> 00:15:57,375 अब हम चैन से जा सकते हैं। 227 00:15:57,666 --> 00:15:59,375 आप कहीं नहीं जाएंगी दादी जान। 228 00:16:00,000 --> 00:16:02,875 आपको तो ठीक होना है। ताजदार के लिए। 229 00:16:03,750 --> 00:16:05,958 आपको कुदसिया बुलाने वाले 230 00:16:07,333 --> 00:16:08,541 फिर से आने वाले हैं। 231 00:16:21,875 --> 00:16:24,458 [अशफाक] अंग्रेज़ सोच रहे हैं कि हीरामंडी की आड़ में, 232 00:16:24,541 --> 00:16:26,541 [अशफाक] हम नवाब उनके खिलाफ़ बग़ावत कर रहे हैं। 233 00:16:28,083 --> 00:16:31,000 [अशफाक] इससे पहले कि वो हमारी जायदाद ज़ब्त करना शुरू कर दें, 234 00:16:32,500 --> 00:16:34,916 [अशफाक] हमें हीरामंडी से अपना ताल्लुक खत्म कर लेना चाहिए। 235 00:16:35,208 --> 00:16:37,375 [वली साहब] इतनी बेरहमी की क्या ज़रूरत है, अशफाक साहब? 236 00:16:38,333 --> 00:16:40,916 आख़िर हीरामंडी हम नवाबों ने ही बसाई है। 237 00:16:41,000 --> 00:16:43,958 इसलिए नहीं बसाई है कि खुद ही उजड़ जाएं। 238 00:16:46,166 --> 00:16:47,958 वो औरतें उन बागियों का साथ दे रही हैं। 239 00:16:49,166 --> 00:16:51,416 कांच की गुड़िया से हाथ कटने लगे, 240 00:16:53,083 --> 00:16:54,541 तो उसे फेंकना पड़ता है। 241 00:16:56,041 --> 00:17:00,125 [अंग्रेज़ी में] मैंने अपना फैसला कर लिया। चलिए, हीरामंडी का बॉयकॉट करते हैं। 242 00:17:01,333 --> 00:17:04,833 आज से कोई नवाब हीरामंडी नहीं जाएगा। 243 00:17:06,833 --> 00:17:08,166 न क़द्रदान बनकर। 244 00:17:10,375 --> 00:17:11,500 ना हमदर्द बनकर। 245 00:17:18,708 --> 00:17:20,833 [उस्तादजी] हुज़ूर, ये क्या कर रही हैं आप? 246 00:17:21,333 --> 00:17:24,833 वहीदा को सजा रहे हैं। महफ़िल का वक्त हो गया है। ये देखिए। 247 00:17:25,291 --> 00:17:26,833 किस तरह की महफ़िल, हुज़ूर? 248 00:17:27,625 --> 00:17:29,666 चार रोज़ से हीरामंडी वीरान पड़ी है। 249 00:17:29,958 --> 00:17:32,750 कोठे सूने। आप… आप ये झरोखे देखें। 250 00:17:32,875 --> 00:17:35,333 कल तक जहां लौंडिया नाचती थी, सब बंद पड़े हैं। 251 00:17:35,708 --> 00:17:37,166 मेरा तो कलेजा मुंह को आ रहा है। 252 00:17:37,833 --> 00:17:41,208 कोई आए न आए, शाही महल की शमा जलती रहनी चाहिए। 253 00:17:41,916 --> 00:17:46,208 हुज़ूर, हम दर-दर पे दस्तक देकर आ रहे हैं। कोई नवाब नहीं आना चाहता। 254 00:17:46,375 --> 00:17:48,250 [ज़ेवरात गिरने की झनकार गूँज जाती है] 255 00:17:48,458 --> 00:17:50,833 नवाब नहीं आए, तो जीना छोड़ दें हम? 256 00:17:52,833 --> 00:17:54,625 हम तवायफ हैं, उस्तादजी। 257 00:17:55,875 --> 00:18:00,000 सजना, महफ़िल सजाना, हमारा पेशा है। और हम आखिरी दम तक करेंगे। 258 00:18:02,583 --> 00:18:06,166 अरे… ये देखिए। 259 00:18:07,875 --> 00:18:11,666 पटियाला के महाराज ने हमें दी थी। फ़िदा हो गए थे हम पर। 260 00:18:13,416 --> 00:18:14,458 ये… ये रखिए। 261 00:18:17,458 --> 00:18:18,583 [उस्तादजी] ठीक है, हुज़ूर। 262 00:18:19,666 --> 00:18:21,333 अगर आपकी यही मर्ज़ी है, 263 00:18:22,875 --> 00:18:26,333 तो फिर वो दिन दूर नहीं जब लाहौर के अफ़सर, मुंशी, दरोगा, 264 00:18:26,666 --> 00:18:28,500 ये ही सब आएंगे मुजरा देखने। 265 00:18:29,291 --> 00:18:32,041 अशर्फ़ियों की जगह, कौड़ियां लुटाएंगे। 266 00:18:34,000 --> 00:18:36,458 हुज़ूर, हीरामंडी को आप ही बचा सकती हैं। 267 00:18:37,541 --> 00:18:40,416 -एक दफ़े जुल्फिकार साहब से बात तो कर-- -[वहीदा] क्यों? 268 00:18:41,750 --> 00:18:42,875 ख़ुद को ज़लील करवाने? 269 00:18:44,625 --> 00:18:46,958 आपा जुल्फिकार साहब के पास हरगिज़ नहीं जाएंगी। 270 00:18:49,500 --> 00:18:52,958 महफ़िल का वक्त हो गया है। चलिए, उस्तादजी। 271 00:18:55,083 --> 00:18:56,708 क़द्रदान तो आप लाए नहीं। 272 00:18:57,875 --> 00:18:59,833 कम से कम शमा बुझाने आ जाइए। 273 00:19:30,041 --> 00:19:33,041 {\an8}[बग्घी के चलने की आवाज़ आ रही है] 274 00:19:33,333 --> 00:19:37,833 {\an8}मुबारक मंज़िल 275 00:19:50,083 --> 00:19:50,916 कहिए? 276 00:19:54,000 --> 00:19:55,333 [मल्लिका] सलाम, नसरीन बेग़म। 277 00:19:56,125 --> 00:19:56,958 यहाँ क्यों आई हैं? 278 00:19:57,625 --> 00:19:59,791 हमारा जुल्फिकार साहब से मिलना बहुत ज़रूरी है। 279 00:20:00,750 --> 00:20:02,250 नवाब साहब आपसे नहीं मिल सकते। 280 00:20:03,791 --> 00:20:05,875 शरबत खत्म हो जाए, तो चली जाइएगा। 281 00:20:06,125 --> 00:20:07,000 बेग़म साहिबा। 282 00:20:08,208 --> 00:20:11,791 नवाब हीरामंडी नहीं आए, तो हम सब तबाह हो जाएंगे। 283 00:20:13,000 --> 00:20:16,250 सिर्फ़ जुल्फिकार साहब हैं, जो बाकी नवाबों को समझा सकते हैं। 284 00:20:17,125 --> 00:20:18,875 और हीरामंडी को बचा सकते हैं। 285 00:20:23,333 --> 00:20:27,333 जो मर्द अपनी बीवी का न हो सका, वो तवायफ का क्या होगा। 286 00:20:28,875 --> 00:20:33,166 ख़ान बहादुर जुल्फिकार के सिर्फ़ नाम में बहादुर है, फ़ितरत में नहीं। 287 00:20:33,583 --> 00:20:35,166 तो आप समझाइए न उन्हें। 288 00:20:35,875 --> 00:20:40,250 हम पर नहीं, हीरामंडी की तमाम औरतों पर तरस कीजिए। 289 00:20:40,791 --> 00:20:44,541 आज तक किसी तवायफ को किसी बीवी पे तरस नहीं आया। 290 00:20:46,083 --> 00:20:48,791 तो आज एक बीवी को तवायफ पे तरस क्यों आए? 291 00:20:51,000 --> 00:20:52,208 घर जाइए, मल्लिका। 292 00:20:55,833 --> 00:20:58,250 [फूफी] मर्दों से बिस्तर की रस्में पूरी नहीं होती। 293 00:20:59,375 --> 00:21:01,541 तो, कसमें क्या ख़ाक पूरी होंगी। 294 00:21:02,750 --> 00:21:04,208 अरे, हम तो पहले से जानते थे, 295 00:21:05,166 --> 00:21:06,958 कोई नवाब हमारे साथ नहीं होगा। 296 00:21:07,291 --> 00:21:10,708 मर्द साथ छोड़ देते हैं, मिट्टी नहीं छोड़ती। 297 00:21:12,208 --> 00:21:14,458 तो एक बार मिट्टी का साथ देकर देखते हैं। 298 00:21:14,708 --> 00:21:17,666 ये बग़ावत का फ़ितूर अपने सिर से उतार दो, फरीदन! 299 00:21:17,916 --> 00:21:21,541 [बिब्बो] बग़ावत फ़ितूर नहीं, फ़र्ज़ है। 300 00:21:28,458 --> 00:21:29,791 हम भी इस मुल्क का हिस्सा हैं। 301 00:21:30,750 --> 00:21:35,041 और जब मुल्क जल रहा हो, तो महफ़िल सजाकर नहीं बैठा जाता। 302 00:21:36,625 --> 00:21:39,000 आज़ादी की क़ीमत हमसे ज़्यादा कौन जानता है। 303 00:21:40,083 --> 00:21:42,666 शराफ़त हमने छोड़ दी, मोहब्बत ने हमें छोड़ दिया। 304 00:21:43,625 --> 00:21:46,916 अब सिर्फ़ बग़ावत हमारी ज़िंदगी को मायने दे सकती है। 305 00:21:47,666 --> 00:21:53,583 बस एक बार… बस एक बार मुजरे वाली नहीं, मुल्क वाली बनकर सोचिए। 306 00:21:54,666 --> 00:21:55,750 क्यों फैलाएं हम हाथ? 307 00:21:57,125 --> 00:22:00,375 इतनी भरी पड़ी हैं हमारी तिजोरियां। कोई यहाँ भूखा नहीं रहेगा! 308 00:22:03,916 --> 00:22:07,500 आज से हीरामंडी का सिर किसी के सामने नहीं झुकेगा। 309 00:22:09,250 --> 00:22:12,750 हीरामंडी की कोई औरत, कोई बच्चा किसी का ग़ुलाम नहीं रहेगा। 310 00:22:13,875 --> 00:22:15,583 न अंग्रेज़ों का, न नवाबों का। 311 00:22:18,333 --> 00:22:22,000 [बाग़ी] हमीद साहब, समझने की कोशिश कीजिए। हमें इससे बेहतर मौका नहीं मिलेगा। 312 00:22:22,458 --> 00:22:25,500 इम्पीरियल पुलिस के जलसे में हेंडर्सन तकरीर करने वाला है। 313 00:22:25,750 --> 00:22:28,833 -बाहर पहरा भी कम होगा। बलराज और हम आसानी-- -हम जानते हैं, नवाज़। 314 00:22:29,791 --> 00:22:31,791 लेकिन, हालात पूरी तरह से बदल चुके हैं। 315 00:22:33,416 --> 00:22:34,666 ताजदार, रिज़वान। 316 00:22:35,625 --> 00:22:37,541 और किसी साथी को खोना नहीं चाहते हैं हम। 317 00:22:38,208 --> 00:22:40,416 तो क्या हम यहाँ मुजरिमों की तरह छुपे बैठे रहेंगे? 318 00:22:41,500 --> 00:22:43,916 हेंडर्सन पर हमला करना कोई मज़ाक नहीं है, उमेश। 319 00:22:46,625 --> 00:22:48,625 हमें सही मौके का इंतज़ार करना होगा। 320 00:22:49,000 --> 00:22:51,500 इंतज़ार क्यों, हमीद साहब? मौका हमारे सामने है। 321 00:22:53,083 --> 00:22:56,208 हेंडर्सन हमारा आशिक है। और उसने हमें जलसे में बुलाया है। 322 00:22:56,500 --> 00:22:59,125 -गोली कौन चलाएगा? आप? -हाँ। 323 00:23:00,833 --> 00:23:01,708 हम उसे मारेंगे। 324 00:23:02,416 --> 00:23:04,125 आप जानती भी हैं, आप क्या कह रही हैं? 325 00:23:05,333 --> 00:23:06,583 इसका अंजाम सिर्फ़ मौत है। 326 00:23:07,291 --> 00:23:09,500 इस मुल्क के लिए कुर्बानी सिर्फ़ बेटे ही क्यों, 327 00:23:10,791 --> 00:23:12,083 हम बेटियाँ भी दे सकती हैं। 328 00:23:14,625 --> 00:23:17,458 [हेंडर्सन, अंग्रेज़ी में] क्राउन ने अपनी कॉलोनियों के लिए 329 00:23:17,583 --> 00:23:19,375 जो किया है, वह कोई और शासक नहीं कर सकता। 330 00:23:19,458 --> 00:23:22,625 [हेंडर्सन, अंग्रेज़ी में] आज के भारत को देखिए, हम शिक्षा, 331 00:23:23,041 --> 00:23:26,958 रेलमार्ग और पोस्टल सेवा इस युद्ध से ग्रस्त देश में लेकर आए। 332 00:23:27,250 --> 00:23:31,333 [हेंडर्सन, अंग्रेज़ी में] और, आप हिटलर की यातनाओं से बचे हुए हैं, 333 00:23:31,583 --> 00:23:34,375 [हेंडर्सन, अंग्रेज़ी में] क्योंकि आपको ब्रिटिश सुरक्षा मिली हुई है। 334 00:23:34,458 --> 00:23:35,625 [तालियों की गड़गड़ाहट] 335 00:23:35,833 --> 00:23:40,125 [हेंडर्सन, अंग्रेज़ी में] हालांकि, पश्चिमी दुनिया में अब भी अन्याय हो रहा है। 336 00:23:40,500 --> 00:23:42,583 [हेंडर्सन, अंग्रेज़ी में] तो, हमें साथ मिलकर लड़ना चाहिए। 337 00:23:43,333 --> 00:23:47,708 [अंग्रेज़ी में] इसलिए, भारतीय सैनिक हमारी सेना के साथ मिलकर लड़ेंगे। 338 00:23:47,916 --> 00:23:50,916 [हेंडर्सन, अंग्रेज़ी में] ताकि हम फ़ासिस्ट नाज़ियों को हरा सकें! 339 00:23:55,541 --> 00:23:57,583 कार्टराईट, इसे गिरफ़्तार करो! 340 00:23:58,333 --> 00:24:02,083 [हॉल में भगदड़ मच जाती है] [हेंडर्सन कराहते हुए गिर जाता है] 341 00:24:10,000 --> 00:24:14,166 [गोलियों की आवाज़ें गूँज रही हैं] 342 00:24:14,250 --> 00:24:15,458 [आलमज़ेब चिल्लाती है] हमीद साहब! 343 00:24:16,583 --> 00:24:18,208 हमीद साहब! 344 00:24:19,500 --> 00:24:21,416 [कार्टराईट, अंग्रेज़ी में] गोली मत मारना! उसे ज़िंदा रखो! 345 00:24:24,625 --> 00:24:27,125 हमीद साहब। हमीद साहब! 346 00:24:28,500 --> 00:24:30,541 इंकलाब ज़िंदाबाद! 347 00:24:30,916 --> 00:24:33,125 इंकलाब ज़िंदाबाद! 348 00:24:46,791 --> 00:24:49,583 [उस्तादजी] हुज़ूर, जनरल हेंडर्सन का कत्ल हो गया है। 349 00:24:49,750 --> 00:24:51,458 [सत्तो] क्या? हेंडर्सन का कत्ल? 350 00:24:51,541 --> 00:24:53,958 [फत्तो] हुज़ूर! ऊपर वाले ने हमारी सुन ली। 351 00:24:54,208 --> 00:24:57,583 -इन अंग्रेज़ों का तो ऐसे ही-- -उसका तो बहुत पहले कत्ल हो जाना चाहिए था। 352 00:24:58,583 --> 00:25:01,833 आज शाम को फ़कीरों में खाना बाटेंगे। 353 00:25:01,916 --> 00:25:04,416 -कत्ल हमारी बिब्बो ने किया है। -[फत्तो चौंककर साँस अंदर खींचती है] 354 00:25:04,541 --> 00:25:06,291 [उस्तादजी] गोली सीधा सीने में लगी। 355 00:25:06,375 --> 00:25:08,666 -[फत्तो] हाय रब्बा। -[उस्तादजी] गिरफ़्तार करके ले गए उसे। 356 00:25:13,541 --> 00:25:17,375 [काँपती हुई आवाज़ में] जो बच्ची चींटी नहीं मार सकती थी, 357 00:25:17,458 --> 00:25:19,875 उसने अंग्रेज़ों के अफ़सर को मारा है। 358 00:25:22,916 --> 00:25:24,833 दिलेर बच्ची है हमारी। 359 00:25:25,250 --> 00:25:30,458 [उस्तादजी] उसकी ये दिलेरी हीरामंडी की एक-एक तवायफ़ पे भारी पड़ेगी। 360 00:25:31,666 --> 00:25:34,166 [उस्तादजी] बाल पकड़ के घसीटते हुए ले जाएंगे सबके। 361 00:25:35,708 --> 00:25:37,541 [उस्तादजी] बंद करवा देंगे ये कोठे अंग्रेज़। 362 00:25:38,666 --> 00:25:39,583 तो करवा दें। 363 00:25:41,666 --> 00:25:47,000 अब हीरामंडी में महफ़िल शब-ए-आज़ादी पर ही सजेगी। 364 00:25:49,958 --> 00:25:53,375 [कोड़ों की मार और बिब्बो के चिल्लाने की आवाज़ें आ रही हैं] 365 00:25:59,250 --> 00:26:01,000 [दरवाज़ा खुलने की आवाज़ आती है] 366 00:26:02,333 --> 00:26:05,458 ये ब्रिटिश मेहमाननवाज़ी खूब जंच रही है तुम पर तवायफ। 367 00:26:05,541 --> 00:26:08,166 [बिब्बो हँसती है, पुलिस वाला ज़ोर की आवाज़ के साथ कोड़ा मारता है] 368 00:26:08,500 --> 00:26:11,083 सज़ा-ए-मौत से बचने का एक ही रास्ता है। 369 00:26:13,375 --> 00:26:14,250 सब बता दो! 370 00:26:15,666 --> 00:26:18,291 तुम्हारे फ़रार साथियों के नाम क्या हैं? 371 00:26:20,500 --> 00:26:21,333 आज़ादी। 372 00:26:21,666 --> 00:26:23,125 [ज़ोर से तमाचे की आवाज़ गूँजती है] 373 00:26:25,458 --> 00:26:27,666 हमीद मोहसिन का असली मकसद क्या था? 374 00:26:30,166 --> 00:26:31,000 आज़ादी। 375 00:26:34,958 --> 00:26:40,500 तुम जानती हो, तुम्हारी इस बग़ावत का अंजाम क्या होगा? 376 00:26:44,833 --> 00:26:45,666 आज़ादी। 377 00:26:48,625 --> 00:26:50,875 [फिर से कोड़ा पड़ता है] 378 00:26:53,791 --> 00:26:56,625 [मल्लिका] फरीदन, क्या हुआ? 379 00:26:58,916 --> 00:27:01,458 अंग्रेज़ कल रात बिब्बोजान को सज़ा-ए-मौत देने वाले हैं। 380 00:27:01,583 --> 00:27:03,041 [सभी चौंककर साँस अंदर खींचती हैं] क्या? 381 00:27:03,125 --> 00:27:05,666 [फत्तो] हाय, रब्बा! बेड़ा गर्क हो इन अंग्रेज़ों का! 382 00:27:05,750 --> 00:27:08,250 -नस्लें बर्बाद हों इनकी! दोज़ख में जाएँ! -[फूफी] फातिमा! 383 00:27:09,166 --> 00:27:11,250 चुप कर! बैठ जा! 384 00:27:11,625 --> 00:27:14,666 [पंजाबी में] इन कमीनों को रब कभी माफ़ न करे। 385 00:27:15,000 --> 00:27:16,125 [वहीदा] बग्घी निकलवाओ सत्तो। 386 00:27:17,000 --> 00:27:19,416 हम शहर के सबसे बड़े वकीलों के पास जाएंगे। 387 00:27:20,291 --> 00:27:23,458 -आपा सबसे ऊंची अदालत में जाकर-- -[फरीदन] कोई सुनवाई नहीं होगी! 388 00:27:24,375 --> 00:27:26,166 हमने कोशिश की, हमें मिलने तक नहीं दिया। 389 00:27:26,916 --> 00:27:29,166 नवाबों को चुप कराने के लिए ताजदार को मिसाल बनाया। 390 00:27:29,250 --> 00:27:31,166 और हमें चुप कराने के लिए बिब्बो-- 391 00:27:34,166 --> 00:27:35,708 खाला, अब हमें ही कुछ करना होगा। 392 00:27:36,166 --> 00:27:37,291 [मल्लिका तकलीफ़ से हंसती है] 393 00:27:37,958 --> 00:27:40,416 कर तो रहे हैं। फ़ख़्र। 394 00:27:41,791 --> 00:27:46,708 हमारी बच्ची हीरामंडी की… पहली शहीद कहलाई जाएगी। 395 00:27:47,958 --> 00:27:50,916 आज तक हम सिर्फ़ तवायफें थीं। 396 00:27:52,458 --> 00:27:56,000 आज के बाद, हम वतनपरस्त भी हैं। 397 00:27:57,291 --> 00:28:01,333 खाला जान, इसलिए हमारा फ़र्ज़ है कि हम बिब्बो के पास जाएँ। 398 00:28:02,083 --> 00:28:04,750 उसे इस वक्त मालूम होना चाहिए कि वो अकेली नहीं। 399 00:28:04,916 --> 00:28:05,958 लेकिन, जाएंगे कैसे? 400 00:28:06,958 --> 00:28:08,541 [पंजाबी में] शहर में तो कर्फ्यू लगा है। 401 00:28:08,958 --> 00:28:10,000 तोड़ कर जाएंगे! 402 00:28:10,333 --> 00:28:12,791 ओ मरजानिए, अंग्रेज़ गोलियों से भून देंगे! 403 00:28:13,083 --> 00:28:16,875 हाँ, तो भूनने दो! जान ही तो है। मिट्टी पे वार देंगे! 404 00:28:18,291 --> 00:28:20,458 [फूफी] बग़ावत करने का वक़्त आ गया है, मल्लिका। 405 00:28:21,208 --> 00:28:22,708 रानियां बग़ावत नहीं, 406 00:28:25,083 --> 00:28:26,291 जंग करती हैं। 407 00:28:27,500 --> 00:28:30,583 अब लाहौर की रानियां सड़कों पर उतरेंगी। 408 00:28:35,583 --> 00:28:37,333 [कोई दरवाज़ा खटखटा रहा है] 409 00:28:41,708 --> 00:28:43,291 -कौन? -[उस्तादजी] हम हैं, उस्ताद। 410 00:28:45,333 --> 00:28:46,500 आलम, दरवाज़ा खोलो। 411 00:28:49,083 --> 00:28:50,083 आप यहाँ? इस वक्त? 412 00:28:50,291 --> 00:28:52,583 आप अंदर चलो, सब बताते हैं। आओ। 413 00:28:53,958 --> 00:28:55,375 [दरवाज़ा बंद करने की आवाज़ आती है] 414 00:28:56,750 --> 00:28:58,375 क्या हुआ, उस्तादजी? सब ख़ैरियत? 415 00:28:58,583 --> 00:28:59,833 बहुत बुरा वक्त है, बीबी। 416 00:29:00,666 --> 00:29:01,916 मुझे तो कुछ समझ नहीं आ रहा। 417 00:29:02,333 --> 00:29:04,250 शाही महल की शमें बुझी पड़ी हैं। 418 00:29:05,041 --> 00:29:08,583 अब इस अंधेरे को रौशन करने का ज़िम्मा, इस चांद पर। 419 00:29:08,875 --> 00:29:10,375 क्या चांद, उस्तादजी? 420 00:29:11,125 --> 00:29:13,958 बीबी, कद्रदान तो अब रहे नहीं। 421 00:29:14,416 --> 00:29:17,458 ख़रीदार हैं। तुम्हारे लिए एक ख़रीदार लाया हूँ। 422 00:29:18,875 --> 00:29:19,708 कार्टराईट। 423 00:29:21,708 --> 00:29:24,666 बस एक रात के लिए आपको खरीदना चाहता है। 424 00:29:26,083 --> 00:29:30,166 सौ सूअर मरे होंगे, तब जाके आप पैदा हुए हैं, उस्तादजी। 425 00:29:31,833 --> 00:29:34,916 इससे पहले कि हम आप पे हाथ उठाएं, यहाँ से चले जाइए। 426 00:29:35,083 --> 00:29:37,708 बीबी, आप मेरी बात नहीं समझ रही हैं। मैं-- 427 00:29:39,333 --> 00:29:42,458 उस कार्टराईट ने हमारे ताजदार की जान ली है। 428 00:29:42,666 --> 00:29:44,916 और आप चाहते हैं कि हम आपकी बात समझें? 429 00:29:45,666 --> 00:29:50,083 हमारी अम्मी को बेआबरू किया है और आप चाहते हैं कि हम आपकी बात समझें? 430 00:29:50,250 --> 00:29:53,250 -बीबी, आप-- -हमारी बिब्बो आपा को फांसी होने वाली है। 431 00:29:53,333 --> 00:29:56,041 और आप चाहते हैं कि हम आपकी बात समझें? 432 00:29:56,250 --> 00:29:58,750 -बेबी, मैं चाहती-- -हम पेट से हैं, उस्तादजी। 433 00:29:58,833 --> 00:30:02,791 और आप चाहते हैं कि हम उस कार्टराईट का बिस्तर गर्म करें? 434 00:30:03,708 --> 00:30:05,125 -जाइए यहाँ से! -बीबी, आप-- 435 00:30:06,291 --> 00:30:09,875 कहीं और जाके सौदा कीजिए। हीरामंडी में जिस्मों की कमी नहीं है। 436 00:30:14,583 --> 00:30:18,375 लेकिन, बीबी, आपके पास जिगरा है। 437 00:30:20,208 --> 00:30:22,541 आलम, इंतकाम ले अब। 438 00:30:26,708 --> 00:30:29,958 ये ही सही रास्ता है, कार्टराईट के पास जाने का। 439 00:30:32,041 --> 00:30:33,375 दोज़ख का कीड़ा। 440 00:30:34,375 --> 00:30:35,958 दो कौड़ी का दलाल। 441 00:30:36,041 --> 00:30:37,708 हाँ। मैं हूँ। 442 00:30:38,833 --> 00:30:41,750 लेकिन, शाही महल का वफ़ादार हूँ। 443 00:30:42,791 --> 00:30:45,625 इतनी-इतनी सी थी। तब से तुम्हें पाला है। 444 00:30:45,833 --> 00:30:49,125 निवाले अपने हाथों से, यहाँ सुलाया है। 445 00:30:50,916 --> 00:30:56,125 तुम सब की सब हरामज़ादियाँ, मेरे यहाँ रहती हो। समझी? 446 00:30:57,458 --> 00:30:59,833 कल तैयार रहना। मैं लेने आऊंगा। 447 00:31:11,041 --> 00:31:15,375 [जोश और बहादुरी से भरा संगीत बज रहा है] 448 00:32:21,416 --> 00:32:22,791 [दरवाज़ा खुलता है] 449 00:32:23,166 --> 00:32:28,208 [अंग्रेज़ी में] बिब्बोजान। उठो। जाने का समय हो गया। 450 00:32:31,666 --> 00:32:35,291 [अंग्रेज़ी में] चलो। समय हो गया। कोई आखिरी ख्वाहिश? 451 00:32:44,500 --> 00:32:49,333 ♪ हमें देखनी है आज़ादी ♪ 452 00:32:49,750 --> 00:32:54,750 ♪ हर हाल में हमें देखनी है ♪ 453 00:32:54,875 --> 00:33:00,416 ♪ हमें देखनी है आज़ादी ♪ 454 00:33:23,250 --> 00:33:28,166 ♪ हमें देखनी है आज़ादी ♪ 455 00:33:28,416 --> 00:33:33,375 ♪ हर हाल में हमें देखनी है ♪ 456 00:33:33,708 --> 00:33:38,750 ♪ हमें देखनी है आज़ादी ♪ 457 00:33:38,958 --> 00:33:43,666 ♪ हर हाल में हमें देखनी है ♪ 458 00:33:43,750 --> 00:33:49,166 ♪ हमें देखनी है आज़ादी ♪ 459 00:33:59,166 --> 00:34:04,208 ♪ मिट जाएगा नाम इस ज़ुलमत का ♪ 460 00:34:04,291 --> 00:34:09,541 ♪ लहराएगा परचम मोहब्बत का ♪ 461 00:34:14,291 --> 00:34:19,250 ♪ मिट जाएगा नाम इस ज़ुलमत का ♪ 462 00:34:19,625 --> 00:34:24,916 ♪ लहराएगा परचम मोहब्बत का ♪ 463 00:34:25,000 --> 00:34:29,875 ♪ शहरों-शहरों, गांवों-गांवों में ♪ 464 00:34:29,958 --> 00:34:35,041 ♪ हमें इश्क-ए-आज़ादी देखनी है ♪ 465 00:34:35,125 --> 00:34:40,291 ♪ हमें सुबह-ए-आज़ादी देखनी है ♪ 466 00:34:40,375 --> 00:34:45,666 ♪ हमें देखनी है आज़ादी ♪ 467 00:35:16,583 --> 00:35:21,083 ♪ सब ताज पड़े बेसुध होंगे ♪ 468 00:35:21,375 --> 00:35:26,291 ♪ हम अपने हाकिम ख़ुद होंगे ♪ 469 00:35:31,708 --> 00:35:36,791 ♪ सब ताज पड़े बेसुध होंगे ♪ 470 00:35:36,875 --> 00:35:42,041 ♪ हम अपने हाकिम ख़ुद होंगे ♪ 471 00:35:42,125 --> 00:35:46,791 ♪ भारत माँ की अज़मत को हमें ♪ 472 00:35:46,875 --> 00:35:52,166 ♪ बनते शहज़ादी देखनी है ♪ 473 00:35:52,250 --> 00:35:57,333 ♪ हमें सुबह-ए-आज़ादी देखनी है ♪ 474 00:35:57,416 --> 00:36:02,375 ♪ हमें देखनी है आज़ादी ♪ 475 00:36:02,458 --> 00:36:07,500 ♪ हर हाल में हमें देखनी है ♪ 476 00:36:07,583 --> 00:36:13,041 ♪ हमें देखनी है आज़ादी ♪ 477 00:36:59,916 --> 00:37:01,750 [अफ़सर, अंग्रेज़ी में] अपनी जगहें लो! 478 00:37:08,083 --> 00:37:09,583 [अफ़सर, अंग्रेज़ी में] निशाना लगाओ! 479 00:37:09,666 --> 00:37:12,541 [बंदूकें लोड करने की आवाज़ आती है] 480 00:37:13,291 --> 00:37:14,833 इंकलाब! 481 00:37:16,250 --> 00:37:17,875 [सभी तवायफ़ें] ज़िंदाबाद! 482 00:37:20,333 --> 00:37:22,375 [अंग्रेज़ी में] और, फ़ायर! 483 00:37:33,875 --> 00:37:38,708 ♪ हमें देखनी है आज़ादी ♪ 484 00:37:38,875 --> 00:37:44,083 ♪ हर हाल में हमें देखनी है ♪ 485 00:37:44,208 --> 00:37:49,208 ♪ हमें देखनी है आज़ादी ♪ 486 00:37:49,375 --> 00:37:54,208 ♪ हर हाल में हमें देखनी है ♪ 487 00:37:54,458 --> 00:37:59,791 ♪ हमें देखनी है आज़ादी ♪ 488 00:38:00,166 --> 00:38:02,000 [गोली चलने की आवाज़ आती है] 489 00:38:04,583 --> 00:38:07,375 [पुरुष आवाज़] सोने के पिंजरों में क़ैद इन तवायफों को 490 00:38:08,125 --> 00:38:10,500 [पुरुष आवाज़] आज़ादी की कीमत समझानी नहीं पड़ी। 491 00:38:12,166 --> 00:38:14,416 [पुरुष आवाज़] इन्होंने आज़ादी के लिए बग़ावत की। 492 00:38:15,708 --> 00:38:18,625 [पुरुष आवाज़] जंग लड़ी। कुर्बानियां दीं। 493 00:38:19,958 --> 00:38:22,708 [पुरुष आवाज़] मगर वक्त ने इनकी कुर्बानियों को भुला दिया। 494 00:38:24,541 --> 00:38:27,291 [पुरुष आवाज़] जो समाज औरत को जायदाद में हिस्सा नहीं दे पाता, 495 00:38:28,250 --> 00:38:30,083 [पुरुष आवाज़] वो तारीख में जगह क्या देता। 496 00:38:31,000 --> 00:38:33,458 [पुरुष आवाज़] पंद्रह अगस्त 1947 को 497 00:38:33,875 --> 00:38:35,833 [पुरुष आवाज़] आज़ादी की जंग खत्म हो गई। 498 00:38:37,583 --> 00:38:39,541 [पुरुष आवाज़] मगर औरत की जंग कभी खत्म नहीं होती। 499 00:38:40,875 --> 00:38:43,750 [पुरुष आवाज़] इन तवायफों की भी एक नई जंग शुरू हुई। 500 00:38:44,250 --> 00:38:47,208 [पुरुष आवाज़] एक नई दुनिया में सिर उठा के जीने की जंग। 501 00:38:48,625 --> 00:38:51,333 इनकी ज़िंदगी की अगली लड़ाई। 502 00:38:51,500 --> 00:38:54,000 ♪ हमें देखनी है आज़ादी ♪