1 00:00:06,403 --> 00:00:09,723 इस सीरीज़ को गवाहों के विवरण के आधार पर नाटकीय रूप दिया गया है। 2 00:00:09,803 --> 00:00:12,523 कुछ घटनाएँ एवं पात्र बदले या जोड़े गए हैं। 3 00:00:12,563 --> 00:00:15,603 इस सीरीज़ के तीन भाग हैं और हर एपिसोड को 4 00:00:15,683 --> 00:00:18,763 पूरी सीरीज़ को ध्यान में रखते हुए देखा और समझा जाना चाहिए। 5 00:00:31,163 --> 00:00:33,523 हर किसी का कोई राज़ होता है। 6 00:00:36,803 --> 00:00:39,003 और हमारा काम था उस राज़ का पता लगाना। 7 00:00:42,563 --> 00:00:43,763 चाहे जो भी करना पड़े। 8 00:00:47,443 --> 00:00:50,043 जर्नलिस्ट होने के नाते हमारी पहुँच किसी तक थी। 9 00:00:50,883 --> 00:00:52,563 आप चाहे जो भी हों। 10 00:00:54,763 --> 00:00:55,763 अभिनेता, 11 00:00:57,083 --> 00:00:58,083 फ़ुटबॉल खिलाड़ी, 12 00:00:59,483 --> 00:01:00,403 मॉडल... 13 00:01:02,523 --> 00:01:03,803 शाही परिवार भी। 14 00:01:04,763 --> 00:01:05,683 चाहे जो भी हों। 15 00:01:06,483 --> 00:01:07,843 कोई भी निशाना बन सकता था। 16 00:01:17,603 --> 00:01:18,723 नब्बे के दशक में, 17 00:01:18,803 --> 00:01:21,883 मैं एक आलीशान ज़िंदगी जी रही एक मॉडल थी। 18 00:01:24,723 --> 00:01:27,163 और, एक रात, मैं फ़्लाइट से अपने घर लंदन गई। 19 00:01:27,283 --> 00:01:28,363 काफ़ी रात हो चुकी थी। 20 00:01:28,483 --> 00:01:32,603 मैं प्लेन से उतरी, घर तक जाने के लिए टैक्सी ली, और... 21 00:01:33,123 --> 00:01:35,603 मैं तरोताज़ा थी। एक अच्छे ब्रेक से लौटी थी। 22 00:01:37,802 --> 00:01:38,923 मैं बहुत खुश थी। 23 00:01:43,883 --> 00:01:47,043 हर किसी पर भी स्टिंग ऑपरेशन करते, रंगे हाथों पकड़ते, 24 00:01:47,123 --> 00:01:49,123 तस्वीरें लेते, और रिकॉर्ड करते। 25 00:01:53,643 --> 00:01:55,843 और छपाई का काम शुरू होने से ठीक पहले, 26 00:01:55,923 --> 00:01:58,283 एक आखिरी फ़ोन करना होता था। 27 00:02:03,163 --> 00:02:05,283 जब मैं वापस अपने घर पहुँची, 28 00:02:06,083 --> 00:02:08,203 मैंने देखा कि आंसरिंग मशीन की बत्ती 29 00:02:08,323 --> 00:02:11,082 टिमटिमा रही थी, यानी कोई मैसेज आया था। 30 00:02:12,603 --> 00:02:16,723 और वह न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड से कोई था। 31 00:02:19,563 --> 00:02:22,643 दोनों पक्षों के लिए, वह कॉल आसान नहीं था, 32 00:02:22,723 --> 00:02:26,843 और, 99 फ़ीसदी बार, वे या तो फ़ोन पटक देते हैं या 33 00:02:26,923 --> 00:02:28,443 कुछ कहने से इनकार कर देते। 34 00:02:31,203 --> 00:02:34,763 उस मैसेज में यह बताया गया कि किसी ड्रग्स घोटाले को लेकर, 35 00:02:34,843 --> 00:02:37,643 अगली सुबह न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड में 36 00:02:38,363 --> 00:02:41,163 मेरे बारे में खबर होगी, 37 00:02:42,122 --> 00:02:44,203 और क्या मैं कुछ कहना चाहूँगी। 38 00:02:46,003 --> 00:02:47,003 मैं तो... 39 00:02:48,883 --> 00:02:52,483 मुझे लगा कि मुझे बैठ जाना चाहिए। दरअसल, मैं बैठ ही गई थी। 40 00:02:52,563 --> 00:02:54,723 एक अभिवादन कॉल 41 00:02:54,803 --> 00:02:57,963 पता था कि उनकी ज़िंदगी बदल जाएगी, और उन्हें भी पता था। 42 00:02:58,043 --> 00:03:00,883 तो, काफ़ी हद तक उनके लिए बुरा लगता है। काफ़ी हद तक। 43 00:03:03,003 --> 00:03:06,763 और मुझे याद है, मैं सदमे में फ़र्श पर बैठ गई थी। 44 00:03:06,843 --> 00:03:10,683 मुझे पता नहीं था... जो कुछ हुआ, 45 00:03:10,763 --> 00:03:12,563 वह मेरी समझ में आ ही नहीं रहा था। 46 00:03:12,643 --> 00:03:15,843 मैं सोच रही थी, "यह क्या है? आप यह क्या कह रहे हैं?" 47 00:03:16,523 --> 00:03:18,883 मॉडल जोडी कोकीन की तस्कर 48 00:03:18,963 --> 00:03:21,083 विशेष! पन्ने 8 और 9 49 00:03:24,163 --> 00:03:26,203 यह वह पल है जब आपका शरीर... 50 00:03:27,003 --> 00:03:29,443 चादर की तरह सफ़ेद पड़ जाता है। 51 00:03:29,563 --> 00:03:31,043 आप पूरी तरह घबरा जाते हैं। 52 00:03:31,122 --> 00:03:33,763 लड़ो या भागो वाली हालत होती है, और लगता है, 53 00:03:33,843 --> 00:03:35,843 "यह क्या हो गया?" 54 00:03:35,963 --> 00:03:41,963 विश्व विशेष टूलीसा का शर्मनाक कोकीन सौदा 55 00:03:44,763 --> 00:03:46,763 मेरी ज़िंदगी तबाह हो गई। 56 00:03:46,843 --> 00:03:48,163 वह खत्म हो गई। 57 00:03:49,122 --> 00:03:51,643 मुझे बस अपनी ज़िंदगी वापस चाहिए। 58 00:03:56,323 --> 00:03:58,243 अगर आपके घर पर 59 00:03:58,323 --> 00:04:01,563 शुक्रवार देर रात, या शनिवार की सुबह फ़ोन बजता है, 60 00:04:01,643 --> 00:04:05,003 तो आप मज़हर महमूद की आवाज़ तो हरगिज़ नहीं सुनना चाहते। 61 00:04:10,523 --> 00:04:12,163 फ़र्ज़ी शेख। 62 00:04:21,243 --> 00:04:24,643 फ़र्ज़ी शेख नाम के जर्नलिस्ट, मज़हर महमूद का मुकदमा 63 00:04:24,723 --> 00:04:26,723 ओल्ड बेली में शुरू हो गया है। 64 00:04:29,283 --> 00:04:32,483 उसे सच मानना इतना मुश्किल था कि वह सच लगता था, समझे न? 65 00:04:32,563 --> 00:04:33,723 यह झूठ नहीं हो सकता। 66 00:04:38,083 --> 00:04:42,163 तीस सालों तक, वह मज़े से अपनी पहचान को छुपाता रहा। 67 00:04:43,283 --> 00:04:45,403 उसकी गुमनामी, उसका रहस्य, 68 00:04:45,683 --> 00:04:48,843 उसकी इस पूरी साज़िश की नींव थी। 69 00:04:50,923 --> 00:04:53,723 खुद को "स्टिंग का बादशाह" कहने वाला, 70 00:04:53,803 --> 00:04:56,963 हर रोज़ टोपी की आड़ में अदालत पहुँचता है। 71 00:04:58,523 --> 00:05:01,363 मेरे हिसाब से वह एक निर्दयी, बेईमान, 72 00:05:01,403 --> 00:05:03,243 और बेरहम इंसान था। 73 00:05:04,603 --> 00:05:07,643 मज़हर महमूद ने कई सनसनीखेज़ खबरों का खुलासा किया है। 74 00:05:07,723 --> 00:05:10,843 जैसे पाकिस्तानी क्रिकेट में मैच-फ़िक्सिंग का, 75 00:05:10,963 --> 00:05:13,403 और विक्टोरिया बेकहम के अपहरण का खुलासा। 76 00:05:15,843 --> 00:05:17,963 माज़ ने इस बात को लेकर खेल खेला 77 00:05:18,523 --> 00:05:21,043 कि पैसा कोई मुश्किल नहीं है, 78 00:05:21,123 --> 00:05:23,963 और अगर आप करीब पहुँच जाएँ, तो अपना हिस्सा ले सकते हैं। 79 00:05:32,443 --> 00:05:33,523 यह कहना मुश्किल है। 80 00:05:33,963 --> 00:05:36,803 वह अपने काम में बहुत, बहुत ही माहिर है। 81 00:05:43,083 --> 00:05:49,083 द फ़ेक शेख 82 00:05:50,843 --> 00:05:52,643 चाय मेज़ के नीचे रखनी है, पॉल? 83 00:05:52,723 --> 00:05:54,403 पहले तुम्हारी बारी, चलो। 84 00:05:56,723 --> 00:05:59,523 लोगों को लगेगा कि ऐसा कभी नहीं हुआ, 85 00:05:59,603 --> 00:06:00,963 पर यह हुआ। 86 00:06:02,443 --> 00:06:03,643 सुनने में अजीब लगेगा, 87 00:06:03,723 --> 00:06:05,003 पॉल सैमराई 88 00:06:05,083 --> 00:06:08,323 शायद आपको यकीन नहीं होगा, पर यह सच में हुआ है। 89 00:06:20,443 --> 00:06:22,323 नब्बे के दशक में लौट चलते हैं। 90 00:06:24,843 --> 00:06:26,683 मैं धोखाधड़ी के लिए जेल गया था, 91 00:06:27,483 --> 00:06:29,243 बाहर आने पर मेरे पास काम नहीं था, 92 00:06:30,043 --> 00:06:31,643 पर मैं जर्नलिस्ट बनना चाहता था। 93 00:06:32,883 --> 00:06:35,243 इसलिए मैं मज़हर महमूद से मिला। 94 00:06:37,083 --> 00:06:39,603 तब फ़र्ज़ी शेख नहीं कहलाता था, मज़हर महमूद था, 95 00:06:40,003 --> 00:06:42,723 और उसने मुझसे कहा, "मेरे साथ काम करना चाहते हो? 96 00:06:42,803 --> 00:06:45,043 "आकर मुझसे मिलो, और कुछ कहानियाँ लाना।" 97 00:07:00,203 --> 00:07:02,963 उस वक्त, लोग मुझे पिज़्ज़ा मैन बुलाते थे, 98 00:07:03,043 --> 00:07:04,963 जो हमेशा सामान पहुँचाता है। 99 00:07:06,523 --> 00:07:10,603 तो, एक रात, मुझे एक आदमी का फ़ोन आया जिसने अपना नाम डॉ. रंगवानी बताया। 100 00:07:11,363 --> 00:07:14,843 वह एक इज़्ज़तदार, 62 साल के डॉक्टर थे, 101 00:07:14,923 --> 00:07:19,323 शादीशुदा आदमी, जिनकी दो बेटियाँ थीं, और वह बर्मिंघम में सोलीहल से थे। 102 00:07:19,643 --> 00:07:23,403 तो, उन्होंने कहा, वह बोले, "मैं भरोसा करके तुम्हें बता रहा हूँ, 103 00:07:23,923 --> 00:07:26,443 "मैं एक गर्लफ़्रेंड को लेकर परेशान हूँ।" 104 00:07:27,683 --> 00:07:30,323 उनका 15 साल से चक्कर चल रहा था, 105 00:07:31,483 --> 00:07:32,643 और औरत दावा कर रही थी 106 00:07:33,403 --> 00:07:35,643 कि वह उसके तीन बेटों के पिता हैं। 107 00:07:36,563 --> 00:07:39,443 इसके चलते पेशेवर और व्यक्तिगत ज़िंदगी में 108 00:07:39,523 --> 00:07:42,283 उनकी इज़्ज़त मिट्टी में मिलकर रह जाती। 109 00:07:42,963 --> 00:07:44,803 तो, डॉ. रंगवानी बोले... 110 00:07:45,043 --> 00:07:46,723 वह बोले, "तुम जेल जा चुके हो," 111 00:07:47,363 --> 00:07:49,403 मैंने कहा, "हाँ, मैं गया हूँ।" 112 00:07:49,483 --> 00:07:52,363 वह बोले, "तुम कातिलों को पहचानते होगे? हत्यारों को?" 113 00:07:52,443 --> 00:07:54,202 "हाँ, मैं उनसे मिला हूँ।" 114 00:07:55,083 --> 00:07:56,523 बोले, "मुझे उसे मरवाना है।" 115 00:07:59,163 --> 00:08:02,003 मैंने कहा, "अच्छा, देखता हूँ कि क्या हो सकता है।" 116 00:08:06,763 --> 00:08:08,603 मुझे एक फ़ैसला लेना था। 117 00:08:08,683 --> 00:08:09,923 पहला कि या तो मैं... 118 00:08:11,883 --> 00:08:12,963 पुलिस के पास जाऊँ, 119 00:08:14,123 --> 00:08:14,963 जो कि... 120 00:08:16,403 --> 00:08:18,243 एक आम आदमी करेगा, 121 00:08:19,203 --> 00:08:20,643 या फिर माज़ के पास जाऊँ। 122 00:08:29,763 --> 00:08:30,723 माज़ को फ़ोन किया। 123 00:08:33,722 --> 00:08:35,923 और वह बोला, "देखो, हम ऐसा करेंगे। 124 00:08:36,003 --> 00:08:37,962 "मैं बर्मिंघम आऊँगा।" 125 00:08:40,923 --> 00:08:43,923 बर्मिंघम न्यू स्ट्रीट 126 00:08:44,043 --> 00:08:47,163 "तो, हम बर्मिंघम में, हयात में एक कमरा बुक करेंगे। 127 00:08:49,323 --> 00:08:51,683 "मैं हत्यारा बनूँगा।" 128 00:08:52,123 --> 00:08:55,043 रंगवानी कभी सोच भी न पाता 129 00:08:55,123 --> 00:08:58,123 कि वह न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड का रिपोर्टर था। 130 00:09:00,363 --> 00:09:03,243 किसी भी स्टिंग ऑपरेशन में, सबसे पहले माज़ 131 00:09:03,323 --> 00:09:06,003 फ़र्श से छत तक, कमरे में माइक्रोफ़ोन फिट करता। 132 00:09:07,563 --> 00:09:11,563 और फिर, मेरा काम था रंगवानी को मुलाकात के लिए लाना। 133 00:09:14,763 --> 00:09:17,043 तो, दरवाज़े पर दस्तक दी और हम अंदर गए, 134 00:09:17,123 --> 00:09:20,243 और मैंने कमरे में नज़र दौड़ाई, और... 135 00:09:20,363 --> 00:09:23,803 सबसे साफ़ बात जो दिखाई दी, वह यह कि मेज़ पर, 136 00:09:23,883 --> 00:09:26,043 छोटे-मोटे सामान का एक बैग पड़ा था। 137 00:09:30,283 --> 00:09:32,683 हमें रंगवानी को रंगे हाथों पकड़ना था। 138 00:09:33,043 --> 00:09:34,563 कैमरे में रिकॉर्ड करना था। 139 00:09:36,443 --> 00:09:38,763 और फुटेज में, आपको साफ़ दिखाई देगा 140 00:09:38,803 --> 00:09:42,523 कि रंगवानी ने कबूल किया कि वह अपनी रखैल को मरवाना चाहता था। 141 00:09:42,923 --> 00:09:44,323 सच कहूँ, तो हैरत की बात थी। 142 00:09:45,003 --> 00:09:47,003 आप इसे हादसे का रूप देना चाहते हैं? 143 00:09:47,243 --> 00:09:50,563 आपको पता है कि क्या करना है। मैं फ़ैसला आप पर छोड़ता हूँ। 144 00:09:50,683 --> 00:09:51,683 पर उसे मरवाना है? 145 00:09:52,363 --> 00:09:54,643 हाँ, बस मेरी ज़िंदगी से दूर कर दो। 146 00:09:58,443 --> 00:10:01,523 माज़ बोला, "ठीक है, पाँच हज़ार पाउंड। नकद। 147 00:10:01,563 --> 00:10:03,363 "आधा पैसा पहले देना होगा 148 00:10:03,923 --> 00:10:06,043 "और आधा काम पूरा होने के बाद।" 149 00:10:14,803 --> 00:10:16,403 तो, कुछ दिन बाद, 150 00:10:16,483 --> 00:10:19,563 हमने डॉक्टर से पैसा लेने का बंदोबस्त किया। 151 00:10:21,763 --> 00:10:23,563 मुलाकात वाली जगह पर एक गाड़ी थी, 152 00:10:24,443 --> 00:10:27,803 जहाँ हमारा तकनीकी बंदा वीडियो कैमरा लिए छुपकर बैठा था। 153 00:10:32,203 --> 00:10:36,403 हमें डॉ. रंगवानी को पैसा देते हुए रिकॉर्ड करना था। 154 00:10:36,683 --> 00:10:39,523 वह मकसद का ठोस सबूत होता। 155 00:10:41,003 --> 00:10:42,683 तो, रंगवानी बाहर आया। 156 00:10:42,803 --> 00:10:45,163 माज़ ने डॉ. रंगवानी से कहा, 157 00:10:45,243 --> 00:10:46,683 "अच्छा, जमा रकम कहाँ है?" 158 00:10:47,203 --> 00:10:48,883 उसने लिफ़ाफ़ा निकाला। 159 00:10:48,923 --> 00:10:50,203 इस फुटेज पर यकीन न होगा। 160 00:10:50,283 --> 00:10:51,803 न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड फुटेज 161 00:10:51,883 --> 00:10:53,123 यही पैसा है, हाँ? 162 00:10:53,203 --> 00:10:55,523 वह मकसद का ठोस सबूत था। 163 00:10:56,603 --> 00:10:58,163 फिर माज़ ने कहा, 164 00:10:58,243 --> 00:11:00,443 "ठीक है, काम पूरा होने पर फ़ोन करेंगे।" 165 00:11:01,363 --> 00:11:03,123 फुटेज काफ़ी हिलता-डुलता है, 166 00:11:03,203 --> 00:11:06,243 पर डॉक्टर की प्रतिक्रिया रिकॉर्ड करना ज़रूरी था। 167 00:11:08,523 --> 00:11:09,963 और लौटते समय, 168 00:11:10,043 --> 00:11:13,203 रंगवानी ने खुशी से हाथ ऊपर उठाया। 169 00:11:19,203 --> 00:11:20,683 माज़ बोला, "फँसा लिया उसे।" 170 00:11:26,123 --> 00:11:27,963 तो, शुक्रवार निकला। 171 00:11:28,043 --> 00:11:31,163 शनिवार सुबह, माज़ फ़ोन करके बोला, "अच्छा, सब तैयार है। 172 00:11:31,243 --> 00:11:33,683 "जब वह तुम्हें फ़ोन करेगा, जो वह करेगा, 173 00:11:34,443 --> 00:11:38,243 "तुम उससे कहना कि आज ही काम होगा।" 174 00:11:39,123 --> 00:11:41,123 बोला, "तुम्हारी बात सच लगनी चाहिए।" 175 00:11:42,643 --> 00:11:45,323 बोला, "जब फ़ोन करे, तब दौड़ना, साँस फूलनी चाहिए। 176 00:11:45,923 --> 00:11:47,803 "ठीक है? आवाज़ में तनाव होना चाहिए। 177 00:11:48,363 --> 00:11:50,843 "फ़ोन रिकॉर्ड करना, वह असली लगना चाहिए।" 178 00:11:55,643 --> 00:11:56,963 दोपहर को उसका फ़ोन आया, 179 00:11:57,523 --> 00:11:59,483 वे शब्द कभी नहीं भूलूँगा। फ़ोन आया, 180 00:11:59,843 --> 00:12:01,763 मैंने उठाया, रिकॉर्ड बटन दबाया, 181 00:12:03,283 --> 00:12:04,963 "हाँ। हाँ, डॉक्टर," 182 00:12:05,363 --> 00:12:07,403 और वह बोला, "काम हो गया?" 183 00:12:09,123 --> 00:12:10,323 मैंने कहा, "क्या?" 184 00:12:11,403 --> 00:12:13,883 "उसे खत्म कर दिया? काम हो गया?" 185 00:12:14,163 --> 00:12:15,803 मैंने कहा, "हाँ, काम हो गया।" 186 00:12:17,523 --> 00:12:19,883 शनिवार दोपहर को उसे गिरफ़्तार किया गया, 187 00:12:20,363 --> 00:12:21,803 रविवार को खबर अखबार में थी। 188 00:12:22,043 --> 00:12:23,843 और लंबा-चौड़ा लेख था। 189 00:12:23,963 --> 00:12:26,483 डॉक्टर के पास शिकार के लिए ड्रग्स व सिरिंज 190 00:12:26,563 --> 00:12:27,603 मज़हर महमूद द्वारा 191 00:12:31,283 --> 00:12:33,283 डॉ. रंगवानी एक इज़्ज़तदार आदमी थे। 192 00:12:33,763 --> 00:12:35,603 पर जज, मिस्टर जस्टिस ऐलियट ने कहा 193 00:12:35,683 --> 00:12:38,683 कि अपने अपराध को छुपाने के लिए, उन्होंने झूठ का 194 00:12:38,763 --> 00:12:40,643 एक पहाड़ खड़ा कर दिया, 195 00:12:40,723 --> 00:12:42,763 और उनके चेहरे पर ज़रा भी शिकन न थी। 196 00:12:45,563 --> 00:12:48,283 दोषी पाए जाने पर, डॉ. रंगवानी को 197 00:12:48,363 --> 00:12:51,363 सात साल जेल की सज़ा सुनाई गई। 198 00:12:51,443 --> 00:12:53,603 क्वीन एलिज़ाबेथ द्वितीय अदालत 199 00:12:53,683 --> 00:12:57,603 मैं माज़ का बहुत आभारी था, क्योंकि मैं एक अपराधी रह चुका था, 200 00:12:57,683 --> 00:13:01,363 और माज़ के साथ वह ताल्लुक, उससे जुड़ी नेकनामी, 201 00:13:01,883 --> 00:13:03,803 उससे मुझमें आत्मविश्वास लौटा, 202 00:13:03,883 --> 00:13:07,363 कि अब मैं कुछ महत्वपूर्ण कर रहा था। 203 00:13:09,403 --> 00:13:10,963 काफ़ी समय से पुलिस में हूँ, 204 00:13:11,443 --> 00:13:13,643 और शायद यह मामला अदालत में न आता 205 00:13:14,043 --> 00:13:15,683 अगर इस मामले की... 206 00:13:16,363 --> 00:13:18,363 अखबार वालों ने ऐसी तहकीकात न होती की। 207 00:13:25,963 --> 00:13:29,203 न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड 208 00:13:31,723 --> 00:13:35,923 नब्बे का दशक टैब्लॉयड पत्रकारिता का सुनहरा युग था। 209 00:13:36,923 --> 00:13:40,043 बिना इंटरनेट, बिना मोबाइल फ़ोन की दुनिया की कल्पना कीजिए। 210 00:13:40,683 --> 00:13:44,403 उसी अखबार से सारी खबरें मिलती थीं। 211 00:13:45,323 --> 00:13:46,723 तो, हमारे पास ताकत थी 212 00:13:47,243 --> 00:13:49,483 लोगों की सोच को बदलने की। 213 00:13:59,243 --> 00:14:00,643 आज लोगों को पता होना चाहिए 214 00:14:00,723 --> 00:14:03,803 कि नब्बे के दशक में न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड कितना बड़ा था। 215 00:14:03,883 --> 00:14:06,963 वह बहुत बड़ा था। वह अखबार जिसकी चर्चा हर कोई करता था। 216 00:14:07,043 --> 00:14:09,563 दुनिया का सबसे ज़्यादा बिकने वाला संडे अखबार। 217 00:14:09,803 --> 00:14:11,883 हमेशा कोई न कोई कांड या कोई मशहूर हस्ती 218 00:14:12,123 --> 00:14:14,283 या कोई राजनेता कोई ऐसा-वैसा काम करता, 219 00:14:14,363 --> 00:14:16,883 और न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड से उसका पता चलता। 220 00:14:17,043 --> 00:14:19,163 विशेष! फ़ुटबॉल खिलाड़ी का शर्मनाक राज़ 221 00:14:19,243 --> 00:14:21,203 पॉप स्टार का खुलेआम झगड़ा 222 00:14:21,283 --> 00:14:25,443 एमपी ने सेक्स करके मुझे प्रेगनेंट किया 223 00:14:28,683 --> 00:14:29,523 न्यूज़ इंटरनेशनल 224 00:14:29,603 --> 00:14:31,003 द संडे टाइम्स 225 00:14:33,323 --> 00:14:36,723 मज़हर और मैं, हम दोनों न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड के 226 00:14:36,803 --> 00:14:37,963 गुप्त जासूस थे, 227 00:14:38,043 --> 00:14:39,803 पर हम एकदम अलग थे। 228 00:14:40,123 --> 00:14:43,523 क्योंकि मेरा काम अखबार बेचना, मनोरंजन करना और रिझाना था। 229 00:14:43,603 --> 00:14:47,723 वह बदला लेने वाला फ़रिश्ता था जो लोगों को जेल भेजता था। 230 00:14:48,643 --> 00:14:51,563 पर वह हमारे साथ उठता-बैठता नहीं था। साथ पीता नहीं था। 231 00:14:52,043 --> 00:14:55,083 वह अपनी छोटी सी टीम के साथ ही रहता था। 232 00:14:55,483 --> 00:14:58,843 मेरा बड़ा मन था कि उससे दोस्ती करूँ, और उसके खबरी चुराऊँ। 233 00:14:58,923 --> 00:15:01,443 और मुझे याद है, मैं उसके पास गया और बोला, 234 00:15:01,523 --> 00:15:03,203 "साथ काम करना चाहता हूँ।" 235 00:15:03,323 --> 00:15:06,123 और उसने जवाब दिया... 236 00:15:07,203 --> 00:15:08,683 "हाँ, यह नहीं हो सकता।" 237 00:15:16,883 --> 00:15:19,283 मैं माज़ के दल में था। 238 00:15:19,603 --> 00:15:21,923 यह गर्व की बात थी। 239 00:15:24,003 --> 00:15:28,403 वह किसी खुफ़िया गुप्त एजेंट से कम नहीं था, 240 00:15:29,243 --> 00:15:30,163 रहस्यमयी आदमी। 241 00:15:31,243 --> 00:15:34,443 स्टीव बर्टन न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड फ़ोटोग्राफ़र 242 00:15:34,763 --> 00:15:38,243 यह बात सब जानते थे कि कोई माज़ की तस्वीर खुले में नहीं रखता था। 243 00:15:38,323 --> 00:15:40,723 ज़ाहिर है, उसकी कई सारी तस्वीरें होती थीं, 244 00:15:40,843 --> 00:15:42,723 पर हम वह फ़ोटो टीम को देते, 245 00:15:42,803 --> 00:15:46,323 वे उसकी आँखों पर काले रंग का मार्कर फेर देते थे। 246 00:15:51,323 --> 00:15:54,083 मज़हर को ये रोल निभाने में बड़ा मज़ा आता था। 247 00:15:54,163 --> 00:15:55,843 उसे एक्टिंग करने में मज़ा आता था। 248 00:15:56,723 --> 00:15:59,443 क्रिस्टीन हार्ट प्राइवेट इन्वेस्टिगेटर 249 00:16:00,083 --> 00:16:03,963 उसमें एक बच्चों जैसा आकर्षण था, 250 00:16:04,043 --> 00:16:05,763 जैसे कोई राजकुमार हो। 251 00:16:10,083 --> 00:16:11,603 फिर उस लड़कपन का फ़ायदा उठाकर 252 00:16:12,123 --> 00:16:15,763 अच्छा अंडरकवर जासूस बना, जैसे बच्चे एक्टिंग में माहिर होते हैं। 253 00:16:19,803 --> 00:16:22,723 मैं और माज़ काफ़ी करीब थे। पक्के दोस्त थे। 254 00:16:23,043 --> 00:16:26,603 स्टीव ग्रेसन न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड फ़ोटोग्राफ़र 255 00:16:27,123 --> 00:16:28,523 माज़ के लिए बहुत कुछ किया। 256 00:16:29,203 --> 00:16:30,523 अरबी बना। 257 00:16:31,603 --> 00:16:32,963 औरत बना। 258 00:16:33,323 --> 00:16:35,043 घरों में माइक्रोफ़ोन फिट किए। 259 00:16:36,163 --> 00:16:37,883 दरअसल, माज़ के लिए सब किया है। 260 00:16:44,683 --> 00:16:47,043 मज़हर ने जिन लोगों को अपने साथ रखा, 261 00:16:47,123 --> 00:16:49,323 वे किसी न किसी तरह औरों से अलग थे। 262 00:16:49,443 --> 00:16:52,883 वे समाज में सही नहीं बैठते थे और उसके बाहर थे, 263 00:16:52,963 --> 00:16:54,683 क्योंकि वह खुद बाहरवाला था। 264 00:16:57,123 --> 00:16:57,963 उस समय, 265 00:16:58,043 --> 00:17:00,523 माज़ वहाँ का इकलौता एशियाई जर्नलिस्ट था। 266 00:17:02,883 --> 00:17:03,883 और उन दिनों में, 267 00:17:03,963 --> 00:17:08,122 एशियाई जर्नलिस्टों को एक हद में रहकर काम करना पड़ता था। 268 00:17:11,603 --> 00:17:14,362 माज़ सिर्फ़ एशियाई लोगों की या जातिवाद से जुड़ी 269 00:17:14,803 --> 00:17:16,523 कहानियों पर काम कर सकता था। 270 00:17:19,523 --> 00:17:22,243 अगर माज़ सेलेब्रिटीज़, या ब्रिटिश संस्थाओं के 271 00:17:22,763 --> 00:17:25,362 भ्रष्टाचार पर कोई खबर करना चाहता, 272 00:17:26,803 --> 00:17:29,123 तो संपादकों को एतराज़ होता। 273 00:17:31,363 --> 00:17:35,083 उन्हें समझ ही नहीं आता था कि कैसे एक एशियाई या अश्वेत जर्नलिस्ट 274 00:17:35,603 --> 00:17:38,803 किसी गोरे शिकार से उसी तरह घुलमिल सकता है। 275 00:17:41,323 --> 00:17:44,443 इसलिए उसने तय किया कि वह इस सोच को बदल डालेगा। 276 00:17:46,003 --> 00:17:50,283 और उसने सीखा कि कैसे हर हद पार करके 277 00:17:50,763 --> 00:17:52,043 सब हासिल करना है। 278 00:17:59,803 --> 00:18:02,603 माज़ को यह खयाल सूझा। फ़र्ज़ी शेख। 279 00:18:17,923 --> 00:18:20,683 वह दरअसल कमाल का खयाल था। 280 00:18:23,923 --> 00:18:25,963 उस समय लंदन आने वाले 281 00:18:26,043 --> 00:18:30,363 बेहद दौलतमंद अरबों के बारे में लोगों के मन में छवि थी। 282 00:18:34,003 --> 00:18:35,523 जो अपनी बेइंतिहा दौलत को 283 00:18:35,603 --> 00:18:38,203 यहाँ लेकर आते थे, 284 00:18:38,843 --> 00:18:40,843 इस हद तक कि वे जो चाहे कर सकते थे। 285 00:18:41,963 --> 00:18:45,043 उन्हें अपने पैसों की और बेइंतिहा दौलत की कोई समझ नहीं थी। 286 00:18:45,123 --> 00:18:46,323 नील वॉलिस 287 00:18:46,363 --> 00:18:49,723 और जो भी उसके करीब जाता, उसकी चमक से चौंधिया जाता। 288 00:18:54,843 --> 00:18:58,083 क्योंकि आम लोगों को अरबी सभ्यता की 289 00:18:58,123 --> 00:19:01,563 या शेखों की कोई समझ नहीं थी, 290 00:19:01,603 --> 00:19:03,243 या कि शेख क्या करते थे, 291 00:19:03,323 --> 00:19:06,283 शेख क्या कहते थे, शेख कैसे पेश आते थे, 292 00:19:06,363 --> 00:19:10,203 मज़हर को लगा कि लोग अपने मन में बनी छवि के हिसाब से पेश आएँगे। 293 00:19:15,283 --> 00:19:17,363 इसलिए, बड़ी चालाकी से, 294 00:19:17,523 --> 00:19:20,123 माज़ ने उस ज़माने के तौर-तरीकों को समझा। 295 00:19:21,443 --> 00:19:24,483 उसने समझा कि वह जाति के नाम पर 296 00:19:24,563 --> 00:19:25,963 फ़ायदा उठा सकता है। 297 00:19:30,483 --> 00:19:32,923 उसे जो कहानियाँ मिलती थीं, उनका एक आम ज़रिया 298 00:19:33,003 --> 00:19:34,203 वह हॉटलाइन थी, 299 00:19:34,603 --> 00:19:36,283 जिसका हर हफ़्ते 300 00:19:36,683 --> 00:19:39,203 न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड में विज्ञापन दिया जाता था। 301 00:19:40,203 --> 00:19:43,563 "क्या किसी ऐसे कांड का पता है जिसकी तहकीकात मज़हर महमूद कर सके? 302 00:19:44,243 --> 00:19:45,083 "फ़ोन कीजिए! 303 00:19:45,763 --> 00:19:46,843 "बढ़िया इनाम मिलेगा।" 304 00:19:50,763 --> 00:19:52,443 इसके चलते बहुत, बहुत से लोग... 305 00:19:53,003 --> 00:19:54,603 फ़ोन करने लगे। 306 00:20:01,243 --> 00:20:04,803 मज़हर महमूद को फ़र्ज़ी शेख बनने के लिए 307 00:20:04,843 --> 00:20:06,003 काफ़ी मेहनत करनी थी, 308 00:20:06,323 --> 00:20:07,803 और शुरुआत छोटी करनी थी। 309 00:20:07,843 --> 00:20:10,843 बिना अपने हुनर को तराशे, वह बड़ी-बड़ी हस्तियों की 310 00:20:10,923 --> 00:20:12,723 कहानियाँ पेश नहीं कर सकता था। 311 00:20:13,763 --> 00:20:15,923 इसलिए, इसे करने का एक तरीका शायद यह था 312 00:20:16,003 --> 00:20:18,803 कि कम जाने-माने लोगों के बारे में बताना। 313 00:20:19,243 --> 00:20:21,003 शायद ऐसे लोग जो... 314 00:20:21,803 --> 00:20:26,123 उसके बनाए माहौल में ज़्यादा आसानी से फँस जाते थे। 315 00:20:29,363 --> 00:20:34,363 एक दिन उसे फ़ोन आया, और एमा मॉर्गन के बारे में कोई खबर थी। 316 00:20:35,123 --> 00:20:36,123 काफ़ी अच्छी खबर थी। 317 00:20:37,003 --> 00:20:40,283 उस समय एमा मॉर्गन पेज थ्री की सबसे मशहूर लड़की थी, 318 00:20:41,683 --> 00:20:43,563 और हमने सुना कि वह ड्रग्स लेती है। 319 00:20:43,723 --> 00:20:45,123 रेसी 320 00:20:45,243 --> 00:20:49,083 वह माज़ के लिए फ़र्ज़ी शेख को आज़माने का एकदम सही काम था। 321 00:20:51,243 --> 00:20:53,803 तो, मैं 24 साल की थी, 322 00:20:53,843 --> 00:20:56,443 और नब्बे के दशक में, मैं एक ग्लैमर मॉडल थी, 323 00:20:56,523 --> 00:20:59,483 द सन, न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड जैसे टैब्लॉयड के लिए मॉडलिंग करती। 324 00:21:00,043 --> 00:21:03,083 पेज थ्री में द सन अखबार के तीसरे पन्ने पर 325 00:21:03,123 --> 00:21:05,843 मेरी बिना कपड़ों की तस्वीर होती थी, 326 00:21:05,923 --> 00:21:08,323 और कई लोग कहेंगे, "यह क्यों करती थी?" 327 00:21:08,363 --> 00:21:09,563 पर यह भी एक काम था। 328 00:21:11,043 --> 00:21:13,243 उस ज़माने में पेज थ्री वाली लड़कियों की 329 00:21:13,323 --> 00:21:15,723 लव आइलैंड से तुलना की जाती थी। 330 00:21:15,843 --> 00:21:17,563 वे अपने स्तन नहीं दिखातीं, 331 00:21:17,603 --> 00:21:19,963 पर पिछवाड़ा देखने को काफ़ी मिलता है, है न? 332 00:21:20,043 --> 00:21:22,843 तो, इस तरह का था, समझे न, ग्लैमर था। 333 00:21:30,483 --> 00:21:32,963 मैंने मज़हर से बात की और उसने कहा, 334 00:21:33,043 --> 00:21:36,043 "हमें उसका पर्दाफ़ाश करने की पूरी योजना बनानी होगी।" 335 00:21:37,803 --> 00:21:40,083 उसने कहा, "कैलेंडर कैसा रहेगा? ठीक रहेगा।" 336 00:21:40,243 --> 00:21:42,603 उसे हज़ारों पाउंड देने की बात करेंगे। 337 00:21:44,843 --> 00:21:45,763 एमा को फ़ोन किया 338 00:21:45,843 --> 00:21:49,123 और मैंने कहा, "तुम्हारे लिए एक कमाल का मौका है।" 339 00:21:49,283 --> 00:21:51,923 मैंने उससे कहा कि एक अरबी शेख इसमें शामिल है। 340 00:21:54,323 --> 00:21:55,923 अपनी किस्मत पर यकीन नहीं हुआ। 341 00:21:56,003 --> 00:21:58,203 लगा किस्मत खुल गई और बहुत खुश हुई। 342 00:21:58,283 --> 00:22:00,763 मैंने ऐसे काम का ख्वाब ही देखा था। 343 00:22:00,923 --> 00:22:03,723 मुझे लगा कि मेरी लॉटरी लग गई। 344 00:22:03,803 --> 00:22:05,403 मैं बहुत, बहुत खुश थी। 345 00:22:08,883 --> 00:22:10,403 और मैंने माज़ से पूछा, 346 00:22:10,483 --> 00:22:12,283 "उसे कोकीन के साथ कैसे पकड़ेंगे?" 347 00:22:17,083 --> 00:22:19,323 हम फ़्लाइट से लैंज़रॉटी गए। 348 00:22:20,723 --> 00:22:24,883 वहाँ पहुँचे और आगमन हाल से गुज़र रहे थे। 349 00:22:25,643 --> 00:22:28,003 और फिर मैंने अपने एक पहचान वाले को देखा। 350 00:22:28,603 --> 00:22:30,003 उसका नाम बिली था। 351 00:22:31,723 --> 00:22:32,603 माज़ मुझसे बोला, 352 00:22:32,683 --> 00:22:36,163 खबर देने वाला, बिली नाम का कोई बंदा था। 353 00:22:36,283 --> 00:22:40,243 पता चला कि बिली एमा का दोस्त था। 354 00:22:43,243 --> 00:22:47,483 मैं बिली को लैंज़रॉटी में पहले की शूटिंग के ज़रिए जानती थी। 355 00:22:47,563 --> 00:22:49,243 मैंने कहा, "तुम यहाँ कैसे?" 356 00:22:49,323 --> 00:22:50,843 बोला, "तुम्हारा बॉडीगार्ड।" 357 00:22:50,923 --> 00:22:54,243 मुझे लगा, "बाप रे, शेख ने बॉडीगार्ड का बंदोबस्त किया है।" 358 00:22:54,323 --> 00:22:56,683 मुझे काफ़ी खास महसूस हो रहा था। 359 00:22:59,723 --> 00:23:03,563 फिर माज़ ने बताया कि एमा का दोस्त बिली ड्रग्स लाकर देगा। 360 00:23:12,923 --> 00:23:14,323 तो मैं होटल पहुँची। 361 00:23:14,723 --> 00:23:18,163 स्टीव ने मुझे अलविदा कहा और बोला, "जो मन चाहे, मंगवा लेना। 362 00:23:18,243 --> 00:23:21,123 "शेख तुम्हारे लिए हर चीज़ का खर्चा उठाएगा। 363 00:23:21,203 --> 00:23:23,043 "कोई भी माँग बड़ी नहीं।" 364 00:23:24,963 --> 00:23:26,203 मैं होटल पहुँचा, 365 00:23:26,563 --> 00:23:28,563 और माज़ को फ़ोन किया और कहा, 366 00:23:29,043 --> 00:23:31,763 "वह पहुँच गई। स्टिंग ऑपरेशन का समय हो गया है।" 367 00:23:37,363 --> 00:23:39,403 आवाज़ और वीडियो, दोनों चाहिए थे। 368 00:23:39,723 --> 00:23:41,163 हमें फ़िल्म चाहिए थी। 369 00:23:41,243 --> 00:23:43,283 वह नहीं तो कोई कहानी नहीं। 370 00:23:43,963 --> 00:23:46,483 फिर मज़हर होटल के कमरे में आया 371 00:23:46,963 --> 00:23:49,123 जब मैं देख रहा था कि कैमरे कहाँ फिट करूँ। 372 00:23:51,003 --> 00:23:56,403 आड़ी-तिरछी लकड़ी की जाली वाला एक रेडिएटर था, 373 00:23:56,483 --> 00:23:58,403 तो मैंने उसमें कैमरा रख दिया। 374 00:24:00,203 --> 00:24:02,603 माज़ ने कोकीन नीचे रखने का ढोंग किया। 375 00:24:02,683 --> 00:24:04,563 और ऐसे किया। एकदम बढ़िया। 376 00:24:04,683 --> 00:24:06,083 बहुत ही बढ़िया। 377 00:24:06,603 --> 00:24:07,843 तो कमरा तैयार था। 378 00:24:08,363 --> 00:24:09,763 कैमरा तैयार था, 379 00:24:09,843 --> 00:24:12,083 आवाज़ तैयार थी, सब कुछ तैयार था। 380 00:24:12,443 --> 00:24:13,403 अब बस देर थी... 381 00:24:14,363 --> 00:24:15,883 एमा के अंदर आने की। 382 00:24:23,043 --> 00:24:24,683 याद है, बरामदे से जा रही थी, 383 00:24:24,803 --> 00:24:27,883 खटखटाने वाली थी और लगा, "अरे," और एकदम घबराई हुई थी। 384 00:24:27,963 --> 00:24:28,963 दरवाज़ा खटखटाया। 385 00:24:32,843 --> 00:24:35,643 जब एमा अंदर आई, माज़ ने उसका स्वागत किया। 386 00:24:35,723 --> 00:24:38,643 उसने लबादा नहीं पहना था। बस अपना सूट पहना था, 387 00:24:38,723 --> 00:24:41,323 और दोनों हाथों से उसका स्वागत किया। 388 00:24:41,403 --> 00:24:43,083 किसी अरबी राजकुमार की तरह। 389 00:24:44,483 --> 00:24:45,843 बढ़ा-चढ़ाकर बातें करने लगा। 390 00:24:45,923 --> 00:24:47,403 "तुम बहुत खूबसूरत हो। 391 00:24:47,523 --> 00:24:50,963 "मुझे लगता है तुम कमाल कर दोगी। कैलेंडर में कमाल की लगोगी।" 392 00:24:53,123 --> 00:24:55,523 वह काफ़ी अच्छे से तैयार हुआ था। 393 00:24:55,643 --> 00:24:57,923 मैंने देखा कि उसकी त्वचा बहुत अच्छी थी। 394 00:24:58,003 --> 00:25:00,123 नाखून एकदम साफ़-सुथरे थे। 395 00:25:00,203 --> 00:25:03,643 उसकी कलाई पर एक बड़ी सी सुनहरी घड़ी थी। 396 00:25:06,723 --> 00:25:10,643 मुझे याद है, मैं सोच रही थी कि उसमें ऊँचा दर्ज़ा और आकर्षण झलकता है। 397 00:25:13,123 --> 00:25:14,643 और वहाँ शैम्पेन थी। 398 00:25:16,123 --> 00:25:17,843 और बिली भी कमरे में था। 399 00:25:20,523 --> 00:25:24,523 होटल के कमरे का माहौल बहुत ही अच्छा था, 400 00:25:24,603 --> 00:25:26,723 पर मैं घबराया हुआ था। 401 00:25:27,243 --> 00:25:31,603 क्योंकि वे कैमरे लगाने पर हमेशा घबराहट होती थी। 402 00:25:32,483 --> 00:25:34,883 क्योंकि वे फ़र्श पर गिर सकते थे। 403 00:25:34,963 --> 00:25:36,963 या शायद बैटरी खत्म हो जाए, 404 00:25:37,043 --> 00:25:39,443 ठीक जब वह कोकीन लेने लगे। 405 00:25:40,083 --> 00:25:43,923 तो, मुझे हर वक्त चिंता लगी रहती थी क्योंकि उसका सफल होना ज़रूरी था। 406 00:25:50,643 --> 00:25:54,163 अचानक से बिली बोला, "तुम कोकीन लोगी?" 407 00:25:58,963 --> 00:26:00,563 और लड़की एकदम... 408 00:26:01,683 --> 00:26:03,883 हैरान नहीं, पर वह काफ़ी 409 00:26:03,963 --> 00:26:05,443 नाराज़ सी लगी। 410 00:26:05,803 --> 00:26:08,923 शायद थोड़ी परेशान सी लगी। माज़ बोला, 411 00:26:09,003 --> 00:26:12,203 "ले लो। हमें फ़र्क नहीं पड़ता। कोई मुश्किल नहीं है।" 412 00:26:12,283 --> 00:26:14,923 और वह अरबों की तरह पेश आ रहा था। 413 00:26:17,923 --> 00:26:20,803 उसने मुझे मना करते देखा और बोला, "नहीं, नहीं। ले लो।" 414 00:26:20,883 --> 00:26:22,923 मुझे एक-एक शब्द याद नहीं, 415 00:26:23,003 --> 00:26:26,723 पर मुझे कोकीन लेने के लिए काफ़ी उकसाया जा रहा था। 416 00:26:26,843 --> 00:26:31,363 इससे पहले मैंने कुछ-एक बार ही कोकीन ली होगी, 417 00:26:31,443 --> 00:26:33,283 और मुझे खास अच्छी भी नहीं लगी थी। 418 00:26:33,403 --> 00:26:36,643 पर मुझे सच में लगा, अगर मैंने "ना" कहा, 419 00:26:37,083 --> 00:26:38,363 तो शायद काम नहीं मिलेगा। 420 00:26:39,203 --> 00:26:41,323 फिर मैंने थोड़ी कोकीन ली। 421 00:26:42,843 --> 00:26:44,763 सोचा कि अब शायद वह मुझे पसंद करेगा। 422 00:26:48,603 --> 00:26:50,683 माज़ के पैर ज़मीन पर नहीं पड़ रहे थे। 423 00:26:50,763 --> 00:26:52,203 वह बोला, "फँसा लिया उसे।" 424 00:26:56,163 --> 00:26:57,883 फ़र्ज़ी शेख सफल हो रहा था। 425 00:27:00,363 --> 00:27:01,803 पर माज़ का दिल नहीं भरा। 426 00:27:12,443 --> 00:27:16,363 उसके बाद, शेख खड़ा हो गया और छोटी सी बालकनी के पास गया, 427 00:27:16,443 --> 00:27:17,403 और इशारे से बुलाया। 428 00:27:17,723 --> 00:27:20,363 मुझसे पूछा कि क्या उसके लिए कोकीन ला सकती हूँ। 429 00:27:22,083 --> 00:27:25,003 मैं थोड़ी हैरान हो गई। और मैंने उससे कहा, 430 00:27:25,083 --> 00:27:27,043 "बिली, वह... 431 00:27:27,243 --> 00:27:29,963 "वह आपके लिए काम करता है। वह कोकीन बेचता है। 432 00:27:30,963 --> 00:27:33,123 "बिली से ले लीजिए। मेरे पास नहीं है।" 433 00:27:33,883 --> 00:27:36,123 और उसने मेरी आँखों में देखा और कहा, 434 00:27:36,203 --> 00:27:38,363 "मुझे उस पर भरोसा नहीं। तुम पर है।" 435 00:27:39,443 --> 00:27:42,683 बोला, "मैं चाहता हूँ कि तुम बिली से ले लो, 436 00:27:42,763 --> 00:27:45,203 "और खाना खाकर लौटने के बाद मेरे कमरे में 437 00:27:45,283 --> 00:27:46,683 "उसे पहुँचा देना।" 438 00:27:47,243 --> 00:27:51,523 उस समय मुझे इस बात की चिंता होने लगी कि अगर मैं उसके कमरे में गई 439 00:27:51,603 --> 00:27:53,203 तो शायद मेरा फ़ायदा उठाएगा। 440 00:27:53,283 --> 00:27:56,123 मैं मना करती, और मुझे काम न मिलता। 441 00:27:56,203 --> 00:27:59,043 बिली ने मुझे बचाने का एक रास्ता सुझाया। 442 00:28:00,043 --> 00:28:02,203 और वह रास्ता था... 443 00:28:03,363 --> 00:28:07,483 कमरे के दरवाज़े के नीचे से कोकीन अंदर डाल देना। 444 00:28:08,803 --> 00:28:10,123 उसे धीरे से अंदर डालकर 445 00:28:11,923 --> 00:28:15,283 चुपचाप वहाँ से निकल जाना, और फिर उसे मैसेज भेजना, 446 00:28:15,363 --> 00:28:16,643 "दरवाज़े के नीचे डाल दी।" 447 00:28:17,243 --> 00:28:18,323 तो मैंने वही किया। 448 00:28:35,643 --> 00:28:37,483 पकड़ी गई! 449 00:28:37,563 --> 00:28:39,843 पेज थ्री लड़की का शर्मनाक ड्रग्स कांड! 450 00:28:39,923 --> 00:28:41,443 उसने फ़र्ज़ी शेख बनकर देखा, 451 00:28:42,123 --> 00:28:43,923 और समझ गया कि वह एकदम सफल हो गया। 452 00:28:44,723 --> 00:28:47,603 वह बहुत कुछ करके भी बच निकलता था। 453 00:28:48,803 --> 00:28:49,963 इसलिए वह लगा रहा। 454 00:28:56,723 --> 00:28:59,683 मेरे खयाल से मज़हर महमूद को शेख बनकर बहुत मज़ा आ रहा था। 455 00:28:59,763 --> 00:29:01,723 पत्रकारिता के साथ-साथ तमाशा था। 456 00:29:03,643 --> 00:29:05,723 फ़र्ज़ी शेख के सफ़ेद लबादों के ज़रिए, 457 00:29:05,803 --> 00:29:09,243 मज़हर महमूद ने अमीर, ताकतवर और प्रभावशाली लोगों की 458 00:29:09,323 --> 00:29:11,163 दुनिया में कदम रखा। 459 00:29:11,243 --> 00:29:14,403 दिन में रईसी, रात में डीलर विशेष! 460 00:29:14,963 --> 00:29:17,843 मैंने पूरी कहानी पढ़ी और बहुत रोई। 461 00:29:18,363 --> 00:29:22,043 मुझे अखबार में एक ड्रग डीलर के रूप में दिखाया गया था। 462 00:29:22,923 --> 00:29:24,083 मुझे यकीन नहीं हुआ। 463 00:29:24,683 --> 00:29:27,043 मुझे यकीन नहीं हुआ। तब मुझे एहसास हुआ 464 00:29:27,123 --> 00:29:29,403 कि शेख असल में शेख नहीं था। 465 00:29:29,563 --> 00:29:32,643 वह एक अंडरकवर खोजी रिपोर्टर था 466 00:29:32,723 --> 00:29:35,643 न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड से और उसका नाम था मज़हर महमूद। 467 00:29:35,723 --> 00:29:38,283 विशेष! मज़हर महमूद द्वारा 468 00:29:38,363 --> 00:29:39,883 मैं सदमे में थी। खौफ़ज़दा थी, 469 00:29:39,963 --> 00:29:43,043 शर्मिंदा थी कि लोग क्या सोचेंगे... 470 00:29:44,283 --> 00:29:48,163 मैं बस रोती ही रही। 471 00:29:49,003 --> 00:29:51,483 उस कहानी के बाहर आने के एक हफ़्ते के अंदर, 472 00:29:51,603 --> 00:29:55,043 मेरी मकान मालकिन ने मुझे घर से निकाल दिया। 473 00:29:55,123 --> 00:29:57,163 द सन ने काम देना बंद कर दिया। 474 00:29:57,883 --> 00:29:59,963 मैंने अपनी एजेंसी में फ़ोन किया। 475 00:30:00,043 --> 00:30:02,803 हमें हर शाम 5:00 बजे फ़ोन करके पता करना होता था 476 00:30:02,883 --> 00:30:05,563 कि अगले दिन हमारा क्या काम था। 477 00:30:06,203 --> 00:30:07,043 कुछ नहीं। 478 00:30:09,643 --> 00:30:14,283 मज़हर महमूद ने हमेशा अपने काम करने के तरीके को सही बताया। 479 00:30:14,363 --> 00:30:16,443 लोग आपके काम करने के तरीके की 480 00:30:16,523 --> 00:30:18,643 निंदा करते हैं और इस बात की 481 00:30:18,723 --> 00:30:21,123 कि आप लोगों को अपराध करने के लिए उकसाते हैं 482 00:30:21,203 --> 00:30:24,283 जो आपके प्रलोभनों के बिना वे न करते। 483 00:30:24,363 --> 00:30:26,803 इस बात पर बार-बार बहस हुई है, 484 00:30:26,883 --> 00:30:30,363 मतलब, सायमन, आप एक नामी हस्ती हैं। आप काफ़ी मशहूर है। 485 00:30:30,443 --> 00:30:33,563 क्या मैं आपको कोकीन बेचने के लिए राज़ी कर सकता हूँ? 486 00:30:33,883 --> 00:30:35,083 कभी राज़ी नहीं कर सकता, 487 00:30:35,163 --> 00:30:37,563 चाहे शेख बनूँ या सिख बनूँ या कुछ और। 488 00:30:37,643 --> 00:30:38,923 आप कोकीन नहीं बेचेंगे। 489 00:30:39,003 --> 00:30:41,283 हम गुनहगारों का पर्दाफ़ाश करते हैं। 490 00:30:43,483 --> 00:30:47,243 अगर आप माज़ को समझना चाहते हैं कि वह उस तरह से... 491 00:30:48,403 --> 00:30:49,323 काम क्यों करता है, 492 00:30:49,963 --> 00:30:52,243 तो आपको उसके अतीत में जाना होगा। 493 00:30:56,043 --> 00:30:59,603 माज़ और मैं बर्मिंघम में पले-बढ़े थे। 494 00:31:00,723 --> 00:31:04,363 बर्मिंघम 495 00:31:11,563 --> 00:31:15,683 मज़हर महमूद 1985 496 00:31:33,683 --> 00:31:36,323 वह एक एशियाई पाकिस्तानी परिवार से है। 497 00:31:37,243 --> 00:31:39,443 माज़ के पिता एक पाकिस्तानी जर्नलिस्ट थे 498 00:31:39,523 --> 00:31:40,803 मज़हर के पिता 499 00:31:40,883 --> 00:31:43,043 जो एक उर्दू पत्रिका के लिए काम करते थे, 500 00:31:44,323 --> 00:31:47,763 और सिर्फ़ अपनी बिरादरी की कहानियाँ बताते थे। 501 00:31:51,123 --> 00:31:56,243 माज़ को यह बात एकदम गँवारा नहीं थी कि वह सिर्फ़ एशियाई अखबारों में काम करे, 502 00:31:56,323 --> 00:31:57,403 अपने पिता की तरह। 503 00:31:57,883 --> 00:32:01,003 पर, जब उसने पत्रकारिता के बड़े नामों से जुड़ना चाहा, 504 00:32:01,083 --> 00:32:02,083 उसे मुश्किलें आईं। 505 00:32:03,283 --> 00:32:07,043 अस्सी के दशक में, इंगलैंड काफ़ी बंटा हुआ देश था 506 00:32:07,123 --> 00:32:08,123 पाकिस्तानियों निकलो 507 00:32:08,243 --> 00:32:10,563 जहाँ जातिवाद अपने चरम पर था, 508 00:32:10,643 --> 00:32:14,883 और एशियाई अल्पसंख्यकों के लिए बड़ी मीडिया कंपनियों में 509 00:32:14,963 --> 00:32:17,843 नौकरी पाना बहुत मुश्किल था। 510 00:32:21,283 --> 00:32:23,723 पत्रकारिता में कदम रखना बहुत मुश्किल रहा। 511 00:32:24,643 --> 00:32:26,563 स्थानीय अखबार में काम करना चाहता था। 512 00:32:26,643 --> 00:32:29,563 अनुभव की कमी के चलते, लगातार दो सालों तक नामंज़ूर हुआ। 513 00:32:29,763 --> 00:32:31,363 एशियाई लोगों के लिए मुश्किल था। 514 00:32:31,483 --> 00:32:34,603 तो, उस समय मैंने भेदभाव महसूस किया। 515 00:32:35,043 --> 00:32:37,403 पर उन दिनों में, मीडिया में एशियाई नहीं थे। 516 00:32:40,003 --> 00:32:41,443 जैसे वह पत्रकारिता में आया, 517 00:32:41,523 --> 00:32:44,123 उससे पता चलता है कि तब मज़हर महमूद कौन था 518 00:32:44,203 --> 00:32:46,963 और अपने पूरे करियर के दौरान मज़हर महमूद कौन था। 519 00:32:47,043 --> 00:32:48,603 शुरू से ही, यह बात साफ़ थी 520 00:32:48,683 --> 00:32:51,483 कि मज़हर महमूद किसी भी हद तक जाने को तैयार था, 521 00:32:51,563 --> 00:32:54,003 दावतों में परिवार के जिन दोस्तों से मिलता, 522 00:32:54,083 --> 00:32:55,803 उनकी भी मुखबिरी करता, 523 00:32:55,923 --> 00:32:59,283 जो वीडियो पायरेसी में शामिल होने की बातें करते थे। 524 00:33:02,843 --> 00:33:07,203 वह उस जानकारी को अखबार वालों तक पहुँचाता और वे उसे कहानी का रूप देते, 525 00:33:07,283 --> 00:33:10,443 और जल्द ही उसे पत्रकारिता में घुसने का रास्ता मिल गया। 526 00:33:13,683 --> 00:33:14,723 फ़ोन करके उनसे कहा, 527 00:33:14,803 --> 00:33:18,963 "एक गैंग को जानता हूँ जो टेप की नकली कॉपियाँ बना रहा है। पूरी खबर चाहिए?" 528 00:33:19,363 --> 00:33:22,523 ज़ाहिर है, उन्हें जानना था और वे बोले, "आकर हमसे बात करो।" 529 00:33:23,523 --> 00:33:25,883 पर तुमने वह कहानी एक पारिवारिक दावत में 530 00:33:25,963 --> 00:33:28,443 सुनी थी न? तो उसके बाद क्या हुआ? 531 00:33:28,523 --> 00:33:29,883 हाँ। अच्छा नहीं हुआ। 532 00:33:29,963 --> 00:33:33,243 मेरे परिवार वालों को लगा कि मैंने गलत किया। 533 00:33:33,323 --> 00:33:35,523 बिरादरी वाले आपको मुखबिर समझते हैं। 534 00:33:37,523 --> 00:33:39,163 उसकी नज़र लक्ष्य पर रहती थी। 535 00:33:39,563 --> 00:33:42,003 दृढ़ संकल्पी, महत्वाकांक्षी था। 536 00:33:42,763 --> 00:33:45,603 और किसी भी हद तक जाने को तैयार रहता था। 537 00:33:45,683 --> 00:33:46,963 पायरेसी रैकेट पर्दाफ़ाश 538 00:33:47,043 --> 00:33:50,683 और उस शुरुआती वीडियो पायरेसी वाली कहानी के बाद, 539 00:33:50,763 --> 00:33:54,363 माज़ ने मुझे बताया कि उसके पिता गुस्से से आग बबूला थे। 540 00:33:55,203 --> 00:33:56,843 उसे बाहर निकालने की धमकी दी। 541 00:33:56,923 --> 00:33:58,763 कि परिवार के नाम पर धब्बा लगा दिया। 542 00:33:58,843 --> 00:34:01,323 पर उसे परवाह नहीं थी। उसे बस कहानी से मतलब था। 543 00:34:01,403 --> 00:34:03,163 उसे कहानी मिल गई। वह बेरहम था। 544 00:34:03,243 --> 00:34:05,443 और उसका करियर ऐसे ही आगे बढ़ता रहा। 545 00:34:14,523 --> 00:34:16,202 पहली पीढ़ी वाले हम बच्चों पर 546 00:34:16,883 --> 00:34:19,483 सफ़ल होने के लिए काफ़ी दबाव... 547 00:34:20,803 --> 00:34:21,643 डाला जाता था। 548 00:34:21,803 --> 00:34:23,843 यह ज़रूरी नहीं था कि कितना बड़ा पद है, 549 00:34:23,923 --> 00:34:25,443 बल्कि यह कि कमाई कितनी है। 550 00:34:25,523 --> 00:34:28,043 हमारे माँ-बाप वही चाहते थे। 551 00:34:29,563 --> 00:34:32,202 उसने पत्रकारिता को 552 00:34:32,242 --> 00:34:34,843 पैसा कमाने का ज़रिया समझा। 553 00:34:34,923 --> 00:34:36,963 इसमें कोई शक नहीं। पैसे का पुजारी था। 554 00:34:37,043 --> 00:34:39,883 क्योंकि पैसे का मतलब है सफलता। 555 00:34:42,403 --> 00:34:45,363 माज़ पर कहानियाँ ढूँढ़ने का नशा था। 556 00:34:45,883 --> 00:34:49,963 और, किसी नशेड़ी की तरह जिसे हमेशा और दमदार, और बेहतर नशा चाहिए, 557 00:34:50,043 --> 00:34:53,242 माज़ को हमेशा और दमदार, और बेहतर कहानी की तलाश होती थी। 558 00:34:55,883 --> 00:34:58,523 न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड में खेल-कूद, 559 00:34:58,603 --> 00:35:00,083 यौन, कांड, यही सब होता था, 560 00:35:00,203 --> 00:35:02,683 और अगर आपको ऐसी कहानी मिलती जिसमें तीनों हों, 561 00:35:02,803 --> 00:35:04,683 फिर तो आपकी लॉटरी लग जाती। 562 00:35:09,683 --> 00:35:10,963 अगर आपको पता नहीं, 563 00:35:11,043 --> 00:35:13,043 इंगलैंड का प्रीमियर लीग कल शुरू होगा। 564 00:35:13,123 --> 00:35:15,723 चेल्सी एफ़.ए. कप विजेता 565 00:35:16,403 --> 00:35:20,323 न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड के लिए फ़ुटबॉल काफ़ी अहम था। 566 00:35:20,963 --> 00:35:23,803 हम हर समय ऐसी कहानियों की तलाश में रहते थे 567 00:35:23,883 --> 00:35:25,483 जिनसे फ़ुटबॉल खिलाड़ी 568 00:35:26,643 --> 00:35:28,163 गलत कारणों से जुड़े होते थे। 569 00:35:30,203 --> 00:35:32,683 उस समय, न्यूकैसल युनाइटेड फ़ुटबॉल क्लब 570 00:35:32,803 --> 00:35:35,163 प्रीमियर लीग की बेहतरीन टीमों में से था। 571 00:35:37,243 --> 00:35:41,203 माज़ को खबर मिली कि क्लब के चेयरमैन, फ़्रेडी शेपर्ड, 572 00:35:41,723 --> 00:35:44,123 और वाइस-चेयरमैन, डग हॉल, 573 00:35:44,203 --> 00:35:47,243 जो इज़्ज़तदार कारोबारी और परिवारवाले बनते फिर रहे थे, 574 00:35:47,363 --> 00:35:50,243 मैच छोड़कर मार्बेया जाने वाले थे, 575 00:35:50,363 --> 00:35:53,403 वहाँ शहर भर के बदनाम नाइटक्लबों में घूमने जा रहे थे। 576 00:35:56,083 --> 00:35:58,843 हमें पता था कि वह एक बड़ी, दमदार कहानी होगी, 577 00:35:58,923 --> 00:36:04,123 क्योंकि न्यूकैसल के लिए और न्यूकैसल के चाहनेवालों के लिए 578 00:36:04,203 --> 00:36:07,043 फ़ुटबॉल सब कुछ था। वह जैसे उनका धर्म था। 579 00:36:07,163 --> 00:36:08,803 फ़िन की टून फौज 580 00:36:08,883 --> 00:36:13,683 और स्टेडियम, सेंट जेम्स पार्क किसी बड़े चर्च जैसा था। 581 00:36:14,163 --> 00:36:16,843 और खिलाड़ी भगवान की जगह थे। 582 00:36:20,803 --> 00:36:26,523 और न्यूकैसल फ़ुटबॉल के अधिकारी उस धर्म के धर्मगुरू थे। 583 00:36:28,003 --> 00:36:30,123 घर पर स्वागत है... एलन शियरर 584 00:36:30,203 --> 00:36:32,163 ऐसी कहानी के साथ, वह ऐसा कांड था 585 00:36:32,203 --> 00:36:34,683 जो आज सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल जाता। 586 00:36:36,683 --> 00:36:37,843 पर, '90 के दशक में, 587 00:36:37,923 --> 00:36:41,563 बंद दरवाज़ों के पीछे की खबरें 588 00:36:41,643 --> 00:36:43,083 टैब्लॉयड से ही मिलती थीं। 589 00:36:44,443 --> 00:36:46,523 और सब जानते थे कि पर्दाफ़ाश करने में 590 00:36:46,603 --> 00:36:48,483 न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड सबसे माहिर था। 591 00:36:49,923 --> 00:36:51,643 इसीलिए लोग वह अखबार खरीदते थे। 592 00:36:51,683 --> 00:36:54,723 इसीलिए वह देश का सबसे ज़्यादा बिकने वाला अखबार था। 593 00:36:57,243 --> 00:37:00,123 फ़्रेडी और डग को कोई हाथ नहीं लगा सकता था 594 00:37:00,203 --> 00:37:01,563 और वे जो भी कर रहे थे, 595 00:37:01,643 --> 00:37:03,803 उसे साबित करना लगभग नामुमकिन था। 596 00:37:05,923 --> 00:37:08,923 पर जितना माज़ से कहा जाता कि कोई चीज़ नामुमकिन है, 597 00:37:09,003 --> 00:37:10,243 वह उतना उसके पीछे दौड़ता। 598 00:37:11,323 --> 00:37:12,723 हमने डग हॉल से बात की 599 00:37:13,243 --> 00:37:16,483 और कहा, "मेरा एक ग्राहक है जो मिडल ईस्ट का 600 00:37:17,043 --> 00:37:19,523 "एक दौलतमंद शेख है और वह चाहता है कि दुबई में 601 00:37:19,603 --> 00:37:21,203 "एक फ़ुटबॉल लीग शुरू करे, 602 00:37:21,323 --> 00:37:25,163 "और उसके पास लगाने के लिए पैसा है और आपसे बात करना चाहता है।" 603 00:37:26,203 --> 00:37:30,563 डग हॉल झाँसे में आ गया और बोला, "आपसे मार्बेया में मुलाकात होगी।" 604 00:37:44,083 --> 00:37:47,403 माज़ ने मुझसे कहा कि मुझे उसका बॉडीगार्ड बनना होगा, 605 00:37:47,803 --> 00:37:49,723 कि मैं अच्छे से तैयार होकर आऊँ। 606 00:37:50,523 --> 00:37:52,243 "तुम शेख के साथ हो, 607 00:37:52,443 --> 00:37:54,563 "फ़ोटोग्राफ़र जैसे नज़र मत आना।" 608 00:37:59,003 --> 00:38:01,643 हम सब मार्बेया क्लब पहुँचे। 609 00:38:01,683 --> 00:38:03,603 माज़ ने एक आलीशान बंगला बुक किया। 610 00:38:04,083 --> 00:38:05,203 काफ़ी महंगा था। 611 00:38:10,963 --> 00:38:14,123 कॉनरैड तकनीशियन था, चौकसी उसका काम था। 612 00:38:15,083 --> 00:38:17,443 उसे बगल के कमरे से फुटेज देखना था। 613 00:38:19,483 --> 00:38:21,563 हमने बंगले में कई चीज़ें रखीं, 614 00:38:21,643 --> 00:38:24,523 जैसे दुबई का एक ड्यूटी फ़्री बैग 615 00:38:24,603 --> 00:38:27,643 और हुक्के का पाइप। 616 00:38:28,203 --> 00:38:32,843 माज़ ऐसा दिखाना चाहता था कि हम अभी दुबई से आए हैं। 617 00:38:32,923 --> 00:38:38,523 रात 21:29 बजे 08 मार्च 1998 618 00:38:41,923 --> 00:38:44,203 मेरा सरनेम टफ़ है, टी-ओ-यू-जी-एच। 619 00:38:44,403 --> 00:38:45,643 मैं साढ़े दस सालों तक, 620 00:38:46,203 --> 00:38:47,683 विशेष बल में था। 621 00:38:47,803 --> 00:38:49,843 मैं दस बार मरते-मरते बचा। 622 00:38:52,323 --> 00:38:55,523 तो रात के लगभग 9:30, 10:00 बजे हम मार्बेया पहुँचे। 623 00:38:55,643 --> 00:38:57,203 डगलस और फ़्रेडी ने मुझसे कहा, 624 00:38:57,363 --> 00:38:59,803 "मार्बेया बीच क्लब में हमारी एक मुलाकात है। 625 00:39:00,803 --> 00:39:03,483 "दुबई के किसी शेख से मिलना है। इतना ही पता है।" 626 00:39:11,003 --> 00:39:12,483 शेखों के बारे में पता था। 627 00:39:12,563 --> 00:39:14,163 पता था वे कैसे काम करते हैं, 628 00:39:14,563 --> 00:39:16,363 मुझे उनकी आदतों का पता था। 629 00:39:16,683 --> 00:39:20,643 क्योंकि बॉडीगार्ड के पेशेवर करियर में, मैं सऊदी अरब के तेल मंत्री, 630 00:39:20,683 --> 00:39:23,843 प्रिंस अहमद ज़की यमनी का बॉडीगार्ड रह चुका हूँ, 631 00:39:23,923 --> 00:39:25,803 जो उस समय सबसे ताकतवर आदमी थे, 632 00:39:25,883 --> 00:39:27,603 वही तेल की कीमतें तय करते थे। 633 00:39:28,563 --> 00:39:32,163 किसी मुलाकात से पहले, मैं पता करता हूँ कि किससे मिलने वाले हैं, 634 00:39:32,203 --> 00:39:35,123 उसकी पिछली जानकारी, उसकी असलियत जानने के लिए। 635 00:39:35,603 --> 00:39:36,923 पर मेरे पास समय नहीं था। 636 00:39:37,003 --> 00:39:38,363 डगलस और फ़्रेडी से कहा, 637 00:39:38,643 --> 00:39:40,643 "रुकिए, मैं इसके बारे में पता कर लूँ।" 638 00:39:44,243 --> 00:39:47,243 जब वे पहुँचे, अचानक से हमें एहसास हुआ 639 00:39:47,483 --> 00:39:49,483 कि ये दोनों साथ में एक रखवाला लाए हैं, 640 00:39:49,563 --> 00:39:53,443 ब्रायन टफ़, जो चौकसी में माहिर है। 641 00:39:54,043 --> 00:39:57,883 मुझे लगा, "हे भगवान! धत् तेरी! यह झट से हमें पहचान लेगा।" 642 00:40:01,163 --> 00:40:02,483 मैं बंगले तक गया। 643 00:40:03,243 --> 00:40:04,843 "ज़रा अंदर से देखना है।" 644 00:40:05,363 --> 00:40:06,323 "हाँ, ज़रूर।" 645 00:40:07,043 --> 00:40:08,923 तो, अंदर गया, जल्दी से नज़र दौड़ाई। 646 00:40:13,043 --> 00:40:14,483 काफ़ी आलीशान बंगला लगा। 647 00:40:17,403 --> 00:40:18,723 फटाफट कमरा टटोलकर देखा। 648 00:40:21,803 --> 00:40:24,483 हमें लगा, "अगर उसे माइक्रोफ़ोन दिख गया तो? 649 00:40:24,963 --> 00:40:25,883 "हम क्या करें?" 650 00:40:32,683 --> 00:40:34,683 हम नज़र रख रहे थे, देख रहे थे, 651 00:40:34,803 --> 00:40:35,923 कहीं कोई खतरा न हो। 652 00:40:36,083 --> 00:40:38,523 हम हर समय चौकन्ने रहते हैं। 653 00:40:42,163 --> 00:40:44,163 मेरा दिल ज़ोरों से धड़क रहा था। 654 00:40:47,883 --> 00:40:51,363 ज़ाहिर है, उस कमरे में कोई भी ऐसी-वैसी बात नहीं थी। 655 00:40:51,723 --> 00:40:53,723 तो डगलस और फ़्रेडी अंदर आए। 656 00:40:57,643 --> 00:41:00,243 फ़्रेडी और डग मुख्य बैठक में गए, 657 00:41:00,363 --> 00:41:05,083 और माज़ अपने कमरे में से निकला और उसने लबादा पहना हुआ था। 658 00:41:17,723 --> 00:41:19,923 मैंने शेख को देखा और उसे देखकर लगा... 659 00:41:21,003 --> 00:41:21,883 कैसे बताऊँ? 660 00:41:22,683 --> 00:41:24,003 "शेख जैसा" कहने वाला था। 661 00:41:28,243 --> 00:41:30,723 ज़ाहिर है, उन्होंने कुछ नहीं देखा, 662 00:41:30,843 --> 00:41:33,243 क्योंकि सबसे पहले उनकी नज़र 663 00:41:33,363 --> 00:41:34,883 दुबई वाले बैग पर गई। 664 00:41:35,603 --> 00:41:36,923 माज़ ने नीचे देखा, 665 00:41:37,043 --> 00:41:39,403 और फिर मुझे देखकर बोला, "जानवर कहीं का!" 666 00:41:39,803 --> 00:41:41,803 "तुमसे क्या कहा है?" और फिर उसने... 667 00:41:42,443 --> 00:41:45,803 हॉल और शेपर्ड की ओर देखा और बोला, "ये नौकर भी, साले।" 668 00:41:46,323 --> 00:41:47,483 वे हँस रहे थे। 669 00:41:47,563 --> 00:41:50,083 और मैंने रोनी शक्ल बनाकर बैग उठा लिया। 670 00:42:05,043 --> 00:42:09,243 फ़्रेडी और डग बैठे थे और उन्होंने शराब पीना शुरू ही किया था। 671 00:42:12,723 --> 00:42:14,683 माज़ किरदार में घुसता जा रहा था, 672 00:42:14,723 --> 00:42:16,923 अपनी उंगलियों से चुटकी बजा रहा था, 673 00:42:17,003 --> 00:42:20,043 उसने कमरे में कॉन्यैक की 674 00:42:20,123 --> 00:42:21,443 बहुत महंगी बोतल मंगवाई। 675 00:42:24,603 --> 00:42:26,603 वे शैम्पेन और ब्रैंडी पी रहे थे। 676 00:42:26,683 --> 00:42:28,723 वे... वे बस पिए जा रहे थे। 677 00:42:30,163 --> 00:42:34,603 और फ़्रेडी शेपर्ड और डग हॉल जो भी देख रहे थे, उस बात पर यकीन कर रहे थे। 678 00:42:36,203 --> 00:42:37,883 खिलाड़ियों का मज़ाक उड़ाया... 679 00:42:39,723 --> 00:42:43,003 और फिर लड़कियों की बातें करने लगे। 680 00:42:43,443 --> 00:42:45,203 हमें उनकी बातों पर यकीन नहीं हुआ। 681 00:42:45,323 --> 00:42:48,563 फ़्रेडी बोला कि न्यूकैसल की सभी लड़कियाँ कुतिया हैं... 682 00:42:49,643 --> 00:42:51,043 अपने फ़ैन्स का अपमान किया। 683 00:42:52,523 --> 00:42:57,043 उसी समय, बगल के कमरे में कॉनरैड फुटेज देख रहा था। 684 00:42:59,443 --> 00:43:01,123 फुटेज थोड़ा धुंधला है। 685 00:43:01,203 --> 00:43:03,003 तब कैमरे इतने अच्छे नहीं होते थे। 686 00:43:03,683 --> 00:43:06,563 वे बहुत ही घटिया बातें कर रहे थे। 687 00:43:06,643 --> 00:43:08,403 सुनकर यकीन नहीं हो रहा था। 688 00:43:09,043 --> 00:43:11,123 और अंदर आते ही 50 लड़कियाँ होती हैं। 689 00:43:11,643 --> 00:43:15,443 नहीं, बस अंदर जाइए, ड्रिंक लीजिए, लड़कियाँ वहाँ होती हैं, 690 00:43:15,523 --> 00:43:17,323 चाहो तो कोई लड़की चुन लो। 691 00:43:19,963 --> 00:43:22,923 माज़ शाही तरीके से पेश आ रहा था 692 00:43:23,003 --> 00:43:26,083 और डग और फ़्रेडी को भरोसा जीत लिया। 693 00:43:26,163 --> 00:43:28,923 अपनी बातों से उन्होंने अपने लिए गड्ढ़ा खोद लिया। 694 00:43:29,523 --> 00:43:31,003 हमें यकीन नहीं हो रहा था। 695 00:43:36,323 --> 00:43:39,083 फ़्रेडी और डग ने कहा, "चलकर मौज-मस्ती करते हैं।" 696 00:43:43,763 --> 00:43:46,403 हम मिलेडी पैलेस नाम की किसी जगह पर गए। 697 00:43:46,483 --> 00:43:48,443 लैप डांसिंग, नाइटक्लब। 698 00:43:49,803 --> 00:43:53,803 उसमें लड़कियाँ भरी पड़ी थीं और वे अश्लील ढंग से नाच कर रही थीं। 699 00:43:56,563 --> 00:43:59,683 फ़्रेडी शेपर्ड ने फ़र्ज़ी शेख, माज़ से यह भी कहा 700 00:43:59,763 --> 00:44:03,203 कि ब्रिटिश टैब्लॉयड्स के चलते, उन्हें यूके में कोई भी काम, 701 00:44:03,283 --> 00:44:05,403 सोच-समझकर करना पड़ता है। 702 00:44:16,483 --> 00:44:19,203 न्यूकैसल युनाइटेड में आज रात खलबली मच गई है 703 00:44:19,283 --> 00:44:22,163 जब उसके मालिक एक टैब्लॉयड स्टिंग ऑपरेशन में पकड़े गए 704 00:44:22,243 --> 00:44:24,963 जो न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड के मज़हर महमूद ने किया, 705 00:44:25,043 --> 00:44:27,243 जिसे फ़र्ज़ी शेख भी कहा जाता है। 706 00:44:30,843 --> 00:44:32,643 दोनों आदमियों के खिलाफ़ 707 00:44:32,723 --> 00:44:35,003 न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड में आरोप लगाए गए 708 00:44:35,083 --> 00:44:38,243 जब एक गुप्त रिपोर्टर ने उन्हें एक स्पैनिश वेश्यालय पर पकड़ा। 709 00:44:38,323 --> 00:44:41,963 अखबार ने बताया कि कारोबार के दौरों पर, अकसर वे लड़कीबाज़ी करते थे। 710 00:44:42,403 --> 00:44:44,003 दावा है कि फ़ैन्स का अपमान किया, 711 00:44:44,083 --> 00:44:45,883 टाइनसाइड की औरतों को कुतिया कहा। 712 00:44:45,963 --> 00:44:48,403 इस खुलासे ने समर्थकों को चौंका दिया हैं। 713 00:44:48,483 --> 00:44:49,643 इस्तीफ़ा दे देना चाहिए। 714 00:44:51,163 --> 00:44:54,563 उन्होंने औरतों के बारे में जो कहा, वे बहुत ही बदमिज़ाज हैं। 715 00:44:54,643 --> 00:44:56,683 उनके किए को माफ़ नहीं कर सकते। 716 00:44:57,843 --> 00:44:59,683 फ़ैन्स ने यह क्लब बनाया है। 717 00:45:00,403 --> 00:45:01,403 निदेशकों ने नहीं। 718 00:45:01,483 --> 00:45:02,683 विशेष! मज़हर महमूद 719 00:45:06,723 --> 00:45:09,723 उसने जिस तरह न्यूकैसल के निदेशकों को निंदा करते पकड़ा, 720 00:45:09,803 --> 00:45:12,323 वह ज़बरदस्त था, 721 00:45:12,403 --> 00:45:14,443 "न्यूकैसल की सभी लड़कियाँ कुतिया हैं।" 722 00:45:14,843 --> 00:45:17,163 मज़हर संडे में जो करता, 723 00:45:17,243 --> 00:45:19,643 दुनिया भर की प्रेस उस पर नज़र रखती। 724 00:45:23,643 --> 00:45:26,083 कल के आवासी मैच में फ़ैन्स ने "जूडस" चिल्लाकर 725 00:45:26,163 --> 00:45:28,603 ज़ाहिर किया कि उनके साथ गद्दारी हुई है। 726 00:45:28,723 --> 00:45:31,443 जूडस! जूडस! 727 00:45:31,923 --> 00:45:34,043 और "बोर्ड को हटाओ" चिल्लाते हुए, 728 00:45:34,123 --> 00:45:35,723 उनके इस्तीफ़े की माँग की। 729 00:45:36,123 --> 00:45:38,323 बोर्ड को हटाओ! 730 00:45:42,603 --> 00:45:43,963 लंदन हिल्टन ऑन पार्क लेन 731 00:45:48,403 --> 00:45:49,723 उस कहानी के सामने आने पर, 732 00:45:49,803 --> 00:45:52,723 मज़हर ने रिपोर्टर ऑफ़ द ईयर 1999 जीता, 733 00:45:52,803 --> 00:45:53,963 जोकि कमाल की बात है। 734 00:45:54,043 --> 00:45:54,963 वह बहुत ही... 735 00:45:55,683 --> 00:45:59,083 ज़बरदस्त, अंडरकवर, खोजी पत्रकारिता थी जिसकी मैं बराबरी 736 00:45:59,243 --> 00:46:00,283 नहीं कर सकता था। 737 00:46:00,363 --> 00:46:02,483 मैं उतना अच्छा काम कभी नहीं कर सकता था। 738 00:46:02,563 --> 00:46:05,283 हमारे माज़ ने रिपोर्टर ऑफ़ द ईयर जीता! 739 00:46:05,363 --> 00:46:07,683 मुझे बहुत गर्व महसूस हुआ! 740 00:46:07,923 --> 00:46:09,763 बहुत बड़ी बात है। ऑस्कर्स है, 741 00:46:10,363 --> 00:46:11,923 हमारे पेशे का ऑस्कर्स है। 742 00:46:12,603 --> 00:46:15,123 और अवॉर्ड जाता है... 743 00:46:15,923 --> 00:46:17,803 आपने जो ज़बरदस्त कहानी 744 00:46:18,003 --> 00:46:20,603 ढूँढ़कर निकाली, उसे अपने पहले पन्ने पर देखना, 745 00:46:20,923 --> 00:46:23,603 इससे बड़ी खुशी की बात और कोई नहीं, और आपको पता है 746 00:46:24,203 --> 00:46:26,803 कि बाकी की फ़्लीट स्ट्रीट वाह-वाही कर रही है। 747 00:46:26,883 --> 00:46:29,203 ब्रिटिश प्रेस अवार्ड्स रिपोर्टर ऑफ़ द ईयर 1999 748 00:46:29,283 --> 00:46:30,923 मज़हर महमूद न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड 749 00:46:31,003 --> 00:46:34,163 तब तक, मज़हर सबसे ज़्यादा तनख्वाह पाने वाला रिपोर्टर था। 750 00:46:34,563 --> 00:46:35,683 और सही भी है। 751 00:46:38,203 --> 00:46:40,163 मैं माज़ से वाकई प्रभावित थी। 752 00:46:40,443 --> 00:46:42,363 उसके पास वह था जो दूसरे चाहते थे। 753 00:46:42,803 --> 00:46:46,363 अखबार पढ़ने वालों की तारीफ़ें, 754 00:46:46,443 --> 00:46:48,843 ताकतवर लोगों की तारीफ़ें। 755 00:46:48,963 --> 00:46:51,963 चुटकी बजाते ही, उसे कहानी के पैसे मिल जाते थे, 756 00:46:52,123 --> 00:46:54,283 जबकि हम सब को भीख माँगनी पड़ती। 757 00:46:55,083 --> 00:46:58,483 उसके लिए वह एक खेल था। और उसने वह खेल जीता। हर बार। 758 00:47:01,603 --> 00:47:03,803 याद है, उसे खूबसूरत गाड़ी में बैठकर, 759 00:47:04,243 --> 00:47:06,563 अच्छे-अच्छे रेस्तरां में जाते देखता था। 760 00:47:06,883 --> 00:47:10,203 गहने, उसकी घड़ी, उसके पास रोलेक्स थी। 761 00:47:10,523 --> 00:47:14,563 केनसिंग्टन में, चार कमरों वाला, शानदार, बड़ा सा मकान। 762 00:47:18,763 --> 00:47:21,043 वह एक कमाल का जर्नलिस्ट था। हाँ। 763 00:47:26,083 --> 00:47:27,083 पर मैं बता रहा हूँ, 764 00:47:27,963 --> 00:47:29,083 वह बेरहम था। 765 00:47:30,243 --> 00:47:31,563 बहुत ही बेरहम था। 766 00:47:34,003 --> 00:47:36,043 और कुछ भी उसे रोक नहीं सकता था। 767 00:47:36,763 --> 00:47:38,723 कोई भी चीज़ उसे रोक नहीं सकती थी। 768 00:47:41,603 --> 00:47:47,523 मज़हर महमूद को टिप्पणी देने को कहा गया, पर जवाब नहीं मिला। 769 00:47:47,603 --> 00:47:53,523 न्यूज़ यूके को टिप्पणी देने को कहा गया, पर जवाब नहीं मिला। 770 00:48:51,443 --> 00:48:53,443 संवाद अनुवादक परवीन कौर शोम 771 00:48:53,523 --> 00:48:55,523 रचनात्मक पर्यवेक्षक शीला सिजिन मैथ्यूज़