1 00:00:06,283 --> 00:00:09,443 इस सीरीज़ को गवाहों के विवरण के आधार पर नाटकीय रूप दिया गया है। 2 00:00:09,523 --> 00:00:12,403 कुछ घटनाएँ एवं पात्र बदले या जोड़े गए हैं। 3 00:00:12,483 --> 00:00:15,203 इस सीरीज़ के तीन भाग हैं और हर एपिसोड को 4 00:00:15,283 --> 00:00:18,843 पूरी सीरीज़ को ध्यान में रखते हुए देखा और समझा जाना चाहिए। 5 00:00:30,003 --> 00:00:32,802 मैं ऑनलाइन थी और मैंने एक प्रोफ़ाइल देखी। 6 00:00:35,683 --> 00:00:39,123 मैंने उससे उसका नाम पूछा, और उसने कहा, "मज़हर महमूद।" 7 00:00:41,963 --> 00:00:44,043 उसके साथ मुझे ऐसा लगा जैसे... 8 00:00:44,963 --> 00:00:46,843 मेरे अलावा और कुछ मायने नहीं रखता। 9 00:00:51,363 --> 00:00:54,443 मैंने कहा, "मैं जानना चाहती हूँ कि तुम कैसे दिखते हो।" 10 00:00:55,243 --> 00:00:56,243 और... 11 00:00:56,923 --> 00:00:59,843 उसने मुझे कुछ तस्वीरें भेजीं, पर उसने अपना चेहरा... 12 00:01:01,243 --> 00:01:02,083 ढक दिया था। 13 00:01:05,443 --> 00:01:06,883 मुझे लगा, "यह है कौन?" 14 00:01:10,963 --> 00:01:13,323 मैंने उससे पूछा, "तुम क्या काम करते हो?" 15 00:01:13,443 --> 00:01:15,123 और उसने कहा कि बिज़नेसमैन है। 16 00:01:17,243 --> 00:01:20,523 और, सच कहूँ तो, मैंने मान लिया और आगे बढ़ी। 17 00:01:20,603 --> 00:01:22,363 मुझे कोई शक नहीं हुआ। 18 00:01:23,603 --> 00:01:27,003 बिज़नेसमैन के बाद उसने खुद को सरकारी मुलाज़िम बताया, 19 00:01:27,483 --> 00:01:28,843 तब मैं उलझन में पड़ गई। 20 00:01:29,563 --> 00:01:32,443 मैं पूछने लगी, "सरकार के लिए क्या काम करते हो?" 21 00:01:32,802 --> 00:01:35,163 बोला, "सुरक्षा कारणों से नहीं बता सकता।" 22 00:01:36,483 --> 00:01:37,763 फिर मुझे लगा, 23 00:01:37,843 --> 00:01:39,443 "मुझे कोई खतरा है?" वह सब। 24 00:01:41,763 --> 00:01:43,802 एक दिन, वह बोला, "मुझसे मिलना चाहोगी?" 25 00:01:44,082 --> 00:01:45,603 और मैंने कहा, "ठीक है।" 26 00:01:45,683 --> 00:01:47,563 मैंने कहा, "पर बताओ तुम हो कौन।" 27 00:01:49,522 --> 00:01:53,243 और फिर उसने बताया। वह बोला, "मैं सरकार के लिए काम नहीं करता। 28 00:01:55,082 --> 00:01:57,203 "मैं एक अंडरकवर जर्नलिस्ट हूँ।" 29 00:01:59,883 --> 00:02:00,763 और मैंने सोचा, 30 00:02:00,843 --> 00:02:01,683 "रुको, क्या?" 31 00:02:06,203 --> 00:02:07,323 शुरुआत उसी तरह हुई। 32 00:02:09,483 --> 00:02:11,803 माज़ लोगों को अपनी तस्वीर लेने नहीं देता था, 33 00:02:12,283 --> 00:02:14,203 पर मुझे लेने देता था, 34 00:02:14,763 --> 00:02:17,403 और उसने हम दोनों की, साथ में 35 00:02:17,483 --> 00:02:18,883 सैंकड़ों तस्वीरें लीं। 36 00:02:23,483 --> 00:02:26,603 बात यह है, सब को लगता था कि वे फ़र्ज़ी शेख को जानते हैं, 37 00:02:28,443 --> 00:02:29,283 पर... 38 00:02:29,643 --> 00:02:31,203 मैं उसके असली रूप को जानती थी। 39 00:02:33,283 --> 00:02:34,122 मैं जानती थी... 40 00:02:34,203 --> 00:02:35,163 मज़हर महमूद को। 41 00:02:46,363 --> 00:02:49,763 फ़र्ज़ी शेख नाम के जर्नलिस्ट, मज़हर महमूद का मुकदमा 42 00:02:49,843 --> 00:02:51,683 ओल्ड बेली में शुरू हो गया है। 43 00:02:54,443 --> 00:02:57,563 उसे सच मानना इतना मुश्किल था कि वह सच लगता था, समझे न? 44 00:02:57,643 --> 00:02:58,803 यह झूठ नहीं हो सकता। 45 00:03:03,203 --> 00:03:07,123 तीस सालों तक, वह मज़े से अपनी पहचान को छुपाता रहा। 46 00:03:08,363 --> 00:03:10,643 उसकी गुमनामी, उसका रहस्य, 47 00:03:10,723 --> 00:03:14,003 उसकी इस पूरी साज़िश की नींव थी। 48 00:03:15,963 --> 00:03:18,763 खुद को "स्टिंग का बादशाह" कहने वाला, 49 00:03:18,843 --> 00:03:22,083 हर रोज़ टोपी की आड़ में अदालत पहुँचता है। 50 00:03:23,603 --> 00:03:26,483 मेरे हिसाब से वह एक निर्दयी, बेईमान, 51 00:03:26,563 --> 00:03:28,443 और बेरहम इंसान था। 52 00:03:29,683 --> 00:03:32,203 मज़हर महमूद ने सनसनीखेज़ खबरों का खुलासा किया है। 53 00:03:32,283 --> 00:03:33,203 क्रिमिनल कोर्ट 54 00:03:33,283 --> 00:03:36,083 जैसे पाकिस्तानी क्रिकेट में मैच-फ़िक्सिंग का, 55 00:03:36,163 --> 00:03:38,563 और विक्टोरिया बेकहम के अपहरण का खुलासा। 56 00:03:41,083 --> 00:03:43,083 माज़ ने इस बात को लेकर खेल खेला 57 00:03:43,603 --> 00:03:46,163 कि पैसा कोई मुश्किल नहीं है, 58 00:03:46,243 --> 00:03:49,043 और अगर आप करीब पहुँच जाएँ, तो अपना हिस्सा ले सकते हैं। 59 00:03:57,523 --> 00:03:58,643 यह कहना मुश्किल है। 60 00:03:59,083 --> 00:04:01,803 वह अपने काम में बहुत, बहुत ही माहिर है। 61 00:04:08,163 --> 00:04:14,163 द फ़ेक शेख 62 00:04:21,843 --> 00:04:23,243 द सन द संडे टाइम्स 63 00:04:23,283 --> 00:04:24,963 द टाइम्स न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड 64 00:04:28,363 --> 00:04:29,683 न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड 65 00:04:29,763 --> 00:04:31,283 नब्बे के दशक के अंत में, 66 00:04:31,803 --> 00:04:34,202 माज़ ने न्यूज़पेपर रिपोर्टर ऑफ़ द ईयर जीता था। 67 00:04:34,283 --> 00:04:35,563 मुखबिर 68 00:04:35,643 --> 00:04:37,363 रिपोर्टर ऑफ़ द ईयर मज़हर महमूद 69 00:04:37,403 --> 00:04:38,843 उसे उस बात पर बहुत गर्व था। 70 00:04:39,963 --> 00:04:42,523 यह आदमी सबसे अव्वल 71 00:04:42,603 --> 00:04:45,163 खोजी, रिपोर्टर था, या जो भी आप कहना चाहें। 72 00:04:51,202 --> 00:04:53,043 पर, 2000 की शुरुआत में, 73 00:04:53,563 --> 00:04:56,723 न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड ने बड़े पैमाने पर फ़ोन हैक करने शुरू किए। 74 00:04:56,803 --> 00:04:58,123 जर्नलिस्ट 75 00:04:59,523 --> 00:05:00,363 मिस्टर मलकैर? 76 00:05:02,683 --> 00:05:06,283 लोगों के फ़ोन हैक करके, उनके मैसेज सुनने के लिए, 77 00:05:06,403 --> 00:05:10,203 न्यूज़ ने ग्लेन मलकैर को प्राइवेट इन्वेस्टिगेटर के तौर पर रखा। 78 00:05:14,843 --> 00:05:17,083 माज़ को वह नापसंद था। एक, वह गैरकानूनी था। 79 00:05:17,803 --> 00:05:19,483 दो, वह बहुत ही ओछी, बेकार, 80 00:05:19,923 --> 00:05:21,283 घटिया पत्रकारिता थी। 81 00:05:22,403 --> 00:05:27,163 पर ग्लेन मलकैर इतनी कम कीमत पर, इतनी सारी कहानियाँ लेकर आया, 82 00:05:27,603 --> 00:05:30,523 और, क्योंकि वह इतना सफ़ल हो रहा था, 83 00:05:30,603 --> 00:05:32,202 अब मज़हर की ज़रूरत नहीं थी। 84 00:05:33,123 --> 00:05:35,963 हम बस उनके मैसेज सुन सकते थे। काफ़ी सस्ता रास्ता था। 85 00:05:38,243 --> 00:05:41,202 टैब्लॉयड की दुनिया में काफ़ी दबाव, काफ़ी तनाव था। 86 00:05:41,283 --> 00:05:43,363 पिछली कहानी ही आपकी सफलता तय करती थी, 87 00:05:43,443 --> 00:05:46,363 आप अच्छा काम न करें, तो निकाल दिए जाते और ऐसा हो रहा था। 88 00:05:46,443 --> 00:05:47,683 जर्नलिस्ट 89 00:05:47,883 --> 00:05:50,643 उससे उम्मीद थी कि बड़ी-बड़ी कहानियाँ लाएगा। 90 00:05:50,723 --> 00:05:52,403 डिप्टी संपादक न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड 91 00:05:52,483 --> 00:05:54,003 महमूद के लिए सच कहें तो, 92 00:05:54,083 --> 00:05:58,202 उसका अपना अहम चाहता होगा कि वह बड़ी-बड़ी कहानियाँ लेकर आए। 93 00:05:59,123 --> 00:06:03,163 मज़हर को अपने काम में सुधार लाना था, साबित करना था कि उसके पुराने तरीके 94 00:06:04,003 --> 00:06:06,723 कारगर थे, बजट के लायक थे, और आगे बढ़ने लायक थे। 95 00:06:15,083 --> 00:06:17,443 न्यू स्कॉटलैंड यार्ड 96 00:06:20,243 --> 00:06:23,283 साल 2002 में, स्पेशलिस्ट इन्वेस्टीगेशन्स यूनिट में 97 00:06:23,363 --> 00:06:26,163 मैं एक डिटेक्टिव इंस्पेक्टर था। 98 00:06:27,603 --> 00:06:32,123 मज़हर महमूद ने हमें बताया कि उसका एक खुफ़िया मुखबिर है 99 00:06:32,202 --> 00:06:36,202 जिसने पूर्वी यूरोपियों के एक गिरोह में घुसपैठ कर ली है। 100 00:06:37,083 --> 00:06:38,763 किसी को इस बात पर शक न हो। 101 00:06:39,202 --> 00:06:42,563 मुखबिर बनाने में माज़ बहुत ही माहिर था। 102 00:06:42,643 --> 00:06:44,243 संपादक न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड 103 00:06:44,803 --> 00:06:46,923 अपराध की दुनिया में कइयों से पहचान थी, 104 00:06:47,243 --> 00:06:50,003 अगर वे हमें अच्छी खबरें देते, तो हम पैसे देते। 105 00:06:50,723 --> 00:06:52,723 इस बार सोने की खान उसके हाथ लगी थी। 106 00:06:53,363 --> 00:06:56,723 उसने हमें हैरान करने वाली आवाज़ सुनाई 107 00:06:56,803 --> 00:06:59,243 जिसमें वह गिरोह एक बहुत ही जानी-मानी हस्ती का 108 00:06:59,523 --> 00:07:01,803 अपहरण करने की बात कर रहा था। 109 00:07:02,803 --> 00:07:04,603 उस औरत को पकड़ना मुश्किल नहीं है। 110 00:07:05,443 --> 00:07:06,883 कितने माँगोगे, जे? 111 00:07:07,963 --> 00:07:10,283 -शायद पाँच मिलियन ठीक रहेंगे। -पाँच। 112 00:07:10,803 --> 00:07:12,523 कोई मुश्किल नहीं। वे... 113 00:07:12,923 --> 00:07:15,563 हर बार पैसे दे ही देते हैं। 114 00:07:16,003 --> 00:07:17,923 उतने पैसे का बंदोबस्त करने के लिए 115 00:07:18,003 --> 00:07:20,083 -एक हफ़्ता है। -हाँ। 116 00:07:20,283 --> 00:07:23,403 अगर पैसे न आए, तो औरत के टुकड़े-टुकड़े कर दूँगा, बस। 117 00:07:26,683 --> 00:07:29,163 उसने हमें बताया कि... 118 00:07:29,243 --> 00:07:32,443 जिसका अपहरण होने वाला था, वह... 119 00:07:32,603 --> 00:07:33,803 विक्टोरिया बेकहम थी। 120 00:07:38,043 --> 00:07:42,523 पूरी ईमानदारी से कहूँ तो, मेरे दिमाग में सबसे पहले जो बात आई, वह थी, 121 00:07:43,043 --> 00:07:44,643 "हे भगवान, अब हम क्या करें?" 122 00:07:47,123 --> 00:07:49,323 शायद यह याद रखना ज़रूरी है कि उस समय, 123 00:07:49,683 --> 00:07:53,043 डेविड और विक्टोरिया बेकहम बहुत ही जाने-माने लोग थे। 124 00:07:53,363 --> 00:07:55,202 उनकी हर बात सुर्खियों में होती। 125 00:07:56,363 --> 00:07:58,523 इसलिए बेकहम परिवार का अपहरण करने की कोशिश 126 00:07:58,923 --> 00:08:01,163 दुनिया की सबसे बड़ी कहानियों में से 127 00:08:01,323 --> 00:08:02,243 एक होती। 128 00:08:02,643 --> 00:08:04,043 निजी संपत्ति बाहर रहिए 129 00:08:04,123 --> 00:08:07,523 वे बेकहम परिवार के बंगले के बाहर इंतज़ार करते, 130 00:08:08,123 --> 00:08:10,603 और जब पॉश स्पाइस की गाड़ी बाहर निकलती, 131 00:08:10,683 --> 00:08:12,163 वे अचानक हमला करते, 132 00:08:12,243 --> 00:08:14,123 उसका अपहरण करते, बेहोश करते, 133 00:08:14,603 --> 00:08:15,803 बदले में फिरौती माँगते। 134 00:08:16,643 --> 00:08:18,043 अगर उसके बच्चे साथ होते, 135 00:08:18,123 --> 00:08:19,683 तो वे उनका भी अपहरण करते। 136 00:08:20,883 --> 00:08:23,083 पाँच मिलियन पाउंड की माँग करने वाले थे। 137 00:08:29,363 --> 00:08:34,323 हमें एक संदिग्ध का हैरतअंगेज़ वीडियो भी दिखाया गया 138 00:08:34,403 --> 00:08:37,523 जिसके हाथ में बंदूक साफ़ नज़र आ रही थी। 139 00:08:38,323 --> 00:08:39,283 मॉसर। 140 00:08:39,403 --> 00:08:40,403 -तुम क्यों... -जर्मन। 141 00:08:40,483 --> 00:08:41,763 -जर्मन? -हाँ। 142 00:08:41,803 --> 00:08:43,243 -ठीक है। -अच्छी बात है। 143 00:08:43,523 --> 00:08:44,443 एकदम सुरक्षित है। 144 00:08:45,123 --> 00:08:46,123 काफ़ी दमदार है। 145 00:08:48,243 --> 00:08:51,803 अचानक, मामला काफ़ी गंभीर हो गया। 146 00:08:53,683 --> 00:08:56,123 वाकई में जान को खतरा था। 147 00:08:56,683 --> 00:09:00,803 और एक हथियारबंद दस्ता तैनात करने का अधिकार दिया गया। 148 00:09:04,763 --> 00:09:07,163 अगले कुछ घंटों में हम जो भी करेंगे, 149 00:09:07,243 --> 00:09:10,003 वह किसी की ज़िंदगी और मौत का सवाल बन सकता था। 150 00:09:13,283 --> 00:09:17,523 माज़ ने एक होटल की पार्किंग में गिरोह के साथ एक मुलाकात रखी। 151 00:09:22,803 --> 00:09:25,563 हथियारबंद दस्ता इंतज़ार कर रहा था। 152 00:09:27,403 --> 00:09:29,003 गिरोह आकर पहुँचा। 153 00:09:30,883 --> 00:09:33,403 हथियारबंद इंस्पेक्टर ने कहा, "आगे बढ़ो।" 154 00:09:39,283 --> 00:09:41,203 विश्व विशेष 5 मिलियन की फिरौती रोकी 155 00:09:41,283 --> 00:09:42,923 पॉश बेकहम अपहरण 156 00:09:43,203 --> 00:09:45,523 उसे दाद देनी होगी। बंदे में दम था। 157 00:09:45,563 --> 00:09:46,923 बंदे में दम था। 158 00:09:47,283 --> 00:09:49,803 इसीलिए न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड में लोग उसे चाहते थे। 159 00:09:50,403 --> 00:09:54,923 बेकहम परिवार के अपहरण की कोशिश ने खलबली मचा दी। 160 00:09:55,243 --> 00:09:58,323 नाटकीय तरीके से कहें तो, वह कहानी धड़ल्ले से बिकी। 161 00:09:58,883 --> 00:09:59,683 बीबीसी न्यूज़ 162 00:09:59,803 --> 00:10:02,643 स्कॉटलैंड यार्ड ने कहा कि उन्होंने विक्टोरिया बेकहम के 163 00:10:02,683 --> 00:10:04,683 अपहरण की साज़िश नाकाम कर दी। 164 00:10:05,083 --> 00:10:09,043 विक्टोरिया बेकहम ने आज सुबह अपनी हैरत ज़ाहिर करते हुए कहा 165 00:10:09,123 --> 00:10:11,563 कि इस खबर ने उन्हें एकदम डरा दिया है। 166 00:10:12,443 --> 00:10:14,203 अपहरण के आरोप की सुनवाई के लिए 167 00:10:14,323 --> 00:10:17,123 पाँच लोगों को 24 फ़रवरी को अदालत में हाज़िर किया जाएगा। 168 00:10:18,523 --> 00:10:21,883 मैं और मेरा परिवार इस हादसे से बहुत डर गए थे। 169 00:10:21,923 --> 00:10:24,563 मतलब, सच में बहुत ही भयानक बात थी। 170 00:10:24,803 --> 00:10:27,563 अब आप बॉडीगार्ड के बिना घर से बाहर निकलती हैं? 171 00:10:27,643 --> 00:10:29,803 नहीं। हम नहीं... हम कहीं नहीं जाते। 172 00:10:30,203 --> 00:10:32,363 -और बच्चे? बॉडीगार्ड के बिना? -हरगिज़ नहीं। 173 00:10:32,443 --> 00:10:33,283 नहीं। 174 00:10:40,483 --> 00:10:43,083 तो, कई महीने बाद, मुकदमा चला। 175 00:10:46,363 --> 00:10:47,883 न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड के 176 00:10:47,923 --> 00:10:49,883 सबूत को लेकर कई आरोप लगाए गए 177 00:10:50,483 --> 00:10:52,803 और उनसे इनकार किया गया। 178 00:10:56,603 --> 00:11:00,843 गिरोह के सदस्यों ने कहा कि उन्हें फंसाया गया था, 179 00:11:00,923 --> 00:11:03,363 और वह आइडिया मुखबिर का था। 180 00:11:06,043 --> 00:11:07,963 मीडिया में और हर जगह... 181 00:11:08,043 --> 00:11:09,803 अपहरण की साज़िश... या बस एक स्टिंग? 182 00:11:09,883 --> 00:11:12,883 लोग कह रहे थे कि पहले पन्ने की 183 00:11:12,963 --> 00:11:15,723 कहानी बनाने के लिए, यह सब एक चाल थी। 184 00:11:18,603 --> 00:11:20,763 आज मामला नाटकीय तरीके से खारिज किया गया। 185 00:11:21,043 --> 00:11:23,523 बचाव वकीलों ने कहा कि ऐसी कोई योजना नहीं थी 186 00:11:23,603 --> 00:11:25,283 और न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड की 187 00:11:25,363 --> 00:11:27,763 गलत तहकीकात के चलते उनके मुवक्किल फँसे। 188 00:11:27,843 --> 00:11:29,723 मुकदमा खारिज फ़र्ज़ी शेख पर दबाव 189 00:11:29,803 --> 00:11:31,203 जब वह मुकदमा ख़ारिज हुआ, 190 00:11:31,283 --> 00:11:34,363 लोगों को लगा कि मज़हर महमूद का करियर खत्म हो जाएगा। 191 00:11:36,523 --> 00:11:39,203 पर फिर मुखबिर ने कहा कि... 192 00:11:39,603 --> 00:11:43,443 वह मनगढ़ंत कहानी थी और उसने वह सिर्फ़ पैसों के लिए किया था। 193 00:11:44,643 --> 00:11:47,243 हमने इस तथाकथित अपहरण की साज़िश की। 194 00:11:47,323 --> 00:11:48,403 मुखबिर की आवाज़ 195 00:11:48,483 --> 00:11:50,643 मैंने वह पैसों के लिए किया था। 196 00:11:51,123 --> 00:11:52,683 वह सरासर झूठ था। 197 00:11:54,203 --> 00:11:56,683 न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड और मज़हर को दोषी ठहराया। 198 00:11:56,763 --> 00:11:58,403 अपहरण वाली कहानी सच ठहराई 199 00:11:58,483 --> 00:12:00,243 पर हमने कोई गलती नहीं की थी। 200 00:12:00,323 --> 00:12:02,403 सही कदम उठाते हुए, हम पुलिस के पास गए 201 00:12:03,083 --> 00:12:04,923 और अपने सारे सबूत पेश किए। 202 00:12:06,803 --> 00:12:09,403 पुलिस और क्राउन प्रॉसीक्यूशन सर्विस ने 203 00:12:09,483 --> 00:12:11,323 आगे बढ़ने का फ़ैसला किया, 204 00:12:12,123 --> 00:12:14,203 पर मुकदमे के दौरान वे पीछे हट गए। 205 00:12:15,203 --> 00:12:17,443 दरअसल, एक जज ने अदालत में इतना भी कहा 206 00:12:17,523 --> 00:12:20,123 कि उन्हें इस बात पर कोई शक नहीं था 207 00:12:20,203 --> 00:12:24,683 कि माज़ को यह साज़िश वाकई में सच लगी थी। 208 00:12:26,963 --> 00:12:31,843 क्या यह सिर्फ़ उस मुखबिर का आइडिया था? 209 00:12:32,443 --> 00:12:36,883 क्या गिरोह के सदस्यों ने वाकई में वे बातें कही थीं, 210 00:12:37,163 --> 00:12:39,083 या किसी और ने मनगढ़ंत कहानी बनाई? 211 00:12:39,763 --> 00:12:40,843 मुझे कुछ नहीं पता। 212 00:12:46,043 --> 00:12:48,803 ज़ाहिर है, अधिकारी यही चाहते होंगे 213 00:12:48,883 --> 00:12:51,243 कि मामला आगे बढ़े 214 00:12:51,323 --> 00:12:53,443 और किसी पर आरोप लगे। 215 00:12:53,523 --> 00:12:55,603 उससे मामले में चार चाँद लग जाते। 216 00:12:55,923 --> 00:12:59,163 पर, आम तौर पर, शायद उससे कोई फ़र्क नहीं पड़ता। 217 00:13:02,723 --> 00:13:04,723 उस समय, बस वह कहानी अहम थी 218 00:13:05,603 --> 00:13:07,283 और उसने जो खलबली पैदा की। 219 00:13:10,163 --> 00:13:12,923 बेकहम परिवार के अपहरण की कोशिश के बाद, 220 00:13:13,323 --> 00:13:17,323 माज़ को पता था कि हमें वही चाहिए जो उसके पास था। 221 00:13:17,403 --> 00:13:18,843 न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड 222 00:13:18,923 --> 00:13:20,523 उस पर किसी तरह की रोक नहीं थी। 223 00:13:21,243 --> 00:13:22,763 कहा गया, "टूट पड़ो, माज़।" 224 00:13:28,283 --> 00:13:30,923 न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड में वह समय 225 00:13:31,003 --> 00:13:34,603 उसका सबसे बेहतरीन समय था जब उसने बहुत कुछ किया। 226 00:13:38,403 --> 00:13:42,443 उसने जो भी किया, वे अंतरराष्ट्रीय कहानियाँ बनीं। 227 00:13:42,643 --> 00:13:43,923 शाही परिवार का पर्दाफ़ाश 228 00:13:44,003 --> 00:13:45,323 मिशेल ने रानी को धोखा दिया 229 00:13:45,403 --> 00:13:48,723 ऐसा लगता कि हर हफ़्ते वह यह सब कैसे कर लेता है? 230 00:13:51,003 --> 00:13:52,963 हम पहले पन्ने के बड़े-बड़े... 231 00:13:53,043 --> 00:13:53,963 न्यूज़ इंटरनेशनल 232 00:13:54,043 --> 00:13:56,283 ...पोस्टर लगाते थे। प्रेरणा के तौर पर। 233 00:13:58,043 --> 00:14:01,323 फ़र्ज़ी शेख की कई तहकीकातें वहाँ थीं। 234 00:14:05,403 --> 00:14:07,003 उसे अंडरकवर जाना पसंद था। 235 00:14:07,083 --> 00:14:08,163 महमूद की पुरानी साथी 236 00:14:08,243 --> 00:14:11,123 कहानियाँ हासिल करना। लोगों का पर्दाफ़ाश करना। 237 00:14:12,243 --> 00:14:14,283 वही उसकी खासियत थी। वही करता था। 238 00:14:18,723 --> 00:14:21,363 मुझे याद है, जब हम दुबई घूमने गए थे, 239 00:14:22,083 --> 00:14:24,723 वह लंच के लिए हमें मरीना ले गया, 240 00:14:24,803 --> 00:14:26,563 वहाँ एक बहुत खूबसूरत कश्ती थी, 241 00:14:27,163 --> 00:14:30,043 और उसने कहा, "इसी कश्ती पर पिछली कहानी मिली थी।" 242 00:14:31,003 --> 00:14:33,643 उसने कहा कि उसने स्वेन-गोरन एरिकसन पर 243 00:14:33,723 --> 00:14:36,043 स्टिंग ऑपरेशन किया था। 244 00:14:41,923 --> 00:14:42,923 चलिए, स्वेन! 245 00:14:45,083 --> 00:14:49,283 उस समय स्वेन-गोरन एरिकसन इंगलैंड की फ़ुटबॉल टीम के मैनेजर थे। 246 00:14:49,763 --> 00:14:52,963 इस देश में, खेल जगत में इससे बड़ी नौकरी और कोई नहीं है। 247 00:14:53,723 --> 00:14:56,603 स्वेन अकसर टैब्लॉयड में नज़र आते थे। 248 00:14:56,683 --> 00:14:58,683 उनका कइयों के साथ चक्कर था, 249 00:14:58,763 --> 00:15:01,803 और वह जहाँ भी जाते, बदनामी उनका पीछा न छोड़ती। 250 00:15:02,163 --> 00:15:05,323 स्वेन की कहानी से हमेशा अखबार बिकते थे। 251 00:15:07,923 --> 00:15:13,083 माज़ ने सुना था कि स्वेन को ऐसी नौकरी की तलाश थी जिसमें अच्छे पैसे मिलें। 252 00:15:14,243 --> 00:15:16,483 वर्ल्ड कप में ज़्यादा समय नहीं बचा था, 253 00:15:16,563 --> 00:15:18,883 और उनका ध्यान टीम पर होना चाहिए था। 254 00:15:19,283 --> 00:15:22,483 बजाय उसके, वह अपनी अगली नौकरी की तलाश में थे। 255 00:15:23,243 --> 00:15:26,643 यह बहुत बड़ा धोखा था। 256 00:15:27,083 --> 00:15:29,443 पर, एक बात कहूँ? एक बहुत बड़ी कहानी। 257 00:15:31,683 --> 00:15:34,523 तो माज़ एक कमाल का प्लान लेकर आया। 258 00:15:35,243 --> 00:15:37,043 इसमें लाखों पाउंड का 259 00:15:37,123 --> 00:15:40,243 खर्चा था। 260 00:15:40,723 --> 00:15:43,883 लेकिन अब तक, हमें फ़र्ज़ी शेख पर 261 00:15:43,963 --> 00:15:45,843 इतना भरोसा हो गया था 262 00:15:46,363 --> 00:15:47,483 कि हमने कहा, "ठीक है।" 263 00:15:50,523 --> 00:15:54,163 माज़ का एक आदमी स्वेन के एजेंट तक पहुँचा और बोला, 264 00:15:54,483 --> 00:15:56,443 "क्या स्वेन को दुबई में 265 00:15:57,203 --> 00:16:01,283 "एक फ़ुटबॉल अकादमी शुरू करने और चलाने में दिलचस्पी होगी?" 266 00:16:01,843 --> 00:16:03,603 "हाँ, उन्हें दिलचस्पी होगी।" 267 00:16:04,283 --> 00:16:07,723 "क्या वह वीकेंड पर फ़र्स्ट क्लास फ़्लाइट से जाकर उस शेख से 268 00:16:07,803 --> 00:16:09,883 "मिलना चाहेंगे जो पैसा लगा रहा है?" 269 00:16:09,963 --> 00:16:10,803 स्वेन का एजेंट 270 00:16:11,603 --> 00:16:12,643 "हाँ, वह चाहेंगे।" 271 00:16:17,203 --> 00:16:22,043 स्वेन के एजेंट का एक बहुत ही समझदार कानूनी सलाहकार था, 272 00:16:22,123 --> 00:16:23,403 नाम रिचर्ड डे वो था। 273 00:16:24,643 --> 00:16:26,043 बड़ी समझदारी से, 274 00:16:26,123 --> 00:16:28,603 दुबई जाने की कोई भी बात करने से पहले, 275 00:16:29,443 --> 00:16:32,603 डे वो लंदन वाले दफ़्तर में आकर मिलना चाहता था। 276 00:16:33,243 --> 00:16:35,203 लेकिन एक मुश्किल थी। 277 00:16:37,123 --> 00:16:38,243 कोई दफ़्तर है ही नहीं। 278 00:16:39,563 --> 00:16:40,723 तो हमने क्या किया? 279 00:16:41,163 --> 00:16:42,643 हमने एक दफ़्तर बनाया। 280 00:16:44,803 --> 00:16:46,843 एक आलीशान दफ़्तर किराये पर लिया। 281 00:16:50,763 --> 00:16:55,963 कई मशहूर हस्तियों के साथ शेख की नकली तस्वीरें वहाँ लगाईं। 282 00:17:01,203 --> 00:17:03,403 वह एक जुआ था। 283 00:17:03,523 --> 00:17:05,083 फ़ैल्कन कम्यूनिकेशन्स 284 00:17:09,843 --> 00:17:12,203 मैंने कभी भी नहीं सोचा था कि... 285 00:17:12,283 --> 00:17:13,443 स्वेन का कानूनी सलाहकार 286 00:17:13,523 --> 00:17:15,523 मेरा नाम न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड में आएगा। 287 00:17:16,523 --> 00:17:18,803 दूसरे स्टिंग ऑपरेशन के बारे में पढ़ा था, 288 00:17:18,843 --> 00:17:20,923 और इस यकीन के साथ उन्हें पढ़ा कि, 289 00:17:21,003 --> 00:17:23,283 "यार, मेरे साथ ऐसा कभी नहीं होगा।" 290 00:17:26,003 --> 00:17:29,563 दफ़्तर काफ़ी ऊँचे दर्जे का लगा। 291 00:17:31,123 --> 00:17:34,003 जानी-मानी हस्तियों के साथ 292 00:17:34,083 --> 00:17:36,123 शेख की तस्वीरें थीं। 293 00:17:36,203 --> 00:17:38,923 उससे मुझे इस बात की तसल्ली हुई 294 00:17:39,003 --> 00:17:41,123 और भरोसा हुआ कि हमारा सामना किससे है। 295 00:17:43,003 --> 00:17:46,603 कानून के इस शातिर बंदे, डे वो को लेकर मुश्किल यह थी 296 00:17:46,723 --> 00:17:50,483 कि उसे मिडल ईस्ट की काफ़ी जानकारी है। 297 00:17:51,003 --> 00:17:54,483 और वह अर्थव्यवस्था के आँकड़े बताने लगा 298 00:17:54,563 --> 00:17:56,443 और उन्हें कुछ पता नहीं था। 299 00:17:56,683 --> 00:17:58,963 उस समय, मैं शेख के किसी... 300 00:17:59,603 --> 00:18:02,723 प्रतिनिधि से बात कर रहा था। 301 00:18:02,803 --> 00:18:05,523 इसलिए प्रोजेक्ट के बारे में 302 00:18:05,603 --> 00:18:09,123 उससे किसी भी तरह की जानकारी हासिल करना बहुत ही मुश्किल था। 303 00:18:09,683 --> 00:18:12,803 लेकिन, वे बार-बार इस बात पर ज़ोर दे रहे थे 304 00:18:12,843 --> 00:18:15,763 कि किस दर्जे का सत्कार होगा। 305 00:18:15,843 --> 00:18:17,723 फ़र्स्ट क्लास फ़्लाइट, 306 00:18:17,803 --> 00:18:20,083 दुनिया के सबसे आलीशान होटल में कमरे। 307 00:18:20,803 --> 00:18:24,363 इस बात में शायद कोई शक नहीं कि हम कुछ हद तक यह सोच रहे थे कि... 308 00:18:24,843 --> 00:18:26,363 हमें कोई नुकसान नहीं होगा 309 00:18:26,763 --> 00:18:28,523 उनका न्योता स्वीकार करके 310 00:18:28,603 --> 00:18:29,963 वहाँ जाकर उनसे बात करने 311 00:18:30,043 --> 00:18:31,523 और उनकी बात सुनने से। 312 00:18:32,563 --> 00:18:34,043 पर माज़ को समझ आ गया था 313 00:18:35,043 --> 00:18:36,563 कि उसे वकील से बचना होगा। 314 00:18:39,123 --> 00:18:41,723 उन्होंने यह बात साफ़ बताई कि... 315 00:18:41,803 --> 00:18:45,563 जो भी सत्कार होगा, वह स्वेन और उनके एजेंट, 316 00:18:45,843 --> 00:18:49,003 ऐथोल का होगा, मेरा नहीं। 317 00:18:49,363 --> 00:18:50,203 समझदारी दिखाई। 318 00:18:50,523 --> 00:18:51,963 दरअसल ऐथोल ने ज़ोर दिया 319 00:18:52,603 --> 00:18:53,803 कि मुझे वहाँ होना चाहिए। 320 00:18:54,043 --> 00:18:56,363 वह बोला, "कह दो कि मैं फ़्लाइट का खर्चा दूँगा।" 321 00:18:56,603 --> 00:19:00,243 इस सब से मामला और पेचीदा होता जा रहा था, 322 00:19:00,563 --> 00:19:02,043 क्योंकि सच कहूँ तो, 323 00:19:02,123 --> 00:19:04,283 यह बंदा काफ़ी तेज़ है। 324 00:19:05,723 --> 00:19:08,603 स्वेन और ऐथोल को लेने के लिए लिमोज़ीन पहुँची, 325 00:19:08,723 --> 00:19:10,523 उन्हें हीथ्रो ले जाया गया। 326 00:19:11,283 --> 00:19:13,523 और मुझे अकेले जाना पड़ा। 327 00:19:14,843 --> 00:19:16,483 मैंने एक आम उड़ान ली। 328 00:19:18,203 --> 00:19:20,563 दुबई 329 00:19:23,123 --> 00:19:26,363 स्वेन और ऐथोल से बुर्ज अल अरब में मिला। 330 00:19:27,363 --> 00:19:29,843 उसे प्रभावित करने के इरादे से ही 331 00:19:29,963 --> 00:19:32,523 डिज़ाइन किया गया था। और ऐसा हुआ भी। 332 00:19:36,043 --> 00:19:37,563 माज़ को इतना पता है... 333 00:19:38,363 --> 00:19:42,123 कि उन्हें हर बात पर यकीन हो जाएगा और वे झाँसे में आ जाएँगे 334 00:19:42,603 --> 00:19:44,723 अगर उन्हें यकीन हो गया 335 00:19:45,123 --> 00:19:49,043 कि वह इतना दौलतमंद है जिसका उन्होंने कभी ख्वाब भी नहीं देखा। 336 00:20:08,003 --> 00:20:11,283 शेख ने बड़ी गर्मजोशी के साथ स्वेन का स्वागत किया। 337 00:20:17,043 --> 00:20:19,723 मुझ पर ध्यान देने में या मुझसे किसी तरह 338 00:20:19,803 --> 00:20:22,043 बात करने में उसे कोई दिलचस्पी नहीं थी, 339 00:20:22,603 --> 00:20:23,563 जो ठीक था। 340 00:20:26,963 --> 00:20:31,043 हमारा इस बात पर पूरा ध्यान था कि उनकी सभ्यता को कोई ठेस न पहुँचे। 341 00:20:31,923 --> 00:20:33,763 स्वेन ने खास तौर पर पूछा 342 00:20:34,083 --> 00:20:37,123 कि क्या वाइन मंगवाने या पीने से 343 00:20:37,203 --> 00:20:38,683 कोई एतराज़ होगा। 344 00:20:41,083 --> 00:20:43,203 हमने उन्हें यह सलाह दी थी कि, 345 00:20:43,763 --> 00:20:44,803 "यह मत करना।" 346 00:20:46,363 --> 00:20:48,523 शेख ने न सिर्फ़ वाइन पेश की, 347 00:20:48,603 --> 00:20:51,603 बल्कि वह इस हद तक ज़ोर दिया कि हम सोचने लगे 348 00:20:51,723 --> 00:20:53,603 कि अगर न पी तो बुरा लगेगा। 349 00:20:55,563 --> 00:20:56,723 ऐसा कह सकते हैं कि वह 350 00:20:56,803 --> 00:21:01,003 यह देखने के लिए एक परीक्षा थी कि जब मैंने महंगी वाली मंगवाई... 351 00:21:01,083 --> 00:21:02,363 तो क्या वे हिचकिचाएँगे। 352 00:21:02,923 --> 00:21:04,243 मैंने महंगी वाली मंगवाई। 353 00:21:10,763 --> 00:21:13,843 वे हज़ारों पाउंड की वाइन पी रहे थे। 354 00:21:16,843 --> 00:21:18,003 वाइन कमाल की थी। 355 00:21:18,083 --> 00:21:20,043 उस शाम वाइन ही सबसे अच्छी थी। 356 00:21:21,123 --> 00:21:23,603 हद से बाहर जाकर मज़े लूटे गए, 357 00:21:24,243 --> 00:21:26,443 और वह पूरी तरह उसके झाँसे में आ गए। 358 00:21:32,763 --> 00:21:35,203 पहले दस-पंद्रह मिनट यही बातें होती रहीं 359 00:21:35,283 --> 00:21:37,323 कि वे क्या करना चाहते हैं। 360 00:21:37,963 --> 00:21:40,603 हम इसी बात पर डटे रहे 361 00:21:40,683 --> 00:21:43,603 कि स्वेन का ध्यान पूरी तरह से वर्ल्ड कप पर है। 362 00:21:44,203 --> 00:21:47,043 उसके बाद शेख ने और कुछ सुझाने को कहा। 363 00:21:47,723 --> 00:21:51,283 स्वेन के एजेंट ने कहा कि एक फ़ुटबॉल क्लब बिकने वाला है, 364 00:21:51,363 --> 00:21:53,963 और क्या शेख उसे खरीदना नहीं चाहेगा? 365 00:21:54,243 --> 00:21:56,883 और क्या मैनेजर के रूप में स्वेन सही नहीं रहेगा? 366 00:21:57,163 --> 00:21:59,563 मुझे उसमें कोई एतराज़ नहीं लगा। 367 00:22:00,403 --> 00:22:02,483 सच कहूँ तो, अभी भी नहीं लगता। 368 00:22:02,843 --> 00:22:05,843 वह बस यह जानने की कोशिश कर रहे थे 369 00:22:05,923 --> 00:22:08,563 कि वर्ल्ड कप के बाद अगर एफ़ए 370 00:22:08,643 --> 00:22:11,163 किसी नई दिशा में आगे बढ़ना चाहे, 371 00:22:11,243 --> 00:22:14,323 तो किस तरह का काम अच्छा हो सकता है। 372 00:22:15,163 --> 00:22:17,763 खाने के दौरान, स्वेन ने कभी कोई वादा नहीं किया 373 00:22:17,843 --> 00:22:18,843 या यह कि कुछ करेंगे। 374 00:22:20,363 --> 00:22:21,363 इसके बाद वही हुआ 375 00:22:22,003 --> 00:22:23,563 जो माज़ अकसर करता था। 376 00:22:27,323 --> 00:22:31,083 उसने तय किया कि वह स्वेन के साथ अकेले में और समय बिताना चाहता है। 377 00:22:31,603 --> 00:22:33,483 तो ऐसी हालत में आप क्या करेंगे? 378 00:22:34,763 --> 00:22:37,163 आप एक आलीशान कश्ती किराये पर लेंगे, 379 00:22:38,003 --> 00:22:39,603 खर्चा चाहे जितना भी हो। 380 00:22:39,683 --> 00:22:41,523 दिन के 10,000 पाउंड लगे तो क्या... 381 00:22:41,963 --> 00:22:43,283 बस कहानी मिल जाए। 382 00:22:53,443 --> 00:22:55,563 इसमें कोई शक नहीं कि उस कश्ती को देख 383 00:22:55,643 --> 00:22:58,683 हमारा यकीन और पक्का हो गया कि ऐसे लोगों से बात कर रहे थे 384 00:22:58,763 --> 00:23:02,203 जिनके पास उस काम को अंजाम देने की काबिलियत थी 385 00:23:02,283 --> 00:23:03,843 जिसकी बात हो रही थी। 386 00:23:07,003 --> 00:23:09,843 इसमें कोई शक नहीं, दूसरे देश, दूसरी सभ्यता के 387 00:23:09,923 --> 00:23:11,083 इंसान के साथ 388 00:23:11,283 --> 00:23:13,083 काम करते वक्त 389 00:23:13,403 --> 00:23:16,803 आप कुछ ज़्यादा इज़्ज़त से पेश आते हैं 390 00:23:16,883 --> 00:23:19,523 क्योंकि मैं असभ्य नज़र नहीं आना चाहता था। 391 00:23:20,963 --> 00:23:23,883 अगर वह दक्षिण लंदन का कोई गोरा होता, 392 00:23:23,963 --> 00:23:27,163 तो शायद मैं और ज़्यादा... 393 00:23:27,723 --> 00:23:28,643 दिमाग से काम लेता 394 00:23:28,923 --> 00:23:30,643 जितना मैंने वहाँ लगाना ठीक समझा। 395 00:23:33,323 --> 00:23:36,443 फिर उन्होंने पूछा कि क्या हम खाने से पहले तैरना चाहेंगे। 396 00:23:36,523 --> 00:23:37,403 और... 397 00:23:38,523 --> 00:23:41,883 शुरू में स्वेन ने इशारा दिया कि वह तैरने के लिए राज़ी हैं। 398 00:23:42,963 --> 00:23:46,283 तो हमें लगा, "अगर सब तैरेंगे तो ठीक है।" 399 00:23:48,843 --> 00:23:51,643 जब तक हम तैरने के लिए तैयार हुए, 400 00:23:51,723 --> 00:23:53,563 स्वेन ने न तैरने का फ़ैसला किया। 401 00:23:56,083 --> 00:23:58,203 मैंने तय किया कि पानी में छलाँग लगाऊँगा, 402 00:23:59,763 --> 00:24:02,003 कुछ एक चक्कर लगाकर वापस आ जाऊँगा। 403 00:24:03,803 --> 00:24:04,763 तो, आखिरकार, 404 00:24:05,163 --> 00:24:07,603 माज़ को जो मौका चाहिए था, वह मिल गया। 405 00:24:08,523 --> 00:24:12,283 जहाँ वे पैसों को लेकर सारी बातचीत कर सकते थे। 406 00:24:14,723 --> 00:24:18,963 और रिकॉर्ड़िंग वाली मशीन सब कुछ रिकॉर्ड कर लेगी। 407 00:24:24,523 --> 00:24:26,163 और क्या ज़बरदस्त बातें हैं। 408 00:24:34,963 --> 00:24:37,243 मैं लंदन लौटा। 409 00:24:39,243 --> 00:24:42,443 जैसे ही फ़ोन बजते देखा, समझ गया कि कोई गड़बड़ हुई है। 410 00:24:42,523 --> 00:24:43,883 उन्होंने सबसे पहले कहा, 411 00:24:44,003 --> 00:24:47,203 "यकीन नहीं करोगे। न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड का स्टिंग ऑपरेशन था।" 412 00:24:50,963 --> 00:24:52,523 दिमाग में तूफ़ान चलने लगता है। 413 00:24:53,083 --> 00:24:55,843 इसका आप पर क्या असर होगा? आपके मुवक्किलों पर? 414 00:24:55,923 --> 00:24:57,123 परिवार पर क्या असर होगा? 415 00:24:57,203 --> 00:24:58,843 प्रतिष्ठा पर क्या असर होगा? 416 00:25:00,203 --> 00:25:01,803 और मुझे याद है, मुझे लगा... 417 00:25:02,203 --> 00:25:04,523 जैसे किसी ने पेट में मुक्का मारा हो। 418 00:25:09,563 --> 00:25:12,923 किसी भी अखबार का, वह तब तक का सबसे हैरतअंगेज़ 419 00:25:13,243 --> 00:25:14,603 स्टिंग ऑपरेशन था। 420 00:25:15,083 --> 00:25:17,803 बड़े-बड़े, एकदम साफ़ अक्षर। 421 00:25:17,883 --> 00:25:19,283 "स्वेन के घटिया सौदे।" 422 00:25:19,483 --> 00:25:20,963 स्वेन के घटिया सौदे 423 00:25:21,803 --> 00:25:23,763 पूरा पहला पन्ना, 424 00:25:23,843 --> 00:25:25,643 अगले दो पन्ने, 425 00:25:25,843 --> 00:25:27,323 अगले दो पन्ने, 426 00:25:27,843 --> 00:25:29,403 और उसके बाद अगले दो पन्ने। 427 00:25:29,643 --> 00:25:31,523 फिर सबने वह खबर छापी। 428 00:25:31,603 --> 00:25:33,763 उसे बार-बार छापा गया। 429 00:25:34,283 --> 00:25:36,843 इंगलैंड के फ़ुटबॉल कोच, स्वेन-गोरन एरिकसन 430 00:25:36,923 --> 00:25:39,043 एक ताज़ा विवाद में घिरे हैं। 431 00:25:39,483 --> 00:25:41,643 वह स्टिंग ऑपरेशन का शिकार हुए 432 00:25:41,723 --> 00:25:43,923 जिसमें ढेर सारे पैसे का झाँसा दिया गया, 433 00:25:44,483 --> 00:25:45,403 और वह फँस गए। 434 00:25:46,723 --> 00:25:49,123 एक अंडरकवर रिपोर्टर के साथ बातचीत के दौरान, 435 00:25:49,203 --> 00:25:51,963 उन्होंने बताया कि ऐस्टन विला को चलाने के लिए, 436 00:25:52,043 --> 00:25:53,923 उन्हें इंगलैंड से दूर किया गया। 437 00:25:55,243 --> 00:25:57,443 लेख में कही गई बातें मज़ाक से कम नहीं थीं। 438 00:25:57,923 --> 00:26:02,723 बहुत सी बातें असल में कहीं बातों से काफ़ी अलग थीं। 439 00:26:03,083 --> 00:26:05,603 कुछ को बढ़ा-चढ़ाकर कहा गया, कुछ मनगढ़ंत थीं। 440 00:26:06,243 --> 00:26:07,803 कुछ तो सरासर झूठ थीं। 441 00:26:08,843 --> 00:26:11,403 पहले भी इंगलैंड के प्रति स्वेन की 442 00:26:11,483 --> 00:26:13,283 प्रतिबद्धता पर सवाल उठाए गए हैं। 443 00:26:13,363 --> 00:26:15,123 अब उनकी ईमानदारी पर सवाल है। 444 00:26:16,323 --> 00:26:17,603 उसे जिस तरह से देखा गया, 445 00:26:17,683 --> 00:26:19,563 जिस तरह आम जनता ने उसे समझा, 446 00:26:19,643 --> 00:26:21,443 वह मेरे लिए हैरत की बात थी। 447 00:26:21,923 --> 00:26:23,083 उसे निकाल देना चाहिए। 448 00:26:23,163 --> 00:26:24,723 उन्होंने काफ़ी विवाद किए है। 449 00:26:24,803 --> 00:26:26,443 काम भी उतना अच्छा नहीं करता। 450 00:26:26,523 --> 00:26:28,003 किसी अंग्रेज़ को करना चाहिए। 451 00:26:28,243 --> 00:26:30,123 स्वेन, आप इंगलैंड छोड़ने वाले हैं? 452 00:26:30,803 --> 00:26:32,683 व्यक्तिगत रूप से स्वेन की बात करें, 453 00:26:32,763 --> 00:26:34,363 पेशेवर रूप से बात करें, 454 00:26:34,843 --> 00:26:37,003 उस हादसे का असर 455 00:26:37,203 --> 00:26:39,683 काफ़ी गहरा है। 456 00:26:40,723 --> 00:26:43,523 इंगलैंड के नए फ़ुटबॉल कोच की तलाश जारी है। 457 00:26:43,603 --> 00:26:45,323 मौजूदा कोच, स्वेन राज़ी हुए हैं 458 00:26:45,403 --> 00:26:47,563 कि गर्मियों के वर्ल्ड कप के बाद, 459 00:26:47,643 --> 00:26:49,203 वह अपना पद छोड़ देंगे। 460 00:26:50,443 --> 00:26:52,323 क्वार्टर फ़ाइनल में पेनल्टी पर 461 00:26:52,403 --> 00:26:55,323 पुर्तगाल से हारने पर, इंगलैंड वर्ल्ड कप से बाहर है। 462 00:26:56,483 --> 00:26:58,843 ज़ाहिर है, उन्होंने न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड को 463 00:26:59,283 --> 00:27:00,443 और मज़हर महमूद को 464 00:27:00,763 --> 00:27:02,003 दोषी ठहराया। 465 00:27:02,203 --> 00:27:07,043 अगर हम वाकई में जनता के हित के खिलाफ़ कुछ कर रहे होते, 466 00:27:07,363 --> 00:27:09,883 तो ठीक है, आप कह सकते हैं, "पकड़ लिया।" 467 00:27:10,483 --> 00:27:11,323 पर सच में? 468 00:27:11,923 --> 00:27:12,843 हम ऐसे प्रस्ताव पर 469 00:27:13,123 --> 00:27:16,683 किसी से बात करने गए थे जिसका खास फ़ायदा नहीं हुआ। 470 00:27:17,363 --> 00:27:20,203 और, उसके लिए, आप तीन लोगों की ज़िंदगियाँ 471 00:27:20,283 --> 00:27:23,083 और उनकी प्रतिष्ठा खत्म करना चाहते हैं? 472 00:27:23,763 --> 00:27:26,843 आप में से बहुत लोग सोचते हैं, "कितने कमीने हैं।" 473 00:27:27,723 --> 00:27:28,563 समझ रहे हैं? 474 00:27:37,163 --> 00:27:39,803 स्वेन ने विश्वास तोड़ने के लिए 475 00:27:39,883 --> 00:27:41,923 न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड पर मुकदमा किया। 476 00:27:42,003 --> 00:27:45,323 उन्होंने दावा किया कि गुप्त बातचीत के दौरान कही बातों को 477 00:27:45,403 --> 00:27:48,523 जिस तरह से तोड़ा-मरोड़ा गया, वह जनता के हित के खिलाफ़ था। 478 00:27:49,643 --> 00:27:52,843 मामला समझौते से निपटाया गया। 479 00:27:52,923 --> 00:27:55,883 न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड ने दान दिया 480 00:27:55,963 --> 00:27:59,323 और एरिकसन का पूरा कानूनी खर्च उठाया। 481 00:28:00,723 --> 00:28:02,923 मज़हर महमूद, या फ़र्ज़ी शेख 482 00:28:03,003 --> 00:28:05,123 मशहूर हस्तियों पर स्टिंग ऑपरेशन करता है। 483 00:28:05,203 --> 00:28:07,963 पर क्या ऐसी खोजी पत्रकारिता जायज़ है? 484 00:28:08,043 --> 00:28:11,003 वह अपने काम करने के विवादपूर्ण तरीकों को सही बताते हैं। 485 00:28:11,083 --> 00:28:13,843 क्या ऐसा कोई पल है जब आपको लगता है, "यह अच्छा है। 486 00:28:13,923 --> 00:28:16,483 "क्या मैं सच में उनकी ज़िंदगी बर्बाद कर दूँगा?" 487 00:28:16,563 --> 00:28:20,643 हम बस उन लोगों का पर्दाफ़ाश करते हैं जो आपराधिक और नैतिक रूप से गलत हैं। 488 00:28:20,963 --> 00:28:23,203 वे हमारी तहकीकात के सही पात्र हैं। 489 00:28:23,283 --> 00:28:24,923 जर्नलिस्ट होने के नाते हमारा काम 490 00:28:25,003 --> 00:28:27,283 जनता को सच से वाकिफ़ करवाना है। 491 00:28:28,003 --> 00:28:30,043 पिछले 165 सालों से अखबार यही कर रहा है 492 00:28:30,123 --> 00:28:31,203 और यही करता रहेगा। 493 00:28:35,683 --> 00:28:39,243 एक खास तरह का इंसान ही... 494 00:28:39,523 --> 00:28:41,763 सफल अंडरकवर एजेंट बन सकता है। 495 00:28:43,203 --> 00:28:46,963 लोगों को लगातार धोखा देना, 496 00:28:47,163 --> 00:28:48,923 अपने शिकारों से दोस्ती करना 497 00:28:49,323 --> 00:28:50,643 और उनसे वह हासिल करना... 498 00:28:50,883 --> 00:28:52,723 जो कहानी के लिए ज़रूरी है। 499 00:28:54,883 --> 00:28:56,603 माज़ के साथ काम करके, 500 00:28:57,203 --> 00:29:00,363 मैंने जाना कि मुझमें ऐसा करने की एक स्वाभाविक क्षमता है। 501 00:29:01,643 --> 00:29:05,323 मेरा मानना है कि बचपन में मुझ पर जितने दबाव थे, 502 00:29:05,403 --> 00:29:07,203 उनके चलते मेरी शख्सियत ऐसी बनी। 503 00:29:11,643 --> 00:29:15,843 यू.के. में जन्म लेने वाले, हम पहले अप्रवासी बच्चे थे। 504 00:29:17,603 --> 00:29:20,603 अपने बच्चों को अच्छी ज़िंदगी देने के लिए पिता यहाँ आए। 505 00:29:21,963 --> 00:29:23,483 अच्छी शिक्षा सबसे ज़रूरी थी। 506 00:29:23,563 --> 00:29:25,883 तो मेरे पिता ने मुझे प्रेप स्कूल भेजा। 507 00:29:26,923 --> 00:29:28,843 उसके लिए तीन नौकरियाँ करनी पड़ीं। 508 00:29:31,163 --> 00:29:34,803 इसलिए पहली पीढ़ी वाले हम बच्चों पर, सफल होने के लिए... 509 00:29:35,283 --> 00:29:36,363 काफ़ी दबाव डाला गया। 510 00:29:37,043 --> 00:29:39,883 कि हम वकील बनें, डॉक्टर बनें, 511 00:29:40,323 --> 00:29:41,203 इंजीनियर बनें। 512 00:29:41,923 --> 00:29:43,803 साफ़-साफ़ बताएँ तो, 513 00:29:43,883 --> 00:29:46,643 हमारे माँ-बाप की अधूरी महत्वाकांक्षाएँ... 514 00:29:47,163 --> 00:29:49,483 हम पर लाद दी गईं। 515 00:29:52,803 --> 00:29:55,243 उस दबाव के चलते, 516 00:29:55,443 --> 00:29:57,883 हमने उससे उभरने का एक तरीका निकाला। 517 00:29:58,323 --> 00:30:01,243 और बहुत ही छोटी उम्र से, वह तरीका था 518 00:30:01,323 --> 00:30:02,363 झूठ बोलना। 519 00:30:05,003 --> 00:30:08,683 आपके माँ-बाप कहते। "स्कूल कैसा था?" "बहुत अच्छा।" 520 00:30:08,963 --> 00:30:11,123 "परीक्षा का नतीजा क्या है?" "दस में दस।" 521 00:30:11,683 --> 00:30:12,523 सब झूठ। 522 00:30:12,843 --> 00:30:14,683 सिर्फ़ उस दबाव से बचने के लिए। 523 00:30:16,723 --> 00:30:21,283 मेरे अंदर नैतिकता का एक अलग ही पैमाना बन गया। 524 00:30:22,923 --> 00:30:26,243 मेरे और माज़ के हालात काफ़ी हद तक एक जैसे हैं। 525 00:30:26,763 --> 00:30:29,123 इसलिए मुझे पता है कि वह कैसे पेश आता है, 526 00:30:29,203 --> 00:30:30,843 क्योंकि मेरे साथ भी वैसा ही है। 527 00:30:33,763 --> 00:30:37,243 माज़ के लिए, नतीजा पाने का हर तरीका जायज़ है। 528 00:30:41,683 --> 00:30:44,843 मुझे लगता है कि माज़ को गलत समझा गया क्योंकि लोगों का... 529 00:30:46,363 --> 00:30:48,363 यह अनुमान है कि वह... 530 00:30:48,843 --> 00:30:50,643 निर्दयी है, बुरा है, 531 00:30:51,083 --> 00:30:52,883 कहानी पाने के लिए कुछ भी करेगा। 532 00:30:53,283 --> 00:30:55,963 जो एकदम झूठ है। और बिल्कुल गलत है। 533 00:30:57,923 --> 00:31:01,123 शायद लोगों को उसके बारे में यह नहीं पता कि वह बहुत भला था, 534 00:31:01,603 --> 00:31:04,123 दिलदार का था। परिवार को अहमियत देता था। 535 00:31:05,003 --> 00:31:07,003 अपने दोस्तों का बहुत वफ़ादार था। 536 00:31:08,203 --> 00:31:10,403 उसकी ऐसी कुछ बातें थीं... 537 00:31:10,643 --> 00:31:12,643 जो बहुत अच्छी थीं। बहुत अच्छी थीं। 538 00:31:18,843 --> 00:31:20,603 माज़ के साथ बिताया वक्त... 539 00:31:21,323 --> 00:31:22,323 किसी रोमांच जैसा था। 540 00:31:24,043 --> 00:31:25,003 मैंने माज़ से कहा, 541 00:31:25,083 --> 00:31:28,603 "बाप रे, मैं डेविड कैसिडी की दीवानी हुआ करती थी।" 542 00:31:28,683 --> 00:31:29,883 ज़ी के लिए प्यार 543 00:31:29,963 --> 00:31:31,963 कुछ दिन बाद, मुझे एक सीडी मिली, 544 00:31:33,443 --> 00:31:37,283 और उसमें डेविड कैसिडी के गाने भरे हुए थे। 545 00:31:37,643 --> 00:31:39,923 पहला वाला था, "आई थिंक आई लव यू।" 546 00:31:40,563 --> 00:31:42,563 शायद तुमसे प्यार है 547 00:31:42,763 --> 00:31:44,923 शायद तुमसे प्यार है 548 00:31:45,283 --> 00:31:46,443 वह आपको बहुत प्यार देता 549 00:31:46,883 --> 00:31:49,243 ताकि आपको लगे कि आपकी अहमियत है। 550 00:31:49,683 --> 00:31:51,883 आप परिवार का हिस्सा महसूस करते। 551 00:31:52,203 --> 00:31:54,203 कि किसी को आपकी ज़रूरत है। 552 00:31:54,763 --> 00:31:58,163 इस तरह, वह आपसे वह सब करवाता 553 00:31:58,243 --> 00:32:00,243 जो वह आपसे करवाना चाहता था। 554 00:32:01,483 --> 00:32:04,243 मैं उसके साथ खबरों पर काम करने लगी। 555 00:32:04,803 --> 00:32:05,883 बहुत तनाव होता था। 556 00:32:06,123 --> 00:32:07,763 पर उसमें... मज़ा आता था। 557 00:32:08,523 --> 00:32:12,203 शायद तुमसे प्यार है तो किस बात का इतना डर है? 558 00:32:12,563 --> 00:32:14,683 शायद मुझे यकीन नहीं है... 559 00:32:15,483 --> 00:32:18,643 हम जगह-जगह घूमकर कहानियाँ पर काम करते थे। 560 00:32:19,803 --> 00:32:22,443 जब मैं उसके साथ समय बिताने के लिए लंदन आती, 561 00:32:22,643 --> 00:32:24,843 मुझे पता नहीं होता था कि अब कहाँ जाऊँगी। 562 00:32:25,683 --> 00:32:28,763 ओ, शायद तुमसे प्यार है... 563 00:32:29,323 --> 00:32:31,243 न्यू यॉर्क से लास वेगस, 564 00:32:31,323 --> 00:32:33,803 और भारत, और दुबई। 565 00:32:34,683 --> 00:32:36,883 मुझे नया पासपोर्ट लेना पड़ा, 566 00:32:36,963 --> 00:32:38,363 क्योंकि वह भर गया था। 567 00:32:38,803 --> 00:32:39,963 घटिया अरेबिया 568 00:32:40,043 --> 00:32:42,523 मेरी खुशकिस्मती थी कि ऐसी कहानियों का हिस्सा थी 569 00:32:42,603 --> 00:32:44,043 जहाँ वह एक बदलाव लाया। 570 00:32:44,123 --> 00:32:45,203 ब्रिटेन यौन गुलामी 571 00:32:45,283 --> 00:32:46,363 जहाँ उसने मदद की। 572 00:32:46,963 --> 00:32:48,723 उसकी बड़ी-बड़ी कहानियाँ, जैसे... 573 00:32:49,083 --> 00:32:50,083 हेटी का बच्चा। 574 00:32:50,163 --> 00:32:51,243 बच्चे की बिक्री 575 00:32:51,363 --> 00:32:53,923 उन कहानियों को करने के बाद उसे... 576 00:32:54,723 --> 00:32:55,603 बहुत खुशी हुई। 577 00:32:57,163 --> 00:32:59,963 एक कहानी थी जिसके बारे में शायद 578 00:33:00,203 --> 00:33:02,803 किसी ने नहीं सोचा था कि वह इतनी बड़ी बनेगी 579 00:33:02,923 --> 00:33:04,203 जितनी कि बनी। 580 00:33:07,163 --> 00:33:10,003 स्लमडॉग मिलियनेयर एक बहुत सफल हॉलीवुड फ़िल्म थी। 581 00:33:10,523 --> 00:33:11,923 उसमें देव पटेल था, 582 00:33:12,763 --> 00:33:13,843 फ़्रीडा पिंटो थी। 583 00:33:15,883 --> 00:33:20,363 रुबीना अली ने फ़्रीडा पिंटो के बचपन का किरदार निभाया था। 584 00:33:20,443 --> 00:33:21,923 फ़िल्म सितारा बनोगी? 585 00:33:23,643 --> 00:33:24,963 -हाँ। -हाँ। 586 00:33:25,523 --> 00:33:27,483 रुबीना बस्ती में मिली थी। 587 00:33:27,563 --> 00:33:29,163 बस्ती में ही पली-बढ़ी है। 588 00:33:30,443 --> 00:33:32,323 माज़ को खबर मिली कि रुबीना का पिता 589 00:33:32,723 --> 00:33:34,163 उसे बेचने की सोच रहा था। 590 00:33:36,683 --> 00:33:38,763 निराशा में आकर लोग वैसे काम करते हैं। 591 00:33:41,043 --> 00:33:43,003 मुंबई 592 00:33:44,123 --> 00:33:47,123 जब हम मुंबई पहुँचे, मैंने उससे पूछा, 593 00:33:48,163 --> 00:33:49,843 "पता है कि यह कैसे होगा?" 594 00:33:49,923 --> 00:33:51,683 माज़ ने जो कहा, याद है। वह बोला, 595 00:33:52,163 --> 00:33:53,963 "तुम दुबई की राजकुमारी बनोगी।" 596 00:33:55,043 --> 00:33:58,283 कहानी यह थी कि मैंने फ़िल्म देखी थी, उसे देखा था, मुझे... 597 00:33:58,763 --> 00:34:00,003 वह सच में अच्छी लगी। 598 00:34:01,363 --> 00:34:02,563 मैं बेऔलाद हूँ। 599 00:34:03,363 --> 00:34:05,563 मैं उसे गोद लेना चाहती हूँ, 600 00:34:05,643 --> 00:34:08,523 उसे ले जाकर बेहतर ज़िंदगी और शिक्षा देना चाहती हूँ। 601 00:34:11,083 --> 00:34:15,202 रुबीना, उसका पिता, उसका चाचा होटल पहुँचे। 602 00:34:17,643 --> 00:34:19,963 माज़ ने उनसे कहा, "चाहते हैं कि यह गोद ले?" 603 00:34:20,043 --> 00:34:20,923 उन्होंने हाँ कहा। 604 00:34:21,003 --> 00:34:24,643 पर पिता ने कीमत बदल दी, 605 00:34:25,202 --> 00:34:28,242 शायद 50,000 पाउंड से 2,00,000 पाउंड कर दी। 606 00:34:28,803 --> 00:34:32,083 क्योंकि अब उसे पता था कि मैं दुबई की राजकुमारी थी। 607 00:34:33,682 --> 00:34:37,043 मैं उन्हें देख रही थी, और देख रही थी कि वे कितने खुश थे, 608 00:34:37,403 --> 00:34:38,523 और मुझे लगा, "अच्छा। 609 00:34:38,603 --> 00:34:39,963 "यह कर सकता है।" 610 00:34:40,443 --> 00:34:42,202 विश्व विशेष स्लमडॉग सितारे की बिक्री 611 00:34:42,242 --> 00:34:44,003 पिता ने शेख को बेटी बेचनी चाही 612 00:34:44,083 --> 00:34:45,963 अगले दिन लेख छपा 613 00:34:46,363 --> 00:34:49,242 और, कम से कम, मैंने यह उम्मीद 614 00:34:49,403 --> 00:34:52,123 नहीं की थी कि वह कहानी इतनी बड़ी हो जाएगी। 615 00:34:52,682 --> 00:34:53,722 उस कहानी ने... 616 00:34:54,682 --> 00:34:55,883 सनसनी मचा दी। 617 00:34:56,242 --> 00:34:57,883 न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड में 618 00:34:57,963 --> 00:35:00,563 हैरतअंगेज़ दावे हैं 619 00:35:00,643 --> 00:35:02,883 कि ऑस्कर विजेता, स्लमडॉग मिलियनेयर की 620 00:35:02,963 --> 00:35:05,603 एक बाल कलाकार के पिता ने 621 00:35:06,363 --> 00:35:09,443 एक अंडरकवर रिपोर्टर को अपनी बेटी बेचनी चाही। 622 00:35:09,963 --> 00:35:12,643 अगर माज़ उसमें शामिल न होता, 623 00:35:13,443 --> 00:35:17,203 तो कैसे पता कि कोई बाल उत्पीड़क आकर न कहता, "लो। 624 00:35:17,483 --> 00:35:19,523 "ये रहे पैसे।" और रुबीना को ले जाता? 625 00:35:20,123 --> 00:35:22,443 इसलिए, मैं इस बात की आभारी हूँ 626 00:35:22,523 --> 00:35:24,683 कि कहानी उसके पास आई 627 00:35:24,803 --> 00:35:26,643 और हम उस बच्ची को बचा पाए। 628 00:35:27,723 --> 00:35:30,803 अली के पिता ने कहा कि अखबारों ने गलत आरोप लगाए। 629 00:35:30,883 --> 00:35:32,243 कहा कि उसे फँसाया जा रहा है। 630 00:35:32,843 --> 00:35:36,123 भारत की पुलिस का कहना है कि वे कोई आरोप दर्ज नहीं करेंगे 631 00:35:36,203 --> 00:35:38,123 और यह मामला बंद कर दिया गया है। 632 00:35:41,923 --> 00:35:44,203 मुझे याद है, लैरी किंग ने उसे फ़ोन किया 633 00:35:44,723 --> 00:35:46,723 और कहा कि उससे बात करना चाहता है, 634 00:35:47,123 --> 00:35:48,203 उसे शो पर चाहता है। 635 00:35:50,043 --> 00:35:51,563 लैरी किंग ने हर किसी का, 636 00:35:52,203 --> 00:35:54,843 हर मशहूर हस्ती का इंटरव्यू लिया था। 637 00:35:55,203 --> 00:35:58,803 और फिर उसने माज़ को शो पर आने के लिए कहा। 638 00:36:00,803 --> 00:36:02,203 वह फ़ोन पर था। 639 00:36:02,923 --> 00:36:04,203 मैं तस्वीरें ले रही थी। 640 00:36:06,003 --> 00:36:09,363 लैरी किंग ने माज़ से कहा, "आपका शो पर आना सम्मान की बात है।" 641 00:36:10,043 --> 00:36:11,883 और मुझे लगा, "वाह! 642 00:36:12,163 --> 00:36:14,123 "अच्छा, अब मैं खुश हो गई।" 643 00:36:15,483 --> 00:36:16,443 उसने कर दिखाया। 644 00:36:16,883 --> 00:36:18,363 मज़हर महमूद फ़ोन पर। 645 00:36:19,083 --> 00:36:21,363 आप अपनी कहानी को सच मानते हैं कि पिता ने 646 00:36:21,443 --> 00:36:23,803 वाकई में इस छोटी लड़की को बेचना चाहा? 647 00:36:24,323 --> 00:36:25,603 बिल्कुल, लैरी। 648 00:36:25,683 --> 00:36:29,083 और आपको बता दूँ कि मैं लगातार तीन दिनों तक पिता, रफ़ीक, 649 00:36:29,163 --> 00:36:31,923 और परिवार के दूसरे सदस्यों से मिलता रहा। 650 00:36:32,883 --> 00:36:36,523 उसके चलते माज़ दुनिया भर में एक सनसनी बन गया। 651 00:36:37,323 --> 00:36:40,443 यू.के. में मशहूर होने के बाद... 652 00:36:40,523 --> 00:36:44,123 वह यू.एस. में जाना जाने लगा, 653 00:36:44,603 --> 00:36:45,643 फिर पूरी दुनिया में। 654 00:36:47,803 --> 00:36:50,363 सालों तक, वह कहानियाँ लिखता रहा, 655 00:36:50,883 --> 00:36:53,483 और समय के साथ-साथ, वह खुद कहानी बन गया। 656 00:36:54,683 --> 00:36:57,203 उसमें फ़ौलाद का जिगर रहा होगा। 657 00:36:57,323 --> 00:36:59,123 मैं अंडरकवर रिपोर्टर हूँ। 658 00:36:59,203 --> 00:37:01,843 अपराधियों और नैतिक रूप से गलत कामों का पर्दाफ़ाश। 659 00:37:02,723 --> 00:37:06,643 प्रसारक अकसर इस रहस्यपूर्ण आदमी के व्यक्तित्व का मज़ा लेते, 660 00:37:06,683 --> 00:37:10,563 और शायद आखिरकार उसे उस व्यक्तित्व से और उससे मिलने वाली शोहरत से 661 00:37:10,643 --> 00:37:12,963 प्यार हो गया। 662 00:37:13,203 --> 00:37:16,203 इस तरह रिकॉर्डिंग कर रहे हैं कि पहचान सामने नहीं आएगी। 663 00:37:16,243 --> 00:37:19,043 काम ही ऐसा है। धोखे से काम लेता हूँ। 664 00:37:19,123 --> 00:37:21,683 अगर मेरी पहचान सामने आ गई तो काम नहीं कर पाऊँगा। 665 00:37:23,203 --> 00:37:27,843 हम हमेशा हँसते थे, क्योंकि वह सबसे बदनाम मशहूर आदमी था। 666 00:37:28,843 --> 00:37:30,043 लोग उसका नाम जानते थे, 667 00:37:31,603 --> 00:37:33,203 पर उसका चेहरा नहीं जानते थे। 668 00:37:34,523 --> 00:37:36,003 मेरे लिए हैरत की बात यह थी, 669 00:37:36,643 --> 00:37:39,043 वह "फ़र्ज़ी शेख" के नाम से इतना मशहूर था, 670 00:37:39,403 --> 00:37:41,563 फिर भी लोग झाँसे में आ रहे थे। 671 00:37:42,203 --> 00:37:45,443 डचेस ऑफ़ यॉर्क, सैरा फ़र्गूसन की खुफ़िया रिकॉर्डिंग की गई, 672 00:37:45,963 --> 00:37:48,803 जहाँ वह न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड के एक रिपोर्टर को, 673 00:37:48,883 --> 00:37:50,083 एक बिज़नेसमैन के तौर पर 674 00:37:50,363 --> 00:37:52,243 पिछले पति, प्रिंस एंड्रू से मिलाएँगी। 675 00:37:52,603 --> 00:37:56,363 फ़र्गूसन ने माफ़ी माँगी, कहा कि उसकी आर्थिक समस्या जो सब को पता है, 676 00:37:56,683 --> 00:37:59,403 "किसी गलतफ़हमी का बहाना नहीं हैं।" 677 00:38:00,443 --> 00:38:03,683 वह देश भर में एक जानी-मानी हस्ती बन गया। 678 00:38:05,003 --> 00:38:07,203 वह जो हासिल करने निकला था, उसने हासिल किया। 679 00:38:07,323 --> 00:38:09,643 सच कहूँ तो, दुनिया का सबसे अच्छा 680 00:38:09,683 --> 00:38:11,643 खोजी रिपोर्टर बन गया। 681 00:38:12,043 --> 00:38:13,963 महमूद शिखर पर था। 682 00:38:14,443 --> 00:38:15,483 वह शिखर पर था। 683 00:38:15,843 --> 00:38:17,923 वह टैब्लॉयड का राजा था। 684 00:38:19,803 --> 00:38:21,323 लैरी किंग शो पर आ चुका था, 685 00:38:22,163 --> 00:38:24,123 बीबीसी ने उसका इंटरव्यू लिया था। 686 00:38:25,083 --> 00:38:26,203 पर वह काफ़ी नहीं था। 687 00:38:27,603 --> 00:38:30,523 माज़ की महत्वाकांक्षा का कोई अंत नहीं था। 688 00:38:30,603 --> 00:38:32,123 न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड 689 00:38:32,203 --> 00:38:33,963 उसे ताकत चाहिए थी। 690 00:38:35,603 --> 00:38:39,563 ऐसी ताकत जो प्रधानमंत्रियों को पद पर बिठा सके या गिरा सके। सरकारों को। 691 00:38:40,683 --> 00:38:44,043 ऐसी ताकत जो सिर्फ़ टैब्लॉयड के संपादकों के पास होती है। 692 00:38:46,563 --> 00:38:48,643 उसने मुझसे कहा कि उसकी महत्वाकांक्षा 693 00:38:49,443 --> 00:38:52,403 फ़्लीट स्ट्रीट का पहला एशियाई संपादक बनना है। 694 00:38:55,043 --> 00:38:57,643 सफल होने के लिए, उसे रूपर्ट मरडॉक को... 695 00:38:58,123 --> 00:38:59,203 खुश करना था। 696 00:39:00,643 --> 00:39:02,123 इतनी दिलचस्पी नहीं हो सकती। 697 00:39:05,443 --> 00:39:08,803 माज़ शायद बहुत ही पेचीदा किरदार था। 698 00:39:09,083 --> 00:39:11,203 बाहर से देखने पर, उसमें... 699 00:39:11,523 --> 00:39:14,243 स्वाभिमान था, आत्मविश्वास था, 700 00:39:14,723 --> 00:39:17,163 मगरूर था, और अहंकारी था। 701 00:39:17,883 --> 00:39:20,523 शायद अंदर से माज़ अलग इंसान था। 702 00:39:20,603 --> 00:39:23,003 सच में लगता है कि उसमें स्वाभिमान नहीं था। 703 00:39:25,723 --> 00:39:29,323 मुझे लगता है, उसे हमेशा लोगों को साबित करने की ज़रूरत महसूस होती। 704 00:39:30,683 --> 00:39:33,003 वह हमेशा न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड में 705 00:39:33,083 --> 00:39:36,443 अपने से ऊपर वालों की तारीफ़ और सम्मान का भूखा रहता था। 706 00:39:36,523 --> 00:39:38,003 मालिक से लेकर सब का। 707 00:39:38,963 --> 00:39:42,043 वह उनमें से एक बनना चाहता था। 708 00:39:42,923 --> 00:39:45,483 तो, एक रात, मुझे माज़ का फ़ोन आया। 709 00:39:46,203 --> 00:39:48,563 रूपर्ट मरडॉक मिलने आ रहे थे। 710 00:39:49,203 --> 00:39:50,843 बोला, "कोई बड़ी कहानी चाहिए।" 711 00:39:52,683 --> 00:39:54,003 उन सालों में, 712 00:39:54,083 --> 00:39:59,083 टैब्लॉयड को अप्रवासन को लेकर एक खास सनक होती थी। 713 00:40:00,403 --> 00:40:01,643 दो खास मुश्किलें ये थीं, 714 00:40:01,683 --> 00:40:04,683 एक, अप्रवासियों का ट्रकों में आना, 715 00:40:06,243 --> 00:40:09,203 और मज़दूरी में स्थानीय मज़दूरों की जगह लेने वाले, 716 00:40:09,323 --> 00:40:11,083 बिना कागज़ात वाले प्रवासी। 717 00:40:11,203 --> 00:40:13,003 मामूली मज़दूर 4.55 पाउंड प्रति घंटा 718 00:40:13,083 --> 00:40:14,723 अप्रवासन की कहानियों के खुलासे, 719 00:40:14,843 --> 00:40:16,683 गैरकानूनी अप्रवासन का पर्दाफ़ाश, 720 00:40:16,723 --> 00:40:18,683 उससे अखबार की बिक्री बढ़ती। 721 00:40:19,803 --> 00:40:22,243 मरडॉक को उसमें बहुत दिलचस्पी थी। 722 00:40:22,923 --> 00:40:24,803 तो, माज़ यह चाहता था 723 00:40:25,203 --> 00:40:28,683 कि ज़्यादा से ज़्यादा बिना कागज़ात वाले प्रवासियों को 724 00:40:28,723 --> 00:40:29,683 इकट्ठा करे, 725 00:40:30,523 --> 00:40:31,483 और उन्हें सौंपे। 726 00:40:33,083 --> 00:40:35,923 मैंने कहा, "हाँ, यह हो सकता है।" 727 00:40:38,363 --> 00:40:39,323 उस समय, 728 00:40:39,403 --> 00:40:43,003 बिना कागज़ात वाले पंजाबी प्रवासियों को काम की बेहद ज़रूरत थी। 729 00:40:43,083 --> 00:40:44,843 क्योंकि वे उसी के लिए आए थे। 730 00:40:45,323 --> 00:40:48,843 पैसा कमाकर घर भेजने, ताकि उनके परिवारों को बेहतर ज़िंदगी मिले। 731 00:40:51,803 --> 00:40:54,603 तो, मैं और माज़ एक घर में गए, 732 00:40:54,683 --> 00:40:56,923 जहाँ बहुत से लोग साथ मिलकर रह रहे थे, 733 00:40:57,203 --> 00:41:00,923 जहाँ मुझे पता था कि बिना कागज़ात वाले प्रवासी रह रहे थे। 734 00:41:05,883 --> 00:41:09,123 मैं पंजाब से हूँ, इसीलिए माज़ ने मुझे बुलाया था। 735 00:41:12,123 --> 00:41:14,803 मैंने कहा, "आप लोगों को किसी से मिलाना चाहता हूँ।" 736 00:41:15,163 --> 00:41:17,043 और फिर माज़ अपना भाषण शुरू करता। 737 00:41:17,603 --> 00:41:18,643 "आज किस्मत चमकेगी। 738 00:41:19,123 --> 00:41:20,443 "आपकी ज़िंदगी बदल दूँगा।" 739 00:41:21,643 --> 00:41:24,203 कहानी यह थी कि वह मज़दूरों को काम दे रहा था 740 00:41:24,523 --> 00:41:28,443 जिन्हें एक बहुत बड़ी इमारत का काम करना था। 741 00:41:29,643 --> 00:41:32,483 तो माज़ ने कहा, "मैं अच्छे पैसे दूँगा। 742 00:41:32,563 --> 00:41:34,043 "उतना जितना कोई भी नहीं देगा। 743 00:41:34,443 --> 00:41:37,563 "और अगर उनके पास कागज़ात नहीं हैं, तो और अच्छा है, 744 00:41:37,803 --> 00:41:40,043 "क्योंकि वे वही करेंगे जो कहा जाए।" 745 00:41:41,203 --> 00:41:43,363 माज़ ने उनसे कहा, "शनिवार के दिन, 746 00:41:43,683 --> 00:41:45,923 "हम आपको निर्माण वाली जगह पर ले जाएँगे। 747 00:41:46,563 --> 00:41:49,443 "और फिर हम आपका कद नापेंगे और आपको 748 00:41:49,523 --> 00:41:51,163 "सुरक्षा जूते देंगे, 749 00:41:51,683 --> 00:41:52,803 "हेल्मेट देंगे, 750 00:41:52,883 --> 00:41:54,683 "और चमकने वाली जैकेट देंगे।" 751 00:41:56,243 --> 00:41:58,323 मैं कहूँगा कि वह बहुत अच्छा एक्टर है। 752 00:42:00,323 --> 00:42:02,083 उसने उन्हें यकीन दिलाया। 753 00:42:11,683 --> 00:42:13,203 स्टिंग ऑपरेशन वाला दिन। 754 00:42:16,723 --> 00:42:18,683 शुरू में, थोड़े-बहुत लोग ही आए, 755 00:42:18,723 --> 00:42:21,443 और माज़ थोड़ा सा निराश हुआ, 756 00:42:21,523 --> 00:42:23,723 क्योंकि उसे लगा कि गिने-चुने लोग ही आएँगे। 757 00:42:24,883 --> 00:42:27,403 पर जैसे-जैसे समय बीता, और लोग आते गए, 758 00:42:27,483 --> 00:42:29,603 और उसकी आँखों में नज़र आ रहा था। 759 00:42:29,683 --> 00:42:32,163 इस बात की तसल्ली कि वह सफल रहा। 760 00:42:33,603 --> 00:42:36,803 उन्हें यकीन दिलाना पड़ा। "यह सब ठीक है न?" 761 00:42:37,203 --> 00:42:40,883 तो मैंने कहा, "हाँ, यार। हम तुम्हें जगह दिखाने ले जाएँगे। 762 00:42:40,963 --> 00:42:42,843 "तुम्हें जूते, हेल्मेट दिलाएँगे। 763 00:42:42,963 --> 00:42:44,083 "बस।" 764 00:42:45,163 --> 00:42:47,843 उन्हें पूरी तरह से यकीन हो गया, 765 00:42:47,923 --> 00:42:50,323 बिना ज़्यादा सवाल-जवाब किए। 766 00:43:05,203 --> 00:43:06,043 चुप्पी पसरी थी, 767 00:43:06,843 --> 00:43:07,683 एकदम चुप्पी> 768 00:43:09,163 --> 00:43:12,203 उन्हें देखकर पता चलता था कि उन्हें पैसे की ज़रूरत थी। 769 00:43:13,363 --> 00:43:15,963 पर उन्हें ठीक से पता नहीं था कि क्या हो रहा है। 770 00:43:20,923 --> 00:43:23,603 हमने बड़ी सड़क से मोड़ लिया। 771 00:43:24,523 --> 00:43:26,203 बिना किसी मुश्किल के उन्हें 772 00:43:26,243 --> 00:43:28,163 कॉलनब्रुक डिटेंशन सेंटर छोड़ा गया। 773 00:43:33,483 --> 00:43:36,403 वह एक आम जेल के दरवाज़े जैसा लगता है। 774 00:43:38,843 --> 00:43:41,163 अब तक, लोगों को सब समझ में आ गया था। 775 00:43:42,323 --> 00:43:46,243 हिंसा और नफ़रत का माहौल बन गया था। 776 00:43:47,043 --> 00:43:47,963 और डर का भी। 777 00:43:50,763 --> 00:43:53,323 अब, कॉलनब्रुक को इसकी उम्मीद नहीं है। 778 00:43:53,923 --> 00:43:56,243 उन्हें नहीं पता कि क्या हो रहा है। 779 00:43:57,363 --> 00:43:59,843 अगर वे मना करते, तो मैं नौ दो ग्यारह हो जाता। 780 00:43:59,923 --> 00:44:00,843 मैं भाग जाता। 781 00:44:02,923 --> 00:44:04,123 माज़ ने उन्हें धमकाया। 782 00:44:05,003 --> 00:44:06,443 अगर आपने इन्हें नहीं लिया, 783 00:44:07,163 --> 00:44:09,803 तो वह अखबार में छाप देगा कि... 784 00:44:09,883 --> 00:44:11,843 होम ऑफ़िस जानना नहीं चाहता था। 785 00:44:14,363 --> 00:44:16,043 और तब मुझे एहसास हुआ। 786 00:44:18,123 --> 00:44:21,443 आम तौर पर, आप जो भी करते हैं, उसके हक में 787 00:44:21,723 --> 00:44:24,283 यह कह सकते हैं कि बंदा बदमाश है, या भ्रष्ट है, 788 00:44:24,443 --> 00:44:26,763 या बंदा औरों को तकलीफ़ पहुँचा रहा है। 789 00:44:28,243 --> 00:44:31,323 पर यह कहानी औरों से इसलिए अलग है 790 00:44:31,403 --> 00:44:33,243 क्योंकि ये लोग बदमाश नहीं थे। 791 00:44:34,443 --> 00:44:36,643 ये किसी को कोई नुकसान नहीं पहुँचा रहे थे। 792 00:44:37,243 --> 00:44:40,963 बस अपनी ज़िंदगी को सुधारने के लिए यहाँ आए थे। 793 00:44:43,603 --> 00:44:45,083 और उन लोगों की ज़िंदगी 794 00:44:45,523 --> 00:44:47,963 तबाह करने में मेरा भी हाथ था। 795 00:44:48,683 --> 00:44:51,443 यह सब बस अखबार की एक कहानी के लिए। 796 00:44:54,843 --> 00:44:55,963 यह नहीं करना चाहिए था। 797 00:44:56,443 --> 00:44:57,923 उसे मना कर देना चाहिए था। 798 00:45:02,683 --> 00:45:05,203 लगा जैसे मेमनों को हलाल करने ले जा रहे हैं। 799 00:45:08,003 --> 00:45:08,883 आप सोचेंगे 800 00:45:09,283 --> 00:45:12,363 कि खुद के माँ-बाप अप्रवासी थे, 801 00:45:13,083 --> 00:45:15,923 तो उसे उनकी हालत पर और थोड़ा रहम आना चाहिए था। 802 00:45:16,363 --> 00:45:17,203 पर नहीं। 803 00:45:17,283 --> 00:45:20,803 उसे अपने शिकारों पर कोई रहम नहीं आया। 804 00:45:23,643 --> 00:45:24,523 हमें कहानी मिली। 805 00:45:27,843 --> 00:45:29,443 बस। हमारा काम खत्म। 806 00:45:38,603 --> 00:45:41,963 माज़ को ऐसी कहानियाँ लाने में मज़ा आता जिन्हें लेकर गारंटी थी 807 00:45:42,043 --> 00:45:45,403 कि वे या तो दो पन्नों पर या पहले पन्ने पर छपेंगी। 808 00:45:47,083 --> 00:45:49,923 यह कहानी अखबार के बीच में 809 00:45:50,003 --> 00:45:51,723 एक छोटे लेख में सिमटकर रह गई। 810 00:45:52,003 --> 00:45:54,803 गैरकानूनी अप्रवासियों की दो भरी हुई बसें पकड़ीं 811 00:45:54,883 --> 00:45:57,683 इसलिए वह निराश था क्योंकि उसने सनसनी पैदा नहीं की, 812 00:45:58,043 --> 00:46:01,603 और रूपर्ट मरडॉक का उस पर ध्यान नहीं जाएगा। 813 00:46:03,363 --> 00:46:06,403 और उसे सच में लगा कि उसकी तरक्की होगी। 814 00:46:07,683 --> 00:46:08,643 नहीं होनी थी। 815 00:46:13,523 --> 00:46:15,363 वह हमेशा बाहरवाला रहने वाला था। 816 00:46:17,123 --> 00:46:19,243 कुछ लोग टैब्लॉयड को 817 00:46:19,323 --> 00:46:21,083 घटिया समझते हैं और सोचते हैं, 818 00:46:21,163 --> 00:46:23,003 "ये घटिया कहानियाँ देखो।" 819 00:46:23,643 --> 00:46:26,323 यह सच है कि लोगों की ज़िंदगियाँ तबाह हो सकती हैं। 820 00:46:26,563 --> 00:46:29,523 पर अच्छे बर्ताव के लिए किसी का पर्दाफ़ाश नहीं होता। 821 00:46:30,523 --> 00:46:32,083 अप्रवासन बस वाली कहानी 822 00:46:32,163 --> 00:46:36,323 टैब्लॉयड की बेहतरीन तहकीकात थी। 823 00:46:37,523 --> 00:46:39,043 उसने एक असली समस्या को देखा। 824 00:46:39,483 --> 00:46:41,243 उसे दर्शाने का तरीका सोचा। 825 00:46:41,843 --> 00:46:43,363 और वह लोगों के हित में था। 826 00:46:46,083 --> 00:46:52,043 मज़हर महमूद और न्यूज़ यूके को टिप्पणी देने को कहा गया, पर जवाब नहीं मिला 827 00:47:04,643 --> 00:47:07,443 कॉलर आईडी मज़हर एम 828 00:47:07,523 --> 00:47:11,083 उस समय, वह बदला लेने वाला कोई फ़रिश्ता नहीं रहा, 829 00:47:11,523 --> 00:47:15,443 न्याय के लिए लड़ने वाला जैसा कि मैंने पहले उसे समझा था। 830 00:47:18,563 --> 00:47:22,443 मैंने तय किया कि अब उसके साथ और काम नहीं करूँगा। 831 00:47:23,803 --> 00:47:25,403 एक मिस्ड कॉल है। 832 00:47:25,483 --> 00:47:26,323 मैंने छोड़ दिया। 833 00:47:29,523 --> 00:47:30,683 माज़ रुकने वाला न था। 834 00:47:34,643 --> 00:47:36,323 उसके आस-पास लोग घटते चले गए। 835 00:47:38,483 --> 00:47:41,083 माज़ को ज़्यादा लोगों पर भरोसा नहीं था। 836 00:47:42,523 --> 00:47:44,683 मुझ पर था, उसकी ज़िंदगी का हिस्सा थी। 837 00:47:46,683 --> 00:47:48,683 पर वफ़ादारी बेहद ज़रूरी थी। 838 00:47:54,243 --> 00:47:55,923 एक दिन, माज़ को एक खबर मिली। 839 00:47:56,363 --> 00:47:59,563 पाकिस्तानी क्रिकेट टीम किसी मैच-फ़िक्सिंग में शामिल थी। 840 00:48:02,363 --> 00:48:04,483 आम तौर पर, मैं कुछ नहीं कहती। 841 00:48:04,683 --> 00:48:07,563 लेकिन एक पाकिस्तानी क्रिकेटर था, 842 00:48:07,643 --> 00:48:09,083 मोहम्मद अमीर। 843 00:48:10,723 --> 00:48:12,483 और वह 18 का हुआ ही था। 844 00:48:13,803 --> 00:48:17,603 मैंने माज़ से पूछा। मैंने कहा, "उसे छोड़ क्यों नहीं देते? 845 00:48:18,123 --> 00:48:19,283 "क्योंकि वह 18 का है।" 846 00:48:19,963 --> 00:48:21,723 ज़रा सोचिए। उस उम्र के बच्चे। 847 00:48:22,323 --> 00:48:23,443 बेवकूफ़ियाँ करते हैं। 848 00:48:25,403 --> 00:48:26,643 बोला, "फ़र्क नहीं पड़ता। 849 00:48:28,123 --> 00:48:28,963 "अगर... 850 00:48:29,923 --> 00:48:32,483 "अपराध करो तो सज़ा काटनी पड़ेगी।" यही बात है। 851 00:48:33,443 --> 00:48:35,603 विश्व विशेष पकड़े गए! 852 00:48:35,683 --> 00:48:37,123 क्रिकेटरों की रिश्वतखोरी! 853 00:48:37,203 --> 00:48:38,323 मज़हर महमूद द्वारा 854 00:48:38,643 --> 00:48:40,483 मोहम्मद, पता है, तुम्हें जेल होगी। 855 00:48:41,483 --> 00:48:42,763 तुम्हें जेल होनी चाहिए? 856 00:48:43,643 --> 00:48:46,043 उसके बाद, एक दूरी सी बन गई। 857 00:48:49,643 --> 00:48:52,963 पता चल रहा था कि मेरे सवाल उठाने से वह नाराज़ था। 858 00:48:59,043 --> 00:49:02,403 इस बात में कोई शक नहीं कि जैसे-जैसे माज़ सफल होता गया, 859 00:49:02,483 --> 00:49:04,123 उसे संभालना मुश्किल होता गया। 860 00:49:05,403 --> 00:49:07,923 उसे पसंद नहीं था कि कोई उससे सवाल पूछे। 861 00:49:09,243 --> 00:49:11,283 वह बस कहानी के पीछे जाता। 862 00:49:12,243 --> 00:49:14,243 मानो वह उसमें खिंचा चला जा रहा था। 863 00:49:15,683 --> 00:49:18,163 जब आप किसी के साथ होते हैं और सब अच्छा होता है, 864 00:49:18,243 --> 00:49:21,283 ज़ाहिर है, आपको लगता है कि यह ज़िंदगी भर का साथ है। 865 00:49:25,563 --> 00:49:28,283 अगले दिन वह मुझे हवाई अड्डे ले गया, 866 00:49:28,763 --> 00:49:30,083 और हवाई अड्डे पर कहा, 867 00:49:30,883 --> 00:49:32,283 "पहुँचकर मुझे फ़ोन करना।" 868 00:49:33,963 --> 00:49:34,883 बोली, "ठीक है।" 869 00:49:35,603 --> 00:49:36,443 और फिर... 870 00:49:37,163 --> 00:49:39,163 बस। सब खत्म हो गया। 871 00:49:39,683 --> 00:49:40,923 फिर उससे बात नहीं हुई। 872 00:49:49,123 --> 00:49:51,003 मैंने माज़ के साथ पाँच साल बिताए। 873 00:49:52,523 --> 00:49:54,683 शायद मैं असली माज़ को जानती थी, या... 874 00:49:55,523 --> 00:49:57,763 वही जानती थी जो उसने मुझे दिखाया। 875 00:50:09,363 --> 00:50:10,403 शायद, एक तरह से, 876 00:50:11,603 --> 00:50:14,763 पत्रकारिता ही उसकी ज़िंदगी बन गई। 877 00:50:15,403 --> 00:50:16,963 उसे पूरी दुनिया का... 878 00:50:18,163 --> 00:50:19,403 कोई होश नहीं था, 879 00:50:19,483 --> 00:50:21,803 और माज़ जो करता था, बस उसी तक सीमित था। 880 00:50:24,003 --> 00:50:26,163 पर बड़ी कहानियाँ आती रहीं। 881 00:50:26,523 --> 00:50:30,683 और पाकिस्तानी क्रिकेट वाली खबर के चलते माज़ को कई इनाम मिले। 882 00:50:30,763 --> 00:50:31,603 सेवॉय 883 00:50:31,923 --> 00:50:35,003 उच्च गुणवत्ता वाले क्षेत्र में, सभी ने एकमत होकर उन्हें चुना। 884 00:50:35,083 --> 00:50:36,283 द ब्रिटिश प्रेस अवार्ड्स 885 00:50:36,363 --> 00:50:37,563 तो, बधाई हो... 886 00:50:37,643 --> 00:50:39,203 न्यूज़ रिपोर्टर ऑफ़ द ईयर विजेता 887 00:50:39,283 --> 00:50:41,083 मज़हर महमूद को। 888 00:50:42,603 --> 00:50:45,683 पर जैसा कि आपको पता है, कि मज़हर सामने नहीं आते। 889 00:50:45,763 --> 00:50:48,843 तो, मंच पर कौन आएगा? 890 00:50:49,723 --> 00:50:52,923 मैं उन जजों में से था जिसने मज़हर को रिपोर्टर ऑफ़ द ईयर 891 00:50:53,003 --> 00:50:57,803 और पाकिस्तानी क्रिकेट का पर्दाफ़ाश करने के लिए स्कूप ऑफ़ द ईयर इनाम दिया। 892 00:50:57,963 --> 00:51:01,043 वह सबसे बेहतरीन, बहुत ही पेशेवर जर्नलिस्ट हैं 893 00:51:01,123 --> 00:51:03,363 जिनके साथ काम करने का सौभाग्य मिला। 894 00:51:03,443 --> 00:51:04,283 द प्रेस अवार्ड्स 895 00:51:04,443 --> 00:51:07,803 मुझे यह महसूस करते हुए कोई झिझक नहीं हुई कि वह उसका हकदार था। 896 00:51:08,083 --> 00:51:11,483 मज़हर से जुड़े शर्मनाक राज़ों के बावजूद। 897 00:51:12,523 --> 00:51:14,043 वह इज़्ज़त का हकदार था। 898 00:51:14,803 --> 00:51:17,483 जलन और तारीफ़ का मेल था। 899 00:51:19,003 --> 00:51:21,643 स्कूप ऑफ़ द ईयर, रिपोर्टर ऑफ़ द ईयर। 900 00:51:21,723 --> 00:51:23,123 उसे अपनी शोहरत पर यकीन था। 901 00:51:24,523 --> 00:51:25,803 बीस सालों तक, 902 00:51:26,163 --> 00:51:29,123 मज़हर और न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड का रिश्ता बहुत अच्छा था। 903 00:51:30,163 --> 00:51:32,723 पर किसी को उम्मीद न थी कि वह इस तरह खत्म होगा। 904 00:51:33,723 --> 00:51:34,603 किसी को नहीं। 905 00:51:35,563 --> 00:51:37,883 कई मशहूर हस्तियाँ फ़ोन हैक करने के आरोप लगाकर 906 00:51:37,963 --> 00:51:40,843 न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड के खिलाफ़ कार्यवाही कर रही हैं। 907 00:51:40,923 --> 00:51:43,723 मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने अखबार के रिपोर्टरों की 908 00:51:43,803 --> 00:51:45,603 रणनीति को लेकर जानकारी माँगी है। 909 00:51:50,043 --> 00:51:55,963 मज़हर महमूद को टिप्पणी देने को कहा गया, पर जवाब नहीं मिला 910 00:51:56,043 --> 00:52:01,963 न्यूज़ यूके को टिप्पणी देने को कहा गया, पर जवाब नहीं मिला 911 00:52:59,883 --> 00:53:01,883 द्वारा अनुवादित परवीन कौर शोम 912 00:53:01,963 --> 00:53:03,963 रचनात्मक पर्यवेक्षक शीला सिजिन मैथ्यूज़